भास्कर न्यूज | जालंधर राज्यभर में स्थित बीएड कॉलेजों में एडमिशन के लिए पहले राउंड की काउंसलिंग की फाइनल मेरिट लिस्ट जारी कर दी गई है। इसके लिए उम्मीदवारों को 31 अगस्त तक अलॉट किए गए संस्थानों में रिपोर्ट करनी होगी। तीनों यूनिवर्सिटी के 203 कॉलेजों में एडमिशन होंगी। इनमें पीयू चंडीगढ़ के तहत 60, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के तहत 50 और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के तहत 96 एजुकेशन कॉलेजिस में एडमिशन होंगी। पिछले साल कुल 206 कॉलेजों में एडमिशन हुई थीं। इनमें पीयू चंडीगढ़ के तहत 60 कॉलेजों की 7280, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के तहत 49 कॉलेजों की 4700 और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के तहत 96 कॉलेजों की 11375 सीटों पर दाखिला मिलेगा। बीएड कॉलेजों में 90 सीटें मैनेजमेंट कोटा के तहत भरी जाती हैं। इसमें भी 85 फीसदी सीटें पंजाब कोटा के तहत और 15 फीसदी सीटें ऑल इंडिया कोटा के तहत रखी जाती हैं। दूसरी तरफ बीएड में दाखिले के लिए उम्मीदवारों के इस साल प्रवेश के लिए दो काउंसलिंग सत्र होंगे और काउंसलिंग की पूरी प्रक्रिया एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी। पहले राउंड के बाद उम्मीदवारों के लिए सेकेंड राउंड की काउंसलिंग में हिस्सा लेने के लिए खाली सीटों की लिस्ट 27 अगस्त को डिस्पले कर दी गई हैं। दूसरी काउंसलिंग के दौरान ही सीटों की शिफ्टिंग की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए उम्मीदवारों एक सितंबर तक काउंसलिंग के दूसरे दौर के बाद खाली रहने वाली सीटों के मामले में उन्हें कॉमन एंट्रेंस टेस्ट क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवारों और किसी भी स्ट्रीम में 50 फीसदी अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को मौका दिया जाएगा। कॉलेज का आवंटन अधिकृत विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन/ऑफलाइन काउंसलिंग के माध्यम से किया जाएगा। सेकेंड राउंड सीट हासिल करने वाले उम्मीदवारों को 5 से 7 सितंबर तक कॉलेजों में रिपोर्ट करना होगा। सेकेंड राउंड की काउंसलिंग के बाद बाकी सीटों को मैनेजमेंट कोटा के जरिये भरा जाएगा। इसके तहत सेल्फ फाइनांस्ड कॉलेजों में सीटें भरी जाएंगी। सेकेंड राउंड में सीट अलॉटमेंट के बाद ही इसके बारे में प्रबंधन कोटा सीटों का विज्ञापन जारी किया जाएगा। इसके तहत अॉनलाइन आवेदन की प्रकिया 9 से 16 सितंबर तक चलेगी। भास्कर न्यूज | जालंधर राज्यभर में स्थित बीएड कॉलेजों में एडमिशन के लिए पहले राउंड की काउंसलिंग की फाइनल मेरिट लिस्ट जारी कर दी गई है। इसके लिए उम्मीदवारों को 31 अगस्त तक अलॉट किए गए संस्थानों में रिपोर्ट करनी होगी। तीनों यूनिवर्सिटी के 203 कॉलेजों में एडमिशन होंगी। इनमें पीयू चंडीगढ़ के तहत 60, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के तहत 50 और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के तहत 96 एजुकेशन कॉलेजिस में एडमिशन होंगी। पिछले साल कुल 206 कॉलेजों में एडमिशन हुई थीं। इनमें पीयू चंडीगढ़ के तहत 60 कॉलेजों की 7280, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के तहत 49 कॉलेजों की 4700 और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के तहत 96 कॉलेजों की 11375 सीटों पर दाखिला मिलेगा। बीएड कॉलेजों में 90 सीटें मैनेजमेंट कोटा के तहत भरी जाती हैं। इसमें भी 85 फीसदी सीटें पंजाब कोटा के तहत और 15 फीसदी सीटें ऑल इंडिया कोटा के तहत रखी जाती हैं। दूसरी तरफ बीएड में दाखिले के लिए उम्मीदवारों के इस साल प्रवेश के लिए दो काउंसलिंग सत्र होंगे और काउंसलिंग की पूरी प्रक्रिया एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी। पहले राउंड के बाद उम्मीदवारों के लिए सेकेंड राउंड की काउंसलिंग में हिस्सा लेने के लिए खाली सीटों की लिस्ट 27 अगस्त को डिस्पले कर दी गई हैं। दूसरी काउंसलिंग के दौरान ही सीटों की शिफ्टिंग की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए उम्मीदवारों एक सितंबर तक काउंसलिंग के दूसरे दौर के बाद खाली रहने वाली सीटों के मामले में उन्हें कॉमन एंट्रेंस टेस्ट क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवारों और किसी भी स्ट्रीम में 50 फीसदी अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को मौका दिया जाएगा। कॉलेज का आवंटन अधिकृत विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन/ऑफलाइन काउंसलिंग के माध्यम से किया जाएगा। सेकेंड राउंड सीट हासिल करने वाले उम्मीदवारों को 5 से 7 सितंबर तक कॉलेजों में रिपोर्ट करना होगा। सेकेंड राउंड की काउंसलिंग के बाद बाकी सीटों को मैनेजमेंट कोटा के जरिये भरा जाएगा। इसके तहत सेल्फ फाइनांस्ड कॉलेजों में सीटें भरी जाएंगी। सेकेंड राउंड में सीट अलॉटमेंट के बाद ही इसके बारे में प्रबंधन कोटा सीटों का विज्ञापन जारी किया जाएगा। इसके तहत अॉनलाइन आवेदन की प्रकिया 9 से 16 सितंबर तक चलेगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बिक्रम मजीठिया का भगवंत मान पर हमला:बोले- गुरप्रीत हरिनौ हत्याकांड में गैंगस्टरों का इस्तेमाल हुआ, पंजाब सरकार कर रही बचाव
बिक्रम मजीठिया का भगवंत मान पर हमला:बोले- गुरप्रीत हरिनौ हत्याकांड में गैंगस्टरों का इस्तेमाल हुआ, पंजाब सरकार कर रही बचाव शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंजाब की भगवंत मान सरकार पर तीखा हमला बोला। मजीठिया ने आरोप लगाया कि गुरप्रीत हरिनौ हत्याकांड में नवजोत और अनमोल नामक दो शूटरों का इस्तेमाल किया गया, जो कुख्यात गैंगस्टर अर्श डल्ला से जुड़े हुए हैं। बिक्रम मजीठिया ने कहा कि जतिंदर भंगू वही व्यक्ति है जो कभी अमृतपाल सिंह के साथ देखा गया था, जब अमृतपाल की गिरफ्तारी हुई थी। अब वही भंगू मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ दिखाई दे रहा है। मजीठिया ने सवाल उठाया कि क्या यह कोई “फिक्स मैच” तो नहीं है? उन्होंने यह भी दावा किया कि भगवंत मान सरकार अब अमृतपाल सिंह को संरक्षण दे रही है, ताकि वह अन्य मामलों में फंसने से बच सके। मजीठिया ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि राज्य सरकार ऐसे व्यक्तियों और गैंगस्टरों को बचा रही है, जो कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन चुके हैं। सरकारी कर्मचारी की वायरल वीडियो
मजीठिया ने एक वीडियो का भी जिक्र किया जिसमें एक सरकारी कर्मचारी और जतिंदर भंगू नजर आ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी भंगू ने एक समय में कलेर को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके आधार पर मजीठिया ने कहा कि पंजाब सरकार गैंगस्टरों के साथ मिली हुई है और उन्हें संरक्षण प्रदान कर रही है। अमृतपाल सिंह से जुड़े मामलों पर भी सवाल
बिक्रम मजीठिया ने बताया कि अमृतपाल सिंह के पिता ने हाल ही में वायरल हुई एक ऑडियो क्लिप को एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से निर्मित बताया था। मजीठिया ने सवाल उठाया कि यदि ऐसा है तो पुलिस को इस ऑडियो की फॉरेंसिक जांच अवश्य करनी चाहिए थी। साथ ही, मजीठिया ने एक वीडियो जारी किया और दावा किया कि अमृतपाल के बड़े भाई इसमें नशा कर रहा है। इसके बाद सुखप्रीत सिंह हरिनौ की एक ऑडियो क्लिप भी जारी की, जिसमें वह अमृतपाल सिंह के बारे में बातचीत करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद एक वीडियो भी दिखाया गया जिसमें अमृतपाल सिंह के पिता अपने बड़े बेटे हरप्रीत की गिरफ्तारी पर आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने उनके बेटे को झूठे आरोपों में फंसाया है।

पंजाब में नहीं दिखाई गई फिल्म ‘इमरजेंसी’:PVR ने 80 थिएटरों में शो रोके; कंगना रनोट बोलीं- यह कला और कलाकार का उत्पीड़न
पंजाब में नहीं दिखाई गई फिल्म ‘इमरजेंसी’:PVR ने 80 थिएटरों में शो रोके; कंगना रनोट बोलीं- यह कला और कलाकार का उत्पीड़न बॉलीवुड एक्टर एवं हिमाचल के मंडी से BJP सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी शुक्रवार को रिलीज हो गई। पहले ही दिन पंजाब में सिख संगठन इसके विरोध में उतर आए। अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और मोहाली में थिएटर्स के बाहर सिख संगठनों के सदस्य काले झंडे लेकर विरोध किया। राज्य के किसी भी थिएटर में फिल्म नहीं दिखाई गई। PVR ग्रुप के 70 से 80 थिएटरों पर ये फिल्म दिखाई जानी थी, विरोध के बाद इन थिएटरों पर फिल्म नहीं लगी। लॉ स्टूडेंट सफल हरप्रीत सिंह की तरफ से कंगना को कानूनी नोटिस भेजा गया है, जिसमें 5 दिन में पूरे पंजाब व सिख कम्युनिटी से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर वे लीगल नोटिस का जवाब नहीं देतीं, तो इस मामले में कानून का सहारा लेंगे। उधर, कंगना ने X पर लिखा- ‘यह पूरी तरह से कला और कलाकार का उत्पीड़न है। पंजाब से कई शहरों से खबरें आ रही हैं कि ये लोग इमरजेंसी को चलने नहीं दे रहे। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। चंडीगढ़ में पढ़ाई और बड़े होने के बाद मैंने सिख धर्म को करीब से देखा और उसका पालन किया है। यह मेरी छवि खराब करने और मेरी फिल्म इमरजेंसी को नुकसान पहुंचाने के लिए सरासर झूठ और दुष्प्रचार है।’ SGPC का सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ और सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। इसके बाद ही शुक्रवार को सिख संगठनों ने PVR सिनेमा के बाहर प्रदर्शन किया। SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने गुरुवार को पंजाब CM भगवंत मान को लेटर भी लिखा था। लेटर में धामी ने कहा था- ‘इमरजेंसी’ को पंजाब में बैन किया जाए। फिल्म में 1975 के आपातकाल के दौरान सिखों और उनके संघर्ष को जैसा दिखाया गया है, वह इतिहास से मेल नहीं खाता और सिखों की गलत छवि बना रहा है। धामी का आरोप है, फिल्म में सिखों के बलिदान और योगदान को नजरअंदाज किया गया। उन्हें नकारात्मक दिखाया गया। सिखों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पंजाब में फिल्म रिलीज रोकी जाए।’ पंजाब व केंद्र सरकार को भेजा पत्र SGPC के सेक्रेटरी प्रताप सिंह ने कहा- ‘आज पंजाब में कंगना की फिल्म इमरजेंसी रिलीज न किए जाने को लेकर भारत सरकार और पंजाब सरकार को पत्र भेजा गया था। लेकिन सरकारों ने ऐसा कुछ नहीं किया। कल भी SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को पत्र लिखकर सिनेमाघरों में फिल्म न दिखाए जाने की मांग की थी। फिल्म को रोकने के लिए सिख जत्थों ने प्रदर्शन किया। अमृतसर के तीनों सिनेमा घरों में फिल्म नहीं रिलीज की जा रही है। हमारी कौम ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं। मगर इस फिल्म में सिखों को गलत दिखाया गया है। इससे पंजाब का माहौल खराब हो सकता है।’ कंगना रनोट ने कहा था- फिल्म में सिखों का अपमान नहीं कंगना रनोट ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उनकी फिल्म में सिख समुदाय के प्रति किसी भी तरह की अपमानजनक बात नहीं कही गई है। उन्होंने दावा किया कि ‘इमरजेंसी’ ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है और इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में लगे आपातकाल के दौरान की सच्चाई को दिखाने का प्रयास किया गया है। बांग्लादेश में बैन हो चुकी फिल्म फिल्म के पहले रिलीज किए गए ट्रेलर में पंजाब के आतंकवाद के दौर के साथ-साथ बांग्लादेश की आजादी के दौर को भी दिखाया गया था। जिसके चलते ये फिल्म बांग्लादेश में बैन हो चुकी है। ट्रेलर में आतंकवाद, ऑपरेशन ब्लू स्टार और जरनैल सिंह भिंडरांवाला के बारे में कोई सीन नहीं दिखाया गया। इसके बावजूद SGPC ने फिल्म को बैन करने की मांग रखी। SGPC ने कहा कि फिल्म रिलीज से पहले उसे किसी भी धार्मिक संस्था से पास नहीं करवाया गया। SGPC को फिल्म के इन सीन पर आपत्ति फिल्म में 1975-77 के दौरान इंदिरा गांधी के पीएम रहते हुए लगाए गए आपातकाल के समय की घटनाओं को दिखाया गया है। खासतौर पर इसमें सिखों के खिलाफ हुई ज्यादतियों, गोल्डन टेंपल पर सेना की कार्रवाई और बाकी घटनाओं को दिखाया गया है। SGPC का दावा है कि फिल्म में इन घटनाओं को गलत रूप में पेश किया है। पंजाब सरकार का कोई बयान नहीं पंजाब सरकार की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमन वर्मा ने कहा- पंजाब की अमन शांति को नुकसान पहुंचाने वाला कोई काम करने की इजाजत नही दी जाएगी। फिल्म पर रोक लगाने का फैसला मुख्यमंत्री को लेना है। पहले ट्रेलर के बाद शुरू हुआ था विवाद फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह के अलावा सिखों की सर्वोच्च संस्था SGPC ने सबसे पहले इस फिल्म पर एतराज जताया था। इससे पहले ये फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विरोध के बाद इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला था। 5 महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके सुरक्षाकर्मी बेअंत सिंह के बेटे एवं फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए सीन्स पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि फिल्म इमरजेंसी में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। सरबजीत ने कहा था कि यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में करवाए तीन कट व 10 बदलाव **************** कंगना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- SGPC की कंगना की फिल्म इमरजेंसी को लेकर चेतावनी: सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप कंगना की फिल्म इमरजेंसी रिलीज होने से पहले गुरुवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर से मिले थे। उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने की मांग की थी। उनका आरोप था कि यह फिल्म सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करती है। पढ़ें पूरी खबर

फाजिल्का में डेंगू को लेकर अलर्ट:सरकारी अस्पताल में 10 बैड का डेंगू वार्ड स्थापित, सिविल सर्जन ने किया दौरा
फाजिल्का में डेंगू को लेकर अलर्ट:सरकारी अस्पताल में 10 बैड का डेंगू वार्ड स्थापित, सिविल सर्जन ने किया दौरा फाजिल्का में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट नजर आ रहा है l फाजिल्का के जिला सरकारी अस्पताल में अब डेंगू वार्ड स्थापित कर दिया गया है l जहां पर 10 बैड का डेंगू वार्ड बनाया गया है l हालांकि हालातों का जायजा लेने के लिए फाजिल्का के कार्यकारी सिविल सर्जन डॉक्टर एरिक ने मौके का दौरा किया l फाजिल्का के कार्यकारी सिविल सर्जन डॉक्टर एरिक ने बताया कि मौसम ने बदलाव होने के चलते डेंगू का सीजन शुरू हो गया है l और इन दिनों में डेंगू के केस आने की संभावना होती है l यही वजह है कि अब स्वास्थ्य विभाग पहले से ही अलर्ट हो गया है l जिसके चलते जहां उनके द्वारा इलाके के लोगों को डेंगू से बचने के लिए सावधानियां बरतने की अपील की जा रही है l वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी के तौर पर फाजिल्का के सरकारी जिला अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड स्थापित कर दिया है l उन्होंने बताया कि उन्होंने जहां डेंगू वार्ड का दौरा किया वहीं स्थानीय लैब का दौरा भी किया गया है l जहां डेंगू को लेकर टेस्ट किया जा रहे हैं l उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह फ्रिज की ट्रे व अन्य जगह साफ पानी जमा न होने दे l और सावधानियां बरतें ताकि डेंगू से बचा जा सके l