मेरठ के सदर बाजार थाना क्षेत्र स्थित सदर बाजार में दो साल की बच्ची की हत्या की गई है। परिजनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका जताते हुए हत्या का आरोप लगाया है। बच्ची का शव आबूनाले में पड़ा मिला है। वहीं शव मिलने के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया है। पुलिस मौके पर जांच के लिए पहुंची है। देर रात की घटना बताई जा रही है। वहीं इस पूरे मामले में फिलहाल पुलिस ने रेस्टोरेंट में काम करने वाला एक युवक हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ कर रही है। झुग्गी में घुसकर बच्ची को उठा लाया पूरा मामला सदर थाना क्षेत्र का है। यहां योगेंद्र हाट झुग्गी झोपड़ियों में कुछ परिवार रहते हैं। घटना देर रात डेढ़ से दो बजे के आसपास की बताई जा रही है। बच्ची के परिजनों ने बताया कि रात को इलाके में रहने वाला व्यक्ति शराब के नशे में झुग्गी में घुस गया। आरोपी परिवार के साथ सोती हुई 2 साल की बच्ची को उठाकर भाग गया। तुरंत घरवालों की नींद खुली उस आदमी के पीछे भागे। लेकिन वो रुका नहीं, बाद में उसने बच्ची को नाले में ंफेंक दिया। सुबह बच्ची का शव नाले से बरामद हुआ है। आरोपी किसी होटल में काम करता है। फिलहाल पुलिस ने मोइश नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि 2 साल की बच्ची का शव नाले में मिला है। दुष्कर्म, हत्या सहित जो भी आरोप हैं उनकी जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। एक व्यक्ति को हिरासत में ंलिया है। मेरठ के सदर बाजार थाना क्षेत्र स्थित सदर बाजार में दो साल की बच्ची की हत्या की गई है। परिजनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका जताते हुए हत्या का आरोप लगाया है। बच्ची का शव आबूनाले में पड़ा मिला है। वहीं शव मिलने के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया है। पुलिस मौके पर जांच के लिए पहुंची है। देर रात की घटना बताई जा रही है। वहीं इस पूरे मामले में फिलहाल पुलिस ने रेस्टोरेंट में काम करने वाला एक युवक हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ कर रही है। झुग्गी में घुसकर बच्ची को उठा लाया पूरा मामला सदर थाना क्षेत्र का है। यहां योगेंद्र हाट झुग्गी झोपड़ियों में कुछ परिवार रहते हैं। घटना देर रात डेढ़ से दो बजे के आसपास की बताई जा रही है। बच्ची के परिजनों ने बताया कि रात को इलाके में रहने वाला व्यक्ति शराब के नशे में झुग्गी में घुस गया। आरोपी परिवार के साथ सोती हुई 2 साल की बच्ची को उठाकर भाग गया। तुरंत घरवालों की नींद खुली उस आदमी के पीछे भागे। लेकिन वो रुका नहीं, बाद में उसने बच्ची को नाले में ंफेंक दिया। सुबह बच्ची का शव नाले से बरामद हुआ है। आरोपी किसी होटल में काम करता है। फिलहाल पुलिस ने मोइश नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि 2 साल की बच्ची का शव नाले में मिला है। दुष्कर्म, हत्या सहित जो भी आरोप हैं उनकी जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। एक व्यक्ति को हिरासत में ंलिया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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आगरा में ऑन डिमांड बनता था हर ब्रांड का नकली-घी:फोन पर ऑर्डर, अमूल-पतंजलि के नाम से सप्लाई; 1000 क्विंटल खपा चुके
आगरा में ऑन डिमांड बनता था हर ब्रांड का नकली-घी:फोन पर ऑर्डर, अमूल-पतंजलि के नाम से सप्लाई; 1000 क्विंटल खपा चुके आगरा में 3 बीघा एरिया में फैक्ट्री बनाकर नकली देसी घी बनाई जा रही थी। फैक्ट्री के मालिक ऑन कॉल ऑर्डर लेते थे। फिर डिमांड के हिसाब से बड़े ब्रांड की पैकिंग में नकली घी सप्लाई करते थे। यहां 18 ब्रांड के नाम की पैकिंग की जाती थी। फैक्ट्री में काम करने वाले सिर्फ 5 लोग हैं। लेकिन मालिकों का संपर्क 5 राज्यों में है। एक साल में 1000 क्विंटल से ज्यादा नकली घी सप्लाई करने की बात सामने आई है। पढ़िए कैसे बनता था नकली घी, किन ब्रांड का और कहां-कहां होती थी सप्लाई, पूरी रिपोर्ट… प्राइम लोकेशन में चलती थी फैक्ट्री
ताजगंज में शमसाबाद रोड के पास मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के बीच में एक बड़ी जमीन में टीन शेड का गोदाम है। यहां पर सुबह सदर और ताजगंज पुलिस ने मिलकर छापा मारा। बड़ी मात्रा में नकली देसी घी बनता हुआ मिला। गोदाम में घुसने पर पहले घी के बड़े-बड़े ड्रम रखे मिले। इसके अलावा बॉयलर, पैकिंग मशीन रखी थीं। अंदर अमूल, पारस, पतंजलि समेत अन्य बड़े ब्रांड के घी की पैकिंग थी। इन डिब्बों और टिन में एक ही ड्रम से घी भरा जा रहा था। दूसरे गोदाम में रॉ मैटीरियल
गोदाम से आगे दूसरे गोदाम में पुलिस को नकली देसी घी बनाने का रॉ मैटीरियल मिला। इस गोदाम में बड़ी संख्या में रिफाइंड और वनस्पति घी रखा था। इसके अलावा रिफाइंड की करीब 400 खाली टिन भी रखी थीं।यूरिया और ऐसेंस भी मिला। तीसरे गोदाम में तैयार माल और रॉ मैटेरियल रखा था। एफएसडीए की टीम ने मौके से 13 सैंपल लिए हैं। इन्हें जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। बेरोजगार थे, इसलिए गलत काम करने लगे
पुलिस ने मौके से मैनेजर और चार कर्मचारियों को पकड़ा। मैनेजर ने बताया कि वो 6 माह से यहां पर नौकरी कर रहे हैं। जब पुलिस ने उससे पूछा कि गलत काम करने में डर नहीं लगा तो उसने कहा कि उसके पास कोई नौकरी नहीं थी, इसलिए यहां पर नौकरी करने लगा। ग्वालियर के रहने वाले हैं फर्म संचालक
मैनेजर ने पुलिस को बताया कि फर्म का लाइसेंस ग्वालियर में लिया गया है। इसके संचालक नीरज अग्रवाल, पंकज अग्रवाल और ब्रजेश अग्रवाल हैं। इनका मधु सुगंध के नाम पर अपना ब्रांड है। इस ब्रांड की आड़ में ही प्रमुख ब्रांड के नकली घी का गोरधंधा चल रहा था। वो अपने ब्रांड के एक्सपायरी घी को भी नकली घी में ही खपा देते हैं। ऑन डिमांड चलता है बिजनेस
मैनेजर ने बताया कि संचालक उनके मोबाइल पर ही ब्रांड के हिसाब से घी पैकिंग करने का ऑर्डर भेजते थे। उस ऑर्डर के हिसाब से ही वो लेवल चिपका कर पैकिंग कर देते थे। जिस डीलर को जिस ब्रांड के नकली घी की जरूरत होती थी, वो बस मोबाइल पर ऑर्डर देता था, उसके ऑर्डर के हिसाब से ही पैकिंग कर माल को ट्रक में लोड कर भेज दिया जाता था। एक साल से चल रही फैक्ट्री
पूछताछ में सामने आया है कि आगरा में नकली घी की फैक्ट्री करीब एक साल से चल रही थी। एक अनुमान के मुताबिक हर माह 100 क्विंटल नकली घी की सप्लाई होती थी। उस हिसाब से अब तक करीब 1000 क्विंटल नकली घी को बाजार में खपाया जा चुका है। मैनेजर के मोबाइल से पुलिस को वह डाटा मिला है जिनको नकली घी की सप्लाई की जा रही थी। उनकी डिमांड भी सामने आई है। मुनाफे के लिए सेहत से खिलवाड़
पूछताछ में सामने आया है कि नकली घी तैयार करने में करीब 200 रुपए प्रति किलो का खर्चा आता है। इसमें वनस्पति घी, रिफाइंड, पाम ऑयल, यूरिया और एसेंस मिलाया जाता है। सबको एक अनुपात में मिलकार बॉयलर में गर्म किया जाता था। इसके बाद इनको ड्रमों में भर लिया जाता था। इनकी आधा किलो, एक किलो, 5 और 15 किलो की पैकिंग की जाती थी। इसके बाद नकली घी को बाजार में डीलरों को साढे़ 350 रुपए किलो तक बेचा जाता था। डीलर इसे रिटेल में अलग-अलग ब्रांड के रेट के अनुसार, 550 से 650 रुपए तक में बेचते हैं। किडनी-लिवर हो सकते हैं खराब
नकली घी खाने से किडनी और लिवर खराब हो सकते हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉ. अजीत चाहर का कहना है कि लंबे समय तक इनके इस्तेमाल से किडनी, लिवर खराब हो सकते हैं। पेट खराब होने, उल्टियां और पेट दर्द तो आम बात है। डॉ. सुनील बंसल का कहना है कि पाम ऑयल से वैसे कोई नुकसान नहीं है। बस यह सैचुरेटेड फैट होता है। लंबे समय तक खाने से कोलेस्टेरॉल बढ़ता है। इससे दिल और दिमाग संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं यूरिया के सेवन से (5 से 10 साल तक) लिवर और किडनी पर असर होता है। तुरंत प्रभाव में पेट खराब होता है। इन ब्रांडों के मिले हैं स्टीकर
अमूल प्योर घी, पतंजलि काउज घी, कृष्णा घी, मधुसूदन घी, अनिक, परम घी, माडर्न डेरीज, रीयल गोल्ड गाय घी, अमूल बटर, प्योर इट, भदावर देशी घी, रीयल गोल्ड, पारस, मधु सुगंध। यहां हो रही थी सप्लाई
मेरठ, जयपुर, प्रयागराज, बनारस, सिरसा हरियाणा, लखीमपुर, पूर्णिया बिहार, गाजीपुर, नजीबाबाद, रुद्रपुर उत्तराखंड, जम्मू, गाजीपुर, भरतपुर, ग्वालियर। —————————————— इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़े:- आगरा में पतंजलि-अमूल के नाम से नकली घी की फैक्ट्री :175 में तैयार कर 650 रुपए किलो बेचते आगरा में नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई है। लंबे समय से चल रही फैक्ट्री में पतंजलि और अमूल जैसे देश के 18 बड़े ब्रांड का स्टिकर लगाकर पैकिंग की जाती थी। इसके बाद इसे यूपी के अलावा राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में सप्लाई कर दिया जाता था। नकली घी को बनाने में यूरिया, पॉम ऑयल और परफ्यूम जैसे सेहत के लिए नुकसानदायक सामान का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस ने फैक्ट्री से करीब 2500 किलो रॉ मटेरियल और नकली घी बरामद किया है। खाद्य विभाग की टीम मौके पर है। डिब्बों के सैंपल लिए जा रहे हैं। कई बड़ी कंपनियों के नाम के स्टिकर भी मिले हैं। मामला ताजगंज थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर
दिल्ली में आग लगने से 7 बच्चों की मौत पर CM केजरीवाल ने जताई गंभीर चिंता, जानें- क्या कहा?
दिल्ली में आग लगने से 7 बच्चों की मौत पर CM केजरीवाल ने जताई गंभीर चिंता, जानें- क्या कहा? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Baby Care Center Fire:</strong> दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर में भीषण आग घटना में सात बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा, ‘बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है. इस हादसे में जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया, उनके साथ हम सब खड़े हैं.’ </p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम ने कहा कि घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं. घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। इस हादसे में जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया उनके साथ हम सब खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। घटना के कारणों की जाँच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का… <a href=”https://t.co/eJuj2y9b1w”>https://t.co/eJuj2y9b1w</a></p>
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) <a href=”https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/1794576835197706744?ref_src=twsrc%5Etfw”>May 26, 2024</a></blockquote>
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</p>
<p style=”text-align: justify;”>किसी बख्शा नहीं जाएगा – सौरभ भारद्वाज दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने, स्वास्थ्य सचिव से इस घटना के बारे में डिटेल जानकारी देने को कहा है. इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. लापरवाही बरतने वाले या किसी भी गलत कार्य में शामिल पाए जाने वालों को सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी. दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर शनिवार (25 मई) की देर रात आग लगने से 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई. इस दर्दनाक हादसे के बाद से इलाके में कोहराम मचा है. पीड़ितों का रो—रोकर बुरा हाल है. दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग के अनुसार उन्हें शनिवार देर रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर इसकी सूचना मिली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसी को बख्शा नहीं जाएगा – सौरभ भारद्वाज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने, स्वास्थ्य सचिव से इस घटना के बारे में डिटेल जानकारी देने को कहा है. इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. लापरवाही बरतने वाले या किसी भी गलत कार्य में शामिल पाए जाने वालों को सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर शनिवार (25 मई) की देर रात आग लगने से 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई. इस दर्दनाक हादसे के बाद से इलाके में कोहराम मचा है. पीड़ितों का रो-रोकर बुरा हाल है. दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग के अनुसार उन्हें शनिवार देर रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर इसकी सूचना मिली थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi Weather Today: सावधान! दिल्ली वालों को 30 मई तक झुलसाएगा सूरज, जानलेवा गर्मी के साथ लू का रेड अलर्ट” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-imd-weather-forecast-dangerous-heatwave-red-alert-strong-wind-and-loo-till-30th-may-2024-2698922″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi Weather Today: सावधान! दिल्ली वालों को 30 मई तक झुलसाएगा सूरज, जानलेवा गर्मी के साथ लू का रेड अलर्ट</a></strong></p>
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अनिल विज बोले- कुछ लोग सिस्टम नहीं समझते:परिवहन विभाग में पुलिस की एंट्री पर बोले- ट्रेनिंग अलग हुई, तिकड़म करके बने अफसर
अनिल विज बोले- कुछ लोग सिस्टम नहीं समझते:परिवहन विभाग में पुलिस की एंट्री पर बोले- ट्रेनिंग अलग हुई, तिकड़म करके बने अफसर हरियाणा परिवहन विभाग में प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि सिविल और पुलिस अधिकारियों की ट्रेनिंग अलग-अलग होती है। इसलिए सिद्धांत यही कहता है कि पुलिस और सिविल को अपने-अपने विभाग में ड्यूटी करनी चाहिए, लेकिन कुछ लोग तिकड़म करके सिविल पदों पर आकर बैठ गए हैं। वे सिस्टम को नहीं समझते। इसलिए मैंने पत्र लिखकर कहा कि यह ठीक नहीं है। जिसके बाद उन्हें हटाया जा रहा है। कुछ को हटाया गया है और कुछ को हटाया जाएगा। खट्टर ने HPS अफसरों को लगाया था RTA परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत आने के बाद खट्टर सरकार में RTA के पदों पर गैर HCS अफसरों की तैनाती का ताना-बाना तैयार किया गया था। क्योंकि, विजिलेंस ब्यूरो ने RTA के पदों पर लगे कई HCS अफसरों को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान परिवहन विभाग की कमान वरिष्ठ IPS अफसर शत्रुजीत कपूर के हाथों में थी। इसलिए, कपूर ने नया प्रयोग करते हुए RTA के पदों पर HCS के अलावा HPS व अन्य महकमों के क्लास वन अफसरों की तैनाती का प्रस्ताव तैयार किया था। यही नहीं, MVO के पदों पर पुलिस इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर की तैनाती की गई थी। विज ये कर रहे विभाग में बदलाव अनिल विज के परिवहन मंत्री बनने के बाद रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RTA) व अन्य पदों पर तैनात पुलिस अफसरों व कर्मियों को हटाने की कवायद शुरू की है। पहली प्रक्रिया में मोटर व्हीकल अफसर (MVO) के तौर पर तैनात पुलिस इंस्पेक्टरों को वापस किया गया है।विभाग के नए प्रस्ताव में पहले की तरह विभागीय कर्मियों की ही तैनाती की जा रही। जबकि RTA के पदों पर HCS अफसरों को तैनात करने की सिफारिश की गई है। मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री रहते हुए परिवहन विभाग में RTA के पदों पर गैर HCS RTA लगाए थे। ऐसे में गैर HCS का मामला खत्म करने के लिए फिर से नियमों में बदलाव करना पड़ेगा। एक IPS की परिवहन विभाग से छुट्टी हुई परिवहन मंत्री अनिल विज के चीफ सेक्रेटरी को लिखे लेटर के बाद IAS अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट में परिवहन विभाग के प्रधान सचिव IPS अफसर नवदीप सिंह विर्क की छुट्टी कर दी गई थी। नवदीप विर्क को अब खेल विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। परिवहन विभाग में उनके स्थान पर सीनियर IAS अफसर अशोक खेमका को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) लगाया गया। सरकार के पहले-दूसरे टर्म में रहा था विवाद मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री रहते हुए अनिल विज काफी चर्चा में रहे। BJP सरकार के पहले कार्यकाल 2014 से 2019 के दौरान अनिल विज ने अपने महकमों में CMO के हस्तक्षेप पर नाराजगी जताई थी। उस दौरान विज की आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री को CMO के एक अफसर से स्वास्थ्य महकमा वापस लेना पड़ गया था।सरकार के दूसरे टर्म में विज का उनके साथ विवाद रहा। खट्टर ने साल 2020 में विज से CID विभाग का चार्ज वापस ले लिया था। इसके बाद साल 2021 में विज से शहरी स्थानीय निकाय विभाग वापस ले लिया गया। इसके अलावा पूर्व DGP मनोज यादव की एक्सटेंशन को लेकर भी दोनों में विवाद हो गया था।