हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद बुधवार को बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मायावती ने कहा- देश में इस बार 18वीं लोकसभा के चुनाव में खासकर कांग्रेस के INDIA गठबंधन ने संविधान बचाओ और आरक्षण बचाओ आदि का हथकंडा इस्तेमाल किया। उन्होंने इसकी आड़ में देश के विशेषकर भोले-भाले SC-ST और OBC लोगों को गुमराह किया और उनका वोट लेकर अपने गठबंधन को मजबूत बना लिया है। इससे हमारी जैसी और पार्टियों को भी काफी नुकसान हुआ है। बसपा प्रमुख ने कहा- जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में हमारी पार्टी इनके और भी हथकंडों और षड्यंत्रों से अपने लोगों को बाहर नहीं निकाल पाई। इससे पार्टी को इन चुनावों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अब हमें अपनी विशेष रणनीति बनानी होगी। हमे पहले की तरह बीच-बीच में कैडर के जरिए इनके ऐसे सभी हथकंडों और षड्यंत्रों से लोगों को सावधान करते रहना जरूरी है। तभी हमारी पार्टी आगे चलकर दोबारा बेहतर स्थिति में आ सकती है…(पढ़ें पूरी खबर) गोंडा में सड़क पर खड़ा युवक अचानक गिरा…मौत; VIDEO गोंडा में महाराजगंज पुलिस चौकी के पास स्थित श्रृंगार कुंज मंदिर के पास एक युवक खड़ा होता है। तभी अचानक वह नाली में गिर जाता है। जिससे उसकी मौत हो जाती है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें युवक अचानक गिर जाता है। आज सुबह करीब 8:00 बजे युवक की लाश मिली है। मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने नाली में पड़े शव को देखा और तुरंत नगर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पढ़ें पूरी खबर…. बलरामपुर में CM के दौरे से पहले पूर्व सपा विधायक गिरफ्तार, लेखपाल को धमकाने का आरोप बलरामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे से 24 घंटे पहले पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी को गिरफ्तार किया है। दो बार सपा से विधायक रहे आरिफ अनवर हाशमी पहले भी दो बार जेल जा चुके हैं। ईडी भी पूर्व विधायक पर कार्रवाई कर चुकी है। जनवरी में लेखपाल को धमकाने के मुकदमे में कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस मामले में मंगलवार की शाम पुलिस ने पूर्व सपा विधायक आरिफ अनवर हाशमी को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ 32 मुकदमे दर्ज हैं। वह जिले में माफिया की टाॅप-10 सूची में शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में गांजा तस्करों से पुलिस की मुठभेड़, पैर में गोली मारकर 2 को पकड़ा कानपुर की महाराजपुर पुलिस की मंगलवार देर रात गांजा तस्करों से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दो गांजा तस्करों के पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया। दोनों के पास से तमंचा और 10 किलो गांजा बरामद हुआ है। मुठभेड़ में गांजा तस्करों को दबोचने वाली टीम को DCP ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने 25 हजार का इनाम दिया है। DCP ईस्ट ने बताया- महाराजपुर पुलिस को सूचना मिली कि मंगलवार रात कानपुर-प्रयागराज हाईवे से पुरवामीर होते हुए स्कूटी सवार दो गांजा तस्कर बड़ी खेप लेकर करबिगवां जा रहे हैं। सूचना मिलते ही महाराजपुर और चकेरी पुलिस तस्करों की घेराबंदी में जुट गई। करबिगवां रेलवे स्टेशन के पास सूबेदारखेड़ा से पहले एक खंडहर के पास स्कूटी सवार तस्करों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। स्कूटी पर बैठे तस्कर ने सीधे पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बचाव में तस्करों के पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया। पकड़े गए गांजा तस्करों की पहचान नर्वल पारा गांव निवासी नीरज और मनीष के रूप में हुई है। पढ़ें पूरी खबर… लखनऊ में रेप के बाद प्रेमी ने की थी हत्या, सिर पर गंभीर चोट लखनऊ के मानकनगर स्थित स्लीपर ग्राउंड रेलवे कॉलोनी के सर्वेंट क्वार्टर में लापता महिला की हत्या रेप के बाद हुई थी। हत्यारों ने उसके सिर पर वजनदार वस्तु मारकर मौत के घाट उतारा था। इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुई है। फोरेंसिक एक्सपर्ट, महिला डॉक्टर के पैनल ने वीडियो ग्राफी में शव का पोस्टमॉर्टम के दौरान स्लाइड भी बनाई। इसकी जांच रिपोर्ट के बाद ही रेप या गैंगरेप की पुष्टि हो सकेगी। पारा से लापता महिला के परिजनों ने शव के पोस्टमॉर्टम के बाद शव को घर के सामने रखकर आरोपी ई-रिक्शा चालक रामू की गिरफ्तारी की मांग की। परिजनों ने हत्या में रामू के साथ ही इलाके की एक महिला समेत आठ अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि रामू ने अपनी दूसरी महिला मित्र के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इसलिए सबकी गिरफ्तारी के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करेंगे। पारा इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार ने लोगों को समझा कर शांत कराया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। पढ़ें पूरी खबर… मेरठ पॉलिटेक्निक में छात्राओं पर कमेंट करने वाला टीचर सस्पेंड, फेल छात्राओं की कॉपी फिर चेक होगी मेरठ के मुख्तार सिंह राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में एक साथ 78 छात्राओं के फेल होने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। विभागाध्यक्ष अरुण कुमार गौतम के खिलाफ छात्राओं से अमर्यादित तरीके से बातचीत की शिकायत हुई। शिकायत पर प्राविधिक मंत्री आशीष पटेल ने विभागाध्यक्ष (HOD) अरुण कुमार गौतम को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही डीएम को शिकायतों की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं। छात्राओं की बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल होने पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि हमारी सरकार हमेशा पारदर्शिता और जवाबदेही के प्रति प्रतिबद्ध है। हम सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी को सख्त सजा मिले। प्राचार्य ने छात्राओं से रिइवेलुएशन फॉर्म यानी दोबारा एग्जाम कॉपी चेक करने के लिए आवेदन करने को कहा है। पढ़ें पूरी खबर… बरेली में नशे में धुत सिपाही सस्पेंड, यूपी-112 में ड्यूटी थी SSP बरेली अनुराग आर्य ने मंगलवार रात नशे में धुत सिपाही को सस्पेंड कर दिया। ड्यूटी के दौरान नशे की हालत में पाए जाने पर सिपाही मनोज कुमार पर कार्रवाई हुई है। सिपाही मनोज कुमार 2021 बैच के हैं। ड्यूटी के दौरान अक्सर इनके नशे में होने की शिकायत पुलिस अफसरों से की गई। इसके बाद इनका मेडिकल कराया गया। जांच रिपोर्ट में नशे में होने की पुष्टि हुई। इसके बाद सस्पेंशन की कार्रवाई हुई है। पढ़ें पूरी खबर… हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद बुधवार को बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मायावती ने कहा- देश में इस बार 18वीं लोकसभा के चुनाव में खासकर कांग्रेस के INDIA गठबंधन ने संविधान बचाओ और आरक्षण बचाओ आदि का हथकंडा इस्तेमाल किया। उन्होंने इसकी आड़ में देश के विशेषकर भोले-भाले SC-ST और OBC लोगों को गुमराह किया और उनका वोट लेकर अपने गठबंधन को मजबूत बना लिया है। इससे हमारी जैसी और पार्टियों को भी काफी नुकसान हुआ है। बसपा प्रमुख ने कहा- जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में हमारी पार्टी इनके और भी हथकंडों और षड्यंत्रों से अपने लोगों को बाहर नहीं निकाल पाई। इससे पार्टी को इन चुनावों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अब हमें अपनी विशेष रणनीति बनानी होगी। हमे पहले की तरह बीच-बीच में कैडर के जरिए इनके ऐसे सभी हथकंडों और षड्यंत्रों से लोगों को सावधान करते रहना जरूरी है। तभी हमारी पार्टी आगे चलकर दोबारा बेहतर स्थिति में आ सकती है…(पढ़ें पूरी खबर) गोंडा में सड़क पर खड़ा युवक अचानक गिरा…मौत; VIDEO गोंडा में महाराजगंज पुलिस चौकी के पास स्थित श्रृंगार कुंज मंदिर के पास एक युवक खड़ा होता है। तभी अचानक वह नाली में गिर जाता है। जिससे उसकी मौत हो जाती है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें युवक अचानक गिर जाता है। आज सुबह करीब 8:00 बजे युवक की लाश मिली है। मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने नाली में पड़े शव को देखा और तुरंत नगर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पढ़ें पूरी खबर…. बलरामपुर में CM के दौरे से पहले पूर्व सपा विधायक गिरफ्तार, लेखपाल को धमकाने का आरोप बलरामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे से 24 घंटे पहले पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी को गिरफ्तार किया है। दो बार सपा से विधायक रहे आरिफ अनवर हाशमी पहले भी दो बार जेल जा चुके हैं। ईडी भी पूर्व विधायक पर कार्रवाई कर चुकी है। जनवरी में लेखपाल को धमकाने के मुकदमे में कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस मामले में मंगलवार की शाम पुलिस ने पूर्व सपा विधायक आरिफ अनवर हाशमी को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ 32 मुकदमे दर्ज हैं। वह जिले में माफिया की टाॅप-10 सूची में शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में गांजा तस्करों से पुलिस की मुठभेड़, पैर में गोली मारकर 2 को पकड़ा कानपुर की महाराजपुर पुलिस की मंगलवार देर रात गांजा तस्करों से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दो गांजा तस्करों के पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया। दोनों के पास से तमंचा और 10 किलो गांजा बरामद हुआ है। मुठभेड़ में गांजा तस्करों को दबोचने वाली टीम को DCP ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने 25 हजार का इनाम दिया है। DCP ईस्ट ने बताया- महाराजपुर पुलिस को सूचना मिली कि मंगलवार रात कानपुर-प्रयागराज हाईवे से पुरवामीर होते हुए स्कूटी सवार दो गांजा तस्कर बड़ी खेप लेकर करबिगवां जा रहे हैं। सूचना मिलते ही महाराजपुर और चकेरी पुलिस तस्करों की घेराबंदी में जुट गई। करबिगवां रेलवे स्टेशन के पास सूबेदारखेड़ा से पहले एक खंडहर के पास स्कूटी सवार तस्करों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। स्कूटी पर बैठे तस्कर ने सीधे पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बचाव में तस्करों के पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया। पकड़े गए गांजा तस्करों की पहचान नर्वल पारा गांव निवासी नीरज और मनीष के रूप में हुई है। पढ़ें पूरी खबर… लखनऊ में रेप के बाद प्रेमी ने की थी हत्या, सिर पर गंभीर चोट लखनऊ के मानकनगर स्थित स्लीपर ग्राउंड रेलवे कॉलोनी के सर्वेंट क्वार्टर में लापता महिला की हत्या रेप के बाद हुई थी। हत्यारों ने उसके सिर पर वजनदार वस्तु मारकर मौत के घाट उतारा था। इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुई है। फोरेंसिक एक्सपर्ट, महिला डॉक्टर के पैनल ने वीडियो ग्राफी में शव का पोस्टमॉर्टम के दौरान स्लाइड भी बनाई। इसकी जांच रिपोर्ट के बाद ही रेप या गैंगरेप की पुष्टि हो सकेगी। पारा से लापता महिला के परिजनों ने शव के पोस्टमॉर्टम के बाद शव को घर के सामने रखकर आरोपी ई-रिक्शा चालक रामू की गिरफ्तारी की मांग की। परिजनों ने हत्या में रामू के साथ ही इलाके की एक महिला समेत आठ अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि रामू ने अपनी दूसरी महिला मित्र के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इसलिए सबकी गिरफ्तारी के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करेंगे। पारा इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार ने लोगों को समझा कर शांत कराया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। पढ़ें पूरी खबर… मेरठ पॉलिटेक्निक में छात्राओं पर कमेंट करने वाला टीचर 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बैच के हैं। ड्यूटी के दौरान अक्सर इनके नशे में होने की शिकायत पुलिस अफसरों से की गई। इसके बाद इनका मेडिकल कराया गया। जांच रिपोर्ट में नशे में होने की पुष्टि हुई। इसके बाद सस्पेंशन की कार्रवाई हुई है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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सलमान खान की हत्या की साजिश में शामिल बदमाश गिरफ्तार:मुंबई से भाग कर भिवानी में छिपा था; रेकी करने वालों में था शामिल बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश के तार हरियाणा से जुड़ गए हैं। भिवानी सीआईए स्टाफ-2 और नवी मुंबई पुलिस की टीम ने रविवार रात को एक जॉइंट ऑपरेशन करके अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश के मामले में वांछित आरोपी को भिवानी से गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान गांव तिगड़ाना के दीपक उर्फ जोनी के तौर पर हुई है। उसको आगामी कार्रवाई के लिए नवी मुंबई पुलिस को सौंपा गया है। भिवानी सीआईए स्टाफ-2 के इंचार्ज इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने के मामले में वर्ष 2024 में थाना पनवेल सिटी नवी मुंबई में मामला दर्ज किया गया था। इसके तहत नवी मुंबई पुलिस ने सलमान खान की हत्या की साजिश को नाकाम करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। सलमान खान के घर की थी रेकी अभिनेता सलमान खान के घर व फार्म हाउस की रेकी कर उनकी हत्या की योजना बनाई गई थी। भिवानी सीआईए स्टाफ -2 को नवी मुंबई पुलिस से सूचना प्राप्त हुई थी कि हत्या की साजिश में भिवानी के गांव तिगड़ाना, निवासी एक व्यक्ति की भी भूमिका है। सीआईए स्टाफ -2 भिवानी की टीम व नवी मुंबई पुलिस की संयुक्त टीम ने आज रात को भिवानी से इस मामले में एक आरोपी को काबू किया है। टीम द्वारा काबू किए गए आरोपी की पहचान गांव तिगड़ाना निवासी दीपक उर्फ जोनी पुत्र हवा सिंह के रूप में हुई है। दीपक काफी समय से रहता था नवी मुंबई आरोपी दीपक कई वर्षों से नवी मुंबई में रहता था। वहीं सलमान खान के घर व फार्म हाउस की रेकी व हत्या की योजना बनाने वाले आरोपियों के संपर्क में था। साथियों की धरपकड़ के बाद वह भाग कर भिवानी आ गया था। काफी समय से यहीं छिपा हुआ था। मुबई पुलिस भी उसका पीछा करते हुए यहां पर आ पहुंची। आरोपी दीपक को नवी मुंबई पुलिस को सौंपा दिया गया है।
वाराणसी के मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियां क्यों हटाईं:जन्म के बारे में कोई जानकारी नहीं, 1858 में शिरडी आए और संत बन गए
वाराणसी के मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियां क्यों हटाईं:जन्म के बारे में कोई जानकारी नहीं, 1858 में शिरडी आए और संत बन गए पिछले हफ्ते वाराणसी के मंदिरों से सनातन रक्षक दल नाम के संगठन ने साईं मूर्तियां हटानी शुरू कर दीं। 14 मंदिरों से मूर्तियां हटाईं भी। यह सब संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में हो रहा था। उन्होंने कुछ साईं मूर्तियों को गंगा में विसर्जित किया। कुछ को साईं मंदिरों में पहुंचाया। उधर, शिरडी साईं ट्रस्ट ने महाराष्ट्र सरकार से इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। साईं भक्तों ने भी विरोध शुरू कर दिया। अजय शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। 3 अक्टूबर को पुलिस ने अजय शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। क्या है साईं बाबा की कहानी? देवताओं के साथ मंदिरों में कब से स्थापित किए जाने लगे? साईं बाबा को मंदिरों से हटाने वालों का क्या तर्क है? क्यों इस कदम को महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा? भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए पूरी कहानी- सबसे पहले साईं बाबा की कहानी बाबा के जन्म के समय पर अब भी रहस्य
