मोहाली में एक युवक ने अपने ही पिता और भाई पर 44 लाख की ठगी का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खरड़ के ओमेगा सिटी निवासी सरबजोत सिंह ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि मोहाली के सेक्टर-54, फेज-2 निवासी उसके पिता इंदरबीर सिंह और भाई मनमोहन सिंह ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। उन्होंने 44 लाख 3 हजार 215 रुपए और 20 लाख रुपए के सोने के गहनों की ठगी की है। चंडीगढ़ पुलिस स्टेशन-36 ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 और 120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता सरबजोत सिंह ने बताया कि आरोपियों इंदरबीर सिंह और मनमोहन सिंह ने किसी व्यापारिक समझौते के तहत उन्हें भरोसे में लिया और उनसे बड़ी रकम और सोने के गहने ले लिए। लेकिन जब सरबजोत ने अपने पैसे और गहनों की वापसी मांगी, तो आरोपियों ने उन्हें टालना शुरू कर दिया। कैसे हुआ ठगी का खुलासा
कई बार आरोपियों से संपर्क करने के बावजूद जब सरबजोत को अपने पैसे और गहनों की वापसी नहीं हुई, तो उन्हें शक हुआ। दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें पता चला कि आरोपियों ने उनके साथ धोखाधड़ी की है और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यह रकम और गहने हड़प लिए। पुलिस की कार्रवाई
चंडीगढ़ थाना-36 पुलिस ने सरबजोत सिंह की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए इंदरबीर सिंह और मनमोहन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामला गंभीर है और आरोपियों की गतिविधियों की विस्तृत जांच की जा रही है। आगे की जांच
पुलिस आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने और ठगी की रकम और गहनों की बरामदगी के प्रयास में जुटी हुई है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर यह अपराध किया है। मोहाली में एक युवक ने अपने ही पिता और भाई पर 44 लाख की ठगी का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खरड़ के ओमेगा सिटी निवासी सरबजोत सिंह ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि मोहाली के सेक्टर-54, फेज-2 निवासी उसके पिता इंदरबीर सिंह और भाई मनमोहन सिंह ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। उन्होंने 44 लाख 3 हजार 215 रुपए और 20 लाख रुपए के सोने के गहनों की ठगी की है। चंडीगढ़ पुलिस स्टेशन-36 ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 और 120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता सरबजोत सिंह ने बताया कि आरोपियों इंदरबीर सिंह और मनमोहन सिंह ने किसी व्यापारिक समझौते के तहत उन्हें भरोसे में लिया और उनसे बड़ी रकम और सोने के गहने ले लिए। लेकिन जब सरबजोत ने अपने पैसे और गहनों की वापसी मांगी, तो आरोपियों ने उन्हें टालना शुरू कर दिया। कैसे हुआ ठगी का खुलासा
कई बार आरोपियों से संपर्क करने के बावजूद जब सरबजोत को अपने पैसे और गहनों की वापसी नहीं हुई, तो उन्हें शक हुआ। दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें पता चला कि आरोपियों ने उनके साथ धोखाधड़ी की है और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यह रकम और गहने हड़प लिए। पुलिस की कार्रवाई
चंडीगढ़ थाना-36 पुलिस ने सरबजोत सिंह की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए इंदरबीर सिंह और मनमोहन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामला गंभीर है और आरोपियों की गतिविधियों की विस्तृत जांच की जा रही है। आगे की जांच
पुलिस आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने और ठगी की रकम और गहनों की बरामदगी के प्रयास में जुटी हुई है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर यह अपराध किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर