यूपी के 19 जिलों में आज हीटवेव की चेतावनी:बांदा 43.3°C के साथ सबसे गर्म रहा, इसी हफ्ते पारा 46 डिग्री तक पहुंचेगा

यूपी के 19 जिलों में आज हीटवेव की चेतावनी:बांदा 43.3°C के साथ सबसे गर्म रहा, इसी हफ्ते पारा 46 डिग्री तक पहुंचेगा

बारिश और ओले के बाद आज से यूपी में गर्मी फिर सताएगी। मौसम विभाग ने मंगलवार को 19 जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिन में प्रदेश के कई जिलों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो यूपी में बांदा 43.3°C अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म रहा। वहीं, सबसे कम न्यूनतम पारा मेरठ में 23.8°C रिकॉर्ड किया गया। इसी हफ्ते 5-6 डिग्री बढ़ेगा पारा
मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह ने बताया- इसी हफ्ते यूपी के तापमान में 5 से 6 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में गर्मी और सताएगी। पारा 46 डिग्री तक पहुंचेगा। 16 मई से तराई में बूंदाबांदी का अलर्ट
मौसम विज्ञानी के मुताबि, 16 मई से यूपी के तराई इलाके में चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है। इसके असर से तराई में तीन से चार दिनों के लिए फिर से मौसम बदलेगा। तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। वाराणसी में सुबह 10 बजे से घाटों पर सन्नाटा
वाराणसी में सुबह से ही तेज धूप परेशान कर रही है। घाट जो पर्यटकों से गुलजार रहते थे, वहां सुबह 10 बजे से ही सन्नाटा पसर जाता है। दोपहर में झुलसा देने वाली धूप में लोग गर्मी से बेहाल होकर अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे। वहीं पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में कमी होने से नाविक और पुरोहित भी मायूस हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग गंगा में स्नान कर रहे हैं। यूपी में 20 जून को आ सकता है मानसून
मानसून केरल में इस बार तय समय 1 जून से से 4 दिन पहले पहुंच सकता है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई को केरल तट से टकराएगा। IMD ने बताया कि 1 जून को केरल पहुंचने के बाद मानसून 8 जुलाई तक अन्य राज्यों को कवर करता है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसका असर यूपी में भी दिखेगा। प्रदेश में तय डेट 18 जून से सिर्फ 2 दिन की देरी हो सकती है। इस बार अनुमान है कि 20 जून को मानसून सोनभद्र के रास्ते पूर्वांचल में दस्तक देगा। हालांकि, पिछली बार भी 20 जून को मानसून आने की संभावना जताई गई थी। लेकिन, यह 10 दिन की देरी से आया था। जबकि, केरल में तय डेट से दो दिन पहले 30 मई को एंट्री कर गया था। केरल में एंट्री के बाद यूपी आने में 15 से 30 दिन का समय लगता है
यह जरूरी नहीं कि केरल में 4 दिन पहले मानसून की एंट्री होगी, तो यूपी में भी पहले मानसून आ जाएगा। पिछले 5 साल के आंकड़े इसी ओर इशारा कर रहे हैं। जैसे- 2021 में 3 जून को मानसून केरल में एंट्री कर गया था, लेकिन यूपी में 15 दिन बाद आया। इसी तरह 2024 में 30 मई को केरल आया, लेकिन यूपी में आने में 28 दिन लग गए। जबकि, केरल और यूपी में मानसून की एंट्री की तय डेट में सिर्फ 18 दिन का अंतर है। पिछले साल से ज्यादा बारिश की संभावना
अर्थ एंड साइंस मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी एम रविचंद्रन ने कहा- जून से सितंबर के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव कहते हैं- यूपी में इस साल मानसून के दौरान बारिश अच्छी होगी। पिछले मानसून सीजन से करीब 15-20 फीसदी ज्यादा पानी बरसने के आसार हैं। मानसून सीजन के दौरान हर साल औसतन बारिश 947 मिमी. बारिश होती है। पिछले साल औसत के करीब ही बारिश हुई थी। आमतौर पर 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है। 90 फीसदी से कम बारिश को सामान्य से बहुत कम, 90 से 95 फीसदी के बीच सामान्य से कम, 104 से 110 फीसदी के बीच सामान्य से ज्यादा और 110 फीसदी से ज्यादा बारिश बहुत ज्यादा माना जाता है। पिछली बार बुंदेलखंड के रास्ते मानसून आया था
यूपी में मानसून हमेशा सोनभद्र जिले के रास्ते दस्तक देता रहा है। लेकिन, पिछले साल बुंदेलखंड के ललितपुर के रास्ते मानसून की एंट्री हुई थी। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी से उठा मानसून पश्चिम बंगाल और बिहार के बॉर्डर पर अटका रहा था। इससे जून में 41% कम बारिश हुई। 1 से 29 जून तक 53.1 मिमी बारिश हुई, जबकि 89.1 मिमी बारिश होनी थी। अगर मानसून समय से पहले केरल आता है, तो क्या यूपी में भी ऐसा होगा? IMD के एक अधिकारी कहते हैं- मानसून के दौरान देश भर में होने वाली कुल बारिश और शुरुआत की तारीख के बीच कोई सीधा संबंध नहीं। केरल में जल्दी या देर से आने वाले मानसून का मतलब यह नहीं कि देश के अन्य हिस्सों को भी उसी तरह कवर करेगा। BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञान प्रकाश सिंह कहते हैं- मानसून की चाल हवा और प्रेशर पर डिपेंड करती है। इस बार मौसम में कई तरह के बदलाव देखे गए, इसलिए अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। —————– ये खबर भी पढ़िए- मथुरा में बोरवेल में गिरा 3 साल का बच्चा, मौत: खेलते-खेलते बाल्टी पर चढ़ा, 20 मिनट तक 70 फीट अंदर फंसा तड़पता रहा मथुरा में सोमवार शाम को 3 साल के बच्चे रक्षित उर्फ भोला की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। 70 फीट गहरा बोरवेल उसी के घर में था और बाल्टी से ढका था। वह 20 मिनट तक अंदर ही फंसा तड़पता रहा। पता चलते ही गांव वालों ने बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला। उसे इलाज के लिए राया के राजेश्वरी अस्पताल ले जाया गया। वहां से डॉक्टरों ने मथुरा जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन, रास्ते में ही रक्षित की मौत हो गई। मामला राया थाना क्षेत्र के तिरवाया गांव का है। पढ़ें पूरी खबर… बारिश और ओले के बाद आज से यूपी में गर्मी फिर सताएगी। मौसम विभाग ने मंगलवार को 19 जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिन में प्रदेश के कई जिलों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो यूपी में बांदा 43.3°C अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म रहा। वहीं, सबसे कम न्यूनतम पारा मेरठ में 23.8°C रिकॉर्ड किया गया। इसी हफ्ते 5-6 डिग्री बढ़ेगा पारा
मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह ने बताया- इसी हफ्ते यूपी के तापमान में 5 से 6 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में गर्मी और सताएगी। पारा 46 डिग्री तक पहुंचेगा। 16 मई से तराई में बूंदाबांदी का अलर्ट
मौसम विज्ञानी के मुताबि, 16 मई से यूपी के तराई इलाके में चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है। इसके असर से तराई में तीन से चार दिनों के लिए फिर से मौसम बदलेगा। तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। वाराणसी में सुबह 10 बजे से घाटों पर सन्नाटा
वाराणसी में सुबह से ही तेज धूप परेशान कर रही है। घाट जो पर्यटकों से गुलजार रहते थे, वहां सुबह 10 बजे से ही सन्नाटा पसर जाता है। दोपहर में झुलसा देने वाली धूप में लोग गर्मी से बेहाल होकर अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे। वहीं पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में कमी होने से नाविक और पुरोहित भी मायूस हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग गंगा में स्नान कर रहे हैं। यूपी में 20 जून को आ सकता है मानसून
मानसून केरल में इस बार तय समय 1 जून से से 4 दिन पहले पहुंच सकता है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई को केरल तट से टकराएगा। IMD ने बताया कि 1 जून को केरल पहुंचने के बाद मानसून 8 जुलाई तक अन्य राज्यों को कवर करता है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसका असर यूपी में भी दिखेगा। प्रदेश में तय डेट 18 जून से सिर्फ 2 दिन की देरी हो सकती है। इस बार अनुमान है कि 20 जून को मानसून सोनभद्र के रास्ते पूर्वांचल में दस्तक देगा। हालांकि, पिछली बार भी 20 जून को मानसून आने की संभावना जताई गई थी। लेकिन, यह 10 दिन की देरी से आया था। जबकि, केरल में तय डेट से दो दिन पहले 30 मई को एंट्री कर गया था। केरल में एंट्री के बाद यूपी आने में 15 से 30 दिन का समय लगता है
यह जरूरी नहीं कि केरल में 4 दिन पहले मानसून की एंट्री होगी, तो यूपी में भी पहले मानसून आ जाएगा। पिछले 5 साल के आंकड़े इसी ओर इशारा कर रहे हैं। जैसे- 2021 में 3 जून को मानसून केरल में एंट्री कर गया था, लेकिन यूपी में 15 दिन बाद आया। इसी तरह 2024 में 30 मई को केरल आया, लेकिन यूपी में आने में 28 दिन लग गए। जबकि, केरल और यूपी में मानसून की एंट्री की तय डेट में सिर्फ 18 दिन का अंतर है। पिछले साल से ज्यादा बारिश की संभावना
अर्थ एंड साइंस मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी एम रविचंद्रन ने कहा- जून से सितंबर के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव कहते हैं- यूपी में इस साल मानसून के दौरान बारिश अच्छी होगी। पिछले मानसून सीजन से करीब 15-20 फीसदी ज्यादा पानी बरसने के आसार हैं। मानसून सीजन के दौरान हर साल औसतन बारिश 947 मिमी. बारिश होती है। पिछले साल औसत के करीब ही बारिश हुई थी। आमतौर पर 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है। 90 फीसदी से कम बारिश को सामान्य से बहुत कम, 90 से 95 फीसदी के बीच सामान्य से कम, 104 से 110 फीसदी के बीच सामान्य से ज्यादा और 110 फीसदी से ज्यादा बारिश बहुत ज्यादा माना जाता है। पिछली बार बुंदेलखंड के रास्ते मानसून आया था
यूपी में मानसून हमेशा सोनभद्र जिले के रास्ते दस्तक देता रहा है। लेकिन, पिछले साल बुंदेलखंड के ललितपुर के रास्ते मानसून की एंट्री हुई थी। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी से उठा मानसून पश्चिम बंगाल और बिहार के बॉर्डर पर अटका रहा था। इससे जून में 41% कम बारिश हुई। 1 से 29 जून तक 53.1 मिमी बारिश हुई, जबकि 89.1 मिमी बारिश होनी थी। अगर मानसून समय से पहले केरल आता है, तो क्या यूपी में भी ऐसा होगा? IMD के एक अधिकारी कहते हैं- मानसून के दौरान देश भर में होने वाली कुल बारिश और शुरुआत की तारीख के बीच कोई सीधा संबंध नहीं। केरल में जल्दी या देर से आने वाले मानसून का मतलब यह नहीं कि देश के अन्य हिस्सों को भी उसी तरह कवर करेगा। BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञान प्रकाश सिंह कहते हैं- मानसून की चाल हवा और प्रेशर पर डिपेंड करती है। इस बार मौसम में कई तरह के बदलाव देखे गए, इसलिए अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। —————– ये खबर भी पढ़िए- मथुरा में बोरवेल में गिरा 3 साल का बच्चा, मौत: खेलते-खेलते बाल्टी पर चढ़ा, 20 मिनट तक 70 फीट अंदर फंसा तड़पता रहा मथुरा में सोमवार शाम को 3 साल के बच्चे रक्षित उर्फ भोला की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। 70 फीट गहरा बोरवेल उसी के घर में था और बाल्टी से ढका था। वह 20 मिनट तक अंदर ही फंसा तड़पता रहा। पता चलते ही गांव वालों ने बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला। उसे इलाज के लिए राया के राजेश्वरी अस्पताल ले जाया गया। वहां से डॉक्टरों ने मथुरा जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन, रास्ते में ही रक्षित की मौत हो गई। मामला राया थाना क्षेत्र के तिरवाया गांव का है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर