यूपी कैडर के IPS अधिकारी हिमांशु कुमार ट्रांसफर-पोस्टिंग के आरोप में क्लीन चिट मिल गई है। विभागीय जांच खत्म होने के बाद हिमांशु को प्रमोशन मिला है। वह डीआईजी बनाए गए हैं। हिमांशु कुमार का प्रमोशन जांच की वजह से रुका हुआ था। मौजूदा समय में हिमांशु प्रतिनियुक्ति पर मणिपुर में तैनात हैं। हिमांशु कुमार 2010 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। 2009 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। हिमांशु कुमार बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने जर्नलिज्म में बैचलर्स किया है। इसके बाद लोक प्रशासन में मास्टर्स की डिग्री ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 में यूपी में योगी सरकार बनने के बाद पहले अफसर थे, जिनको सस्पेंड किया गया था। तब उनकी तैनाती फिरोजाबाद में एसपी के पद पर थी। साल 2020 में आईपीएस हिमांशु कुमार की तैनाती गौतमबुद्धनगर जिले में थी। इस समय नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने उन पर ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर पैसे लेने के आरोप लगाए थे। उस समय हिमांशु के अलावा चार अन्य आईपीएस पर ऐसे ही आरोप लगाए गए थे। यूपी सरकार ने इन अफसरों के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। जिसने हिमांशु और एक अन्य पर लगे आरोपों को सही बताया था। इसके बाद इन दोनों के खिलाफ विजिलेंस के मेरठ सेक्टर में एफआईआर दर्ज हुई थी। 2020 के बाद से उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी, लेकिन इसमें उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। आरोपों झूठे मिलने के बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच खत्म कर दी गई और उन्हें क्लीन चिट मिल गई। उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच का विजिलेंस ने दो बार परीक्षण कराया था। दोनों में उनके ऊपर लगे आरोप सही नहीं पाए गए थे। हरदोई में स्कूल की फीस जमा न करने पर प्रिंसिपल ने बच्चे को पीटा; क्लास के बाहर खड़ा कर मारे डंडे हरदोई में कक्षा-7 के बच्चे की स्कूल में पिटाई का वीडियो सामने आया है। स्कूल की फीस न जमा करने पर बच्चे को स्कूल के संचालक और प्रिंसिपल ने क्लास से बाहर निकालने के बाद डंडे से पीटा। घटना के बाद पीड़ित छात्र के पिता ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। मामला थाना कछौना क्षेत्र के लाला भभूती प्रसाद जूनियर हाईस्कूल का है। पढ़ें पूरी खबर महाकुंभ तैयारियों को लेकर सीएम योगी ने की मीटिंग; मंत्री राज्यों का दौरा कर गवर्नर-मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में कैबिनेट मीटिंग की। इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महासचिव धर्मपाल सिंह भी रहे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक अभी-अभी संपन्न हुई है। निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए लंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा किया जाए। प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और अधिक सख्त बनाया जाए, भाईचारा कायम रखा जाए। इसके अलावा हम सभी अपने-अपने विभागों के साथ कुंभ की तैयारियों में लग जाएंगे और महाकुंभ को बहुत ही सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराएंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमारी प्रतिबद्धता है कि हम संभल और पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे। मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्य रूप से महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बैठक थी। सभी मंत्री राज्यों में जाएंगे और राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और विशिष्ट लोगों को आमंत्रित करेंगे। कुंभ को स्वच्छ रखने तथा अन्य सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। बैठक में राज्य के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। आगरा में दिव्यांग बेटी को जहर देकर पिता का सुसाइड, एक साल पहले की थी दूसरी शादी आगरा में गुरुवार रात दिव्यांग बेटी की जहर देकर हत्या करने के बाद पिता ने सुसाइड कर लिया। शुक्रवार सुबह बड़ा भाई जब चाय पीने के लिए कमरे में पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ। कमरे में बेड पर दिव्यांग बेटी की लाश पड़ी थी। जिसके मुहं से झाग निकल रहा था। जबकि उनके भाई का शव किचेन में फंदे से लटक रहा था। बड़े भाई ने शोर मचाया तो मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों की मदद से शव को नीचे उतारा गया और बेटी के बगल में बेड पर रख दिया गया। इसी बीच लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने पिता-बेटी के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। उनकी दूसरी पत्नी घर पर नहीं थी। घटना थाना एत्माद्दौला क्षेत्र की है।पढ़ें पूरी खबर 16 PCS अफसरों का ट्रांसफर; कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल की दिल्ली में सर्जरी योगी सरकार में प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल की गुरुवार शाम अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके बाद दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल उनके साथ हैं। कैबिनेट मंत्री ने एक पोस्ट करके इसकी जानकारी दी। आशीष पटेल किडनी में स्टोन की समस्या से जूझ रहे थे। मझवां उपचुनाव की व्यस्तता के चलते सर्जरी को टालते जा रहे थे। कई दिनों से दर्द में थे। पढ़ें पूरी खबर… यूपी में 16 PCS अफसरों के तबादले, 6 को कुंभ भेजा गया योगी सरकार ने शुक्रवार को 16 पीसीएस अफसरों के तबादले किए। पंकज वर्मा ADM महाराजगंज से ADM नमामि गंगे बांदा, प्रेमचंद मौर्या SDM आजमगढ़ से ADM नमामि गंगे जालौन, योगेंद्र कुमार SDM मैनपुरी से ADM नमामि गंगे झांसी, मोहनलाल गुप्ता SDM अंबेडकरनगर से ADM नमामि गंगे फिरोजाबाद, शिव अवतार सिंह SDM अयोध्या से OSD यमुना एक्सप्रेस-वे नोएडा बनाया गया है। इसके अलावा, मृत्युंजय नारायण मिश्रा SDM महोबा से सहायक नगर आयुक्त वाराणसी, सुनील कुमार OSD राजस्व परिषद से SDM प्रयागराज, अशोक कुमार चौधरी SDM ललितपुर से एसडीएम प्रयागराज, राघवेंद्र सिंह SDM बांदा से प्रयागराज, हीरालाल अलीगढ़ से एसडीएम प्रयागराज, सुरेंद्र प्रताप यादव एसडीएम प्रयागराज और ठाकुर प्रसाद SDM सुल्तानपुर से प्रयागराज भेजे गए हैं। वाराणसी एयरपोर्ट पर पकड़ा 62 लाख का सोना: शारजाह से लेकर आया था वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक यात्री को 816 ग्राम सोने और 2400 स्टिक विदेशी सिगरेट के साथ खुफिया एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया यात्री शारजाह से वाराणसी पहुंचा था। उसकी पहचान दिल्ली निवासी रईसुद्दीन के रूप में हुई। जिसे पूछताछ के बाद खुफिया एजेंसियों ने पुलिस को सौंप दिया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। यहां पढ़ें पूरी खबर अलीगढ़ में गोशाला के केयरटेकर की गोली मारकर हत्या, खेत में पड़ा मिला शव अलीगढ़ के लोधा थाना क्षेत्र के अमरपुर नेहरा रोड पर गुरुवार को एक गोशाला के केयरटेकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक का शव सड़क किनारे खेत में पड़ा हुआ था। आसपास के लोगों ने जब खेत में युवक को पेट के बल पड़े देखा तो उन्हें संदेह हुआ। लोगों ने जब पास में जाकर देखा तो युवक की मौत हो चुकी थी। राहगीरों ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने आसपास का क्षेत्र सील कर दिया। लोधा थाना क्षेत्र के गांव भरतपुर निवासी दिनेश उर्फ बबलू पुत्र छत्रपाल सिंह गांव के नजदीक ही एक गोशाला में काम करते थे। वह पिछले तीन सालों से केयरटेकर के रूप में गोशाला को संभाल रहे थे। गुरुवार को वह हर दिन की तरह गोशाला आए थे। पढ़ें पूरी खबर सहारनपुर में कारी अबरार जमाल बोले-तौकीर रजा जैसों को जेल में डाले सरकार जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने संभल हिंसा पर कहा-‘ये घटना निंदनीय है। इसकी भरपाई नहीं की जा सकती। लोग इस घटना को एक दिन की नजर से देख रहे हैं। ये घटना एक दिन की नहीं है। ये गुस्सा रामलीला मैदान और गांधी स्टेडियम का है। जो जमीयत उलमा-ए-हिंद ने नौजवानों के भीतर नफरत फैलाई है। पुलिस प्रशासन, सरकार और सिस्टम को लेकर। वो गुस्सा नौजवानों का बाहर आ रहा है। उन्होंने कहा-‘सरकार अगर देश को आगजनी से बचाना चाहती है तो तौकीर रजा जैसे लोगों पर तुरंत एफआईआर करके जेल में डाल दें। तब देश में शांति का माहौल हो सकता है। नहीं तो अब इतनी नफरत पैदा हो चुकी है, इनकी वजह से। ये वक्फ की प्रॉपर्टी खाने वाले लोग। यतीम-स्कीम का माल खाने वाले लोग। करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा किए हुए बैठे हैं। पढ़ें पूरी खबर यूपी कैडर के IPS अधिकारी हिमांशु कुमार ट्रांसफर-पोस्टिंग के आरोप में क्लीन चिट मिल गई है। विभागीय जांच खत्म होने के बाद हिमांशु को प्रमोशन मिला है। वह डीआईजी बनाए गए हैं। हिमांशु कुमार का प्रमोशन जांच की वजह से रुका हुआ था। मौजूदा समय में हिमांशु प्रतिनियुक्ति पर मणिपुर में तैनात हैं। हिमांशु कुमार 2010 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। 2009 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। हिमांशु कुमार बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने जर्नलिज्म में बैचलर्स किया है। इसके बाद लोक प्रशासन में मास्टर्स की डिग्री ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 में यूपी में योगी सरकार बनने के बाद पहले अफसर थे, जिनको सस्पेंड किया गया था। तब उनकी तैनाती फिरोजाबाद में एसपी के पद पर थी। साल 2020 में आईपीएस हिमांशु कुमार की तैनाती गौतमबुद्धनगर जिले में थी। इस समय नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने उन पर ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर पैसे लेने के आरोप लगाए थे। उस समय हिमांशु के अलावा चार अन्य आईपीएस पर ऐसे ही आरोप लगाए गए थे। यूपी सरकार ने इन अफसरों के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। जिसने हिमांशु और एक अन्य पर लगे आरोपों को सही बताया था। इसके बाद इन दोनों के खिलाफ विजिलेंस के मेरठ सेक्टर में एफआईआर दर्ज हुई थी। 2020 के बाद से उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी, लेकिन इसमें उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। आरोपों झूठे मिलने के बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच खत्म कर दी गई और उन्हें क्लीन चिट मिल गई। उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच का विजिलेंस ने दो बार परीक्षण कराया था। दोनों में उनके ऊपर लगे आरोप सही नहीं पाए गए थे। हरदोई में स्कूल की फीस जमा न करने पर प्रिंसिपल ने बच्चे को पीटा; क्लास के बाहर खड़ा कर मारे डंडे हरदोई में कक्षा-7 के बच्चे की स्कूल में पिटाई का वीडियो सामने आया है। स्कूल की फीस न जमा करने पर बच्चे को स्कूल के संचालक और प्रिंसिपल ने क्लास से बाहर निकालने के बाद डंडे से पीटा। घटना के बाद पीड़ित छात्र के पिता ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। मामला थाना कछौना क्षेत्र के लाला भभूती प्रसाद जूनियर हाईस्कूल का है। पढ़ें पूरी खबर महाकुंभ तैयारियों को लेकर सीएम योगी ने की मीटिंग; मंत्री राज्यों का दौरा कर गवर्नर-मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में कैबिनेट मीटिंग की। इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महासचिव धर्मपाल सिंह भी रहे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक अभी-अभी संपन्न हुई है। निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए लंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा किया जाए। प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और अधिक सख्त बनाया जाए, भाईचारा कायम रखा जाए। इसके अलावा हम सभी अपने-अपने विभागों के साथ कुंभ की तैयारियों में लग जाएंगे और महाकुंभ को बहुत ही सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराएंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमारी प्रतिबद्धता है कि हम संभल और पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे। मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्य रूप से महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बैठक थी। सभी मंत्री राज्यों में जाएंगे और राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और विशिष्ट लोगों को आमंत्रित करेंगे। कुंभ को स्वच्छ रखने तथा अन्य सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। बैठक में राज्य के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। आगरा में दिव्यांग बेटी को जहर देकर पिता का सुसाइड, एक साल पहले की थी दूसरी शादी आगरा में गुरुवार रात दिव्यांग बेटी की जहर देकर हत्या करने के बाद पिता ने सुसाइड कर लिया। शुक्रवार सुबह बड़ा भाई जब चाय पीने के लिए कमरे में पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ। कमरे में बेड पर दिव्यांग बेटी की लाश पड़ी थी। जिसके मुहं से झाग निकल रहा था। जबकि उनके भाई का शव किचेन में फंदे से लटक रहा था। बड़े भाई ने शोर मचाया तो मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों की मदद से शव को नीचे उतारा गया और बेटी के बगल में बेड पर रख दिया गया। इसी बीच लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने पिता-बेटी के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। उनकी दूसरी पत्नी घर पर नहीं थी। घटना थाना एत्माद्दौला क्षेत्र की है।पढ़ें पूरी खबर 16 PCS अफसरों का ट्रांसफर; कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल की दिल्ली में सर्जरी योगी सरकार में प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल की गुरुवार शाम अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके बाद दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल उनके साथ हैं। कैबिनेट मंत्री ने एक पोस्ट करके इसकी जानकारी दी। आशीष पटेल किडनी में स्टोन की समस्या से जूझ रहे थे। मझवां उपचुनाव की व्यस्तता के चलते सर्जरी को टालते जा रहे थे। कई दिनों से दर्द में थे। पढ़ें पूरी खबर… यूपी में 16 PCS अफसरों के तबादले, 6 को कुंभ भेजा गया योगी सरकार ने शुक्रवार को 16 पीसीएस अफसरों के तबादले किए। पंकज वर्मा ADM महाराजगंज से ADM नमामि गंगे बांदा, प्रेमचंद मौर्या SDM आजमगढ़ से ADM नमामि गंगे जालौन, योगेंद्र कुमार SDM मैनपुरी से ADM नमामि गंगे झांसी, मोहनलाल गुप्ता SDM अंबेडकरनगर से ADM नमामि गंगे फिरोजाबाद, शिव अवतार सिंह SDM अयोध्या से OSD यमुना एक्सप्रेस-वे नोएडा बनाया गया है। इसके अलावा, मृत्युंजय नारायण मिश्रा SDM महोबा से सहायक नगर आयुक्त वाराणसी, सुनील कुमार OSD राजस्व परिषद से SDM प्रयागराज, अशोक कुमार चौधरी SDM ललितपुर से एसडीएम प्रयागराज, राघवेंद्र सिंह SDM बांदा से प्रयागराज, हीरालाल अलीगढ़ से एसडीएम प्रयागराज, सुरेंद्र प्रताप यादव एसडीएम प्रयागराज और ठाकुर प्रसाद SDM सुल्तानपुर से प्रयागराज भेजे गए हैं। वाराणसी एयरपोर्ट पर पकड़ा 62 लाख का सोना: शारजाह से लेकर आया था वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक यात्री को 816 ग्राम सोने और 2400 स्टिक विदेशी सिगरेट के साथ खुफिया एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया यात्री शारजाह से वाराणसी पहुंचा था। उसकी पहचान दिल्ली निवासी रईसुद्दीन के रूप में हुई। जिसे पूछताछ के बाद खुफिया एजेंसियों ने पुलिस को सौंप दिया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। यहां पढ़ें पूरी खबर अलीगढ़ में गोशाला के केयरटेकर की गोली मारकर हत्या, खेत में पड़ा मिला शव अलीगढ़ के लोधा थाना क्षेत्र के अमरपुर नेहरा रोड पर गुरुवार को एक गोशाला के केयरटेकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक का शव सड़क किनारे खेत में पड़ा हुआ था। आसपास के लोगों ने जब खेत में युवक को पेट के बल पड़े देखा तो उन्हें संदेह हुआ। लोगों ने जब पास में जाकर देखा तो युवक की मौत हो चुकी थी। राहगीरों ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने आसपास का क्षेत्र सील कर दिया। लोधा थाना क्षेत्र के गांव भरतपुर निवासी दिनेश उर्फ बबलू पुत्र छत्रपाल सिंह गांव के नजदीक ही एक गोशाला में काम करते थे। वह पिछले तीन सालों से केयरटेकर के रूप में गोशाला को संभाल रहे थे। गुरुवार को वह हर दिन की तरह गोशाला आए थे। पढ़ें पूरी खबर सहारनपुर में कारी अबरार जमाल बोले-तौकीर रजा जैसों को जेल में डाले सरकार जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने संभल हिंसा पर कहा-‘ये घटना निंदनीय है। इसकी भरपाई नहीं की जा सकती। लोग इस घटना को एक दिन की नजर से देख रहे हैं। ये घटना एक दिन की नहीं है। ये गुस्सा रामलीला मैदान और गांधी स्टेडियम का है। जो जमीयत उलमा-ए-हिंद ने नौजवानों के भीतर नफरत फैलाई है। पुलिस प्रशासन, सरकार और सिस्टम को लेकर। वो गुस्सा नौजवानों का बाहर आ रहा है। उन्होंने कहा-‘सरकार अगर देश को आगजनी से बचाना चाहती है तो तौकीर रजा जैसे लोगों पर तुरंत एफआईआर करके जेल में डाल दें। तब देश में शांति का माहौल हो सकता है। नहीं तो अब इतनी नफरत पैदा हो चुकी है, इनकी वजह से। ये वक्फ की प्रॉपर्टी खाने वाले लोग। यतीम-स्कीम का माल खाने वाले लोग। करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा किए हुए बैठे हैं। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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जेठ ने बहू की हत्या से पहले लिखी स्क्रिप्ट:9 पन्नों में 3 साल का दर्द, कानपुर में भाई बोला- हां मैं भी परेशान था, बहुत लड़ती थी मीनू कानपुर में बड़े भाई ने छोटे भाई की पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बहू की हत्या से पहले बड़े भाई ने पूरी 8 पन्नों की स्क्रिप्ट लिख रखी थी। इसमें उसने तीन साल का दर्द साझा किया। साथ ही बताया कि कैसे उसने हत्या करने की ठाना। जेठ ने 6 महीने पहले ही बहू की हत्या की साजिश रची थी। इतना ही नहीं नींद की दवा, सुसाइड के लिए रस्सी समेत पूरा इंतजाम किया था, लेकिन भाई का ऑटो खराब होने के चलते रोज की तरह काम पर नहीं गया तो मर्डर प्लान को टाल दिया। आखिर 8 पन्ने के सुसाइड नोट में बहू के हत्या आरोपी जेठ ने क्या लिखा…? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर ने कुलदीप के छोटे भाई और मीनू के पति अशोक से बात की। उसने 8 पन्नों का सुसाइड नोट दिखाया और कहा- हां मेरी पत्नी बहुत परेशान करती थी। बात-बात पर झगड़ती थी। मैं भी उससे परेशान था। चलिए पहले जानते हैं, सुसाइड नोट में क्या कुछ लिखा गया… सबसे पहले एक नजर पूरे केस पर कानपुर के 23-ए/पी-ब्लॉक यशोदा नगर में रहने वाले कुलदीप गुप्ता ने बुधवार को बहू मीनू का मर्डर करने के बाद खुद फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच की तो एक 9 पन्ने का सुसाइड नोट मिला था। मर्डर और सुसाइड से पहले कुलदीप ने 8 पन्ने का सुसाइड नोट लिखने के साथ ही उसकी एक सेट फोटो कॉपी भी कराकर गद्दे के नीचे रख दी थी। उसने ऐसा इसलिए किया ताकि अगर किसी से एक सेट मिस हो जाए तो दूसरा मिल जाए। उसने मर्डर क्यों किया? इसकी सच्चाई सभी के सामने आ सके। सुसाइड नोट के पहले पन्ने में कुलदीप ने एक वीडियो भी बनाया। 6 मिनट के वीडियो में उसने बताया कि मीनू की वजह से घर में क्लेश बना रहता था। 8 पन्ने के सुसाइड नोट में 3 साल का दर्द समेटा… सुसाइड नोट का पहला पन्ना जब मैं कंचौसी गया था। दूसरे दिन मीनू ने खूब लड़ाई की थी। तभी मैंने सोचा था कि वहां से आने के बाद मैं इसे मार दूंगा। दूसरे दिन मेरे ससुर जी का श्रद्ध था, मम्मी और मेरी बीवी मेरे ससुराल गई थीं, मैं घर आ गया था। मैं और मीनू घर पर अकेली थी, लेकिन उस दिन अशोक की गाड़ी (ऑटो) दिक्कत कर रही थी। तो उसका कुछ पता नहीं था कि कभी भी घर आ सकता था। इसलिए उस दिन मैंने कुछ नहीं किया। इसके बाद मुझे पता चला कि मेरे चाचा की लड़की की शादी तय हो गई है। तो मैंने कुछ दिन के लिए अपना प्लान ही टाल दिया। मैं नहीं चाहता था कि किसी भी वजह से शादी में किसी तरह की दिक्कत आए। शादी निपट गई तो उसके बाद मैंने एक शनिवार को मारने का प्लान बनाया, सुबह मैंने चाय बनाई अपने हाथ से और उसमें नींद की गोलियां मिली दी। फिर मम्मी और बीवी को पिलाया, लेकिन वो काम नहीं की। उसी दिन मैं फांसी लगाने के लिए रस्सी भी खरीद कर लाया, उस दिन शाम को सभी लोग बाजार गए लेकिन विश्वास बहुत रो रहा था। उस दिन तो फिर कुछ हो नहीं पाया, फिर बाबा-दादी आ गए रहने लिए फिर मुझे समय नहीं मिला। अब सब चले गए हैं। अब मुझे शायद समय मिल जाए। दूसरा पन्ना : रिश्ते के चाचा ने झूठ बोलकर करा दी शादी रिश्ते में चाचा लगने वाले रामकुमार ने अपने साले की लड़की को अच्छा बताकर शादी करा दी। बताया कि उसका भाई कॉलेज में पढ़ाता है और कल्याणपुर में कोचिंग भी चलाता है। 70-80 हजार रुपए महीना कमाता है, और बहन रेनू भी बहुत पढ़ी है, मम्मी भी इंटर किए हैं। मीनू को भी पढ़ा-लिखा बताया था। हम लोग भी बाहरी लड़की से रिश्ता करने की बजाए रिश्तेदारी में संबंध करना चाहते थे। इसी का फायदा उठाकर चाचा ने हम लोगों को गुमराह किया। मीनू वास्तव में बिल्कुल अनपढ़ थी। उसे 100 तक गिनती तक नहीं आती और घड़ी तक देखनी नहीं आती थी। उसे खाना तक बनाना नहीं आता। सिलाई-कढ़ाई, ढोलक और ब्यूटी पार्लर तो बहुत दूर की बात है। मीनू इतनी दुबली थी कि उसका महज 30 किलो वजन था। तीसरे पन्ना : तीन-चार दिन कमरे से नहीं निकलती और न ही मंजन करती अभी शादी का एक महीना ही हुआ था कि मीनू ने अपना रंग दिखाना चालू कर दिया था। बात-बात पर झगड़ा करती थी, गुस्सा हो जाती थी। तीन चार दिन कमरे से नहीं निकलती थी, न ही मंजन करती और न ही नहाती थी। उसके घर वालों से बात किया तो वो लोग मम्मी-पापा और हम लोगों को फोन पर गाली देते थे कि तुम कंजड़ों से हमें रिश्ता नहीं रखना है। हमें तो बस अपनी बिटिया से रिश्ता चलाना है। अशोक को भी बहुत गंदी गाली दी, मीनू हम लोगों के साथ नहीं रहना चाहती थी। वह चाहती थी कि हम लोग अलग हो जाएं और खाना-पीना अलग बनाएं। फिर हम लोगों ने उसे मायके भेज दिया। जब मीनू के भाई से हम लोगों ने इस बारे में बात की तो उसने कहा कि मुझे कोई लेना-देना नहीं है। मेरे घर कल्याणपुर लेकर नहीं आना, वहीं लहरापुर छोड़ना और हमको बार-बार फोन भी मत करना। जब अशोक उसे मायके छोड़ने गया तो वह पेट से थी, हम लोगों को लगा कि अब वह सुधर जाएगी। चौथे पन्ना : मायके वालों को परवाह नहीं, हम लोगों ने बचाई थी जान मायके जाने के बाद मीनू को महीनों बुखार आता रहा, लेकिन उसे किसी अस्पताल में नहीं दिखाया। उसे सिर्फ मेडिकल स्टोर से दवा दिलाते रहे। हम लोग डर रहे थे कि बुखार की वजह से गर्भ में पल रहे बच्चे को कुछ न हो जाए। वो लोग न इलाज करा रहे थे, न ही ससुराल भेज रहे थे। फिर हम लोग उनसे हाथ-पैर जोड़कर उसे लेकर आए और उसे निजी अस्पताल में एडमिट कराया था। वहां जाकर पता चला कि इसके फेफड़े में इंफेक्शन है, मुंह से बार-बार खून आता है। डॉक्टर ने कहा कि अगर एक सप्ताह लेट हो जाते तो मां और बच्चों में से किसी एक को ही बचाया जा सकता था। जब वो ठीक होकर घर आ गई तो तब से डिलीवरी तक ज्यादा लड़ाई नहीं हुई। क्यों कि वो जानती थी कि ज्यादा लड़ाई करोगे तो मेरा काम कौर करेगा। जब बच्चा हुआ तो उसने रोज लड़ना चालू कर दिया। हम लोग फिर उसे मायके छोड़ आए और घर में फर्स्ट फ्लोर का काम शुरू करा दिया। इससे कि उसे अब ससुराल लाएंगे तो अलग ही रखेंगे, लेकिन इसके बाद भी वह नहीं सुधरी। पांचवां पन्ना : पति भूखा काम पर निकल जाता, मां को छज्जे पर खड़े होकर गाली देती अलग होने के बाद भी मीनू में कोई सुधार नहीं हुआ। अशोक सुबह ऑटो चलाने के लिए बगैर खाना खाए निकलता था। वो सोती रहती थी और दिन भर मायके वालों से फोन पर चुगली करती थी। 15 दिन में एक बार खाना बन पाता था। इतना ही नहीं छज्जे पर खड़े होकर जोर-जोर से चिल्लाती, गाली-गलौज करती। मम्मी से कहती थी कि तुम मेरी सौतन हो। मेरा मंगलसूत्र पहन लो। मायके वालों से जब शिकायत करते तो उसके पापा गाली देते और कहते कि पूरे परिवार पर दहेज प्रथा लगवा देंगे और जेल भिजवा देंगे। सारा घर जेल में नजर आएगा। हां मेरी मम्मी ने उसे थप्पड़ जरूर मारा था, लेकिन कोई बहू गलत करेगी तो बहू को तो थप्पड़ मार दिया तो क्या गलत किया। पूरे मोहल्ला गाली-गलौज सुन रहा था। हमारी शादी को 10 साल हो गए लेकिन आज तक कोई लड़ाई नहीं हुई। लेकिन इसने दो-तीन सालों में इतना परेशान कर दिया कि पूरे मोहल्ला जान गया। छठवां पन्ना : हमेशा बीमारी का बहानी बनाती रहती छठवे पन्ने के सुसाइड नोट में लिखा कि एक दिन तो मायके में शिकायत की तो भाई घर आकर पूर परिवार को जेल भेजने की धमकी दी और हंगामा किया था। जब मीनू से पूरी तरह मतलब रखना छोड़ दिया तो पति से ही रोज झगड़ा करती थी। जब वह शाम को घर आए तो कभी पेट दर्द तो कभी सीने में दर्द का बहाना बनाकर बीमार हो जाती थी। शर्म की वजह से अशोक नीचे अपनी मां या भाभी के पास भी खाना खाने नहीं आता और भूखा ही सो जाता था। सितंबर में अशोक के जन्मदिन पर उसके मायके वाले आए तो मैंने छत पर अकेले में आकर इसके भाई से मुकेश उर्फ विपिन से मीनू की सारी हकरतें बताई और कहा कि ऐसे कैसे जिंदगी पार होगी। सातवां पन्ना : साला भड़का तो ठान लिया कि अब परिवार की जिंदगी नरक नहीं होने दूंगा सातवें पन्ने में कुलदीप ने लिखा- मैंने उसके भाई मुकेश उर्फ विपिन को बताया बच्चा पेशाब किए खेलता रहता है, लेकिन पैजामी तक ये नहीं बदलती है। अपने बच्चे तक का ख्याल नहीं रखती है। अगर आप लोग इसे समझाएं तो हम लोगों का घर बच सकता है। बढ़ावा देने से कोई फायदा नहीं है। इससे अच्छा है कि समझौता करके अलग हो जाए। इस पर मीनू का भाई मुकेश भड़क गया और गाली-गलौज करने लगा। बोला दहेज प्रथा लगाकर तुम सबको जेल भिजवा दूंगा। महीने का एक लाख न सही अपनी बूढ़ी मां को इस उम्र में जेल में देखना चाहते हो। अभी तुम लोगों ने मेरी सिधाई देखी है गुस्सा नहीं देखा है। ये बात मैंने किसी को नहीं बताई लेकिन उसी दिन मैंने ठान लिया कि परिवार की जिंदगी अब नरक नहीं होने दूंगा। आठवां पन्ना: मीनू के घरवालों को सजा जरूर दिलाना हम लोगों की जिंदगी पूरी तरह से नरक हो चुकी थी, सिर ढका रहता था पूरी पीठ खुली रहती थी। मोहल्ले भर में ऐसे ही बाहर खड़े होकर सबसे बातें करती थी। तीन साल शादी के हो चुके थे। इतने में तो किसी जानवर को भी कुछ सिखाओ तो सीख जाता है। पर ये तो जानवर से भी बदतर थी, और इसी को बढ़ावा देने वाले भाई, बहन, मम्मी-पापा हैं। इसलिए मजबूरी में मुझे इसे मारना पड़ रहा है। क्यों कि अगर ये जिंदा रही तो यह क्रम आगे भी चलता रहेगा। आने वाले समय में बच्चों की भी जिंदगी खराब हो जाएगी। मुझे माफ कर देना, इसे मारकर मैं खुद मर जाऊंगा। क्यों कि इसे मारने के बाद मुझे जेल हो जाएगी तो मेरे बीवी बच्चों की जिंदगी खराब हो जाएगी। मैंने आज तक चीटी भी मारने से पहले दस बार सोचता हूं, लेकिन मीनू के भाई मुकेश ने मेरे लिए कोई और रास्ता नहीं छोड़ा सिवाए मीनू को मरने के। मीनू के पापा-मम्मी, उसकी बहन रेनू और उसके भाई मुकेश उर्फ विपिन को सजा जरूर दिलाना। आइए अब आपको अशोक की जुबानी सुनाते हैं… मीनू के पति अशोक ने कहा- मां के लिए कभी फल लाना या सौ-दो सौ रुपए देना भी पत्नी को इतना नागवार गुजरता था कि लड़ने लगती थी। कहती थी कि मां को पैसे क्यों दिया, मेरे लिए तो नहीं हैं…? उनके लिए फल क्यों लेकर आए…? बीमार भतीजे को अगर अस्पताल ले गए तो भी झगड़ गई। इसी तरह हर छोटी-छोटी बात पर झगड़ा करके पत्नी ने जीवन को नरक बना दिया था। अशोक ने कहा- मैं भी इतना टूट गया था कि मैंने भाई से एक दिन कह दिया कि मेरी शादी कहां करा दी। मुझे फंसा दिया। मुझे क्या पता था कि यह बात भाई को इतनी चुभ जाएगी कि रोजाना घर की कलह मर्डर और सुसाइड केस तक पहुंच जाएगी। इतना बताते-बताते अशोक फफक कर रोने लगा। उसने आगे कहा – पत्नी मीनू किसी न किसी बात को लेकर बस झगड़ा करने लगती थी। भइया के घर में ये चीज है, मेरे पास क्यों नहीं है। भइया घर में ये सामान लेकर आए हैं, तुम क्यों नहीं लेकर आ पाते हो…? उसी में लड़ने लगती थी। चार साल शादी के हो गए, सप्ताह में एक ही दो दिन बचता था, नहीं तो चार दिन लड़ाई होती थी। जमीन मकान को लेकर कोई झगड़ा नहीं था। भइयो ने परिवारिक कलह को देखते हुए ऊपर (फर्स्ट) फ्लोर बनवा दिया। लेकिन फिर भी पत्नी नीचे के पोर्सन या किसी न किसी बात को लेकर लड़ाई-झगड़ा करती रहती थी। हमको भी कहने लगती थी, भइया घर में सुनता रहता था, लेकिन हमें नहीं पता था कि भइया के दिमाग में ये आ गया था। क्यों कि शादी उसी ने कराई थी। एक बार हमने भइया से कहा था कि भाई तुमने हमको जिंदगी भर के लिए फंसा दिया, यह कहते हुए अशोक फफक कर रोने लगे। मुझे नहीं पता था कि भाई को इतना सदमा लग जाएगा। झगड़े के पीछे कोई ठोस वजह…? इस सवाल पर अशोक ने कहा कि मीनू जबरिया हमसे झगड़ा करती थी, हम समझाते थे कि मीनू रोज-रोज झगड़ा ठीक नहीं होता है, लेकिन मीनू को नहीं। कहीं मायके लेकर चलो, तो कभी ये लेकर तुम नहीं आए…? तो कभी कहती थी कि आज खाना नहीं बनाएंगे। शादी के दूसरे दिन ही शुरू किया झगड़ा अशोक ने बताया- शादी के दूसरे-तीसरे दिन से ही झगड़ा शुरू कर दिया था। चौथी पर जाने से पहले ही कहने लगी थी कि मायके जाएंगे तो ये सामान देना। हमें अपनी सहेलियों को देना है। हमने पूछा कि किसलिए सामान देना है तो उन्होंने कहा था कि हमारी शादी हुई तो सहेलियों ने हमें दिया था, अब हमको देना है। हमने कहा था ठीक है जब जाना तो ले जाना। इतने टिफिन चाहिए, तो हमने 20 टिफिन लाकर दिए थे। तो वह बोली कि हमें 50 टिफिन चाहिए। हमने कहा कि इतने टिफिन की क्या जरूरत है तो उसी में लड़ने लगी थी। तो उसी दिन हम समझ गए थे कि किस तरह की औरत है। फिर धीरे-धीरे पता चला कि इसको कुछ आता भी नहीं है। घड़ी देखना तक नहीं आता था। एक दिन टाइम पूछा तो बोली हमें मोबाइल में देखना आता है, जब कहा कि मोबाइल में देखो तो मोबाइल में भी नहीं देख सकी।
हिमाचल में कांग्रेस की हार की हैट्रिक, जल्द आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे ऑब्जर्वर, किस पर गिरेगी गाज?
