मेरठ के एक स्कूल में 1 बच्चे को नॉनवेज खिलाने का मामला आया है। स्कूल से लेकर थाने तक हंगामा हुआ। परिवार के लोग बच्चों को लेकर थाने पहुंचे। यहां दिव्यांग बच्चे ने जबरन नॉनवेज खिलाने की बात स्वीकार कर लिया। यह मामला वैद्यवाड़ा स्कूल का बताया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल को हिरासत में लिया है। बच्चा बोला- सर ने पैसे देकर हमसे मीट मंगाया
2 भाइयों में से बड़े भाई ने कहा- आज स्कूल लंच में आलू सोयाबीन की सब्जी आई थी। आज की सब्जी अच्छी नहीं थी, इसलिए मैंने एक रोटी सब्जी से खा ली। लेकिन मेरे दिव्यांग छोटे भाई ने 2 रोटी खाईं। फिर मुझे टीचर (प्रिंसिपल) ने कहा कि आज सब्जी अच्छी नहीं आई है। तुम एक काम करो, ये 100 रुपए लो और दुकान से जाकर मीट ले आओ। उन्होंने मुझे 100 रुपए दिए, मैं मीट ले आया। फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि तू खाएगा क्या? मैंने कहा – नहीं खाऊंगा। फिर उन्होंने मेरे भाई से पूछा खाएगा? तो मैंने कहा – ये भी नहीं खाएगा। तब सर बोले कि तू मत खा इसे खाने दे। फिर उन्होंने छोटे भाई को मीट खिलाया। छोटे भाई ने इशारों में बताया कि मीट कैसे खाया
उनके ऑफिस से निकलने के बाद हम क्लास गए। वहां से घर वापस आ गए। मेरा भाई मुंह ढककर कमरे में पंखे के नीचे लेट गया। मैंने पापा-मम्मी को ये बात बताई। फिर स्कूल में मामा पहुंचे। वहां हंगामा हुआ। जब पुलिस तक ये मामला पहुंचा। तब भाइयों के बयान हुए। छोटा भाई दिव्यांग है, वो ठीक से बोल भी नहीं सकता, लेकिन उसने इशारों से बताया कि उसने मीट कैसे खाया था। 2 बच्चों को ऑफर किया, 1 को खिलाया
स्कूल प्रिंसिपल मो. इकबाल पर आरोप लगने के बाद पुलिस उन्हें थाने लेकर आई। प्रिंसिपल के सामने दिव्यांग बच्चे ने स्वीकार किया कि उसको नॉनवेज खिलाया गया। यह स्कूल बेसिक शिक्षा विभाग का है। हिंदू संगठन तक मामला पहुंचने के बाद हंगामा हुआ। फिलहाल थाने में कोई लिखा पढ़त नहीं हुई है। बच्चों को दी नाम काटने की धमकी
हिंदू नेताओं ने पुलिस से कहा – आरोपी टीचर मुस्लिम है और जब हम लोग स्कूल पहुंचे, तब वह अपना नाम भी नहीं बता रहा था। जब बच्चों ने सारी बात बताई तो भी प्रिंसिपल अपनी गलती मानने को तैयार नहीं था। उसने बच्चों को धमकाया कि अगर किसी से मीट खाने की बात कही तो स्कूल से तुम्हारा नाम काट देंगे। मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से एक शिक्षक रामकुमार को भी स्कूल में बच्चों को मीट खिलाने की बात पर जांच के लिए भेजा गया है। यह भी पढ़े :- साइको किलर बोला- मुझे दूल्हा बनना है:महिला सिपाही की फोटो देख शादी को तैयार हुआ; पुलिसकर्मी दोस्त बनकर रहे तब कबूली हत्याएं बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। सीरियल किलर इन्हीं वजहों से 1 साल तक बचता रहा, लेकिन महिला सिपाही की एक फोटो और शादी के चक्कर में ऐसा फंसा कि खुद ही सब कुछ उगल दिया। भास्कर टीम ने इस केस पर काम करने वाले पुलिस अफसर और सर्च ऑपरेशन में लगे जवानों से बात की। पढ़िए साइको किलर को पकड़ने की दिलचस्प कहानी… मेरठ के एक स्कूल में 1 बच्चे को नॉनवेज खिलाने का मामला आया है। स्कूल से लेकर थाने तक हंगामा हुआ। परिवार के लोग बच्चों को लेकर थाने पहुंचे। यहां दिव्यांग बच्चे ने जबरन नॉनवेज खिलाने की बात स्वीकार कर लिया। यह मामला वैद्यवाड़ा स्कूल का बताया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल को हिरासत में लिया है। बच्चा बोला- सर ने पैसे देकर हमसे मीट मंगाया
2 भाइयों में से बड़े भाई ने कहा- आज स्कूल लंच में आलू सोयाबीन की सब्जी आई थी। आज की सब्जी अच्छी नहीं थी, इसलिए मैंने एक रोटी सब्जी से खा ली। लेकिन मेरे दिव्यांग छोटे भाई ने 2 रोटी खाईं। फिर मुझे टीचर (प्रिंसिपल) ने कहा कि आज सब्जी अच्छी नहीं आई है। तुम एक काम करो, ये 100 रुपए लो और दुकान से जाकर मीट ले आओ। उन्होंने मुझे 100 रुपए दिए, मैं मीट ले आया। फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि तू खाएगा क्या? मैंने कहा – नहीं खाऊंगा। फिर उन्होंने मेरे भाई से पूछा खाएगा? तो मैंने कहा – ये भी नहीं खाएगा। तब सर बोले कि तू मत खा इसे खाने दे। फिर उन्होंने छोटे भाई को मीट खिलाया। छोटे भाई ने इशारों में बताया कि मीट कैसे खाया
उनके ऑफिस से निकलने के बाद हम क्लास गए। वहां से घर वापस आ गए। मेरा भाई मुंह ढककर कमरे में पंखे के नीचे लेट गया। मैंने पापा-मम्मी को ये बात बताई। फिर स्कूल में मामा पहुंचे। वहां हंगामा हुआ। जब पुलिस तक ये मामला पहुंचा। तब भाइयों के बयान हुए। छोटा भाई दिव्यांग है, वो ठीक से बोल भी नहीं सकता, लेकिन उसने इशारों से बताया कि उसने मीट कैसे खाया था। 2 बच्चों को ऑफर किया, 1 को खिलाया
स्कूल प्रिंसिपल मो. इकबाल पर आरोप लगने के बाद पुलिस उन्हें थाने लेकर आई। प्रिंसिपल के सामने दिव्यांग बच्चे ने स्वीकार किया कि उसको नॉनवेज खिलाया गया। यह स्कूल बेसिक शिक्षा विभाग का है। हिंदू संगठन तक मामला पहुंचने के बाद हंगामा हुआ। फिलहाल थाने में कोई लिखा पढ़त नहीं हुई है। बच्चों को दी नाम काटने की धमकी
हिंदू नेताओं ने पुलिस से कहा – आरोपी टीचर मुस्लिम है और जब हम लोग स्कूल पहुंचे, तब वह अपना नाम भी नहीं बता रहा था। जब बच्चों ने सारी बात बताई तो भी प्रिंसिपल अपनी गलती मानने को तैयार नहीं था। उसने बच्चों को धमकाया कि अगर किसी से मीट खाने की बात कही तो स्कूल से तुम्हारा नाम काट देंगे। मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से एक शिक्षक रामकुमार को भी स्कूल में बच्चों को मीट खिलाने की बात पर जांच के लिए भेजा गया है। यह भी पढ़े :- साइको किलर बोला- मुझे दूल्हा बनना है:महिला सिपाही की फोटो देख शादी को तैयार हुआ; पुलिसकर्मी दोस्त बनकर रहे तब कबूली हत्याएं बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। सीरियल किलर इन्हीं वजहों से 1 साल तक बचता रहा, लेकिन महिला सिपाही की एक फोटो और शादी के चक्कर में ऐसा फंसा कि खुद ही सब कुछ उगल दिया। भास्कर टीम ने इस केस पर काम करने वाले पुलिस अफसर और सर्च ऑपरेशन में लगे जवानों से बात की। पढ़िए साइको किलर को पकड़ने की दिलचस्प कहानी… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर