हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (HPGCL) के चेयरमैन संजीव कौशल ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के अधिकारियों के साथ एक अहम मीटिंग की। इस बैठक में यमुनानगर स्थित चौधरी छोटू राम थर्मल पावर प्लांट (DCRTPP) में 1800 मेगावाट की नई अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट के विस्तार कार्य की प्रगति पर चर्चा की गई। करीब 7,272 करोड़ रुपए की लागत वाला यह प्रोजेक्ट बीएचईएल को EPC (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) आधार पर सौंपा गया है। ग्राउंड लेवल पर कई जरूरी काम पहले ही पूरे किए जा चुके हैं। मीटिंग में यह जानकारी दी गई कि BHEL ने 432 तकनीकी नक्शे मंजूरी के लिए भेजे हैं, जिनमें से 9 जून तक 106 ड्रॉइंग को मंजूरी मिल चुकी है। पाइलिंग (नींव से जुड़ा कार्य) के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 15 कंपनियों ने बोली लगाई है और 15 जून तक टेंडर दिए जाने की संभावना है। अनुमान है कि यह पूरा प्रोजेक्ट साल 2029 तक तैयार हो जाएगा और व्यावसायिक रूप से काम करने लगेगा। पाइलिंग फेज के लिए हो रही खरीद भूमि के अध्ययन के लिए पाइलिंग चरण के लिए सीमेंट और स्टील आदि की खरीद का कार्य भी प्रगति पर है। डेडिकेटेड रेलवे साइडिंग के लिए व्यवहार्यता रिपोर्ट एचपीजीसीएल को प्रस्तुत की गई है, जिसकी समीक्षा की जा रही है। मीटिंग के दौरान बताया गया कि नई इकाई को मौजूदा 2300 मेगावाट इकाइयों से अलग करने वाली महत्वपूर्ण कर्टेन वाल का सिविल कार्य जून के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि ढांचागत कार्य 15 जुलाई तक पूरा होना है। बॉयलर लाइट-अप अगस्त 2028 होना है, जिससे मार्च 2029 में इकाई की वाणिज्यिक शुरुआत होगी। 110 हेक्टेयर में बनेंगी ग्रीन बेल्ट प्रोजेक्ट की पर्यावरण से जुड़ी प्रतिबद्धताओं का उल्लेख करते हुए एचपीजीसीएल के चेयरमैन संजीव कौशल ने कहा कि निगम द्वारा संयंत्र स्थल के पास 110 हेक्टेयर हरित पट्टी का विकास किया गया रहा है। इसके अलावा क्षेत्र के पारिस्थितिक संतुलन को बढ़ाने के लिए इतने ही और क्षेत्र में पौधारोपण की योजना है।14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखने के साथ शुरू हुई थी। बीएचईएल ने निर्माण गतिविधियों के लिए एक अस्थायी 19 किलोवाट बिजली कनेक्शन लिया है और आगे के कार्यों के लिए 250 किलोवाट कनेक्शन के लिए आवेदन किया हुआ है। भूमि अधिग्रहण का काम जारी प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का काम जारी है, जिसमें लगभग 56 एकड़ भूमि विकास के लिए निर्धारित की गई है। इसमें से 35 एकड़ भूमि साइट स्टोर के लिए सुरक्षित कर ली गई है। मिट्टी भराव, चारदीवारी निर्माण और निचले क्षेत्र को समतल करने सहित निर्माण गतिविधियां सुचारू रूप से चल रही हैं। कौशल ने कार्य की गति और गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त करते हुए, बीएचईएल के सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना की और हरियाणा के बिजली बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में परियोजना के रणनीतिक महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह विस्तार एचपीजीसीएल और बीएचईएल के बीच मजबूत साझेदारी का प्रमाण है, जो प्रदेश और देश की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने के लिए टिकाऊ और कुशल ऊर्जा समाधान की दिशा में एक निर्णायक कदम है। हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (HPGCL) के चेयरमैन संजीव कौशल ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के अधिकारियों के साथ एक अहम मीटिंग की। इस बैठक में यमुनानगर स्थित चौधरी छोटू राम थर्मल पावर प्लांट (DCRTPP) में 1800 मेगावाट की नई अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट के विस्तार कार्य की प्रगति पर चर्चा की गई। करीब 7,272 करोड़ रुपए की लागत वाला यह प्रोजेक्ट बीएचईएल को EPC (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) आधार पर सौंपा गया है। ग्राउंड लेवल पर कई जरूरी काम पहले ही पूरे किए जा चुके हैं। मीटिंग में यह जानकारी दी गई कि BHEL ने 432 तकनीकी नक्शे मंजूरी के लिए भेजे हैं, जिनमें से 9 जून तक 106 ड्रॉइंग को मंजूरी मिल चुकी है। पाइलिंग (नींव से जुड़ा कार्य) के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 15 कंपनियों ने बोली लगाई है और 15 जून तक टेंडर दिए जाने की संभावना है। अनुमान है कि यह पूरा प्रोजेक्ट साल 2029 तक तैयार हो जाएगा और व्यावसायिक रूप से काम करने लगेगा। पाइलिंग फेज के लिए हो रही खरीद भूमि के अध्ययन के लिए पाइलिंग चरण के लिए सीमेंट और स्टील आदि की खरीद का कार्य भी प्रगति पर है। डेडिकेटेड रेलवे साइडिंग के लिए व्यवहार्यता रिपोर्ट एचपीजीसीएल को प्रस्तुत की गई है, जिसकी समीक्षा की जा रही है। मीटिंग के दौरान बताया गया कि नई इकाई को मौजूदा 2300 मेगावाट इकाइयों से अलग करने वाली महत्वपूर्ण कर्टेन वाल का सिविल कार्य जून के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि ढांचागत कार्य 15 जुलाई तक पूरा होना है। बॉयलर लाइट-अप अगस्त 2028 होना है, जिससे मार्च 2029 में इकाई की वाणिज्यिक शुरुआत होगी। 110 हेक्टेयर में बनेंगी ग्रीन बेल्ट प्रोजेक्ट की पर्यावरण से जुड़ी प्रतिबद्धताओं का उल्लेख करते हुए एचपीजीसीएल के चेयरमैन संजीव कौशल ने कहा कि निगम द्वारा संयंत्र स्थल के पास 110 हेक्टेयर हरित पट्टी का विकास किया गया रहा है। इसके अलावा क्षेत्र के पारिस्थितिक संतुलन को बढ़ाने के लिए इतने ही और क्षेत्र में पौधारोपण की योजना है।14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखने के साथ शुरू हुई थी। बीएचईएल ने निर्माण गतिविधियों के लिए एक अस्थायी 19 किलोवाट बिजली कनेक्शन लिया है और आगे के कार्यों के लिए 250 किलोवाट कनेक्शन के लिए आवेदन किया हुआ है। भूमि अधिग्रहण का काम जारी प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का काम जारी है, जिसमें लगभग 56 एकड़ भूमि विकास के लिए निर्धारित की गई है। इसमें से 35 एकड़ भूमि साइट स्टोर के लिए सुरक्षित कर ली गई है। मिट्टी भराव, चारदीवारी निर्माण और निचले क्षेत्र को समतल करने सहित निर्माण गतिविधियां सुचारू रूप से चल रही हैं। कौशल ने कार्य की गति और गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त करते हुए, बीएचईएल के सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना की और हरियाणा के बिजली बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में परियोजना के रणनीतिक महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा कि यह विस्तार एचपीजीसीएल और बीएचईएल के बीच मजबूत साझेदारी का प्रमाण है, जो प्रदेश और देश की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने के लिए टिकाऊ और कुशल ऊर्जा समाधान की दिशा में एक निर्णायक कदम है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
