यमुनानगर में दुबई भेजने के नाम पर 2.70 लाख ठगे:पंजाब के एजेंट ने फर्जी वीजा और टिकट थमाया, रकम वापिस मांगने पर धमकाया

यमुनानगर में दुबई भेजने के नाम पर 2.70 लाख ठगे:पंजाब के एजेंट ने फर्जी वीजा और टिकट थमाया, रकम वापिस मांगने पर धमकाया

यमुनानगर में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दुबई भेजने के नाम पर पंजाब के एक एजेंट ने युवक को फर्जी व टिकट सौंप दिए गए और 2 लाख 70 हजार रुपए की चपत लगा दी। जब इसका विरोध किया तो उसे एजेंट धमकाने लगा। पुलिस ने चंदाखेड़ी निवासी शिवम दहिया की शिकायत पर पंजाब के होशियारपुर निवासी एजेंट लक्ष्य शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। शिवम ने बताया कि वह विदेश में नौकरी की तलाश में थे। एक जानकार के जरिए 10 फरवरी को उन्होंने लक्ष्य शर्मा से संपर्क किया। लक्ष्य ने उसे मोहाली बुलाया और फाइल व अन्य खर्चों के लिए पैसे मांगे। उसने अपने पिता के साथ मोहाली जाकर लक्ष्य को 40 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में दिए और अपना पासपोर्ट भी सौंप दिया। लक्ष्य ने दावा किया कि दुबई में उनकी जान-पहचान है और वह उसको नौकरी दिलाने के साथ-साथ दुबई भेजने का पूरा इंतजाम करेगा। इसके बाद, लक्ष्य ने वेरिफिकेशन के नाम पर 4,600 रुपए और 18 फरवरी को दुबई से फोन कर 7,000 रुपए और मांगे, जो शिवम ने दे दिए। 13 मार्च को लक्ष्य ने एक वीजा दिया, जो चेक करने पर एक्टिव तो था, लेकिन उसका उद्देश्य स्पष्ट नहीं था। फिर भी आरोपी को 1 लाख रुपए ऑनलाइन पेमेंट कर दिए। लक्ष्य ने दुबई यात्रा के लिए 2 लाख 50 हजार रुपए का खर्च बताया, जिसमें रहना और खाना शामिल था। बाद में, टिकट की कीमत बढ़ने का हवाला देकर 9,000 रुपए अतिरिक्त मांगे, जो शिवम ने दे दिए। 18 मार्च को शिवम ने लक्ष्य की कंपनी, गोल्डन इमिग्रेशन, से अपने मूल दस्तावेज लिए और एक एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग माध्यमों से 70,000 रुपए और दिए। बाकी 50,000 रुपए टिकट मिलने के बाद देने की बात हुई, जिसमें से 10,000 रुपए लक्ष्य ने 26 मार्च को बहाने से ले लिए। 3 अप्रैल को लक्ष्य ने शिवम को मोहाली बुलाया और एक कवलजीत कौर नाम की महिला से बात कराई, जिसके खाते में 30,000 रुपए जमा कराए गए। लेकिन जब शिवम ने टिकट चेक किया, तो वह “ऑन होल्ड” और कैंसिल स्थिति में था। लक्ष्य ने फिर 1 लाख 20 हजार रुपए की और मांग की, यह कहकर कि यह राशि दुबई की कंपनी में जमा करानी है। शिवम ने इसका विरोध किया, क्योंकि यह शर्त पहले नहीं बताई गई थी। जवाब में, लक्ष्य ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो वीजा रद्द कर दिया जाएगा और सारी राशि जब्त हो जाएगी। 8 अप्रैल को लक्ष्य ने वीजा रद्द होने की रिपोर्ट भेज दी। शिवम ने 5 अप्रैल को दुबई की कंपनी को ईमेल कर इसकी पुष्टि की, तो कंपनी ने जवाब दिया कि उन्होंने न तो कोई वीजा जारी किया और न ही कोई एडवांस पेमेंट मांगा। जब शिवम ने लक्ष्य से अपने पैसे वापस मांगे, तो उसने पैसे लौटाने और दुबई भेजने से साफ इनकार कर दिया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। बिलासपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यमुनानगर में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दुबई भेजने के नाम पर पंजाब के एक एजेंट ने युवक को फर्जी व टिकट सौंप दिए गए और 2 लाख 70 हजार रुपए की चपत लगा दी। जब इसका विरोध किया तो उसे एजेंट धमकाने लगा। पुलिस ने चंदाखेड़ी निवासी शिवम दहिया की शिकायत पर पंजाब के होशियारपुर निवासी एजेंट लक्ष्य शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। शिवम ने बताया कि वह विदेश में नौकरी की तलाश में थे। एक जानकार के जरिए 10 फरवरी को उन्होंने लक्ष्य शर्मा से संपर्क किया। लक्ष्य ने उसे मोहाली बुलाया और फाइल व अन्य खर्चों के लिए पैसे मांगे। उसने अपने पिता के साथ मोहाली जाकर लक्ष्य को 40 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में दिए और अपना पासपोर्ट भी सौंप दिया। लक्ष्य ने दावा किया कि दुबई में उनकी जान-पहचान है और वह उसको नौकरी दिलाने के साथ-साथ दुबई भेजने का पूरा इंतजाम करेगा। इसके बाद, लक्ष्य ने वेरिफिकेशन के नाम पर 4,600 रुपए और 18 फरवरी को दुबई से फोन कर 7,000 रुपए और मांगे, जो शिवम ने दे दिए। 13 मार्च को लक्ष्य ने एक वीजा दिया, जो चेक करने पर एक्टिव तो था, लेकिन उसका उद्देश्य स्पष्ट नहीं था। फिर भी आरोपी को 1 लाख रुपए ऑनलाइन पेमेंट कर दिए। लक्ष्य ने दुबई यात्रा के लिए 2 लाख 50 हजार रुपए का खर्च बताया, जिसमें रहना और खाना शामिल था। बाद में, टिकट की कीमत बढ़ने का हवाला देकर 9,000 रुपए अतिरिक्त मांगे, जो शिवम ने दे दिए। 18 मार्च को शिवम ने लक्ष्य की कंपनी, गोल्डन इमिग्रेशन, से अपने मूल दस्तावेज लिए और एक एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग माध्यमों से 70,000 रुपए और दिए। बाकी 50,000 रुपए टिकट मिलने के बाद देने की बात हुई, जिसमें से 10,000 रुपए लक्ष्य ने 26 मार्च को बहाने से ले लिए। 3 अप्रैल को लक्ष्य ने शिवम को मोहाली बुलाया और एक कवलजीत कौर नाम की महिला से बात कराई, जिसके खाते में 30,000 रुपए जमा कराए गए। लेकिन जब शिवम ने टिकट चेक किया, तो वह “ऑन होल्ड” और कैंसिल स्थिति में था। लक्ष्य ने फिर 1 लाख 20 हजार रुपए की और मांग की, यह कहकर कि यह राशि दुबई की कंपनी में जमा करानी है। शिवम ने इसका विरोध किया, क्योंकि यह शर्त पहले नहीं बताई गई थी। जवाब में, लक्ष्य ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो वीजा रद्द कर दिया जाएगा और सारी राशि जब्त हो जाएगी। 8 अप्रैल को लक्ष्य ने वीजा रद्द होने की रिपोर्ट भेज दी। शिवम ने 5 अप्रैल को दुबई की कंपनी को ईमेल कर इसकी पुष्टि की, तो कंपनी ने जवाब दिया कि उन्होंने न तो कोई वीजा जारी किया और न ही कोई एडवांस पेमेंट मांगा। जब शिवम ने लक्ष्य से अपने पैसे वापस मांगे, तो उसने पैसे लौटाने और दुबई भेजने से साफ इनकार कर दिया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। बिलासपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर