यूपी में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा। 20 शहरों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फरवरी भी सामान्य से गर्म रहने वाला है। विशेषज्ञों का कहना है कि कुल मिलाकर इस बार ठंड सामान्य से कम पड़ी। रविवार को लगातार तीसरे दिन प्रयागराज सबसे गर्म शहर रहा। यहां तापमान 30°C दर्ज किया गया। वहीं सबसे ठंडा शहर अयोध्या रहा। यहां तापमान 9°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिससे पूरे प्रदेश में 7 फरवरी तक हल्की से मध्यम बारिश होगी। 3 दिनों तक मौसम का अनुमान 3 फरवरी : यूपी के कई जिलों में बारिश हो सकती है। सुबह-शाम कोहरा देखने को मिलेगा। विजिबिलिटी 100-500 मीटर तक रहेगी। 4 फरवरी : पश्चिमी यूपी में बारिश की संभावना है। सर्द हवाएं भी चलेंगी। पूर्वी यूपी में मौसम साफ रहेगा। 5 फरवरी : पश्चिमी-पूर्वी यूपी में बारिश हो सकती है। सुबह-शाम कोहरा देखने को मिलेगा। सर्द हवाओं से गलन बरकरार रहेगी। गेहूं की फसल के बचाव के लिए उपाय कृषि वैज्ञानिक रोहित कुमार ने कहा- दिन का तापमान 30 से 32°C और रात का तापमान 15°C से नीचे रहता है, तब तक किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। रात और दिन का तापमान मिलाकर औसत 22°C गेहूं की पैदावार के लिए सबसे उत्तम माना गया है। औसत तापमान 24°C तक को फसल सहन कर सकती है। लेकिन, दिन का तापमान 35°C से ऊपर होने पर गेहूं के बनने वाले दानों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बढ़े हुए उच्च तापमान से बचने के लिए किसानों को आवश्यकता अनुसार हल्की सिंचाई करने की सलाह दी जाती है, जब तेज हवा चल रही हो तो सिंचाई रोक दें। अन्यथा फसल के गिरने से नुकसान हो सकता है। यूपी में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा। 20 शहरों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फरवरी भी सामान्य से गर्म रहने वाला है। विशेषज्ञों का कहना है कि कुल मिलाकर इस बार ठंड सामान्य से कम पड़ी। रविवार को लगातार तीसरे दिन प्रयागराज सबसे गर्म शहर रहा। यहां तापमान 30°C दर्ज किया गया। वहीं सबसे ठंडा शहर अयोध्या रहा। यहां तापमान 9°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिससे पूरे प्रदेश में 7 फरवरी तक हल्की से मध्यम बारिश होगी। 3 दिनों तक मौसम का अनुमान 3 फरवरी : यूपी के कई जिलों में बारिश हो सकती है। सुबह-शाम कोहरा देखने को मिलेगा। विजिबिलिटी 100-500 मीटर तक रहेगी। 4 फरवरी : पश्चिमी यूपी में बारिश की संभावना है। सर्द हवाएं भी चलेंगी। पूर्वी यूपी में मौसम साफ रहेगा। 5 फरवरी : पश्चिमी-पूर्वी यूपी में बारिश हो सकती है। सुबह-शाम कोहरा देखने को मिलेगा। सर्द हवाओं से गलन बरकरार रहेगी। गेहूं की फसल के बचाव के लिए उपाय कृषि वैज्ञानिक रोहित कुमार ने कहा- दिन का तापमान 30 से 32°C और रात का तापमान 15°C से नीचे रहता है, तब तक किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। रात और दिन का तापमान मिलाकर औसत 22°C गेहूं की पैदावार के लिए सबसे उत्तम माना गया है। औसत तापमान 24°C तक को फसल सहन कर सकती है। लेकिन, दिन का तापमान 35°C से ऊपर होने पर गेहूं के बनने वाले दानों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बढ़े हुए उच्च तापमान से बचने के लिए किसानों को आवश्यकता अनुसार हल्की सिंचाई करने की सलाह दी जाती है, जब तेज हवा चल रही हो तो सिंचाई रोक दें। अन्यथा फसल के गिरने से नुकसान हो सकता है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पंजाब में केंद्र की कृषि पॉलिसी ड्राफ्ट रद्द:मान सरकार बोली- खेती राज्य का विषय, मसौदे में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को बढ़ावा दिया पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार की ओर से जारी कृषि मार्केटिंग पॉलिसी ड्राफ्ट को रद्द कर दिया है। इस संबंध में केंद्र सरकार को जवाब भेज दिया गया है। सीएम भगवंत मान ने पहले इस संबंध में अधिकारियों को आदेश दिए थे। वहीं केंद्र सरकार ने पंजाब को इस संबंध में 10 जनवरी तक सुझाव भेजने के आदेश दिए थे। पंजाब सरकार ने अपने पत्र में लिखा है कि यह ड्राफ्ट 2021 में निरस्त किए गए कृषि कानूनों के विवादास्पद प्रावधानों को वापस लाने का एक प्रयास है। राज्य के अधिकारों का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारतीय संविधान की 7वीं अनुसूची-2, धारा 246 की प्रविष्टि 28 के तहत कृषि राज्य का विषय है। ऐसी नीति लाने की बजाय केंद्र को यह फैसला पंजाब सरकार पर छोड़ देना चाहिए। पंजाब सरकार ने पत्र में उठाए हैं ये सवाल पंजाब सरकार ने पत्र में सवाल उठाया है कि ड्राफ्ट में फसलों के एमएसपी को लेकर पूरी तरह से चुप्पी है। जो पंजाब के किसानों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। ड्राफ्ट में पंजाब की मार्केट कमेटियों को अप्रासंगिक बनाने के लिए निजी मंडियों को बढ़ावा दिया गया है। जो राज्य को स्वीकार्य नहीं है। पंजाब में अपनी मंडी व्यवस्था है। ड्राफ्ट में मंडी फीस पर कैप लगाई गई है। जिससे पंजाब में मंडियों के नेटवर्क और ग्रामीण ढांचे को नुकसान पहुंचेगा। पत्र में यह भी लिखा है कि पंजाब सरकार को नई खेती मंडी नीति के ड्राफ्ट पर आपत्ति है, जिसमें कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को बढ़ावा देने और निजी साइलो को ओपन मार्केट यार्ड घोषित करने की बात कही गई है। साथ ही कमीशन एजेंटों का कमीशन रद्द करने का हवाला दिया गया है। सरकार ने सभी पक्षों को सुनने के बाद जवाब भेजा केंद्र सरकार द्वारा 25 नवंबर को मसौदा जारी होते ही पंजाब में इसका विरोध शुरू हो गया था। तब पंजाब ने इस पर जवाब देने के लिए केंद्र सरकार से समय मांगा था। इसके बाद पंजाब सरकार ने किसानों, आढ़तियों और इस मसौदे से जुड़े लोगों के साथ बैठक की। जिसके बाद इस दिशा में फैसला लिया गया है। पंजाब के किसान पहले से ही इस मसौदे के खिलाफ हैं। उन्होंने इसके खिलाफ संघर्ष का ऐलान किया है। हालांकि, केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने तर्क दिया था कि यह मसौदा कृषि विपणन की चुनौतियों से लड़ने और कृषि विपणन में सुधार का एक प्रयास है। इसके साथ ही व्यापार को सरल बनाने के लिए कृषि बाजार में डिजिटलीकरण और सुधार का तर्क भी है।
ममता बनर्जी के 2 ताकतवर अफसरों का यूपी-उत्तराखंड से है खास कनेक्शन, इनके लिए दे चुकी है धरना
ममता बनर्जी के 2 ताकतवर अफसरों का यूपी-उत्तराखंड से है खास कनेक्शन, इनके लिए दे चुकी है धरना <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> पश्चिम बंगाल में चल रहे जबरदस्त सियासी घमासान के बीच आईएएस अधिकारी मनोज पंत को पश्चिमी बंगाल का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है. उनका नाम अब सीएम ममता बनर्जी के बड़े सबसे ताकतवर अफसरों की सूची में होगा. मनोज पंत का उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. इससे पहले जुलाई के महीने में ही राजीव कुमार को सूबे के डीजीपी बनाया गया है. राजीव कुमार उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं. ऐसे में अब दीदी के दो दिग्गज अधिकारियों का यूपी-उत्तराखंड से खास कनेक्शन हो गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्र सरकार ने बीपी गोपालिका का कार्यकाल तीन महीने और बढ़ाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. जिसके बाद आईएएस मनोज पंत को ये जिम्मेदारी दी गई है. मनोज पंत 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वो ममता सरकार में अपर मुख्य सचिव वित्त विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे, जिसके बाद अब उन्हें मुख्य सचिव बना दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूपी-उत्तराखंड से कनेक्शन खास कनेक्शन</strong><br />आईएएस मनोज पंत अब तक कई विभागों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वो पश्चिम बंगाल के 24 परगना समेत कई जिलों में जिलाधिकारी पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्हें वित्तीय मामलों का अंतर्राष्ट्रीय जानकार माना जता है. वो भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय में पदेन प्रदान सचिव और विश्व बैंक में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. शुरुआती दिनों में उन्होंने काफी समय नैनीताल में बिताया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-bahraich-wolves-attack-three-year-old-girl-and-killed-her-mother-tell-horrible-story-2774427″>operation Bhedia: ‘मेरी बच्ची के हाथ-पैर खा गया, गर्दन से दबोचा..’, मां ने बताया भेड़िये के हमले का खौफनाक मंजर</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले जुलाई महीने में ही आईएएस राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल का डीजीपी बनाया गया है. राजीव कुमार की गिनती भी ममता बनर्जी के बेहद करीबी अधिकारियों में होती है. राजीव कुमार बतौर डीजीपी प्रदेश की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> से पहले चुनाव आयोग ने उन्हें गैर इलेक्ट्रोटल पद पर ट्रांसफर कर दिया था. लेकिन, चुनाव के बाद उन्हें फिर से डीजीपी पद पर बहाल कर दिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आईएएस राजीव कुमार 1989 बैच के अधिकारी है. वो उत्तर प्रदेश से आते हैं. साल 2019 में सीबीआई की टीम शारदा चिटफंड मामले में पूछताछ के लिए पहुंची थी तो पूरी टीएमसी उनके बचाव में उतर आई थी. खुद ममता बनर्जी ने धरने पर बैठ गई और उन्होंने केंद्र पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. </p>