मोगा कोर्ट ने ब्रिटिश नागरिक को बरी किया:डेरा प्रेमी के कत्ल में तिहाड़ जेल में है बंद, 3 दोषी करार, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी

मोगा कोर्ट ने ब्रिटिश नागरिक को बरी किया:डेरा प्रेमी के कत्ल में तिहाड़ जेल में है बंद, 3 दोषी करार, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी

पंजाब मूल के ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जौहल उर्फ ​​जग्गी जौहल को डेरा प्रेमी की हत्या के मामले में मोगा अदालत ने बरी कर दिया है। जग्गी जोहल और उसके तीन साथियों को तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। जग्गी जोहल के वकील जसपाल सिंह मंझपुर ने कहा कि वह अन्य तीन लोगों को दोषी ठहराए जाने के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेंगे। फरीदकोट जिले के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रेमी गुरदीप सिंह का कत्ल कर दिया गया था। इसे लेकर पुलिस ने टारगेट किलिंग का मामला दर्ज किया था। इसमें जग्गी जौहल और अन्य 3 लोगों को नामजद किया गया। वकील जसपाल सिंह मंझपुर ने कहा- यह वर्ष 2016 का बाघापुराना थाने का मामला है और इस केस में यूएपीए की धारा भी लगी हुई थी। यूके से लौटने पर गिरफ्तार हुआ था जिम्मी
गुरदीप सिंह हत्याकांड में जम्मू-कश्मीर के एक युवक तिरलोक सिंह लाडी को रिमांड पर लेकर उसका नाम दर्ज किया गया और एफआईआर में हथियारों की बरामदगी दिखाई गई थी। जानकारी के अनुसार केस में लाडी की पूछताछ के बाद उसके रिश्तेदार दलजीत सिंह जिम्मी (यूके) को नामजद किया गया था। जब जिम्मी 31 अक्टूबर 2017 को भारत आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जब उससे पूछताछ की गई तो जगतार सिंह जग्गी जौहल और अन्य लोगों को इस मामले में नामजद किया गया। जज हरजीत सिंह की अदालत में हुआ फैसला
2017 से चल रहे इस मामले का फैसला 4 मार्च यानी मंगलवार को एडिशनल सेशन जज और यूएपीए स्पेशल जज (मोगा) हरजीत सिंह की अदालत ने सुनाया। उन्होंने कहा कि फैसले के अनुसार जगतार सिंह जौहल को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है। इस मामले में केवल तीन लोगों को दोषी घोषित किया गया है, उनके लिए भी वे हाईकोर्ट जाएंगे। क्योंकि कोर्ट में सबूत पेश नहीं किए गए। यूके के स्कॉटलैंड का निवासी ही जौहल
इंग्लैंड के स्कॉटलैंड निवासी जगतार सिंह को भारतीय अधिकारियों ने 2017 में गिरफ्तार किया था और तब से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। जगतार सिंह जग्गी जौहल के ससुर बलजिंदर सिंह ने कहा कि वह पत्नी के साथ बाजार में खरीदारी कर रहे थे कि तभी सादे कपड़ों में पंजाब पुलिस आई और दामाद को हिरासत में ले लिया। बलजिंदर सिंह ने फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि जग्गी जौहल पूरी तरह से निर्दोष है और पुलिस ने उसे झूठे मामलों में फंसाया है। पंजाब मूल के ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जौहल उर्फ ​​जग्गी जौहल को डेरा प्रेमी की हत्या के मामले में मोगा अदालत ने बरी कर दिया है। जग्गी जोहल और उसके तीन साथियों को तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। जग्गी जोहल के वकील जसपाल सिंह मंझपुर ने कहा कि वह अन्य तीन लोगों को दोषी ठहराए जाने के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेंगे। फरीदकोट जिले के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रेमी गुरदीप सिंह का कत्ल कर दिया गया था। इसे लेकर पुलिस ने टारगेट किलिंग का मामला दर्ज किया था। इसमें जग्गी जौहल और अन्य 3 लोगों को नामजद किया गया। वकील जसपाल सिंह मंझपुर ने कहा- यह वर्ष 2016 का बाघापुराना थाने का मामला है और इस केस में यूएपीए की धारा भी लगी हुई थी। यूके से लौटने पर गिरफ्तार हुआ था जिम्मी
गुरदीप सिंह हत्याकांड में जम्मू-कश्मीर के एक युवक तिरलोक सिंह लाडी को रिमांड पर लेकर उसका नाम दर्ज किया गया और एफआईआर में हथियारों की बरामदगी दिखाई गई थी। जानकारी के अनुसार केस में लाडी की पूछताछ के बाद उसके रिश्तेदार दलजीत सिंह जिम्मी (यूके) को नामजद किया गया था। जब जिम्मी 31 अक्टूबर 2017 को भारत आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जब उससे पूछताछ की गई तो जगतार सिंह जग्गी जौहल और अन्य लोगों को इस मामले में नामजद किया गया। जज हरजीत सिंह की अदालत में हुआ फैसला
2017 से चल रहे इस मामले का फैसला 4 मार्च यानी मंगलवार को एडिशनल सेशन जज और यूएपीए स्पेशल जज (मोगा) हरजीत सिंह की अदालत ने सुनाया। उन्होंने कहा कि फैसले के अनुसार जगतार सिंह जौहल को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है। इस मामले में केवल तीन लोगों को दोषी घोषित किया गया है, उनके लिए भी वे हाईकोर्ट जाएंगे। क्योंकि कोर्ट में सबूत पेश नहीं किए गए। यूके के स्कॉटलैंड का निवासी ही जौहल
इंग्लैंड के स्कॉटलैंड निवासी जगतार सिंह को भारतीय अधिकारियों ने 2017 में गिरफ्तार किया था और तब से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। जगतार सिंह जग्गी जौहल के ससुर बलजिंदर सिंह ने कहा कि वह पत्नी के साथ बाजार में खरीदारी कर रहे थे कि तभी सादे कपड़ों में पंजाब पुलिस आई और दामाद को हिरासत में ले लिया। बलजिंदर सिंह ने फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि जग्गी जौहल पूरी तरह से निर्दोष है और पुलिस ने उसे झूठे मामलों में फंसाया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर