<p style=”text-align: justify;”><strong>Siddharthnagar Railway Station News:</strong> अमृत स्टेशन योजना के तहत यूपी के अहम रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है. इसी क्रम में सिद्धार्थनगर जनपद के रेलवे स्टेशन की शक्लो सूरत बदल गई है. ये जगह बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध से जुड़ा है. ऐसे में बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद अहम है. इस स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया गया ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो और उनका सफर आरामदायक रहे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए सिद्धार्थनगर रेलवे स्टेशन को काफी आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया गया है. कायाकल्प के बाद इस स्टेशन को तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़कर यात्रियों की सुखद यात्रा की परिकल्पना को साकार किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मान्यता है कि 249 ईसा पूर्व में सम्राट अशोक ने अपने प्रवास के दौरान यहाँ एक 36 फुट ऊँचे स्तम्भ का निर्माण कराया था, जिस पर यह अंकित है कि यहाँ पर महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था. यह क्षेत्र गौतम बुद्ध की जीवन घटनाओं से परिपूर्ण है. ये स्टेशन लुम्बिनी जाने वाले बौद्ध अनुयायियों के लिए प्रवेश द्वार है और सबसे करीब स्टेशन है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10.92 करोड़ की लागत से कायाकल्प</strong><br />विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर भारतीय रेल द्वारा पुराने सिद्धार्थ नगर स्टेशन को आने वाले लगभग 50 वर्ष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ‘अमृत स्टेशन योजना‘ के अन्तर्गत 10.92 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक व उन्नत यात्री सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण स्टेशन भवन को विकसित किया गया है. भगवान बुद्ध को समर्पित इस स्टेशन भवन को स्थानीय संस्कृति एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया एवं स्टेशन में उनकी आकर्षक प्रतिमा लगाई गई है, जो स्टेशन भवन एवं परिसर को भव्यता प्रदान कर रहा है. यात्रियों को धूप और वर्षा से बचाने के लिए शेडो बनाई गई है. प्लेटफॉर्म के 1,700 वर्ग मीटर एरिया में ग्रेनाइट लगाया गया है, जिससे यात्रियों को काफी सुविधा हो रही है. स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण किया गया है. स्टेशन पर यात्रियों के बैठने हेतु पर्याप्त संख्या में स्टील व कंक्रीट बेंचों का प्रावधान किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>स्टेशन परिसर में वाहनों की पार्किंग हेतु उत्तम पार्किंग की व्यवस्था की गई है. यात्रियों की सुविधा हेतु अन्तरराष्ट्रीय मानक के साइनेजेज का प्रावधान किया गया है. यात्रियों की सुविधा के लिए आरक्षित टिकट खिड़की, अनारक्षित टिकट खिड़की व ATVM का प्रावधान किया गया है. पीने के पानी हेतु स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में नल की व्यवस्था की गई है. एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने हेतु एक फुट ओवर ब्रिज बनाया गया. पूरे स्टेशन परिसर में उन्नत प्रकाश का प्रावधान करने के साथ ही आधुनिक फसाड लाइटिंग लगाई गई है. जो स्टेशन की सुन्दरता को भव्यता प्रदान कर रही है. यहां आने वाले यात्रियों को सुगम एवं आरामदायक रेल यात्रा के साथ ही महात्मा बुद्ध की पावन नगरी का भी एहसास हो रहा है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Siddharthnagar Railway Station News:</strong> अमृत स्टेशन योजना के तहत यूपी के अहम रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है. इसी क्रम में सिद्धार्थनगर जनपद के रेलवे स्टेशन की शक्लो सूरत बदल गई है. ये जगह बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध से जुड़ा है. ऐसे में बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद अहम है. इस स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया गया ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो और उनका सफर आरामदायक रहे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए सिद्धार्थनगर रेलवे स्टेशन को काफी आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया गया है. कायाकल्प के बाद इस स्टेशन को तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़कर यात्रियों की सुखद यात्रा की परिकल्पना को साकार किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मान्यता है कि 249 ईसा पूर्व में सम्राट अशोक ने अपने प्रवास के दौरान यहाँ एक 36 फुट ऊँचे स्तम्भ का निर्माण कराया था, जिस पर यह अंकित है कि यहाँ पर महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था. यह क्षेत्र गौतम बुद्ध की जीवन घटनाओं से परिपूर्ण है. ये स्टेशन लुम्बिनी जाने वाले बौद्ध अनुयायियों के लिए प्रवेश द्वार है और सबसे करीब स्टेशन है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10.92 करोड़ की लागत से कायाकल्प</strong><br />विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर भारतीय रेल द्वारा पुराने सिद्धार्थ नगर स्टेशन को आने वाले लगभग 50 वर्ष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ‘अमृत स्टेशन योजना‘ के अन्तर्गत 10.92 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक व उन्नत यात्री सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण स्टेशन भवन को विकसित किया गया है. भगवान बुद्ध को समर्पित इस स्टेशन भवन को स्थानीय संस्कृति एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया एवं स्टेशन में उनकी आकर्षक प्रतिमा लगाई गई है, जो स्टेशन भवन एवं परिसर को भव्यता प्रदान कर रहा है. यात्रियों को धूप और वर्षा से बचाने के लिए शेडो बनाई गई है. प्लेटफॉर्म के 1,700 वर्ग मीटर एरिया में ग्रेनाइट लगाया गया है, जिससे यात्रियों को काफी सुविधा हो रही है. स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण किया गया है. स्टेशन पर यात्रियों के बैठने हेतु पर्याप्त संख्या में स्टील व कंक्रीट बेंचों का प्रावधान किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>स्टेशन परिसर में वाहनों की पार्किंग हेतु उत्तम पार्किंग की व्यवस्था की गई है. यात्रियों की सुविधा हेतु अन्तरराष्ट्रीय मानक के साइनेजेज का प्रावधान किया गया है. यात्रियों की सुविधा के लिए आरक्षित टिकट खिड़की, अनारक्षित टिकट खिड़की व ATVM का प्रावधान किया गया है. पीने के पानी हेतु स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में नल की व्यवस्था की गई है. एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने हेतु एक फुट ओवर ब्रिज बनाया गया. पूरे स्टेशन परिसर में उन्नत प्रकाश का प्रावधान करने के साथ ही आधुनिक फसाड लाइटिंग लगाई गई है. जो स्टेशन की सुन्दरता को भव्यता प्रदान कर रही है. यहां आने वाले यात्रियों को सुगम एवं आरामदायक रेल यात्रा के साथ ही महात्मा बुद्ध की पावन नगरी का भी एहसास हो रहा है.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अमृत स्टेशन योजना के तहत बलरामपुर रेलवे स्टेशन की सूरत बदली, यात्रियों के लिए होंगी ये खास सुविधाएं
यूपी के सिद्धार्थनगर रेलवे स्टेशन का हुआ कायाकल्प, VIP लाउंज से लेकर दी गईं ये खास सुविधाएं
