‘मुझसे शादी करोगी?’ इसके जवाब में न सुनते ही लड़के ने गोली चला दी। निशाना सिर पर था, मगर कंपकपाते हाथों से चली गोली लड़की के चेहरे (गाल) के आर-पार हो गई। खून से लथपथ लड़की बिस्तर पर बेसुध होकर गिर जाती है। घटना सहारनपुर के नागला की है। जहां प्यार में पड़े लड़के ने घर में घुसकर लड़की को मौत के घाट उतार दिया। अब चश्मदीद मां की जुबानी, पूरी कहानी कमरे में मौजूद चश्मदीद गवाह लड़की की मां के मुताबिक, मैं अपनी बेटी के साथ घर के अंदर कमरे में सो रही थी। सुबह का वक्त था। कमरे में हल्की आहट सुनकर मेरी नींद खुल गई। मैंने देखा, बेड के पास एक लड़का बैठा है। डर की वजह से मेरी आवाज तक नहीं निकली। बेटी भी जाग गई। लड़के के हाथ में तमंचा था। लड़के ने बेटी से सवाल किया… तुम मुझसे शादी करोगी या नहीं। न जवाब देते ही उसने बेटी को गोली मार दी। मैं चीख पड़ी, लड़का कमरे से बाहर निकलकर भागा। मेरी चीख और गोली की आवाज सुनकर परिवार वाले दौड़े। वह खेतों की तरफ भागा। उसका पीछा किया गया। लोग बता रहे हैं लड़के ने खुदकुशी कर ली है। डेढ़ साल पहले शुरू हुई कहानी
दरअसल इस कहानी की शुरुआत करीब डेढ़ साल पहले होती है। लड़के का नाम राजन था। वह देवबंद के गांव भायला में रहता था। उसके परिवार में बड़ा भाई है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। परिवार में बंटवारा हो गया है। राजन की बुआ नागला में रहती थी। भात देने के लिए वह बुआ के घर आया जाया करता था। यही पर पहली बार उसने लड़की को देखा। गांव के लोगों के मुताबिक, दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। अक्सर दोनों एक-दूसरे के साथ आते-जाते भी दिखाई पड़ते थे। इसी बीच उनके प्रेम-प्रसंग की बातें भी लोगों के बीच चर्चा में आने लगीं। गांव वालों ने दोनों को आते-जाते देखा, तो लड़की की पढ़ाई छुड़वा दी
लड़की नागल के जनता इंटर कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। लड़की के घर वालों को जब लड़के से दोस्ती के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने लड़की की पढ़ाई छुड़वा दी। इधर राजन लड़की से मिलने की कोशिश करता रहा। वो लड़की के घर पर फोन भी करता। लड़की की मां के मुताबिक, राजन उनके दूर की रिश्तेदारी में भी था। वो कोई पक्की नौकरी नहीं करता था। कभी कुछ काम करता था, कभी कुछ। कभी-कभी नशा करके हंगामा भी करता था। इसलिए हम लोगों ने उसका लड़की से मिलना-जुलना बंद करवा दिया। इस बीच उसने मेरी बेटी से शादी करने का प्रस्ताव भी रखा। लेकिन हम लोगों को उसका रवैया पसंद नहीं था। हमारे परिवार ने शादी करने से इनकार कर दिया। हालांकि उसे यह लगता रहा कि मेरी बेटी से दोस्ती है, वो उससे शादी करेगी। लेकिन उसकी हरकतें देखकर मेरी बेटी ने भी शादी से इनकार कर दिया। इस वजह से वो मेरी बेटी और हमारे परिवार से गुस्सा रहता था। राजन को उसके भाई-रिश्तेदारों ने पीटा
गांव में यह कहानी तब सुर्खियों में आई, जब 22 अप्रैल को लड़की के परिवार वालों ने नागल थाने में राजन के खिलाफ तहरीर दी। कारण बताया गया कि वह उनकी लड़की को परेशान कर रहा है। लड़की के घर के पड़ोस में बुआ का घर है, जिनकी कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। बुआ का बेटा वहीं रहता है। थाने में दोनों परिवार के लोग पहुंचे। पंचायत हुई, भाई और रिश्तेदारों ने राजन की जिम्मेदारी ली। पुलिस के सामने कहा- अब वो परेशान नहीं करेगा। इसके बाद दोनों परिवारों में समझौता हो गया। बताया जाता है कि थाने से वापस आने के बाद राजन को उसके भाई और रिश्तेदारों ने पीटा भी था। मगर वो लड़की से शादी पर अड़ा हुआ था। चाचा बोले- 2 तमंचे लेकर आया था राजन
लड़की के चाचा आकाश कुमार ने बताया- हमें गोली की आवाज सुनाई दी थी। दौड़ते हुए भतीजी के कमरे तक पहुंचे, तो देखा उसके मुंह से खून निकल रहा है। भाभी भी चीख रही थीं। राजन का नाम सुनकर हम लोग बाहर की तरफ भागे। उसका पीछा भी किया। लेकिन वो तब तक गायब हो गया था। जिन लोगों ने राजन को भागते देखा, वो बता रहे थे कि उसके हाथ में 2 तमंचे थे। गांव वालों ने उसकी तलाश में घेराबंदी कर दी। हमें भतीजी को लेकर अस्पताल जाना था। तभी पुलिस आ गई। उन्होंने अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। कुछ देर बाद करीब 1 किमी दूर जंगल में लड़के ने खुद को भी गोली मार ली। वहीं उसकी मौत हो गई। पुलिस ने ड्रोन उड़ाया, पेड़ पर चढ़कर देखा, तब खेत में घुसी
पुलिस के मुताबिक, घटना के तुरंत बाद घटनास्थल पर पहुंच गए थे। हमने लड़की को नागल की CHC तक भिजवाया। बाकी पुलिस गांव के लोगों के साथ युवक की तलाश करने लगी। गांव के लोगों के हाथों में फावड़े और डंडे थे। पुलिस ने उन्हें खेत और जंगल की तरफ जाने नहीं दिया। गांव वाले भी डर रहे थे। क्योंकि राजन के पास 2 तमंचे थे। डर था कि कहीं वो किसी पर गोली न चला दे। गांव वालों ने बताया कि राजन को ढूंढने के लिए पुलिस ने ड्रोन की मदद भी ली। एक लड़के को भी पेड़ पर चढ़ाकर दिखवाया कि वह कहीं दिख जाए। पेड़ से करीब 100 मीटर दूर राजन उल्टा पड़ा दिखाई दिया। लेकिन उसके पास जाने से सब डर रहे थे। गांव वाले बोले- वो मारने के लिए ही आया था
ग्रामीण सुरेंद्र ने बताया- राजन लड़की को मारने के इरादे से आया था। गोली मारने के बाद घर के पिछले रास्ते से जंगल की ओर भाग गया। करीब 30 मिनट तक सब उसको ढूंढते रहे। अचानक हल्ला हुआ कि राजन कृष्णवीर के खेत में छिपा हुआ है। पुलिस भी वहीं पहुंची थी। भीड़ उग्र थी, पुलिस ने उसे भी कंट्रोल किया। खुद आगे रही। ड्रोन भी उड़ाया। मगर कुछ पता नहीं चला। फिर पुलिस ने एक लड़के को पेड़ पर चढ़ाया। उसने बताया कि राजन उल्टा खेत में पड़ा है। पुलिस वालों ने भी पेड़ पर चढ़कर देखा। पुलिस राजन तक पहुंची। वो मर चुका था। उसकी तलाशी में कमर पर एक छोटा बैग बंधा हुआ था। उसमें एक तमंचा मिला। एक तमंचा उसके हाथ के पास पड़ा हुआ था। पैंट की जेब में सल्फास का पैकेट था, जो फटा हुआ था। प्रधान बोले- मैंने ही फोन करके पुलिस बुलाई
प्रधान मुशर्रफ ने बताया- गांव में पहल सिंह नाम का युवक रहता है। राजन उसके मामा का लड़का था। पहल सिंह की साली की बेटी से उसकी दोस्ती थी। कई बार पहले भी विवाद हुआ। थाना-पुलिस तक मामला पहुंचा। लेकिन तब मामला रफा-दफा हो गया। आज सुबह के करीब 10.22 बजे मैंने ही पुलिस को बुलाया था। करीब 10 मिनट में पुलिस पहुंची। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा- सभी एंगल से जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ‘मुझसे शादी करोगी?’ इसके जवाब में न सुनते ही लड़के ने गोली चला दी। निशाना सिर पर था, मगर कंपकपाते हाथों से चली गोली लड़की के चेहरे (गाल) के आर-पार हो गई। खून से लथपथ लड़की बिस्तर पर बेसुध होकर गिर जाती है। घटना सहारनपुर के नागला की है। जहां प्यार में पड़े लड़के ने घर में घुसकर लड़की को मौत के घाट उतार दिया। अब चश्मदीद मां की जुबानी, पूरी कहानी कमरे में मौजूद चश्मदीद गवाह लड़की की मां के मुताबिक, मैं अपनी बेटी के साथ घर के अंदर कमरे में सो रही थी। सुबह का वक्त था। कमरे में हल्की आहट सुनकर मेरी नींद खुल गई। मैंने देखा, बेड के पास एक लड़का बैठा है। डर की वजह से मेरी आवाज तक नहीं निकली। बेटी भी जाग गई। लड़के के हाथ में तमंचा था। लड़के ने बेटी से सवाल किया… तुम मुझसे शादी करोगी या नहीं। न जवाब देते ही उसने बेटी को गोली मार दी। मैं चीख पड़ी, लड़का कमरे से बाहर निकलकर भागा। मेरी चीख और गोली की आवाज सुनकर परिवार वाले दौड़े। वह खेतों की तरफ भागा। उसका पीछा किया गया। लोग बता रहे हैं लड़के ने खुदकुशी कर ली है। डेढ़ साल पहले शुरू हुई कहानी
दरअसल इस कहानी की शुरुआत करीब डेढ़ साल पहले होती है। लड़के का नाम राजन था। वह देवबंद के गांव भायला में रहता था। उसके परिवार में बड़ा भाई है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। परिवार में बंटवारा हो गया है। राजन की बुआ नागला में रहती थी। भात देने के लिए वह बुआ के घर आया जाया करता था। यही पर पहली बार उसने लड़की को देखा। गांव के लोगों के मुताबिक, दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। अक्सर दोनों एक-दूसरे के साथ आते-जाते भी दिखाई पड़ते थे। इसी बीच उनके प्रेम-प्रसंग की बातें भी लोगों के बीच चर्चा में आने लगीं। गांव वालों ने दोनों को आते-जाते देखा, तो लड़की की पढ़ाई छुड़वा दी
लड़की नागल के जनता इंटर कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। लड़की के घर वालों को जब लड़के से दोस्ती के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने लड़की की पढ़ाई छुड़वा दी। इधर राजन लड़की से मिलने की कोशिश करता रहा। वो लड़की के घर पर फोन भी करता। लड़की की मां के मुताबिक, राजन उनके दूर की रिश्तेदारी में भी था। वो कोई पक्की नौकरी नहीं करता था। कभी कुछ काम करता था, कभी कुछ। कभी-कभी नशा करके हंगामा भी करता था। इसलिए हम लोगों ने उसका लड़की से मिलना-जुलना बंद करवा दिया। इस बीच उसने मेरी बेटी से शादी करने का प्रस्ताव भी रखा। लेकिन हम लोगों को उसका रवैया पसंद नहीं था। हमारे परिवार ने शादी करने से इनकार कर दिया। हालांकि उसे यह लगता रहा कि मेरी बेटी से दोस्ती है, वो उससे शादी करेगी। लेकिन उसकी हरकतें देखकर मेरी बेटी ने भी शादी से इनकार कर दिया। इस वजह से वो मेरी बेटी और हमारे परिवार से गुस्सा रहता था। राजन को उसके भाई-रिश्तेदारों ने पीटा
गांव में यह कहानी तब सुर्खियों में आई, जब 22 अप्रैल को लड़की के परिवार वालों ने नागल थाने में राजन के खिलाफ तहरीर दी। कारण बताया गया कि वह उनकी लड़की को परेशान कर रहा है। लड़की के घर के पड़ोस में बुआ का घर है, जिनकी कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। बुआ का बेटा वहीं रहता है। थाने में दोनों परिवार के लोग पहुंचे। पंचायत हुई, भाई और रिश्तेदारों ने राजन की जिम्मेदारी ली। पुलिस के सामने कहा- अब वो परेशान नहीं करेगा। इसके बाद दोनों परिवारों में समझौता हो गया। बताया जाता है कि थाने से वापस आने के बाद राजन को उसके भाई और रिश्तेदारों ने पीटा भी था। मगर वो लड़की से शादी पर अड़ा हुआ था। चाचा बोले- 2 तमंचे लेकर आया था राजन
लड़की के चाचा आकाश कुमार ने बताया- हमें गोली की आवाज सुनाई दी थी। दौड़ते हुए भतीजी के कमरे तक पहुंचे, तो देखा उसके मुंह से खून निकल रहा है। भाभी भी चीख रही थीं। राजन का नाम सुनकर हम लोग बाहर की तरफ भागे। उसका पीछा भी किया। लेकिन वो तब तक गायब हो गया था। जिन लोगों ने राजन को भागते देखा, वो बता रहे थे कि उसके हाथ में 2 तमंचे थे। गांव वालों ने उसकी तलाश में घेराबंदी कर दी। हमें भतीजी को लेकर अस्पताल जाना था। तभी पुलिस आ गई। उन्होंने अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। कुछ देर बाद करीब 1 किमी दूर जंगल में लड़के ने खुद को भी गोली मार ली। वहीं उसकी मौत हो गई। पुलिस ने ड्रोन उड़ाया, पेड़ पर चढ़कर देखा, तब खेत में घुसी
पुलिस के मुताबिक, घटना के तुरंत बाद घटनास्थल पर पहुंच गए थे। हमने लड़की को नागल की CHC तक भिजवाया। बाकी पुलिस गांव के लोगों के साथ युवक की तलाश करने लगी। गांव के लोगों के हाथों में फावड़े और डंडे थे। पुलिस ने उन्हें खेत और जंगल की तरफ जाने नहीं दिया। गांव वाले भी डर रहे थे। क्योंकि राजन के पास 2 तमंचे थे। डर था कि कहीं वो किसी पर गोली न चला दे। गांव वालों ने बताया कि राजन को ढूंढने के लिए पुलिस ने ड्रोन की मदद भी ली। एक लड़के को भी पेड़ पर चढ़ाकर दिखवाया कि वह कहीं दिख जाए। पेड़ से करीब 100 मीटर दूर राजन उल्टा पड़ा दिखाई दिया। लेकिन उसके पास जाने से सब डर रहे थे। गांव वाले बोले- वो मारने के लिए ही आया था
ग्रामीण सुरेंद्र ने बताया- राजन लड़की को मारने के इरादे से आया था। गोली मारने के बाद घर के पिछले रास्ते से जंगल की ओर भाग गया। करीब 30 मिनट तक सब उसको ढूंढते रहे। अचानक हल्ला हुआ कि राजन कृष्णवीर के खेत में छिपा हुआ है। पुलिस भी वहीं पहुंची थी। भीड़ उग्र थी, पुलिस ने उसे भी कंट्रोल किया। खुद आगे रही। ड्रोन भी उड़ाया। मगर कुछ पता नहीं चला। फिर पुलिस ने एक लड़के को पेड़ पर चढ़ाया। उसने बताया कि राजन उल्टा खेत में पड़ा है। पुलिस वालों ने भी पेड़ पर चढ़कर देखा। पुलिस राजन तक पहुंची। वो मर चुका था। उसकी तलाशी में कमर पर एक छोटा बैग बंधा हुआ था। उसमें एक तमंचा मिला। एक तमंचा उसके हाथ के पास पड़ा हुआ था। पैंट की जेब में सल्फास का पैकेट था, जो फटा हुआ था। प्रधान बोले- मैंने ही फोन करके पुलिस बुलाई
प्रधान मुशर्रफ ने बताया- गांव में पहल सिंह नाम का युवक रहता है। राजन उसके मामा का लड़का था। पहल सिंह की साली की बेटी से उसकी दोस्ती थी। कई बार पहले भी विवाद हुआ। थाना-पुलिस तक मामला पहुंचा। लेकिन तब मामला रफा-दफा हो गया। आज सुबह के करीब 10.22 बजे मैंने ही पुलिस को बुलाया था। करीब 10 मिनट में पुलिस पहुंची। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा- सभी एंगल से जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर