मेरठ में सिलेंडर लीक होने से लगी आग, 6 झुलसे:खाना बनाते समय हुआ हादसा; घायलों में मां-पिता और 4 बच्चे शामिल

मेरठ में सिलेंडर लीक होने से लगी आग, 6 झुलसे:खाना बनाते समय हुआ हादसा; घायलों में मां-पिता और 4 बच्चे शामिल

मेरठ में सोमवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। टीपीनगर के मुल्ताननगर शेखपुरा में सहदेव का परिवार किराए के मकान में रहता हैं। सहदेव सीमेंट के गोदाम में मजदूरी करता है। सोमवार को घर की रसोई में रखे सिलेंडर से गैस रिसाव हो रहा था। सहदेव के घर में अचानक गैस सिलेंडर लीक होने से आग लग गई। इसमें सहदेव उसकी पत्नी ज्योति और 4 बच्चे शिवा, शिवम, खुशी और पवन सभी झुलस गए। सभी घायलों को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ब्रिगेड, पुलिस टीम मौके पर पहुंची। टीपी नगर थाना प्रभारी ने बताया-घर में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर में गैस लीक हुई। अचानक आग लग गई। नया सिलेंडर लगा रहा था
पुलिस ने बताया-सहदेव रसोई में गैस खत्म होने पर नया सिलेंडर लगा रहा था। अचानक उससे सिलेंडर की पिन ज्यादा कट गई। पिन कटने से सिलेंडर से तेजी से गैस का रिसाव होने लगा। किचन छोटी सी थी। इसलिए तेजी से सिलेंडर की गैस पूरे किचन में फैल गई। किचन से गैस कमरों में फैलने लगी। वहीं पास ही भगवान का मंदिर रखा था। मंदिर में दीपक जल रहा था। जैसे ही सिलेंडर से गैस फैली तो दीपक के संपर्क में आने से अचानक गैस ने आग पकड़ ली। पूरी रसोई में आग फैल गई। रसोई में आग भड़कती देख सहदेव की पत्नी ज्योति तुरंत पति को बचाने रसोई की तरफ दौड़ी। तो, आग ने ज्योति को भी अपनी चपेट में ले लिया। मम्मी-पापा भी आग की चपेट में आ गए
बच्चों ने जब मम्मी-पापा की चीख पुकार सुनी और रसोई में आग भड़कती देखी तो बच्चे भी रसोई की ओर दौड़ पड़े। बच्चे मम्मी, पापा को बचाने अचानक रसोई की ओर भागे वो भी चपेट में आ गए। पूरे घर में चीख पुकार मच गई। पड़ोसियों ने जैसे ही सहदेव और परिवार के चीखने की आवाजें सुनी तो उस ओर भागे। देखा तो गैस की तीखी गंध उठ रही थी। साथ ही आग की लपटें भी उठ रही थी। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को बुलाया। किसी तरह छहों लोगों को आग से बाहर निकाला और मेडिकल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। मोहल्ले के लोगों ने आग पर डाला पानी सहदेव के बेटे 13 वर्षीय शिवा, 10 वर्षीय शिवम, 8 वर्षीय खुशी और 6 वर्षीय पवन भी आग की चपेट में आ गए। लोगों ने बताया कि सहदेव और ज्योति दोनों ही आग की लपटों से भागने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन चारों बच्चों को घिरा देखकर भाग नहीं पाए। हालांकि मोहल्ले के लोगों की भीड़ ने पानी डालकर आग पर काबू पाया। मेरठ में सोमवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। टीपीनगर के मुल्ताननगर शेखपुरा में सहदेव का परिवार किराए के मकान में रहता हैं। सहदेव सीमेंट के गोदाम में मजदूरी करता है। सोमवार को घर की रसोई में रखे सिलेंडर से गैस रिसाव हो रहा था। सहदेव के घर में अचानक गैस सिलेंडर लीक होने से आग लग गई। इसमें सहदेव उसकी पत्नी ज्योति और 4 बच्चे शिवा, शिवम, खुशी और पवन सभी झुलस गए। सभी घायलों को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ब्रिगेड, पुलिस टीम मौके पर पहुंची। टीपी नगर थाना प्रभारी ने बताया-घर में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर में गैस लीक हुई। अचानक आग लग गई। नया सिलेंडर लगा रहा था
पुलिस ने बताया-सहदेव रसोई में गैस खत्म होने पर नया सिलेंडर लगा रहा था। अचानक उससे सिलेंडर की पिन ज्यादा कट गई। पिन कटने से सिलेंडर से तेजी से गैस का रिसाव होने लगा। किचन छोटी सी थी। इसलिए तेजी से सिलेंडर की गैस पूरे किचन में फैल गई। किचन से गैस कमरों में फैलने लगी। वहीं पास ही भगवान का मंदिर रखा था। मंदिर में दीपक जल रहा था। जैसे ही सिलेंडर से गैस फैली तो दीपक के संपर्क में आने से अचानक गैस ने आग पकड़ ली। पूरी रसोई में आग फैल गई। रसोई में आग भड़कती देख सहदेव की पत्नी ज्योति तुरंत पति को बचाने रसोई की तरफ दौड़ी। तो, आग ने ज्योति को भी अपनी चपेट में ले लिया। मम्मी-पापा भी आग की चपेट में आ गए
बच्चों ने जब मम्मी-पापा की चीख पुकार सुनी और रसोई में आग भड़कती देखी तो बच्चे भी रसोई की ओर दौड़ पड़े। बच्चे मम्मी, पापा को बचाने अचानक रसोई की ओर भागे वो भी चपेट में आ गए। पूरे घर में चीख पुकार मच गई। पड़ोसियों ने जैसे ही सहदेव और परिवार के चीखने की आवाजें सुनी तो उस ओर भागे। देखा तो गैस की तीखी गंध उठ रही थी। साथ ही आग की लपटें भी उठ रही थी। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को बुलाया। किसी तरह छहों लोगों को आग से बाहर निकाला और मेडिकल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। मोहल्ले के लोगों ने आग पर डाला पानी सहदेव के बेटे 13 वर्षीय शिवा, 10 वर्षीय शिवम, 8 वर्षीय खुशी और 6 वर्षीय पवन भी आग की चपेट में आ गए। लोगों ने बताया कि सहदेव और ज्योति दोनों ही आग की लपटों से भागने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन चारों बच्चों को घिरा देखकर भाग नहीं पाए। हालांकि मोहल्ले के लोगों की भीड़ ने पानी डालकर आग पर काबू पाया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर