यूपी के मेरठ में शनिवार शाम हुए हादसे में अब तक 6 की मौत हो गई। 5 लोगों को बाहर निकाला गया है। अभी 4 लोग मलबे में दबे हैं, जिनकी तलाश में SDRF और NDRF की टीम लगी है। 15 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही है। संकरी गली होने से बुलडोजर नहीं आ पा रहा। रुक-रुक बारिश हो रही है। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। हादसा शनिवार शाम 5.15 बजे लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी में हुआ था। 3 मंजिला घर ढह गया था। इसमें 15 लोग दब गए थे। शुरुआती जांच में सामने आया कि सिंगल पिलर पर तीन मंजिल का घर खड़ा था, जो लगभग 50 साल पुराना था। पिलर की कमजोर होने की वजह से हादसा हुआ। यूपी के मेरठ में शनिवार शाम हुए हादसे में अब तक 6 की मौत हो गई। 5 लोगों को बाहर निकाला गया है। अभी 4 लोग मलबे में दबे हैं, जिनकी तलाश में SDRF और NDRF की टीम लगी है। 15 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही है। संकरी गली होने से बुलडोजर नहीं आ पा रहा। रुक-रुक बारिश हो रही है। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। हादसा शनिवार शाम 5.15 बजे लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी में हुआ था। 3 मंजिला घर ढह गया था। इसमें 15 लोग दब गए थे। शुरुआती जांच में सामने आया कि सिंगल पिलर पर तीन मंजिल का घर खड़ा था, जो लगभग 50 साल पुराना था। पिलर की कमजोर होने की वजह से हादसा हुआ। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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फर्राटेदार अंग्रेजी, M.Tech इंजीनियर और यूनिवर्सिटी के टॉपर, महाकुंभ में सबसे अलग हैं यह नागा संत
फर्राटेदार अंग्रेजी, M.Tech इंजीनियर और यूनिवर्सिटी के टॉपर, महाकुंभ में सबसे अलग हैं यह नागा संत <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025 News:</strong> प्रयागराज महाकुंभ में वैसे तो हजारों की संख्या में नागा संन्यासियों ने डेरा जमा लिया है, लेकिन निरंजनी अखाड़े के नागा संत दिगंबर कृष्ण गिरि इस भीड़ में सबसे अलग हैं. वह अखाड़े के बाहर सड़क किनारे छोटे से तंबू में धूनी रमाकर साधना करते हुए नजर आते हैं, लेकिन जब फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं तो सुनने वाले दांतों तले उंगलियां दबा लेते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल दिगंबर कृष्ण गिरि एम टेक इंजीनियर है, कर्नाटक यूनिवर्सिटी के टॉपर रहे हैं, लेकिन पंद्रह साल पहले हरिद्वार में नागा साधुओं के वैभव और उनकी आध्यात्मिकता से प्रभावित होकर मल्टीनेशनल कंपनी के सालाना 40 लाख रुपए पैकेज वाली नौकरी को छोड़ दिया और संन्यास की दीक्षा ले ली.</p>
<p style=”text-align: justify;”>55 साल के नागा संन्यासी दिगंबर कृष्ण गिरि मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं. कर्नाटक यूनिवर्सिटी से ही उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. वह एम टेक में टॉपर थे, उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में नौकरी की. साल 2010 में उन्हें सालाना 40 लाख रुपये का पैकेज मिला हुआ था. यानी हर महीने तकरीबन साढ़े तीन लाख रुपए तनख्वाह मिलती थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अपने हाथों से किया अपना पिंडदान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2010 में जब हरिद्वार में कुंभ का आयोजन हो रहा था, तब उन्हें एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में वहां जाने का मौका मिला था. यहां वह नागा संन्यासियों के धर्म के प्रति उनके समर्पण से इतना प्रभावित हुए कि इन्होंने सुख सुविधा और वैभव वाली नौकरी को छोड़कर बाकी का बचा हुआ जीवन सनातन को समर्पित करने का फैसला कर लिया. पहले उन्होंने कुछ दिनों शैव संप्रदाय के निरंजनी अखाड़े के नागा संतो के बीच उनकी सेवा करते हुए बिताया, फिर खुद भी सब कुछ त्याग कर जीते जी अपने हाथों अपना पिंडदान करते हुए संन्यास की दीक्षा ले ली.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिगंबर कृष्ण गिरि महाकुंभ में अपने निरंजनी अखाड़े के साथ ही कई दूसरे अखाड़ों की पेशवाई में भी शामिल हो चुके हैं. उन्होंने जिस जगह अपना डेरा जमाया है, वहां हर वक्त धूनी जमी रहती हैं. धूनी में हर वक्त भगवान भोलेनाथ का अस्त्र त्रिशूल गड़ा रहता है. दिगंबर कृष्ण गिरि के मुताबिक नौकरी में रहते हुए उनके पास तमाम सुख सुविधा थी. पैसों की कोई कमी नहीं थी, लेकिन शांति और सुकून नहीं था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सन्यास धारण करने के बाद उन्हें फक्कड़ जिंदगी बितानी पड़ रही है, लेकिन जिंदगी पूरी तरह आनंदित और उल्लासित करती है. अब ना तो कुछ पाने की लालसा है और ना ही कुछ खोने का गम. उनके मुताबिक परिवार वालों से संबंध सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित रह गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साधुओं की भीड़ में आम नागाओं की तरह आते हैं नजर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बहरहाल दिगंबर कृष्ण गिरि महाकुंभ में नागा साधुओं की भीड़ में आम नागाओं की तरह ही नजर आते हैं. पूरा दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना में बीतता है. खुद के बीते हुए जीवन के बारे में ना तो किसी को बताते हैं और ना ही उस बारे में ज्यादा चर्चा करना पसंद करते हैं. उनका कहना है कि वह शस्त्र और शास्त्र दोनों में पारंगत हैं. बाकी का बचा हुआ जीवन भी सनातन की सेवा और उसकी रक्षा करने में बिताना चाहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाकुंभ में होने वाले तीनों शाही स्नान का बेसब्री से इंतजार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उनके मुताबिक बीता हुआ जीवन छोड़ने को लेकर उन्हें कोई पछतावा नहीं है. उन्हें महाकुंभ में होने वाले तीनों शाही स्नान का बेसब्री से इंतजार है. दिगंबर कृष्ण गिरि के पुराने जीवन के बारे में जो लोग जानते हैं, वह उनके साथ फोटो खिंचाना चाहते हैं. सेल्फी लेते हैं और उनके बारे में चर्चा करते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/lucknow-family-murder-case-police-releases-poster-accused-mohammad-badr-and-announced-reward-2859103″>लखनऊ हत्याकांड: 5 हत्याओं के आरोपी मोहम्मद बदर का पुलिस ने जारी किया पोस्टर, इनाम की भी घोषणा</a></strong></p>
Mukesh Sahani Father Murder: मुकेश सहनी के पिता के हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ? जानें 10 बड़ी बातें
Mukesh Sahani Father Murder: मुकेश सहनी के पिता के हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ? जानें 10 बड़ी बातें <p style=”text-align: justify;”><strong>Mukesh Sahani Father Murder:</strong> बिहार की सियासत में मंगलवार की सुबह बुरी खबर लेकर आई. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की हत्या की सूचना से हड़कंप मच गया. मुकेश सहनी के पिता की बेरहमी हत्या कर दी गई थी. इस वारदात के बाद दरभंगा से लेकर पटना तक पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस शव को जब्त कर सभी बिंदुओं पर जांच में जुट गई. सीएम नीतीश खुद इस मामले में पुलिस आलाधिकारी को निर्देश दिए. साथ ही इस मुद्दे पर बिहार की सियासत भी गरमा गई. नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. वहीं, अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ है? सबकुछ 10 प्वाइंट में जानिए.</p>
<ul style=”text-align: justify;”>
<li style=”text-align: justify;”>1. विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के 72 वर्षीय पिता जीतन सहनी की अज्ञात अपराधियों ने सोमवार की देर रात हत्या कर दी. मंगलवार की सुबह इनका शव दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के सुपौल बाजार स्थित उनके आवास से बरामद किया गया.</li>
<li style=”text-align: justify;”>2. इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस छानबीन में जुट गई. सीएम नीतीश के निर्देश के बाद पुलिस ने एसआईटी का गठन कर जांच शुरू कर दी. </li>
<li style=”text-align: justify;”>3. सीसीटीवी के फुटेज की जांच के बाद दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. फोरेंसिक टीम और श्वान दस्ते की टीम भी घटनास्थल पहुंच कर जांच की. लोगों से इस मामले में किसी प्रकार की सूचना देने के लिए दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नंबर भी जारी किए गए हैं.</li>
<li style=”text-align: justify;”>4. घटना की जांच को लेकर एडीजी पुलिस मुख्यालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि कमरे के भीतर तीन गिलास भी पाया गया है, इनमें कुछ तरल पदार्थ पाए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है. घर में तीन बाइक भी मिली हैं. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर एक आलमारी मिली है. वहां से कुछ रुपये और कागजात भी बरामद किये गये हैं. इन सबकी जांच की जा रही है.</li>
<li style=”text-align: justify;”>5. एसआईटी प्रमुख दरभंगा ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक काम्या मिश्रा ने बताया कि चोरी का विरोध करने पर हत्या हुई या राजनीतिक कारणों से हत्या हुई? इसकी पुष्टि हम लोग अभी नहीं कर सकते हैं. हो सकता है हत्या का कारण कोई तीसरा एंगल हो. सभी एंगल से जांच की जा रही है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी देंगे. एक बार जांच हो जाए. हत्याकांड के कई सबूत मिले हैं. जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा. </li>
<li style=”text-align: justify;”>6. वहीं, पिता की हत्या की खबर सुनकर पूर्व मंत्री मुकेश सहनी मुंबई से पटना और फिर दरभंगा पहुंचे. पिता का शव देखकर सहनी भावुक हो गए. मुकेश सहनी ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट किया है. </li>
<li style=”text-align: justify;”>7. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुकेश सहनी से बात की और इस घटना पर शोक संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी.</li>
<li style=”text-align: justify;”>8. विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मुकेश सहनी के पिताजी की अपराधियों द्वारा निर्मम हत्या की दुखद खबर सुन स्तब्ध एवं मर्माहत हूं. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘प्रदेश में आतंक का राज स्थापित हो चुका है. निरंतर कह रहा हूं कि बिहार की डबल इंजन की सरकार में सत्ता संपोषित, सत्ता संरक्षित और सत्ता प्रायोजित सरकारी अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि वो जब चाहें, जहां चाहें, जैसे चाहें, कैसे भी, किसी की भी हत्या कर सकते है.'</li>
<li style=”text-align: justify;”>वहीं, इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a>, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा सहित प्रदेश के करीब सभी नेताओं ने मुकेश सहनी को फोन कर सांत्वना व्यक्त की.</li>
<li style=”text-align: justify;”>9. इस हत्याकांड को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि सुबह सात बजे के करीब लोगों को पता चला कि यह वारदात हुई है. इसके बाद प्रशासन को सूचना दी गई. प्रशासन की तरफ से अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच में लग गए. ग्रामीणों ने बताया कि मुकेश सहनी के पिता का स्वभाव बहुत अच्छा था. उनकी किसी से कोई लड़ाई भी नहीं थी. ग्रामीणों ने बताया कि इस इलाके में इस तरह की घटना आज तक कभी नहीं घटी.</li>
<li style=”text-align: justify;”>10. दरभंगा जिले के सुपौल बिरौल बाजार में मंगलवार की रात में जीतन सहनी का दाह संस्कार हुआ. बड़े बेटे मुकेश सहनी ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री हरि सहनी, मदन सहनी सहित कई दलों के विधायक और नेता मौजूद रहे. इससे पहले गांव के लोगों ने जीतन सहनी को अश्रुपूर्ण नेत्रों से अंतिम विदाई दी.</li>
</ul>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/mukesh-sahani-father-jitan-sahani-killed-bihar-sit-starts-solving-murder-mystery-police-found-red-box-2738984″>जीतन सहनी हत्याकांड: लाल बक्से में बंद है खूनी खेल का ‘राज’? जानिए DIG बाबू राम ने क्या कहा</a></strong></p>
पूर्व कांग्रेस विधायक सतकार कौर पर आरोप तय:2022 दर्ज हुआ था आय से अधिक संपत्ति का मामला, विजिलेंस ब्यूरो ने दर्ज किया था मुकदमा
पूर्व कांग्रेस विधायक सतकार कौर पर आरोप तय:2022 दर्ज हुआ था आय से अधिक संपत्ति का मामला, विजिलेंस ब्यूरो ने दर्ज किया था मुकदमा फिरोजपुर ग्रामीण से पूर्व कांग्रेस विधायक सतकार कौर और उनके पति जसमेल सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में आरोप तय कर दिए गए हैं। यह आरोप फिरोजपुर जिला न्यायालय द्वारा तय किए गए हैं। विजिलेंस ने इस संबंध में मुकदमा चलाने के लिए पहले विधानसभा अध्यक्ष से अनुमति ली थी। उसके बाद अब विजिलेंस की ओर से उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हालांकि अब उन्हें जमानत मिल गई है। इससे पहले वह करीब 120 दिन जेल में रह चुकी हैं। विजिलेंस ने 2022 में शुरू की जांच विजिलेंस जांच में पता चला है कि सतकार कौर की वर्ष 2017 से 2022 के दौरान कुल आय 1,65,34,053 रुपये है, जबकि उन्होंने उस अवधि के दौरान 4,49,19, 831.41 रुपये खर्च किए हैं। जिसमें विधायक और उनके पति 2,83,85,778,41 रुपये अधिक आय दिखाने में विफल रहे हैं। दोनों ने अपनी आय से 171.78 करोड़ रुपये अधिक खर्च किए पाए गए। विजिलेंस ने यह जांच 17 जनवरी 2022 से शुरू की थी। जब वह विधायक बनीं, तब उनकी आय 7.05 लाख थी विजिलेंस ने 18 सितंबर 2023 को सतकार कौर को गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। सतकार कौर जब 2017 में विधायक चुनी गईं, तब उनके और उनके पति के पास 7.05 लाख रुपये की संपत्ति थी। लेकिन पांच साल बाद उनकी संपत्ति में काफी इजाफा हुआ।