मोहाली में पार्किंग विवाद में साइंटिस्ट की मौत:IISER में करता था काम; कुछ समय पहले हुई थी किडनी ट्रांसप्लांट

मोहाली में पार्किंग विवाद में साइंटिस्ट की मौत:IISER में करता था काम; कुछ समय पहले हुई थी किडनी ट्रांसप्लांट

मोहाली में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में एक साइंटिस्ट की मौत का मामला सामने आया है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च में काम करता था। सारी घटना सीसीटीवी कैद हो गई है। मृतक की पहचान अभिषेक स्वर्णकार के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बंगाल का रहने वाला था। वहीं, मृतक की की किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। साथ ही डायलिसिस चल रहा था। परिजनों इस बारे में पुलिस को शिकायत देने जा रहे हैं। परिजनों व पड़ोसियों का कहना है कि आरोपी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे हुआ था सारा विवाद यह मामला सेक्टर-67 का है। साइंटिस्ट अपने माता के पिता के साथ किराए के अपार्टमेंट में रहता था। मंगलवार शाम लगभग 8:30 बजे जब वह अपनी बाइक पार्क कर रहा था। इस दौरान उसकी पड़ोसी से बहसबाजी हो गई। साइंटिस्ट बीमार रहता था, इस बारे में सारे इलाके को पता था। लेकिन इस बीच आरोपी आरोपी पड़ोसी ने पहले गाली गलौच की। इसके बाद उसके साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी। परिवार को आरोप है कि पेट मुक्के मारने से उसकी जान गई इस दौरान अभिषेक गली में गिर गया। लेकिन वह उठ नहीं पाया। माता पिता ने उसे उठाने की कोशिश की। फिर आरोपी अपनी गाड़ी में उसे फोर्टिस अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे संस्थान व इलाके में शौक की लहर दौड़ गई। मोहाली के फेज-11 थाने के एसएचओ गगनदीप सिंह ने फोर्टिस अस्पताल से सूचना आई है। परिजनों ने अभी शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप छाती पर मारे पंच रोमा ने बताया कि हमारे मकान मालिक पटियाला में रहते हैं। वह यहां पर किराए पर रहते हैं। कल शाम को वह घर के अंदर थी। इस दौरान वहां जोर से शोर मचा हुआ था। जब वह बाहर आई तो उन्होंने देखा कि हमारे पड़ोसी का बेटा साइंटिस्ट झगड़ा रहा है। पहले उसने बड़ी तेजी से साइंटिस्ट से धक्का मुक्की कर उसे नीचे गिरा दिया। इसके बाद उसकी छाती पर पंच मार रहा था। इसके बाद जब साइंटिस्ट की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें लगा कि वह फंस जांएगे। इसके बाद वह अपनी थार कार में डालकर उसे अस्पताल बड़ी तेजी से ले गए। जब वह अपनी थार को वहां से निकाल रहे थे, तो उन्होंने हमारी कार को हिट कर दिया। उन्हें पता चला है कि कार में भी आरोपियों ने साइंटिस्ट के परिवार के साथ गलत व्यवहार किया है। कुछ समय बाद हमें न्यूज आई कि साइंटिस्ट की डेथ हो गई है। हमने अपने कैमरों की रिकॉर्डिंग मकान मालिक को भेज दी है। बहन ने दी थी किडनी, कई देशों में कर चुका काम मृतक के मामा के बेटे ने बताया कि वैज्ञानिक (साइंटिस्ट) काफी होनहार था। वह अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में काम कर चुका था। लेकिन कुछ समय पहले उसकी तबीयत खराब होने लगी थी, जिससे परिवार वाले उसकी सेहत को लेकर चिंतित रहते थे। इस वजह से वह इंडिया में आ गया था। परिवार में उसकी दो बहनें और बुजुर्ग माता-पिता हैं। उसके पिता पहले ज्वेलरी का काम करते थे। बेटियों की शादी हो चुकी है, और वे अब अपने बेटे के साथ ही रहते थे। कुछ समय पहले उसका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था, उसकी बहन ने अपनी किडनी दी थी। परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है। किसी को समझ नहीं आ रहा कि आखिर उनके साथ यह सब कैसे हो गया। साइंस जनरल में प्रकाशित हुए रिसर्च पेपर IISER से पता चला है कि साइंटिस्ट काफी होनहार है। उसका साइंस के प्रतिष्ठित जनरल साइंस में रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ था। इस वजह से उसे IISER में मौका मिला था। वही, संस्थान के लोगों का कहना है कि वह यह बहुत बड़ी क्षति है। उसकी साइंस को लेकर रुचि देखते ही बनती थी। मोहाली में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में एक साइंटिस्ट की मौत का मामला सामने आया है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च में काम करता था। सारी घटना सीसीटीवी कैद हो गई है। मृतक की पहचान अभिषेक स्वर्णकार के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बंगाल का रहने वाला था। वहीं, मृतक की की किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। साथ ही डायलिसिस चल रहा था। परिजनों इस बारे में पुलिस को शिकायत देने जा रहे हैं। परिजनों व पड़ोसियों का कहना है कि आरोपी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे हुआ था सारा विवाद यह मामला सेक्टर-67 का है। साइंटिस्ट अपने माता के पिता के साथ किराए के अपार्टमेंट में रहता था। मंगलवार शाम लगभग 8:30 बजे जब वह अपनी बाइक पार्क कर रहा था। इस दौरान उसकी पड़ोसी से बहसबाजी हो गई। साइंटिस्ट बीमार रहता था, इस बारे में सारे इलाके को पता था। लेकिन इस बीच आरोपी आरोपी पड़ोसी ने पहले गाली गलौच की। इसके बाद उसके साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी। परिवार को आरोप है कि पेट मुक्के मारने से उसकी जान गई इस दौरान अभिषेक गली में गिर गया। लेकिन वह उठ नहीं पाया। माता पिता ने उसे उठाने की कोशिश की। फिर आरोपी अपनी गाड़ी में उसे फोर्टिस अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे संस्थान व इलाके में शौक की लहर दौड़ गई। मोहाली के फेज-11 थाने के एसएचओ गगनदीप सिंह ने फोर्टिस अस्पताल से सूचना आई है। परिजनों ने अभी शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप छाती पर मारे पंच रोमा ने बताया कि हमारे मकान मालिक पटियाला में रहते हैं। वह यहां पर किराए पर रहते हैं। कल शाम को वह घर के अंदर थी। इस दौरान वहां जोर से शोर मचा हुआ था। जब वह बाहर आई तो उन्होंने देखा कि हमारे पड़ोसी का बेटा साइंटिस्ट झगड़ा रहा है। पहले उसने बड़ी तेजी से साइंटिस्ट से धक्का मुक्की कर उसे नीचे गिरा दिया। इसके बाद उसकी छाती पर पंच मार रहा था। इसके बाद जब साइंटिस्ट की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें लगा कि वह फंस जांएगे। इसके बाद वह अपनी थार कार में डालकर उसे अस्पताल बड़ी तेजी से ले गए। जब वह अपनी थार को वहां से निकाल रहे थे, तो उन्होंने हमारी कार को हिट कर दिया। उन्हें पता चला है कि कार में भी आरोपियों ने साइंटिस्ट के परिवार के साथ गलत व्यवहार किया है। कुछ समय बाद हमें न्यूज आई कि साइंटिस्ट की डेथ हो गई है। हमने अपने कैमरों की रिकॉर्डिंग मकान मालिक को भेज दी है। बहन ने दी थी किडनी, कई देशों में कर चुका काम मृतक के मामा के बेटे ने बताया कि वैज्ञानिक (साइंटिस्ट) काफी होनहार था। वह अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में काम कर चुका था। लेकिन कुछ समय पहले उसकी तबीयत खराब होने लगी थी, जिससे परिवार वाले उसकी सेहत को लेकर चिंतित रहते थे। इस वजह से वह इंडिया में आ गया था। परिवार में उसकी दो बहनें और बुजुर्ग माता-पिता हैं। उसके पिता पहले ज्वेलरी का काम करते थे। बेटियों की शादी हो चुकी है, और वे अब अपने बेटे के साथ ही रहते थे। कुछ समय पहले उसका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था, उसकी बहन ने अपनी किडनी दी थी। परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है। किसी को समझ नहीं आ रहा कि आखिर उनके साथ यह सब कैसे हो गया। साइंस जनरल में प्रकाशित हुए रिसर्च पेपर IISER से पता चला है कि साइंटिस्ट काफी होनहार है। उसका साइंस के प्रतिष्ठित जनरल साइंस में रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ था। इस वजह से उसे IISER में मौका मिला था। वही, संस्थान के लोगों का कहना है कि वह यह बहुत बड़ी क्षति है। उसकी साइंस को लेकर रुचि देखते ही बनती थी।   पंजाब | दैनिक भास्कर