हिमाचल में कांग्रेस की हार की हैट्रिक, जल्द आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे ऑब्जर्वर, किस पर गिरेगी गाज? <p style=”text-align: justify;”><strong>Lok Sabha Elections Himachal Results:</strong> हिमाचल प्रदेश की सभी चार लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है. यह भारतीय जनता पार्टी की सभी चारों सीट पर जीत की हैट्रिक है. कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है. देश में इंडिया गठबंधन और विशेष तौर पर कांग्रेस के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद हिमाचल में कांग्रेस कोई बड़ा कमाल नहीं दिखा सकी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसकी वजह से हिमाचल कांग्रेस कार्यकर्ता भी खासे हतोसाहित हैं. जल्द ही कांग्रेस ऑब्जर्वर हार पर मंथन कर रिपोर्ट आलाकमान को सौंपने वाले हैं. हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में दिलचस्प बात है कि अब तक न तो कांग्रेस के संगठन ने और न ही सरकार ने हार की जिम्मेदारी ली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार फिलहाल इसी से संतुष्ट है कि राज्य में हुए उपचुनाव में कुल छह में से चार सीट कांग्रेस के पक्ष में आई. इसके बाद सरकार की स्थिरता और सुरक्षा बढ़ गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जल्द आलाकमान को रिपोर्ट सौंपेंगे ऑब्जर्वर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता, हिमाचल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और ठियोग विधानसभा क्षेत्र से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मंथन किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हिंदुओं की बहुलता है. ऐसे में यहां <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> का मुद्दा भी प्रभावित रहा. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि वह खुद ग्राउंड जीरो पर प्रचार करते रहे. राठौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हार का मंथन किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जल्द ही ऑब्जर्वर हार पर मंथन करने के बाद इसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे और रिपोर्ट कांग्रेस आलाकमान को सौंपेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल में कांग्रेस की हार की हैट्रिक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि हिमाचल प्रदेश में साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को चारों सीट पर हार का सामना करना पड़ा है. इससे पहले साल 2014 और साल 2019 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में भी कांग्रेस के प्रत्याशी भाजपा से चुनाव हार गए थे. हालांकि साल 2021 में मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस के प्रतिभा सिंह ने बीजेपी के ब्रिगेडियर खुशाल सिंह (रिटायर्ड) को चुनाव हार दिया था, लेकिन 2024 में बीजेपी ने दोबारा इस सीट पर कब्जा कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राहुल गांधी के लिए बड़ी जिम्मेदारी की मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिमला में कुलदीप सिंह राठौर ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान राहुल गांधी को विपक्ष में बड़ी जिम्मेदारी देने की भी मांग उठाई. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने 10 साल तक ‘तानाशाह’ सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है. ऐसे में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. राठौर ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले भारत जोड़ो यात्रा और फिर भारत जोड़ो न्याया यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा किया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की मेहनत से ही प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> का 400 पार का नारा बुरी तरह ध्वस्त हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/hamirpur-records-242-diarrhoea-cases-including-32-new-in-12-villages-2709727″>Himachal Pradesh: हमीरपुर के गांवों में डायरिया का फैला प्रकोप! अब तक 242 मामलों की हुई पुष्टि</a><br /></strong></p>
Exclusive: बाबा नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह बोले- साजिश हुई है, उनका कोई दोष नहीं
Exclusive: बाबा नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह बोले- साजिश हुई है, उनका कोई दोष नहीं <p>हाथरस-मंगलवार को हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ में मारे गए 123 लोगों के मामले में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 20 लोगों को हिरासत में लिया है।एफआईआर में नामजद मुख्य सेवादार की तलाश जारी है. इस बीच उनके वकील एपी सिंह ने साजिश की आशंका जताई है. </p>