यमुनानगर में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मंगलवार रात करीब 11 बजे दिल्ली से वापस लौटे युवाओं ने एजेंट के कार्यालय के बाहर हंगामा किया। सूचना मिलते ही डायल 112 और गांधी नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। शातिरों ने यमुनानगर के साथ-साथ पंचकूला, चंडीगढ़, जीरकपुर, लुधियाना, करनाल व कुरुक्षेत्र के 80 से ज्यादा युवाओं का बेवकूफ बनाकर उनसे 15 करोड़ से भी ज्यादा की राशि ठग ली। आरोपियों ने किसी से 10 किसी से 20 तो किसी से 25 लाख रुपए की बेईमानी की। युवाओं से पैसे ऐंठ उनके पासपोर्ट अपने पास रख उन्हें अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली तक बुला लिया। मामले का खुलासा तब हुआ जब दिल्ली में होटल में ठहरे युवाओं ने रात की फ्लाइट का स्टेटस जानने के लिए चेक किया तो टिकट कैंसिल मिली। इस बारे जब आरोपियों से संपर्क किया तो उनके फोन स्विच ऑफ पाए गए। रात को दफ्तर पर हंगामा हताश होकर मंगलवार रात्रि करीब 11 बजे सभी युवा यमुनानगर वापिस लौटे और एजेंट के दफ्तर पहुंच हंमागा किया। सूचना मिलते ही डायल 112 और गांधी नगर थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। युवाओं को शांत कर उन्हें अपने-अपने घर जाने को कहा। सभी युवा आज मिलकर पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ शिकायत सौंपेंगे। खेड़ी गांव के मोहम्मद साहिल ने बताया कि आरोपियों ने संत निश्चल पब्लिक स्कूल के सामने ग्लोबल इंफोटेक के नाम से ऑफिस बना रखा था, जिसे अजय, रमनदीप कौर और प्रदीप सिंह चला रहे थे। उन्होंने इसकी ब्रांच यमुनानगर के साथ-साथ चंडीगढ़, जीरकपुर, लुधियाना व दिल्ली में भी खोल रखी है। सोशल मीडिया से संपर्क में आया, 10 दिन में वीजा दिलाने का था दावा वह विदेश जाने का इच्छुक था। उसे सोशल मीडिया के माध्यम से ग्लोबल इंफोटेक बारे पता चला था। आरोपियों ने कहा था कि वे यहां से एक ग्रुप को ऑस्ट्रेलिया का वर्क वीजा लगवाकर भेज रहे हैं। दावा था कि वे कम समय और कम दाम में 100% गारंटी के साथ वीजा लगाकर देंगे। उसने 31 मई को आरोपियों को वीजा के लिए अपने डॉक्यूमेंट दिए थे। आरोपियों मात्र 10 दिनों में वीजा दिलाने का दावा किया। इसके लिए उन्होंने 20 लाख रुपए की डिमांड की, जिसमें से 10 लाख रुपए पहले देने थे। उसने आरोपियों को दो लाख उनके अकाउंट में और बाकी के आठ लाख कैश दिए थे। न तो बायोमेट्रिक हुई और न ही एंबेसी फीस कटी आरोपियों ने उसे पंचकुला स्थित अपने दफ्तर बुलाया और फिर चंडीगढ़ में उसका मेडिकल कराया। आरोपियों ने ना तो उसकी बायोमेट्रिक कराई थी और न ही कोई एंबेसी फीस कटवाई थी। आरोपी कहते थे की 20 लाख में ये सब काम वह खुद करा देंगे आप इसकी चिंता न करें। आरोपियों ने एक सप्ताह के भीतर उसे वर्क वीजा का लेटर उसे थमा दिया और कहा कि तैयारी कर लो, 10 जून को तुम दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर ऑस्ट्रेलिया जा रहे हो। आरोपियों ने कहा कि तुम अपना सामान लेकर सुबह ही दिल्ली पहुंच जाना। तुम्हारी शाम की फ्लाइट है। टिकट कनफर्म हो चुकी है। तुम्हारा पासपोर्ट, वीजा और एयर टिकट वहीं मिल जाएगी। 80 से ज्यादा युवा पहुंचे दिल्ली होटल आरोपियों ने उन्हें नई दिल्ली में होटल शांति पैलेस में सुबह पहुंचकर स्टे करने को बोला था। कहा था कि उनके वहां पर रूम बुक करवा रखे हैं। वह सुबह आठ बजे के करीब सामान पैक कर अपने परिजनों के साथ होटल में पहुंच गया था। यमुनानगर से 30 से ज्यादा युवा वहां पहुंचे थे। वहां जाकर देखा तो पंचकुला, चंडीगढ़, जीरकपुर, लुधियाना, करनाल व कुरुक्षेत्र सहित और भी कई जगह से करीब 80 युवा वहां दिल्ली एयरपोर्ट से शाम को ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए आए हुए थे। ऑनलाइन चेक करने पर टिकट स्टेटस मिला कैंसिल उन्होंने होटल की रिसेप्शन पर जाकर अपनी आईडी दिखाकर रूम का पूछा तो स्टाफ ने बताया कि उनके नाम से तो यहां पर कोई भी बुकिंग नहीं हो रखी है। ऐसे में आरोपियों को फोन कर इस बारे बात की गई तो उन्होंने कहा कि तुम कमरा बुक करवा लो वे कुछ ही देर में वहां आ रहे हैं तभी पेमेंट कर देंगे। इस पर उन्होंने अपने-अपने स्तर पर होटल के कमरे बुक कर लिए और आरोपियों के आने का इंतजार करने लगे। कुछ देर बाद एक युवक ने शक होने पर टिकट को ऑनलाइन चेक किया तो पाया कि टिकट कैंसिल हो चुकी थी। आरोपियों ने फोन कर लिए स्विच ऑफ ऐसे में जब बाकी के युवाओं ने भी अपनी-अपनी टिकट का स्टेटस जांचा तो सभी की टिकट कैंसिल हो चुकी थी। उन्होंने इस बारे बात करने के लिए आरोपी एजेंटों से संपर्क किया तो उनके सभी नंबर स्विच ऑफ पाए गए। रात्रि 10 बजे की फ्लाइट थी। ऐसे में वे दोपहर तीन से चार बजे तक आरोपियों से लगातार संपर्क करने का प्रयास करते रहे, लेकिन नंबर बंद ही मिले। बाद में वहां पर हंगामा हुआ तो दिल्ली पुलिस भी होटल पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें बोला की वे अपने-अपने शहर जाकर इस बारे शिकायतें दें। ऐसे में सभी युवा अपने सामान के साथ रात्रि करीब 11 बजे यमुनानगर पहुंच एजेंट के ऑफिस के आगे एकत्रित हुए। आज इस मामले में सभी युवा एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक से मिलेंगे। तीनों आरोपियों अजय, रमनदीप कौर और प्रदीप सिंह ने 80 से ज्यादा युवाओं के साथ 16 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड किया है। तीनों आरोपी फरार हो गए हैं। उन्हें डर है की वे विदेश ना भाग जाएं। ऑफिस के अंदर मोबाइल था नॉट अलाउड पीड़ित सुनील ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के लिए उसकी आरोपियों से 25 लाख में बात हुई थी। 8 लाख रुपए वह पहले दे चुका था। आरोपियों ज्यादा अमाउंट कैश में ही लेते थे। जब भी पेमेंट करने उनके दफ्तर जाते थे तो वे उनके मोबाइल को बाहर ही रखवा देते थे। वहीं सभी युवाओं के पासपोर्ट और अन्य डॉक्यूमेंट्स आरोपियों के पास ही हैं। आरोपियों ने सभी को बोला था की उन्हें उनका पासपोर्ट, टिकट, वीजा व अन्य सभी डॉक्यूमेंट्स एयरपोर्ट पर ही दे देंगे, लेकिन आरोपी अब खुद ही फरार हो चुके हैं। शिकायत मिलने पर करेंगे कार्रवाई गांधी नगर थाने से मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया उन्हें सूचना मिली थी कि युवकों से विदेश भेजने के नाम पर फ्रॉड हुआ है। वे मौके पर पहुंचे तो युवाओं से बातचीत की। जैसे ही उन्हें शिकायत मिलेगी कार्रवाई की जाएगी। युवाओं ने वीजा ने अपने वीजा भी उन्हें दिखाए हैं। जांच की जाएगी फिलहाल एजेंट भी यहां मौजूद नहीं है। यमुनानगर में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मंगलवार रात करीब 11 बजे दिल्ली से वापस लौटे युवाओं ने एजेंट के कार्यालय के बाहर हंगामा किया। सूचना मिलते ही डायल 112 और गांधी नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। शातिरों ने यमुनानगर के साथ-साथ पंचकूला, चंडीगढ़, जीरकपुर, लुधियाना, करनाल व कुरुक्षेत्र के 80 से ज्यादा युवाओं का बेवकूफ बनाकर उनसे 15 करोड़ से भी ज्यादा की राशि ठग ली। आरोपियों ने किसी से 10 किसी से 20 तो किसी से 25 लाख रुपए की बेईमानी की। युवाओं से पैसे ऐंठ उनके पासपोर्ट अपने पास रख उन्हें अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली तक बुला लिया। मामले का खुलासा तब हुआ जब दिल्ली में होटल में ठहरे युवाओं ने रात की फ्लाइट का स्टेटस जानने के लिए चेक किया तो टिकट कैंसिल मिली। इस बारे जब आरोपियों से संपर्क किया तो उनके फोन स्विच ऑफ पाए गए। रात को दफ्तर पर हंगामा हताश होकर मंगलवार रात्रि करीब 11 बजे सभी युवा यमुनानगर वापिस लौटे और एजेंट के दफ्तर पहुंच हंमागा किया। सूचना मिलते ही डायल 112 और गांधी नगर थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। युवाओं को शांत कर उन्हें अपने-अपने घर जाने को कहा। सभी युवा आज मिलकर पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ शिकायत सौंपेंगे। खेड़ी गांव के मोहम्मद साहिल ने बताया कि आरोपियों ने संत निश्चल पब्लिक स्कूल के सामने ग्लोबल इंफोटेक के नाम से ऑफिस बना रखा था, जिसे अजय, रमनदीप कौर और प्रदीप सिंह चला रहे थे। उन्होंने इसकी ब्रांच यमुनानगर के साथ-साथ चंडीगढ़, जीरकपुर, लुधियाना व दिल्ली में भी खोल रखी है। सोशल मीडिया से संपर्क में आया, 10 दिन में वीजा दिलाने का था दावा वह विदेश जाने का इच्छुक था। उसे सोशल मीडिया के माध्यम से ग्लोबल इंफोटेक बारे पता चला था। आरोपियों ने कहा था कि वे यहां से एक ग्रुप को ऑस्ट्रेलिया का वर्क वीजा लगवाकर भेज रहे हैं। दावा था कि वे कम समय और कम दाम में 100% गारंटी के साथ वीजा लगाकर देंगे। उसने 31 मई को आरोपियों को वीजा के लिए अपने डॉक्यूमेंट दिए थे। आरोपियों मात्र 10 दिनों में वीजा दिलाने का दावा किया। इसके लिए उन्होंने 20 लाख रुपए की डिमांड की, जिसमें से 10 लाख रुपए पहले देने थे। उसने आरोपियों को दो लाख उनके अकाउंट में और बाकी के आठ लाख कैश दिए थे। न तो बायोमेट्रिक हुई और न ही एंबेसी फीस कटी आरोपियों ने उसे पंचकुला स्थित अपने दफ्तर बुलाया और फिर चंडीगढ़ में उसका मेडिकल कराया। आरोपियों ने ना तो उसकी बायोमेट्रिक कराई थी और न ही कोई एंबेसी फीस कटवाई थी। आरोपी कहते थे की 20 लाख में ये सब काम वह खुद करा देंगे आप इसकी चिंता न करें। आरोपियों ने एक सप्ताह के भीतर उसे वर्क वीजा का लेटर उसे थमा दिया और कहा कि तैयारी कर लो, 10 जून को तुम दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर ऑस्ट्रेलिया जा रहे हो। आरोपियों ने कहा कि तुम अपना सामान लेकर सुबह ही दिल्ली पहुंच जाना। तुम्हारी शाम की फ्लाइट है। टिकट कनफर्म हो चुकी है। तुम्हारा पासपोर्ट, वीजा और एयर टिकट वहीं मिल जाएगी। 80 से ज्यादा युवा पहुंचे दिल्ली होटल आरोपियों ने उन्हें नई दिल्ली में होटल शांति पैलेस में सुबह पहुंचकर स्टे करने को बोला था। कहा था कि उनके वहां पर रूम बुक करवा रखे हैं। वह सुबह आठ बजे के करीब सामान पैक कर अपने परिजनों के साथ होटल में पहुंच गया था। यमुनानगर से 30 से ज्यादा युवा वहां पहुंचे थे। वहां जाकर देखा तो पंचकुला, चंडीगढ़, जीरकपुर, लुधियाना, करनाल व कुरुक्षेत्र सहित और भी कई जगह से करीब 80 युवा वहां दिल्ली एयरपोर्ट से शाम को ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए आए हुए थे। ऑनलाइन चेक करने पर टिकट स्टेटस मिला कैंसिल उन्होंने होटल की रिसेप्शन पर जाकर अपनी आईडी दिखाकर रूम का पूछा तो स्टाफ ने बताया कि उनके नाम से तो यहां पर कोई भी बुकिंग नहीं हो रखी है। ऐसे में आरोपियों को फोन कर इस बारे बात की गई तो उन्होंने कहा कि तुम कमरा बुक करवा लो वे कुछ ही देर में वहां आ रहे हैं तभी पेमेंट कर देंगे। इस पर उन्होंने अपने-अपने स्तर पर होटल के कमरे बुक कर लिए और आरोपियों के आने का इंतजार करने लगे। कुछ देर बाद एक युवक ने शक होने पर टिकट को ऑनलाइन चेक किया तो पाया कि टिकट कैंसिल हो चुकी थी। आरोपियों ने फोन कर लिए स्विच ऑफ ऐसे में जब बाकी के युवाओं ने भी अपनी-अपनी टिकट का स्टेटस जांचा तो सभी की टिकट कैंसिल हो चुकी थी। उन्होंने इस बारे बात करने के लिए आरोपी एजेंटों से संपर्क किया तो उनके सभी नंबर स्विच ऑफ पाए गए। रात्रि 10 बजे की फ्लाइट थी। ऐसे में वे दोपहर तीन से चार बजे तक आरोपियों से लगातार संपर्क करने का प्रयास करते रहे, लेकिन नंबर बंद ही मिले। बाद में वहां पर हंगामा हुआ तो दिल्ली पुलिस भी होटल पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें बोला की वे अपने-अपने शहर जाकर इस बारे शिकायतें दें। ऐसे में सभी युवा अपने सामान के साथ रात्रि करीब 11 बजे यमुनानगर पहुंच एजेंट के ऑफिस के आगे एकत्रित हुए। आज इस मामले में सभी युवा एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक से मिलेंगे। तीनों आरोपियों अजय, रमनदीप कौर और प्रदीप सिंह ने 80 से ज्यादा युवाओं के साथ 16 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड किया है। तीनों आरोपी फरार हो गए हैं। उन्हें डर है की वे विदेश ना भाग जाएं। ऑफिस के अंदर मोबाइल था नॉट अलाउड पीड़ित सुनील ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के लिए उसकी आरोपियों से 25 लाख में बात हुई थी। 8 लाख रुपए वह पहले दे चुका था। आरोपियों ज्यादा अमाउंट कैश में ही लेते थे। जब भी पेमेंट करने उनके दफ्तर जाते थे तो वे उनके मोबाइल को बाहर ही रखवा देते थे। वहीं सभी युवाओं के पासपोर्ट और अन्य डॉक्यूमेंट्स आरोपियों के पास ही हैं। आरोपियों ने सभी को बोला था की उन्हें उनका पासपोर्ट, टिकट, वीजा व अन्य सभी डॉक्यूमेंट्स एयरपोर्ट पर ही दे देंगे, लेकिन आरोपी अब खुद ही फरार हो चुके हैं। शिकायत मिलने पर करेंगे कार्रवाई गांधी नगर थाने से मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया उन्हें सूचना मिली थी कि युवकों से विदेश भेजने के नाम पर फ्रॉड हुआ है। वे मौके पर पहुंचे तो युवाओं से बातचीत की। जैसे ही उन्हें शिकायत मिलेगी कार्रवाई की जाएगी। युवाओं ने वीजा ने अपने वीजा भी उन्हें दिखाए हैं। जांच की जाएगी फिलहाल एजेंट भी यहां मौजूद नहीं है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