साईं बाबा के जन्म के साल और उनकी शुरुआती जिंदगी को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं है। जन्म के साल को लेकर भी एकमत नहीं है। साईं द्वारका माई धाम, साईं बाबा के जन्म का साल 1835 बताता है। हालांकि, तारीख को लेकर सटीक जानकारी नहीं है। साईं द्वारका माई धाम इसे 27 या 28 सितंबर बताता है। इनका जन्म एक गरीब हिंदू परिवार में हुआ था। द्वारका माई धाम के मुताबिक, इनके माता-पिता का नाम देवगिरिअम्मा और गंगाभवद्या था। इन्होंने जन्म के बाद बालक को झाड़ियों के बीच छोड़ दिया था। तब बच्चे को एक मुस्लिम फकीर और उनकी पत्नी ने अपना लिया, क्योंकि उनके अपने बच्चे नहीं थे। साईं बाबा ने अपने जीवनकाल में कभी भी अपना असल नाम, जाति और धर्म जैसी चीजों के बारे में नहीं बताया। 1858 में एक बारात के साथ शिरडी आए और वहीं रह गए
साईं बाबा से जुड़ी संस्थाओं के मुताबिक, साईं बाबा के जन्म और उनकी शुरुआती जिंदगी के बारे में ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिल पाती। साल 1858 से साईं बाबा के महाराष्ट्र के शिरडी नाम के गांव में रहने की बात पता चलती है। वह यहां 60 साल या उससे ज्यादा रहे। उनके शिरडी गांव में पहुंचने के पीछे भी एक दिलचस्प किस्सा बताया जाता है। दूसरे गांव से एक बारात शिरडी आ रही थी। उसमें वह मेहमान बनकर शिरडी पहुंचे और वहीं रह गए। वहां उनके स्वागत में कहा गया- या साईं यानी स्वागत है साईं। बाबा को यह ध्वनि अच्छी लग गई। उन्होंने साईं को ही फिर अपना नाम बना लिया। इसके बाद वह शिरडी गांव में ही रह गए। शुरुआत में एक नीम के पेड़ के नीचे रहते। फिर गांव की मस्जिद में रहने लगे। उन्होंने उस मस्जिद का नाम रखा- द्वारका माई यानी मां द्वारका। बता दें, साईं शब्द फारसी भाषा का है। मुस्लिम धर्म में साईं उन्हें कहा गया है जो पवित्र आत्मा हो। शिरडी में रहने के दौरान लोग अपनी परेशानियां लेकर साईं बाबा के पास आने लगे
1858 के बाद शिरडी में रहने के दौरान लोग उनके पास अपनी परेशानियां लेकर आने लगे। शुरुआती दिनों में वह जंगल में एक पेड़ के नीचे रहते। शिरडी साईं परिवार के मुताबिक, इस दौरान लोगों ने उनकी चमत्कारी शक्तियों को महसूस किया। उनके लोक कल्याणकारी काम देखकर लोग उनके भक्त बनने लगे। उनकी सेवा भावना में खुद को रमाने के लिए आगे आने लगे। आज इसे लेकर कई कहानियां कही जाती हैं। लेकिन चमत्कार को लेकर यह कहानियां कितनी सच हैं, यह बात समय में कहीं पीछे छूट चुकी है। अब यह सब आस्था का विषय है। इसलिए इन पर सवाल नहीं उठाया जाता है। अपने जीवनकाल में ही साईं बाबा एक संत और लोगों के आध्यात्मिक गुरु बन गए थे। अंदाजा लगाया जाता है कि 1918 में उनकी मृत्यु के बाद उनके भक्तों ने उन्हें पूजना शुरू किया। उनकी मूर्तियां स्थापित की गईं। साईं बाबा के निधन के 4 साल बाद 1922 में मंदिर बनाया गया
साईं बाबा का निधन 1918 में दशहरे के दिन हुआ। इसके 4 साल बाद 1922 में शिरडी में साईं बाबा के मंदिर का निर्माण किया गया। साईं बाबा के निधन के बाद नागपुर के एक करोड़पति भक्त श्रीमंत गोपालपाव ने इस मंदिर का निर्माण कराया। तब मंदिर का निजी स्वामित्व इन्हीं के पास था। बाद में श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट बना और मंदिर का स्वामित्व और संचालन इसके पास आ गया। साईं बाबा के हिंदू संत या मुस्लिम फकीर होने को लेकर विवाद रहा है
साल 2014 में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने बयान दिया कि वो एक मुस्लिम संत थे। उनकी हिंदू देवता की तरह पूजा नहीं की जा सकती। इस बयान पर तब खूब हंगामा हुआ था। साईं बाबा के भक्तों ने विरोध जताया था। मुंबई के साईं धाम टेंपल ने तो इसके खिलाफ बांबे हाईकोर्ट में याचिका तक डाली थी। इनका कहना था कि साईं बाबा मुस्लिम नहीं, ब्राह्मण थे। उनका अपमान करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। इसी तरह साल 2021 में गाजियाबाद में डासना मंदिर के मुख्य पुजारी और अपने विवादित बयानों के लिए विख्यात यति नरसिंहानंद भी साईं बाबा को मुस्लिम बता चुके हैं। उनके बयान के बाद दिल्ली के शाहपुर जाट के मंदिर में साईं बाबा की प्रतिमा को कुछ लोगों ने तोड़ दिया। ऐसा करते हुए उन्होंने वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाला दिया था। ये दोनों घटनाएं साईं बाबा के धर्म को लेकर खिंची लकीर को साफ दिखाती हैं। अब जानिए साईं बाबा की मूर्ति हटाने वाले और इसका विरोध करने वालों का तर्क काशी के मंदिरों के महंतों का पक्ष, साईं बाबा का पौराणिक ग्रंथों में उल्लेख नहीं
माता विशालाक्षी देवी मंदिर के महंत राजनाथ तिवारी कहते हैं- हमारे सनातन धर्म या किसी भी पौराणिक ग्रंथ में साईं बाबा का उल्लेख नहीं है। वो एक साईं फकीर हो सकते हैं, पर भगवान नहीं। अजय शर्मा ठीक कर रहे थे। साईं बाबा की मूर्ति देवालयों में नहीं होनी चाहिए। वो कहते हैं, साईं बाबा का मंदिर बनाइए या उन्हें घर में स्थापित करके आप पूजा कीजिए। मुझे उन मंदिरों के महंतों पर दुख हो रहा है जिन्होंने साईं बाबा की मूर्ति के लिए देवालयों में स्थान दिया। यह शास्त्र सम्मत नहीं है। काशी में ही मंगला गौरी मंदिर के पुजारी नरेंद्र पांडेय कहते हैं- काशी खंड में सनातन मंदिर और परंपरागत मंदिर हैं, जहां पर भगवान शंकर स्वयं प्रकट हुए। साईं भगवान नहीं हैं। हमारे यहां पंचदेव पूजन का विधान है। उनकी प्राण प्रतिष्ठा होती है। साईं बाबा के मंदिर में किस प्रकार से प्राण प्रतिष्ठा हुई कि हमारे मंदिरों में पूजा हो रही है। हमारे मंदिरों के महंतों से आग्रह है कि उस प्रतिमा को वहां से हटा दें। वो कहते हैं कि उनसे हमारा कोई विरोध नहीं है। वो भव्य मंदिर बनाएं और उसमें भव्य मूर्ति की स्थापना करवाएं, लेकिन साईं बाबा मंदिर का निर्माण मंदिर के कैंपस में नहीं हो सकता। यहां सनातन का विरोध है। साईं बाबा मंदिर के पुजारियों ने कहा- मंदिरों से मूर्ति हटाना गलत है
दारानगर स्थित साईं मंदिर के पुजारी और भक्तों ने कहा- मंदिर से मूर्तियां हटाना गलत है। मंदिर के पुजारी संदीप कुमार शोभित ने कहा- यह साईं मंदिर 15 साल पुराना है। पहले बहुत लोग आते थे, लेकिन विरोध के चलते भक्तों की संख्या घटी है। साईं बाबा का मंदिर जैसे यहां है, वैसे ही बनना चाहिए। मंदिरों में उनकी मूर्ति नहीं होनी चाहिए। वहीं साईं बाबा के भक्त मुकुंद लाल गुप्ता ने कहा- साईं बाबा की मूर्तियां हटाना गलत है। जहां स्थापना हुई है, वहां मूर्ति होनी चाहिए। मूर्तियां हटाने वाले अजय शर्मा का पक्ष- साईं बाबा गुरु हैं उनका भगवान के मंदिर में क्या काम
सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा 2013 में भी पहड़िया में साईं बाबा की मूर्ति हटवा चुके हैं। अजय शर्मा ने बताया था कि साईं बाबा गुरु हैं, उनका भगवान के मंदिर में क्या काम? लोग अपने घरों में उनका मंदिर बनाए मुझे कोई आपत्ति नहीं। उनका अलग से मंदिर बनाकर पूजें, लेकिन देवी-देवता के मंदिर में उनकी प्रतिमा का क्या काम? इसके बाद उन्होंने शहर के कुल 14 मंदिरों से मूर्ति हटाने की बात कही थी और सभी को गंगा जी में विसर्जित किया था। इस मामले में उनके ऊपर चैतन्य व्यास हनुमान मंदिर के पुजारी ने चौक थाने में तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने 3 अक्टूबर की भोर उन्हें मैदागिन इलाके से गिरफ्तार किया था। महाराष्ट्र बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान ने राजनीतिक रंग दे दिया
इस घटना के सामने आने के बाद महाराष्ट्र में इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई। बता दें, महाराष्ट्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। साईं बाबा का जन्म से लेकर पूरा जीवन महाराष्ट्र में बीता है। शिरडी में साईं मंदिर करोड़ों भक्तों के आस्था का केंद्र है। ऐसे में, यहां की राजनीतिक पार्टियों का इस मुद्दे को हाथों-हाथ लेना ही था। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि साईं बाबा जाति, पंथ और धर्म से ऊपर हैं। वह धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक हैं। दूसरी तरफ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि साईं बाबा सभी के लिए पूजनीय हैं। मैं तीन दशकों से साईं भक्त हूं। जो हुआ वह बुरा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। इस तरह के बयानों से दोनों ही पार्टियां साईं भक्तों के पक्ष में मैदान में कूद पड़ीं। वजह है महाराष्ट्र में साईं भक्तों की बड़ी संख्या। ये भी पढ़ें… ‘साईं चांद मियां’ बोलकर उखाड़ीं मूर्तियां, कहां फेंकी पता नहीं:हिंदू संगठन बोला- 12 और राज्यों से हटाएंगे; फिर क्यों विवादों में साईं बाबा 29 सितंबर को रात 10 बजे की बात है। 6 लोग काशी के बड़ा गणेश मंदिर में घुसे। हाथों में लोहे की रॉड, हथौड़ी-छेनी और सफेद कपड़ा लिए थे। सभी ने पहले हिंदू देवी-देवताओं के सामने हाथ जोड़ा। फिर एक-एक करके मंदिर के कोने में लगी साईं बाबा की मूर्ति के पास पहुंचे। कैमरा ऑन करके इनमें से एक शख्स कहता है, ‘बड़ा गणेश मंदिर में हमारे भगवानों के साथ ‘चांद-मियां’ (हिंदू संगठन साईं बाबा को इस नाम से संबोधित करते है) विराजे हुए हैं। आज यहां से इनकी विदाई होने वाली है।’ पढ़ें पूरी खबर…
पलवल में अवैध मीट की दुकान पर रेड:एक गिरफ्तार, 2 औजारों समेत फरार, बिना लाइसेंस के बेच रहे थे
पलवल में अवैध मीट की दुकान पर रेड:एक गिरफ्तार, 2 औजारों समेत फरार, बिना लाइसेंस के बेच रहे थे हरियाणा के पलवल जिले में सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से चल रही मीट की दुकान के खिलाफ पुलिस और नगर परिषद की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। नगर परिषद के क्लर्क जितेंद्र कुमार की शिकायत पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सार्वजनिक स्थानों पर फेंके अवशेष शहर थाना प्रभारी राधेश्याम ने बताया कि आमजन की शिकायत पर टीम सोहना रोड स्थित अवैध मीट की दुकान पर पहुंची। यहां तीन युवक बिना किसी लाइसेंस के मुर्गों को काट रहे थे और उनके अवशेषों को सार्वजनिक स्थानों पर फेंक रहे थे। इससे न केवल बदबू फैल रही थी, बल्कि महामारी फैलने का भी खतरा था। मांगने पर नहीं मिले दस्तावेज जब टीम ने दुकान पर मौजूद युवकों से लाइसेंस मांगा, तो वे कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। आरोपियों की पहचान सैयदवाड़ा मोहल्ले के गुड्डू, अकरम और इकलाक के रूप में हुई। पुलिस की कार्रवाई के दौरान अकरम और इकलाक मीट और औजारों को लेकर फरार हो गए, जबकि गुड्डू को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। विभिन्न धाराओं के तहत केस पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से जानवरों को काटने, सार्वजनिक स्थान पर बदबू फैलाने, जनस्वास्थ्य को खतरे में डालने और सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।