देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज (शुक्रवार) को मोहाली पहुंचे हैं। उन्होंने सेक्टर-81 नॉलेज सिटी में स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) में लीडरशिप समिट का शुभारंभ किया। इस मौके पर पंजाब के गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया और संस्थान के एडवाइजरी बोर्ड के चेयरमैन राकेश भारती मित्तल भी मौजूद है। पुलिस की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मोहाली पुलिस की तरफ से सारे एरिया को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया हुआ है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए DC आशिका जैन ने कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। DC ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के तहत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और ISB के आसपास 5 किलोमीटर के दायरे में नो-फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है। इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के ड्रोन और अन्य उड़ने वाली वस्तुओं के उड़ान पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। हालांकि, यह आदेश उड्डयन और रक्षा विभाग की उड़ानों पर लागू नहीं होगा। यह आदेश 18 अक्टूबर से प्रभावी होगा और साहिबजादा अजीत सिंह नगर के SSP को इन सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। न्यू इंडिया में नेतृत्व थीम पर रहेगा प्रोग्राम ISB के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (PGP) बैच 2025 की ओर से इस वर्ष का प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष समिट का थीम ‘न्यू इंडिया में नेतृत्व’ पर केंद्रित है। हर साल ISB उन प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित करता है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान करते हैं और ISB के समग्र शिक्षा दर्शन में अमूल्य योगदान देते हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। संस्थान में आ चुकी हैं नामी हस्तियां ISB देश के नामी संस्थानों में से एक है। देशभर में संस्थान की 2 शाखाएं हैं। वहीं, वर्ल्ड के टॉप-50 बिजनेस स्कूल में यह संस्थान शामिल है। संस्थान द्वारा मैनेजमेंट की पढ़ाई नहीं की जाती है, बल्कि देश के नेताओं और IAS अधिकारियों को लीडरशिप के गुर सिखाएं जाते हैं। इसके अलावा कई अन्य प्रोग्राम होते है। इसके अलावा संस्थान द्वारा कई थीम पर समिट करवाई जाती है। इनमें देश-विदेश से कई माहिर बुलाए जाते हैं। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत देश की कई नामी हस्तियां संस्थान में आ चुकी हैं और कार्यक्रमों को संबोधित कर चुकी हैं। देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज (शुक्रवार) को मोहाली पहुंचे हैं। उन्होंने सेक्टर-81 नॉलेज सिटी में स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) में लीडरशिप समिट का शुभारंभ किया। इस मौके पर पंजाब के गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया और संस्थान के एडवाइजरी बोर्ड के चेयरमैन राकेश भारती मित्तल भी मौजूद है। पुलिस की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मोहाली पुलिस की तरफ से सारे एरिया को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया हुआ है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए DC आशिका जैन ने कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। DC ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के तहत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और ISB के आसपास 5 किलोमीटर के दायरे में नो-फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है। इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के ड्रोन और अन्य उड़ने वाली वस्तुओं के उड़ान पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। हालांकि, यह आदेश उड्डयन और रक्षा विभाग की उड़ानों पर लागू नहीं होगा। यह आदेश 18 अक्टूबर से प्रभावी होगा और साहिबजादा अजीत सिंह नगर के SSP को इन सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। न्यू इंडिया में नेतृत्व थीम पर रहेगा प्रोग्राम ISB के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (PGP) बैच 2025 की ओर से इस वर्ष का प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष समिट का थीम ‘न्यू इंडिया में नेतृत्व’ पर केंद्रित है। हर साल ISB उन प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित करता है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान करते हैं और ISB के समग्र शिक्षा दर्शन में अमूल्य योगदान देते हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। संस्थान में आ चुकी हैं नामी हस्तियां ISB देश के नामी संस्थानों में से एक है। देशभर में संस्थान की 2 शाखाएं हैं। वहीं, वर्ल्ड के टॉप-50 बिजनेस स्कूल में यह संस्थान शामिल है। संस्थान द्वारा मैनेजमेंट की पढ़ाई नहीं की जाती है, बल्कि देश के नेताओं और IAS अधिकारियों को लीडरशिप के गुर सिखाएं जाते हैं। इसके अलावा कई अन्य प्रोग्राम होते है। इसके अलावा संस्थान द्वारा कई थीम पर समिट करवाई जाती है। इनमें देश-विदेश से कई माहिर बुलाए जाते हैं। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत देश की कई नामी हस्तियां संस्थान में आ चुकी हैं और कार्यक्रमों को संबोधित कर चुकी हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में लॉरेंस इंटरव्यू मामले की सुनवाई आज:अफसरों पर कार्रवाई की जानकारी HC में देगी सरकार, 7 अधिकारी हो चुके सस्पेंड
पंजाब में लॉरेंस इंटरव्यू मामले की सुनवाई आज:अफसरों पर कार्रवाई की जानकारी HC में देगी सरकार, 7 अधिकारी हो चुके सस्पेंड पंजाब की जेल से हुए गैंगस्टर लारेंस के टीवी इंटरव्यू मामले की आज (2 दिसंबर) को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हाेगी। सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार द्वारा बताया जाएगा कि इस मामले में तत्कालीन एसएसपी पर क्या कार्रवाई की है। पिछली सुनवाई पर अदालत ने कहा था कि अधिकारी को क्यों बचाया जा रहा है। हालांकि अदालत में सरकार के वकील ने कहा था कि अधिकारी को शोकॉज नोटिस जारी किया था। जवाब से सरकार संतुष्ट नहीं है। क्योंकि अफसर का कहना था कि सीआईए के इंचार्ज उस समय डीएसपी गुरशेर संधू इंचार्ज थे। अदालत ने कहा कि निचले स्तर के अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। जब जेल में फोन पकडे़ जाते हैं, तो वार्डन पर कार्रवाई होती है। ऐसे में एसएसपी सारे जिले के इंचार्ज है। अदालत ने कहा कि इस मामले में अगली सुनवाई तक कार्रवाई की जाए। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रैंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। इन अधिकारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की पंजाब पुलिस की तरफ से पहले इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई हैं। इसमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इसमें DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (AGTF में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (AGTF), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश शामिल हैं। जबकि दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान पुलिस कर रही हैं। गैंगस्टर के 2 इंटरव्यू वायरल हुए थे। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक पहला इंटरव्यू 3 और 4 सितंबर 2023 को हुआ है। लॉरेंस उस समय पंजाब में CIA खरड़ में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू जारी होने के बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो उसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी।
बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह:पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे, दोस्त के कहने पर दे दिया IISER
बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह:पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे, दोस्त के कहने पर दे दिया IISER देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार रात दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने वाले वह पहले सिख नेता थे। डॉ. मनमोहन सिंह का पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गाह गांव में हुआ, जो आज पाकिस्तान का हिस्सा है। वर्ष 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तो मनमोहन सिंह अपने परिवार के साथ पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए। उस समय उनकी उम्र 15 साल के आसपास थी। भारत आने के बाद उनका परिवार अमृतसर में बस गया। मनमोहन सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अमृतसर में ही। बाद में उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। पंजाब ने जब चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर में न्यू चंडीगढ़ बसाना शुरू किया तो मनमोहन सिंह ने ही वहां की मेडिसिटी में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का नींव पत्थर रखा। वह न्यू चंडीगढ़ का पहला बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट था। सरल स्वभाव के धनी मनमोहन सिंह ने एक पुराने दोस्त के आग्रह पर पंजाब को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) जैसा बड़ा प्रोजेक्ट भी दे दिया। डॉ. मनमोहन सिंह के पंजाब से जुड़े 3 PHOTOS… पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी, कोई कर्ज नहीं
विनम्र स्वभाव और शालीनता के लिए मशहूर मनमोहन सिंह कुल 6 बार राज्यसभा के सांसद रहे। वह आखिरी बार वर्ष 2019 में राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने गए। राज्यसभा में दिए एफिडेविट के मुताबिक मनमोहन सिंह के पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए की प्रॉपर्टी है। उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक-एक मकान भी है। एफिडेविट के मुताबिक, मनमोहन सिंह कोई कर्ज नहीं था। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर के अलावा 3 बेटियां हैं। दोस्त के कहने पर पंजाब को दिया IISER प्रोजेक्ट
पंजाब के मोहाली में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) बना हुआ है। पंजाब को यह इंस्टीट्यूट मिलने के पीछे भी दिलचस्प कहानी है। दरअसल, वर्ष 2004 में मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने तो उनके दोस्त डॉ. केसर सिंह ने उन्हें एक लेटर लिखा। केसर सिंह ने लेटर में पंजाब में IISER स्थापित करने का आग्रह किया। डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने दोस्त का अनुरोध मान लिया। उन्होंने पंजाब को IISER देते हुए शर्त लगाई कि यह इंस्टीट्यूट मोहाली में ही बनाया जाए, क्योंकि यहां एयर कनेक्टिविटी अच्छी है। इसलिए, इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल पाएगा। वर्ष 2007 में मोहाली के सेक्टर-81 में IISER बनकर तैयार हो गया। पंजाब ने न्यू चंडीगढ़ बसाया तो पहला सरकारी प्रोजेक्ट दिया
मनमोहन सिंह को पंजाब, खासकर चंडीगढ़ से खासा लगाव था। वर्ष 2007 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन को बहुमत मिला और प्रकाश सिंह बादल की अगुआई में सरकार बनी। वर्ष 2012 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन ने सरकार रिपीट की। चूंकि, चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश है इसलिए उसी दौरान पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर इलाके में न्यू चंडीगढ़ के नाम से नया शहर बसाने की प्लानिंग की। यह काफी महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था और इसकी मॉनिटरिंग पंजाब के तत्कालीन डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल खुद कर रहे थे। अकाली-भाजपा सरकार ने जब तत्कालीन केंद्र सरकार से इस नए शहर के लिए बड़ा प्रोजेक्ट मांगा तो 30 दिसंबर, 2013 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह खुद न्यू चंडीगढ़ में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उस समय यह न्यू चंडीगढ़ का पहला बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट था।
जालंधर में गोल-गप्पे खाते नजर आए पंजाब कांग्रेस प्रधान वड़िंग:उपचुनाव के लिए प्रचार करने आए थे, वरिष्ठ साथियों संग काफिला रुकवाया
जालंधर में गोल-गप्पे खाते नजर आए पंजाब कांग्रेस प्रधान वड़िंग:उपचुनाव के लिए प्रचार करने आए थे, वरिष्ठ साथियों संग काफिला रुकवाया पंजाब के जालंधर वेस्ट हलके में उपचुनाव को लेकर रोजाना हर पार्टी का कोई न कोई बड़ा नेता जिले में पहुंच रहा है। बीते दिन सीएम भगवंत सिंह मान द्वारा आप उम्मीदवार मोहिंदर भगत के पक्ष में रोड शो निकाला गया था। वहीं, दूसरी ओर पंजाब बीजेपी प्रधान सुनील जाखड़ ने भी शीतल अंगुराल के लिए प्रचार किया था। कल यानी मंगलवार को कांग्रेस पंजाब प्रधान और लुधियाना से नव निर्वाचित सांसद अमरिंदर सिंर उर्फ राजा वड़िंग भी जालंधर में थे। उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार सुरिंदर कौर के पक्ष में प्रचार के दौरान रास्ते में अपना काफिला रुकवाया और वरिष्ठ नेताओं के साथ एक दुकान पर गोल-गप्पे खाने के लिए रुक गए। उनके साथ आदमपुर से विधायक सुरिंदर सिंह कोटली और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।