सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के शिवलिंग पर जलाभिषेक के बाद अब मुरादाबाद की कुंदरकी से BJP प्रत्याशी रामवीर सिंह जालीदार टोपी पहने नजर आए। शनिवार को कुंदकरी में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का सम्मेलन था। इसमें भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे। इसमें महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान मुस्लिम मतदाताओं ने मंच पर रामवीर को टोपी पहनाई। रामवीर ने बड़ी सहजता से टोपी पहनी। फिर मुस्लिमों समुदाय के लोगों से मिलते नजर आए। इसके बाद मुस्लिम वोटर्स हाथ उठाकर कसम खाई। कहा- खुदा की कसम हम रामवीर को ही वोट देंगे। तस्वीरें देखिए… खबर में पोल भी है। इसमें हिस्सा लेकर राय दें। भाजपा प्रत्याशी बोले- दाढ़ी या तिलक से इंसान की पहचान नहीं
रामवीर ने कहा- कपड़े से इंसान की पहचान नहीं हो सकती। दाढ़ी या तिलक से इंसान को आप नहीं पहचान सकते। इंसान को उसके अंदरूनी व्यवहार और आचरण से आप पहचान सकते हैं। यूपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष कुंवर बासित अली रामवीर के साथ चुनाव प्रचार में घूम रहे हैं। उनका कहना है- रामपुर से भी अधिक मतों से कुंदरकी में भाजपा की ऐतिहासिक जीत होने जा रही है। क्योंकि यहां मुसलमान अपने मन से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आया है। इसके पीछे की वजह यह है कि रामवीर सिंह लंबे समय से इन लोगों के बीच काम कर रहे हैं। 2 दिन पहले नसीम मंदिर गई थीं… दिवाली पर नसीम वनखंडेश्वर मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा की, जलाभिषेक किया। मंदिर परिसर में दीये भी जलाए। इसके 18 घंटे बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने नसीम के खिलाफ फतवा जारी कर दिया। चलिए, अब मंदिर जाने वाले मुस्लिम नेताओं के बारे में पढ़ते हैं… 1. अफजाल अंसारी ने मंदिर में घंटा चढ़ाया था मौका था श्रावण मास के अंतिम सोमवार से ठीक पहले का। तारीख थी- 18 अगस्त, 2024। गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी अपने क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में पहुंचे। वहां उन्होंने दर्शन-पूजन किया। मंदिर में आने वालों भक्तों से मिले। करंडा क्षेत्र के परमेठ स्थित नवल नाथ बाबा के मंदिर पहुंचे। यहां घंटा चढ़ाया। इस दौरान उन्होंने शिवलिंग की भी पूजा की। अफजाल अंसारी किसी एक मंदिर में नहीं गए, बल्कि मौनी बाबा धाम, गंगा बाबा आश्रम स्थित मंदिरों में भी गए और वहां पूजा-अर्चना की। सियासी गलियारों में किसी ने इसे नफरत की राजनीति की काट बताया, तो किसी ने इसे स्टंट करार दिया था। 2. खुद को राम भक्त बताते हैं इमरान मसूद इमरान मसूद कांग्रेस, सपा और बसपा होते हुए फिर कांग्रेस में हैं। मौजूदा समय में सहारनपुर से सांसद हैं। इमरान खुद को राम भक्त बताते हैं। कहते हैं, राम उनके भी हैं। मंदिरों में जाने और दर्शन-पूजन से वह परहेज नहीं करते, बल्कि कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहते। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इमरान मसूद ने कहा था कि राम आस्था के प्रतीक हैं। भगवान को लाने वाला कोई नहीं, भगवान सभी को लाते हैं। चुनाव के वक्त इमरान ने देवबंद के सुंदरी देवी मंदिर में पूजा की थी। इसका बजरंग दल ने विरोध भी किया था। मंदिर के बाहर पोस्टर लगवा दिए थे। इसमें लिखा था- मंदिर में गैर हिंदू का प्रवेश वर्जित है। 3. मंदिर जाने पर ट्रोल हुई थीं इकरा हसन लोकसभा चुनाव में सपा ने शामली से इकरा हसन को प्रत्याशी बनाया था। चुनाव प्रचार करने उतरीं इकरा ने पहली स्पीच में ही शामली से वैष्णो देवी तक के लिए ट्रेन चलाने की मांग की थी। चुनाव जीतने के बाद लोकसभा में भी यह मुद्दा उठाया। यही नहीं, रविदास मंदिर दर्शन करने पहुंची थीं। इसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलर उनके पीछे पड़ गए थे। उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं और लोग उल्टे-सीधे कमेंट कर रहे थे। 4. अफजाल की बेटी ने की थी शिव मंदिर में पूजा लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अपने पिता के लिए प्रचार कर रही थीं। इस दौरान वह गाजीपुर के मंदिरों में गईं। तब उनकी एक फोटो तेजी के साथ वायरल हुई, जिसमें नुसरत शिवलिंग की पूजा करते हुए दिखाई दी थीं। आखिरी में कुंदरकी सीट का राजनीतिक समीकरण जानिए…
मुरादाबाद की कुंदरकी सीट मुस्लिम बहुल हैं। यहां करीब 60 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। इस सीट पर अभी तक 15 बार चुनाव हुआ है। इसमें से सिर्फ एक बार ही 1993 में भाजपा जीती है। पिछले तीन दशक की बात करें तो इस सीट पर सिर्फ तुर्क बिरादरी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की। कुंदरकी सीट पर तुर्क वोटों की संख्या करीब 80 हजार है। तीन दशक से कुंदरकी सीट पर सपा-बसपा के तुर्क नेता जीत दर्ज कर रहे हैं। लेकिन इस बार भाजपा चुनाव जीतने के एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इस बार यहां भाजपा-सपा के बीच टक्कर देखने को मिल रही है। यहां से सपा ने तीन बार के विधायक रह चुके हाजी रिजवान को प्रत्याशी बनाया है। …………… ये खबर भी पढ़िए… नसीम ही नहीं…इकरा-इमरान मसूद भी जा चुके हैं मंदिर:अफजाल ने भगवान शिव को घंटा चढ़ाया था; बेटी ने भी की थी पूजा सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के मंदिर जाने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद सियासत तेज हाे गई। कोई इसे चुनावी स्टंट बता रहा, तो कोई इसे शरीयत के खिलाफ बताकर फतवा जारी कर रहा है। हालांकि, मुस्लिम नेताओं के मंदिर जाने की बात नई नहीं है। पढ़िए पूरी खबर सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के शिवलिंग पर जलाभिषेक के बाद अब मुरादाबाद की कुंदरकी से BJP प्रत्याशी रामवीर सिंह जालीदार टोपी पहने नजर आए। शनिवार को कुंदकरी में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का सम्मेलन था। इसमें भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे। इसमें महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान मुस्लिम मतदाताओं ने मंच पर रामवीर को टोपी पहनाई। रामवीर ने बड़ी सहजता से टोपी पहनी। फिर मुस्लिमों समुदाय के लोगों से मिलते नजर आए। इसके बाद मुस्लिम वोटर्स हाथ उठाकर कसम खाई। कहा- खुदा की कसम हम रामवीर को ही वोट देंगे। तस्वीरें देखिए… खबर में पोल भी है। इसमें हिस्सा लेकर राय दें। भाजपा प्रत्याशी बोले- दाढ़ी या तिलक से इंसान की पहचान नहीं
रामवीर ने कहा- कपड़े से इंसान की पहचान नहीं हो सकती। दाढ़ी या तिलक से इंसान को आप नहीं पहचान सकते। इंसान को उसके अंदरूनी व्यवहार और आचरण से आप पहचान सकते हैं। यूपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष कुंवर बासित अली रामवीर के साथ चुनाव प्रचार में घूम रहे हैं। उनका कहना है- रामपुर से भी अधिक मतों से कुंदरकी में भाजपा की ऐतिहासिक जीत होने जा रही है। क्योंकि यहां मुसलमान अपने मन से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आया है। इसके पीछे की वजह यह है कि रामवीर सिंह लंबे समय से इन लोगों के बीच काम कर रहे हैं। 2 दिन पहले नसीम मंदिर गई थीं… दिवाली पर नसीम वनखंडेश्वर मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा की, जलाभिषेक किया। मंदिर परिसर में दीये भी जलाए। इसके 18 घंटे बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने नसीम के खिलाफ फतवा जारी कर दिया। चलिए, अब मंदिर जाने वाले मुस्लिम नेताओं के बारे में पढ़ते हैं… 1. अफजाल अंसारी ने मंदिर में घंटा चढ़ाया था मौका था श्रावण मास के अंतिम सोमवार से ठीक पहले का। तारीख थी- 18 अगस्त, 2024। गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी अपने क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में पहुंचे। वहां उन्होंने दर्शन-पूजन किया। मंदिर में आने वालों भक्तों से मिले। करंडा क्षेत्र के परमेठ स्थित नवल नाथ बाबा के मंदिर पहुंचे। यहां घंटा चढ़ाया। इस दौरान उन्होंने शिवलिंग की भी पूजा की। अफजाल अंसारी किसी एक मंदिर में नहीं गए, बल्कि मौनी बाबा धाम, गंगा बाबा आश्रम स्थित मंदिरों में भी गए और वहां पूजा-अर्चना की। सियासी गलियारों में किसी ने इसे नफरत की राजनीति की काट बताया, तो किसी ने इसे स्टंट करार दिया था। 2. खुद को राम भक्त बताते हैं इमरान मसूद इमरान मसूद कांग्रेस, सपा और बसपा होते हुए फिर कांग्रेस में हैं। मौजूदा समय में सहारनपुर से सांसद हैं। इमरान खुद को राम भक्त बताते हैं। कहते हैं, राम उनके भी हैं। मंदिरों में जाने और दर्शन-पूजन से वह परहेज नहीं करते, बल्कि कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहते। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इमरान मसूद ने कहा था कि राम आस्था के प्रतीक हैं। भगवान को लाने वाला कोई नहीं, भगवान सभी को लाते हैं। चुनाव के वक्त इमरान ने देवबंद के सुंदरी देवी मंदिर में पूजा की थी। इसका बजरंग दल ने विरोध भी किया था। मंदिर के बाहर पोस्टर लगवा दिए थे। इसमें लिखा था- मंदिर में गैर हिंदू का प्रवेश वर्जित है। 3. मंदिर जाने पर ट्रोल हुई थीं इकरा हसन लोकसभा चुनाव में सपा ने शामली से इकरा हसन को प्रत्याशी बनाया था। चुनाव प्रचार करने उतरीं इकरा ने पहली स्पीच में ही शामली से वैष्णो देवी तक के लिए ट्रेन चलाने की मांग की थी। चुनाव जीतने के बाद लोकसभा में भी यह मुद्दा उठाया। यही नहीं, रविदास मंदिर दर्शन करने पहुंची थीं। इसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलर उनके पीछे पड़ गए थे। उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं और लोग उल्टे-सीधे कमेंट कर रहे थे। 4. अफजाल की बेटी ने की थी शिव मंदिर में पूजा लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अपने पिता के लिए प्रचार कर रही थीं। इस दौरान वह गाजीपुर के मंदिरों में गईं। तब उनकी एक फोटो तेजी के साथ वायरल हुई, जिसमें नुसरत शिवलिंग की पूजा करते हुए दिखाई दी थीं। आखिरी में कुंदरकी सीट का राजनीतिक समीकरण जानिए…
मुरादाबाद की कुंदरकी सीट मुस्लिम बहुल हैं। यहां करीब 60 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। इस सीट पर अभी तक 15 बार चुनाव हुआ है। इसमें से सिर्फ एक बार ही 1993 में भाजपा जीती है। पिछले तीन दशक की बात करें तो इस सीट पर सिर्फ तुर्क बिरादरी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की। कुंदरकी सीट पर तुर्क वोटों की संख्या करीब 80 हजार है। तीन दशक से कुंदरकी सीट पर सपा-बसपा के तुर्क नेता जीत दर्ज कर रहे हैं। लेकिन इस बार भाजपा चुनाव जीतने के एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इस बार यहां भाजपा-सपा के बीच टक्कर देखने को मिल रही है। यहां से सपा ने तीन बार के विधायक रह चुके हाजी रिजवान को प्रत्याशी बनाया है। …………… ये खबर भी पढ़िए… नसीम ही नहीं…इकरा-इमरान मसूद भी जा चुके हैं मंदिर:अफजाल ने भगवान शिव को घंटा चढ़ाया था; बेटी ने भी की थी पूजा सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के मंदिर जाने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद सियासत तेज हाे गई। कोई इसे चुनावी स्टंट बता रहा, तो कोई इसे शरीयत के खिलाफ बताकर फतवा जारी कर रहा है। हालांकि, मुस्लिम नेताओं के मंदिर जाने की बात नई नहीं है। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर