मेरठ में मुस्लिम जोगी को हिंदूवादी संगठनों ने पकड़ा:हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता; बोला-मेरा गुनाह इतना मैं अपने नंदी के सहारे भीख मांगकर घर चलाता हूं

मेरठ में मुस्लिम जोगी को हिंदूवादी संगठनों ने पकड़ा:हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता; बोला-मेरा गुनाह इतना मैं अपने नंदी के सहारे भीख मांगकर घर चलाता हूं

मेरठ में मुस्लिम जोगी को हिंदूवादी संगठनों ने बदमाश समझकर पकड़ लिया। हिंदूवादी नेताओं ने बैल के साथ घूमते व्यक्ति से उसका नाम पूछा। नाम नौशाद बताने पर उसे अपराधी समझकर पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया। नौशाद उर्फ भूरे हाथ जोड़कर जनता से अपील करता रहा वो जोगी है, भिक्षा मांगकर गुजारा करता है। उसे बख्श दें लेकिन किसी ने उसकी बात नही ंसुनी। बता दें कि अभी 7 दिन पहले ही मेरठ में नाथ अखाड़े के 3 साधुओं को भाजपाइयों ने मुस्लिम और बच्चा चोर समझकर पकड़ा। उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। लेकिन पुलिस जांच में तीनों साधु सही निकले। अब सोमवार को एक मुस्लिम जोगी को पकड़कर उसे अपराधी समझकर पुलिस को सौंप दिया। सुनिए पकड़े गए नौशाद ने क्या कहा आज मैं हनुमानपुरी सूरजकुंड जानवरों के अस्पताल के पीछे घूमकर भिक्षा मांग रहा था। यहां सालों से हम सामान मांगकर गुजारा करते आ रहे हैं। गली नंबर 4 श्याम नगर लिसाड़ी गेट में रहता हूं। मैं बुरा आदमी नहीं हूं, मैं अपराधी नहीं हूं, मुझे छोड़ दो, मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं। मेरा गांव फिरोजपुर है। मेरा आपराधिक रिकार्ड हो तो मेरी गर्दन काट देना, लेकिन मैं बुरा आदमी नहीं हूं। नौशाद ने कहा कि मैं मुस्लिम जोगी हूं, मेरा नाम नौशाद उर्फ भूरे हैं। मेरी 7-8 पीढ़ी यही काम कर रही हैं। हम नंदी बैल को लेकर घूमते हैं और घूमकर भिक्षावृत्ति करते हैं, मांगते हैं और उसी से गुजारा चलता है। मेरे घर में मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनको पालने का मेरे पास बस यही एक साधन ये नंदी बाबा है। मेरे पिताजी बीमार हैं उनके दोनों पैर खराब हैं इसलिए अब मैं ही नंदी को लेकर घूमता हूं। गलियों में जाकर लोगों से कुछ खाद्य सामग्री मांगकर घर चलाता हूं। कहा कि मेरे आधार कार्ड में नाम गलत था इसलिए मुझे दूसरा कार्ड बनवाना पड़ा। जो भी चाहे वो मेरे साथ उस दुकान पर चलें और मेरी जांच करा लें। मैं सही बोल रहा हूं। आज तक मेरा कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं हैं। मेरा कहीं किसी थाने में भी नाम नहीं हैं। लेकिन मुझे परेशान किया जा रहा है। आगे कहा कि आधार कार्ड उसने श्याम नगर मेरठ में ही दुकान से बनवाया था। जहां उसने 150 रुपए देकर ये आधार कार्ड बनवाया था। उसकी थैली में केला, आटा और चंद फल मिले। सूरजकुंड चौकी पर रोते, रोते उसने अपनी व्यथा बताई। कहा आज सावन का पहला सोमवार था इसलिए नंदी को लेकर मांगने के लिए चला आया था। 8 दिन पहले साधुओं के साथ हुई बर्बरता की खबर भी पढिए…. मेरठ में नाथ अखाड़ा के साधुओं की पिटाई:बच्चा चोर बता चलाए लाठी-डंडे, पुलिस ने पहले घटना से मना किया, फिर 3 युवकों को अरेस्ट मेरठ में मुस्लिम जोगी को हिंदूवादी संगठनों ने बदमाश समझकर पकड़ लिया। हिंदूवादी नेताओं ने बैल के साथ घूमते व्यक्ति से उसका नाम पूछा। नाम नौशाद बताने पर उसे अपराधी समझकर पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया। नौशाद उर्फ भूरे हाथ जोड़कर जनता से अपील करता रहा वो जोगी है, भिक्षा मांगकर गुजारा करता है। उसे बख्श दें लेकिन किसी ने उसकी बात नही ंसुनी। बता दें कि अभी 7 दिन पहले ही मेरठ में नाथ अखाड़े के 3 साधुओं को भाजपाइयों ने मुस्लिम और बच्चा चोर समझकर पकड़ा। उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। लेकिन पुलिस जांच में तीनों साधु सही निकले। अब सोमवार को एक मुस्लिम जोगी को पकड़कर उसे अपराधी समझकर पुलिस को सौंप दिया। सुनिए पकड़े गए नौशाद ने क्या कहा आज मैं हनुमानपुरी सूरजकुंड जानवरों के अस्पताल के पीछे घूमकर भिक्षा मांग रहा था। यहां सालों से हम सामान मांगकर गुजारा करते आ रहे हैं। गली नंबर 4 श्याम नगर लिसाड़ी गेट में रहता हूं। मैं बुरा आदमी नहीं हूं, मैं अपराधी नहीं हूं, मुझे छोड़ दो, मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं। मेरा गांव फिरोजपुर है। मेरा आपराधिक रिकार्ड हो तो मेरी गर्दन काट देना, लेकिन मैं बुरा आदमी नहीं हूं। नौशाद ने कहा कि मैं मुस्लिम जोगी हूं, मेरा नाम नौशाद उर्फ भूरे हैं। मेरी 7-8 पीढ़ी यही काम कर रही हैं। हम नंदी बैल को लेकर घूमते हैं और घूमकर भिक्षावृत्ति करते हैं, मांगते हैं और उसी से गुजारा चलता है। मेरे घर में मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनको पालने का मेरे पास बस यही एक साधन ये नंदी बाबा है। मेरे पिताजी बीमार हैं उनके दोनों पैर खराब हैं इसलिए अब मैं ही नंदी को लेकर घूमता हूं। गलियों में जाकर लोगों से कुछ खाद्य सामग्री मांगकर घर चलाता हूं। कहा कि मेरे आधार कार्ड में नाम गलत था इसलिए मुझे दूसरा कार्ड बनवाना पड़ा। जो भी चाहे वो मेरे साथ उस दुकान पर चलें और मेरी जांच करा लें। मैं सही बोल रहा हूं। आज तक मेरा कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं हैं। मेरा कहीं किसी थाने में भी नाम नहीं हैं। लेकिन मुझे परेशान किया जा रहा है। आगे कहा कि आधार कार्ड उसने श्याम नगर मेरठ में ही दुकान से बनवाया था। जहां उसने 150 रुपए देकर ये आधार कार्ड बनवाया था। उसकी थैली में केला, आटा और चंद फल मिले। सूरजकुंड चौकी पर रोते, रोते उसने अपनी व्यथा बताई। कहा आज सावन का पहला सोमवार था इसलिए नंदी को लेकर मांगने के लिए चला आया था। 8 दिन पहले साधुओं के साथ हुई बर्बरता की खबर भी पढिए…. मेरठ में नाथ अखाड़ा के साधुओं की पिटाई:बच्चा चोर बता चलाए लाठी-डंडे, पुलिस ने पहले घटना से मना किया, फिर 3 युवकों को अरेस्ट   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर