हिसार में रिटायर्ड फौजी और डीसी कार्यालय में कार्यरत सेक्टर 1-4 निवासी राजकुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए परिजनों ने अग्रोहा मेडिकल में शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से भी मना दिया। मृतक राजकुमार फौजी ने सुसाइड करने से पहले लिखे गए नोट में मौत का जिम्मेदार दो महीनें पहले रिटायर हुए DSP अशोक कुमार, SHO जगदीश सिंह, ASI ऊषा, ASI फूल कुमार को ठहराया है। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। तो वहीं पुलिस ने भी डीएसपी सहित 10 लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 2018 में D ग्रुप में हुए थे भर्ती
सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर 1-4 निवासी 22 वर्षीय पंकज कुमार ने बताया कि हम दो बहन भाई हैं। मेरे पिता राजकुमार फौज से रिटायर्ड होने के बाद 2018 में D ग्रुप में भर्ती हुए थे। जिनकी ड्यूटी अब MA ब्रांच DC ऑफिस हिसार में लगी हुई थी। 23 अक्टूबर को दोपहर बाद 3.30 बजे मेरे पास पिता के साथी कर्मचारी रविन्द्र का फोन आया कि आपके पिता राजकुमार की हालात खराब है तुम ITI चौक ठेके के पास आ जाओ। पंकज ने बताया के जब वह ITI चौक ठेके के पास पहुंचा। तो वहां पर पिता राजकुमार कुर्सी पर बेहोशी की हालात में बैठे थे। उन्होंने उल्टी की हुई थी और रविन्द्र वहीं पास में खड़ा था। कुर्सी के नीचे जहरीली दवा का पैकेट और शीशी भी पड़ी थी। फिर वह पिता को इलाज के लिए निजी अस्पताल में लेकर गए। लेकिन तबीयत बिगड़ने पर पिता को लेकर अग्रोहा मेडिकल पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डीएसपी सहित 4 पुलिसकर्मी पर लगाए आरोप
पंकज कुमार के अनुसार, 2018 में HTM थाना में पिता राजकुमार के खिलाफ पुलिस के साथ लडाई-झगडा और कुछ मोहल्ले की 3 औरतें व दो अन्य की झूठी शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें पिता जेल भी गए थे। जिसकी जांच उस समय के DSP अशोक कुमार, SHO जगदीप सिंह, ASI ऊषा, ASI फुल कुमार ने की थी। जिसमें उन्होंने पिता को झूठे केस में फंसाया था और पिता के झूठे हस्ताक्षर भी किए थे। शिकायत में बताया है कि उस समय पुलिस थाना में जो घटना हुई थी उसमें अशोक कुमार की साजिश थी। उन्होंने पिता जी को धमकी भी दी और जातिसूचक गालियां भी दी थी। उन्होंने कहा था कि फौजी साहब तुम्हें मरने पर मजबूर कर दूंगा। वही जिसमें उक्त औरतें भी शामिल थी जब अशोक कुमार ने उस समय अपने पद का गलत इस्तेमाल किया था। मृतक के बेटे पंकज ने बताया कि पिता जी ने फौज से रिटायर्ड होने के बाद 1/4 हाउसिंग बोर्ड में फ्लैट परमजीत कौर से लिया था। जिसकी रजिस्ट्री और इंतकाल मेरी मम्मी के नाम थी। जिस फ्लैट के सम्बन्ध में बूढ़ा खेड़ा निवासी लालचंद बिश्नोई कहने लगा कि मैंने फ्लैट के 20 लाख रुपए दे रखे हैं। यह फ्लैट उसका हैं और वह पिता राजकुमार को तंग करता था और मम्मी शकुन्तला के खिलाफ केस भी कर रखा है। लालचंद पिता जी को बार-बार परेशान करता था। सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में पंकज ने बताया कि कुछ समय पहले कैंट निवासी जसबीर और उसके दोस्त पंडित जिनका ऑफिस और घर कैमरी रोड पर नाका के पास है। उन्होंने मेरे पिता जी को मुझे पंजाब में DSP लगवाने के नाम पर फंसा कर 25 लाख रुपए ले लिए। बाद में मुझे कनाडा या इंग्लैण्ड भेजने का झांसा देने लगे और रुपए की डिमांड करने लगे। जिस कारण इन सब वजह से पिता जी मानसिक तौर पर परेशान रहने लगे। अपने दो मकान बेच दिए। जहरीला पदार्थ पीने से पहले लिखा सुसाइड नोट
राजकुमार ने जहरीला पदार्थ पीने से पहले डीसी ऑफिस की सरकारी डाक बुक में लिखा। वहीं उसकी PDF बनाकर कई ग्रुप में भी डाली है, जिसमें रिटायर DSP अशोक कुमार, SHO जगदीप सिंह, ASI ऊषा, ASI फुल कुमार, 3 महिला और दो अन्य, लालचंद बिश्नोई, जसबीर और उसके दोस्त पंडित पर परेशान करने के आरोप लगाए है। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त सभी ने राजकुमार को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए है। फिलहाल पुलिस ने धारा 108 के तहत रिटायर डीएसपी अशोक कुमार, SHO जगदीप सिंह, ASI ऊषा, ASI फुल कुमार, 3 महिला व दो अन्य, लालचंद बिश्नोई, जसबीर और उसके दोस्त पंडित पर केस दर्ज किया है। हिसार में रिटायर्ड फौजी और डीसी कार्यालय में कार्यरत सेक्टर 1-4 निवासी राजकुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए परिजनों ने अग्रोहा मेडिकल में शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से भी मना दिया। मृतक राजकुमार फौजी ने सुसाइड करने से पहले लिखे गए नोट में मौत का जिम्मेदार दो महीनें पहले रिटायर हुए DSP अशोक कुमार, SHO जगदीश सिंह, ASI ऊषा, ASI फूल कुमार को ठहराया है। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। तो वहीं पुलिस ने भी डीएसपी सहित 10 लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 2018 में D ग्रुप में हुए थे भर्ती
सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर 1-4 निवासी 22 वर्षीय पंकज कुमार ने बताया कि हम दो बहन भाई हैं। मेरे पिता राजकुमार फौज से रिटायर्ड होने के बाद 2018 में D ग्रुप में भर्ती हुए थे। जिनकी ड्यूटी अब MA ब्रांच DC ऑफिस हिसार में लगी हुई थी। 23 अक्टूबर को दोपहर बाद 3.30 बजे मेरे पास पिता के साथी कर्मचारी रविन्द्र का फोन आया कि आपके पिता राजकुमार की हालात खराब है तुम ITI चौक ठेके के पास आ जाओ। पंकज ने बताया के जब वह ITI चौक ठेके के पास पहुंचा। तो वहां पर पिता राजकुमार कुर्सी पर बेहोशी की हालात में बैठे थे। उन्होंने उल्टी की हुई थी और रविन्द्र वहीं पास में खड़ा था। कुर्सी के नीचे जहरीली दवा का पैकेट और शीशी भी पड़ी थी। फिर वह पिता को इलाज के लिए निजी अस्पताल में लेकर गए। लेकिन तबीयत बिगड़ने पर पिता को लेकर अग्रोहा मेडिकल पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डीएसपी सहित 4 पुलिसकर्मी पर लगाए आरोप
पंकज कुमार के अनुसार, 2018 में HTM थाना में पिता राजकुमार के खिलाफ पुलिस के साथ लडाई-झगडा और कुछ मोहल्ले की 3 औरतें व दो अन्य की झूठी शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें पिता जेल भी गए थे। जिसकी जांच उस समय के DSP अशोक कुमार, SHO जगदीप सिंह, ASI ऊषा, ASI फुल कुमार ने की थी। जिसमें उन्होंने पिता को झूठे केस में फंसाया था और पिता के झूठे हस्ताक्षर भी किए थे। शिकायत में बताया है कि उस समय पुलिस थाना में जो घटना हुई थी उसमें अशोक कुमार की साजिश थी। उन्होंने पिता जी को धमकी भी दी और जातिसूचक गालियां भी दी थी। उन्होंने कहा था कि फौजी साहब तुम्हें मरने पर मजबूर कर दूंगा। वही जिसमें उक्त औरतें भी शामिल थी जब अशोक कुमार ने उस समय अपने पद का गलत इस्तेमाल किया था। मृतक के बेटे पंकज ने बताया कि पिता जी ने फौज से रिटायर्ड होने के बाद 1/4 हाउसिंग बोर्ड में फ्लैट परमजीत कौर से लिया था। जिसकी रजिस्ट्री और इंतकाल मेरी मम्मी के नाम थी। जिस फ्लैट के सम्बन्ध में बूढ़ा खेड़ा निवासी लालचंद बिश्नोई कहने लगा कि मैंने फ्लैट के 20 लाख रुपए दे रखे हैं। यह फ्लैट उसका हैं और वह पिता राजकुमार को तंग करता था और मम्मी शकुन्तला के खिलाफ केस भी कर रखा है। लालचंद पिता जी को बार-बार परेशान करता था। सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में पंकज ने बताया कि कुछ समय पहले कैंट निवासी जसबीर और उसके दोस्त पंडित जिनका ऑफिस और घर कैमरी रोड पर नाका के पास है। उन्होंने मेरे पिता जी को मुझे पंजाब में DSP लगवाने के नाम पर फंसा कर 25 लाख रुपए ले लिए। बाद में मुझे कनाडा या इंग्लैण्ड भेजने का झांसा देने लगे और रुपए की डिमांड करने लगे। जिस कारण इन सब वजह से पिता जी मानसिक तौर पर परेशान रहने लगे। अपने दो मकान बेच दिए। जहरीला पदार्थ पीने से पहले लिखा सुसाइड नोट
राजकुमार ने जहरीला पदार्थ पीने से पहले डीसी ऑफिस की सरकारी डाक बुक में लिखा। वहीं उसकी PDF बनाकर कई ग्रुप में भी डाली है, जिसमें रिटायर DSP अशोक कुमार, SHO जगदीप सिंह, ASI ऊषा, ASI फुल कुमार, 3 महिला और दो अन्य, लालचंद बिश्नोई, जसबीर और उसके दोस्त पंडित पर परेशान करने के आरोप लगाए है। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त सभी ने राजकुमार को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए है। फिलहाल पुलिस ने धारा 108 के तहत रिटायर डीएसपी अशोक कुमार, SHO जगदीप सिंह, ASI ऊषा, ASI फुल कुमार, 3 महिला व दो अन्य, लालचंद बिश्नोई, जसबीर और उसके दोस्त पंडित पर केस दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर