पंजाब के मोगा जिले में पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया है। जिसके तहत नशा तस्करों की प्रॉपर्टी को सीज किया जा रहा है। इसी कड़ी में पुलिस ने गांव के कोकरी वेहनीवाल के नशा तस्कर की पुलिस ने 1.35 करोड़ प्रॉपर्टी को सीज किया है। नशा तस्कर पिछले एक साल लुधियाना जेल में बंद है। तस्कर के घर चिपकाए नोटिस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी परमजीत सिंह ने कहा के हमारे पास दिल्ली से प्रॉपर्टी को सीज करने के ऑर्डर आए थे। मोगा जिले के गांव कोकरी वेहनीवाल के रहने वाले नशा तस्कर बिकरमजीत सिंह के ऊपर 2019 में दो मामले दर्ज हुए थे। जिसको लेकर जिला लुधियाना की साहनेवाल पुलिस ने पिछले साल विक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया। नशा तस्कर पर करवाई करते हुए दिल्ली से उसकी 1 करोड़ 35 लाख की प्रॉपर्टी को सीज करने के ऑर्डर आए थे। जिसके बाद हमने आज उसके घर के बाहर नोटिस लगा दिया गया और उनके घर वालों को सूचित कर दिया गया। वहीं उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी नशा बेचकर प्रॉपर्टी बनाई है, उन प्रॉपर्टी को सीज किया जा रहा है। किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा। पंजाब के मोगा जिले में पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया है। जिसके तहत नशा तस्करों की प्रॉपर्टी को सीज किया जा रहा है। इसी कड़ी में पुलिस ने गांव के कोकरी वेहनीवाल के नशा तस्कर की पुलिस ने 1.35 करोड़ प्रॉपर्टी को सीज किया है। नशा तस्कर पिछले एक साल लुधियाना जेल में बंद है। तस्कर के घर चिपकाए नोटिस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी परमजीत सिंह ने कहा के हमारे पास दिल्ली से प्रॉपर्टी को सीज करने के ऑर्डर आए थे। मोगा जिले के गांव कोकरी वेहनीवाल के रहने वाले नशा तस्कर बिकरमजीत सिंह के ऊपर 2019 में दो मामले दर्ज हुए थे। जिसको लेकर जिला लुधियाना की साहनेवाल पुलिस ने पिछले साल विक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया। नशा तस्कर पर करवाई करते हुए दिल्ली से उसकी 1 करोड़ 35 लाख की प्रॉपर्टी को सीज करने के ऑर्डर आए थे। जिसके बाद हमने आज उसके घर के बाहर नोटिस लगा दिया गया और उनके घर वालों को सूचित कर दिया गया। वहीं उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी नशा बेचकर प्रॉपर्टी बनाई है, उन प्रॉपर्टी को सीज किया जा रहा है। किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के BSP प्रधान को पार्टी से निकाला:हाईकमान ने अनुशासनहीन बताकर फैसला लिया, अवतार सिंह करीमपुरी नए अध्यक्ष
पंजाब के BSP प्रधान को पार्टी से निकाला:हाईकमान ने अनुशासनहीन बताकर फैसला लिया, अवतार सिंह करीमपुरी नए अध्यक्ष बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पंजाब प्रधान जसबीर सिंह गढ़ी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी हाई कमान की तरफ से यह फैसला लिया गया है। उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। पार्टी ने अब उनकी जगह अवतार सिंह करीमपुरी को नया प्रधान बनाया है। इस संबंधी मंगलवार शाम को आदेश जारी कर दिए गया। करीमपुरी लंबे समय से पार्टी से जुडे़ हुए हैं। वह विधायक और सांसद रह चुके हैं। पार्टी की ओर से जारी किया लेटर… 2019 से प्रधान पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे
जसबीर सिंह गढ़ी साल 2019 से बसपा प्रधान की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनकी अध्यक्षता में ही साल 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा गया था। इस चुनाव में पार्टी ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ गठबंधन किया था। उनकी अध्यक्षता में ही BSP महासचिव नच्छतर पाल सिंह ने नवांशहर से जीत हासिल की थी। वहीं, उन्होंने खुद भी फगवाड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह 31232 वोटों (24.41%) लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे। पार्टी प्रधान रह चुके करीमपुरी
अवतार सिंह करीमपुरी पार्टी के पुराने नेताओं में से एक हैं। वह पहले 2014 से 2016 तक पार्टी प्रधान पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके बाद उन्हें पार्टी महासचिव बनाया गया था। वह 2008 से 2014 तक राज्यसभा मेंबर रहे। वह यूपी से चुनकर आए थे। इससे पहले वह 1992 से 97 तक विधायक रह चुके हैं। राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ी थी पार्टी
2024 के लोकसभा चुनाव में BSP ने राज्य में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया था। पार्टी ने अपने दम पर 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि, पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस चुनाव में पार्टी को 2.49 फीसदी वोट मिले थे। ओवरऑल पार्टी छठे नंबर पर रही थी। इसके बाद जालंधर वेस्ट के उप-चुनाव में भी पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा था, लेकिन पार्टी को यहां भी हार का मुंह देखना पड़ा था। अब पार्टी ने 4 विधानसभा सीटों पर हो रहे उप-चुनाव में भी अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। जबकि, दोआबा एरिया में पार्टी का मजबूत आधार माना जाता है। इस एरिया में होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, नवांशहर और फतेहगढ़ साहिब आते हैं।
गुरदासपुर में गोल्ड लोन के नाम पर ठगी:बैंक कर्मी ने हड़प लिया सोना, पीड़ित लगा रहा बैंक अधिकारियों के चक्कर
गुरदासपुर में गोल्ड लोन के नाम पर ठगी:बैंक कर्मी ने हड़प लिया सोना, पीड़ित लगा रहा बैंक अधिकारियों के चक्कर गुरदासपुर शहर के एक प्रमुख व्यवसायी से गोल्ड लोन के नाम पर लाखों की ठगी की गई है। मामला एक प्रतिष्ठित बैंक से जुड़ा है, लेकिन बैंक अधिकारी अब कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। पीड़ित ललित कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उन्होंने 7 मार्च 2022 को अपनी पत्नी के नाम पर एक प्रतिष्ठित निजी बैंक से करीब 17 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया और बदले में करीब 480 ग्राम सोना जमा कराया था। इस दौरान एक अन्य निजी बैंक का कर्मचारी भी मौजूद था। बैंक कर्मचारी ने छुड़ाया सोना पीड़ित ललित ने बताया कि 12 अक्टूबर 2022 को बैंक कर्मी ने उन्हें बिना बताए लगभग 18 लाख रुपए नकद जमा करा दिए और सारा सोना बैंक से छुड़ा लिया। आश्चर्य की बात यह थी कि बैंक ने खाता धारक या उसके नामांकित व्यक्ति की उपस्थिति के बिना ही सारा सोना उसे सौंप दिया। ललित कुमार के मुताबिक इसके बाद मार्च 2023 में उक्त कर्मी ने उनसे इस लोन की किस्त के रूप में एक लाख 65 हजार रुपए ले लिए, लेकिन फिर भी उन्हें यह नहीं बताया कि उनका सोना छुड़ा लिया गया है। 3 महीने पहले कर्मचारी को किया बर्खास्त तीन महीने पहले खुलासा हुआ था कि उक्त बैंक कर्मचारी द्वारा कई लोगों के नाम पर लोन लेकर पैसों का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत बैंक से की गई और बैंक ने उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने बैंक जाकर अपने सोने के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उनकी ऋण राशि पूरे ब्याज सहित जमा कर दी गई है और सोना वापस ले लिया गया है। लेकिन बैंक अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि यह सोना बैंक कर्मी ने लिया है। कुछ भी बोलने को तैयार नहीं बैंक अधिकारी हैरानी की बात तो यह है कि घोर लापरवाही और लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला होने के बावजूद निजी बैंक के अधिकारी इस मामले में कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। जाहिर है, कोई भी अनजान आदमी बैंक के किसी अधिकारी की जानकारी के बिना किसी दूसरे के खाते में लाखों रुपए जमा नहीं कर सकता और उससे करीब दोगुनी कीमत का सोना नहीं ले जा सकता। यदि ऐसा हुआ है तो एक प्रतिष्ठित बैंक होने के नाते बैंक अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से इसका जवाब देना होगा, लेकिन बैंक प्रबंधक ने पत्रकारों से मिलने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि इस बारे में उच्च अधिकारियों से परामर्श किए बिना वह कोई भी जानकारी साझा नहीं करेंगे। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं मामले की जांच कर रहे डीएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि जांच शुरू कर दी गयी है। बैंक कर्मी पर करीब एक दर्जन लोगों ने उसके नाम पर लोन लेकर पैसे हड़पने का आरोप है। जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा।
नीट पीजी में चॉइस फिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 8 से
नीट पीजी में चॉइस फिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 8 से भास्कर न्यूज | जालंधर/रोपड़ मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने नीट पीजी काउंसलिंग 2024 शेड्यूल जारी कर दिया है। अभ्यर्थी वेबसाइट mcc.nic.in के माध्यम से नीट पीजी काउंसलिंग शेड्यूल डाउनलोड कर सकते हैं। शेड्यूल के अनुसार नीट पीजी राउंड 1 काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो 17 नवंबर, 2024 को बंद हो जाएगी। एमसीसी नीट पीजी काउंसलिंग चार राउंड में होगी- राउंड 1, राउंड 2, राउंड 3 और स्ट्रे वैकेंसी राउंड। राउंड-1 काउंसलिंग आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जाएगा। इस साल एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग में देरी हुई। हालांकि, एमसीसी ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। पीजी मेडिकल कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। नीट पीजी-योग्य उम्मीदवारों को वरीयता क्रम में पाठ्यक्रमों और कॉलेजों के विकल्प भरने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। नीट पीजी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 20 सितंबर से शुरू हुई थी। शेड्यूल के अनुसार एमसीसी 20 नवंबर, 2024 को नीट पीजी फर्स्ट राउंड सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट जारी करेगा। पहले राउंड के लिए 17 नवंबर तक आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए जारी किए गए डिटेल नोटिफिकेशन के अनुसार उम्मीदवारों के लिए चॉइस फिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो 8 नंवबर से ओपन होगी और उम्मीदवारों को विकल्प लॉक करने के लिए 10 दिन का समय दिया जाएगा। एमसीसी नीट पीजी काउंसलिंग देश भर के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कॉलेजों द्वारा पेश किए जाने वाले एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआइक्यू) सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। सुप्रीम कोर्ट 19 नवंबर को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस (एनबीईएमएस) के खिलाफ नीट पीजी की सुनवाई फिर से शुरू कर सकता है। नीट पीजी अभ्यर्थियों की मांग है कि एनबीईएमएस नीट पीजी 2024 की आंसर- की और रॉ स्कोर जारी करें । राउंड II . 9 दिसंबर तक होगी उम्मीदवारों की काउंिसलिं वहीं राउंड 2 में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों के लिए काउंिसलिंग प्रकिया 4 दिसंबर 2024 से 9 दिसंबर 2024 तक चलेगी। वहीं उम्मीदवारों को चॉइस फीलिंग करने और लॉक करने के लिए 5 दिसम्बर 2024 से 9 दिसम्बर 2024 तक का समय दिया जाएगा। सीट अलॉटमेंट प्रोसेसिंग 10 दिसंबर से 11 दिसंबर 2024 तक होगी और सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट 12 दिसंबर को जारी होगा। उम्मीदवारों को 13 दिसंबर 2024 से 20 दिसंबर तक अलॉट किए गए संस्थानों में रिपोर्ट करना होगा। एमसीसी द्वारा उम्मीदवारों के डेटा का संस्थानों की ओर से वेरिफिकेशन की प्रकिया 21 दिसंबर से 22 दिसंबर 2024 तक चलेगी। तीसरे राउंड की काउंसलिंग 26 दिसंबर से लेकर 13 जनवरी 2025 तक चलेगी। इसके बाद स्ट्रे राउंड के लिए काउंसलिंग की प्रकिया शुरू होगी। इसके लिए उम्मीदवारों को 18 जनवरी से 21 जनवरी 2025 तक का समय दिया जाएगा।