<p style=”text-align: justify;”><strong>Mohan Yadav News</strong>: एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनम चंद यादव का निधन हो गया. सीएम उज्जैन के लिए निकल चुके हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Mohan Yadav News</strong>: एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनम चंद यादव का निधन हो गया. सीएम उज्जैन के लिए निकल चुके हैं.</p> मध्य प्रदेश बिहार के अररिया में ‘रहस्यमयी बुखार’ से तीन बच्चों की मौत, प्रशासन अलर्ट
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हिमाचल से नॉर्मल डेट पर विदा नहीं हुआ मानसून:अभी डेढ़ सप्ताह तक कोई संकेत नहीं; कल से 72 घंटे बारिश का अलर्ट
हिमाचल से नॉर्मल डेट पर विदा नहीं हुआ मानसून:अभी डेढ़ सप्ताह तक कोई संकेत नहीं; कल से 72 घंटे बारिश का अलर्ट हिमाचल से इस बार मानसून नॉर्मल डेट पर विड्रा नहीं हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश से मानसून विदा होने की नॉर्मल डेट 24 सितंबर है। मगर अभी तक इसके अलविदा कहने के कोई संकेत नहीं है। जाहिर है कि अगले कुछ दिनों में मानसून की बारिश हिमाचल को और भिगोएगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून कब डिपार्चर होगा, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि अभी राजस्थान के कुछ भागों से मानसून विड्रा होना शुरू हुआ है। इस वजह से हिमाचल में अभी मानसून विदा लेने में वक्त लेगा। अगले 3 दिन बारिश: कुलदीप कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि कल से अगले 72 घंटे तक बारिश का अलर्ट है। 25, 26 और 27 सितंबर के बाद मौसम फिर साफ होगा। अक्टूबर के पहले सप्ताह में फिर से बारिश के आसार है। इससे मानसून जल्दी-जल्दी विदा लेने वाला नहीं है। 11 अक्टूबर 2019 को सबसे देरी से विदा हुआ मौसम विभाग के पास 1977 से आज तक के उपलब्ध डाटा के अनुसार, 11 अक्टूबर 2019 को सबसे देरी से मानसून विड्रा हुआ है। बीते साल भी तबाही की बारिश के बाद मानसून 6 अक्टूबर को विदा हुआ। इस बार भी 6 अक्टूबर तक मानसून विड्रा होने के संकेत नहीं है। मानसून लंबा, पर बारिश सामान्य से कम प्रदेश में बीते 4 दिन से अच्छी धूप खिल रही है। इससे तापमान में भी उछाल आया है। ज्यादातर शहरों का पारा सामान्य से 3 से 6 डिग्री अधिक चल रहा है। मैदानी इलाकों में इससे गर्मी पढ़ रही है, जबकि शिमला, मनाली, नारकंडा, डलहौजी इत्यादि पर्यटन स्थलों पर मौसम सुहावना हो गया है। बेशक, 2024 में मानसून स्पेल लंबा पर चल रहा है। मगर बारिश सामान्य से काफी कम हुई है। मानसून सीजन में सामान्य से 20% कम बारिश प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 23 सितंबर के बीच 717.6 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 573.7 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। प्रदेश में शिमला इकलौता ऐसा जिला है, जहां सामान्य से 16 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। वहीं बिलासपुर में सामान्य बारिश हुई है, जबकि 10 अन्य जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। बीते सप्ताह सामान्य से 68% कम बादल बरसे प्रदेश में बीते एक सप्ताह से कई जिलों में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। प्रदेश में 16 से 23 सितंबर तक नॉर्मल बारिश 8.1 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार 25.5 मिलीमीटर बादल बरसे है। यानी सामान्य से 68 फीसदी कम बारिश हुई है। इस अवधि में ऊना में 99 प्रतिशत, बिलासपुर में 95 प्रतिशत और कांगड़ा में सामान्य से 94 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कुछ घंटे बाद ही निरस्त करवाए 40 प्रिंसिपल के ट्रांसफर, जानें क्यों हो रही चर्चा?
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कुछ घंटे बाद ही निरस्त करवाए 40 प्रिंसिपल के ट्रांसफर, जानें क्यों हो रही चर्चा? <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Politics:</strong> राजस्थान के दो मंत्री चर्चा में बने हुए हैं. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा दोनों पिछले कई दोनों से सुर्खियों में हैं. दरअसल, मंगलवार (15 अक्टूबर) को लगभग 11 बजे प्रदेश के चालीस प्रिंसिपल के ट्रांसफर किए गए. जिसके कुछ देर बाद ही कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शिक्षा मंत्री को ट्रांसफर निरस्त करने के लिए पत्र लिखा. पत्र पर उन्होंने ‘अर्जेंट आउट टूडे’ लिखा था. उसका असर भी दिखा कि कुछ देर में ट्रांसफर निरस्त कर दिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>किरोड़ी लाल मीणा ने निरस्त करने को जनहित में बताया है. अब इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. किरोड़ी लाल मीणा ने इस पत्र में खुद मंत्री लिखा है. जबकि, पिछले कई दिनों से उनके पत्र में कभी भी मंत्री नहीं लिखा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने क्या लिखा?</strong><br />40 प्रिंसिपल्स के ट्रांसफर के बाद कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा कि निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर के राजकाज रेफरेंस नंबर का हवाला दिया. उसके साथ ही मंत्री ने इस ट्रांसफर को तुरंत जनहित में निरस्त करने को कहा. दिलचस्प बात यह है कि कुछ घंटे में ये आदेश निरस्त कर दिया गया. इस घटना को बड़े मायनों में देखा जा रहा है. उपचुनाव से पहले किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर चर्चाओं में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन आठ शिक्षकों को भी राहत</strong><br />बीकानेर प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक और द्वितीय लेवल के शिक्षकों समेत कुल आठ का ट्रांसफर किया था. लेकिन, इसके बाद कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने पत्र लिखा और सभी को निरस्त करवा दिया है. किरोड़ी लाल मीणा जबसे मंत्री बने हैं, पहली बार उनके पत्र पर इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है. इसे राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है.</p>
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मुरादाबाद में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने सुसाइड किया:आवास पर खुद को गोली मारी; चुनाव के समय पद से हटाए गए थे
मुरादाबाद में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने सुसाइड किया:आवास पर खुद को गोली मारी; चुनाव के समय पद से हटाए गए थे मुरादाबाद में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने सुसाइड कर लिया है। शनिवार को बुद्धि विहार स्थित आवास पर उन्होंने पिस्टल से खुद को गोली मारी। लोकसभा चुनाव के दौरान 8 अप्रैल को पार्टी ने जिलाध्यक्ष के पद से हटाया था। इंस्पेक्टर मझोला ने बताया कि पूर्व सांसद वीर सिंह ने घटना के बारे में सूचना दी। मौके पर पुलिस फोर्स भेज दी गई है। हालांकि, उन्होंने सुसाइड क्यों किया। इसकी वजह सामने नहीं आई है। डीपी यादव जिलाध्यक्ष पद से क्यों हटाए गए थे
चुनाव के दौरान एसटी हसन और सपा प्रत्याशी रुचि वीरा में गुटबाजी सामने आने के बाद अखिलेश ने उनको पद से हटा दिया था। उनकी जगह जयवीर यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया था। डीपी यादव ने नामांकन से पहले अपने बयान में कहा था कि एसटी हसन ही सपा के प्रत्याशी हैं। पद से हटाए जाने के बाद डीपी यादव ने कहा था कि पार्टी के मुखिया का फैसला है। इसका स्वागत करता हूं। उन्होंने ही जिलाध्यक्ष बनाकर पार्टी काे चलाने की जिम्मेदारी दी थी। उनके आदेश से ही हटा दिया गया। कोई नहीं पार्टी का सिपाही हूं। कार्यकर्ता की तरह काम करता रहूंगा। खबर अपडेट की जा रही है…