हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नायब तहसीलदारों (NT) की बदली की गई है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने 4 जिलों के लिए ये ऑर्डर जारी किए गए हैं। प्रदेश के सीएम सिटी करनाल के एनटी बलविंदर सिंह को नूंह भेज दिया गया है। मारेनी, पंचकूला के राजेश कुमार को सीएम सिटी भेजा गया है। यहां देखिए ट्रांसफर ऑर्डर की कॉपी… हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नायब तहसीलदारों (NT) की बदली की गई है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने 4 जिलों के लिए ये ऑर्डर जारी किए गए हैं। प्रदेश के सीएम सिटी करनाल के एनटी बलविंदर सिंह को नूंह भेज दिया गया है। मारेनी, पंचकूला के राजेश कुमार को सीएम सिटी भेजा गया है। यहां देखिए ट्रांसफर ऑर्डर की कॉपी… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा स्पीकर बोले- वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताएं:पंचकूला में 40 हजार वोट अज्ञात, चुनाव आयोग से मिलेंगे; धीमी वोटिंग पर भी सवाल
हरियाणा विधानसभा स्पीकर बोले- वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताएं:पंचकूला में 40 हजार वोट अज्ञात, चुनाव आयोग से मिलेंगे; धीमी वोटिंग पर भी सवाल हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले विधानसभा अध्यक्ष और पंचकूला विधानसभा से भाजपा विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पंचकूला में वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताएं हैं। स्पीकर ने यह भी दावा किया कि अगर मौजूदा लिस्ट के हिसाब से विधानसभा चुनाव होते हैं तो यह निष्पक्ष नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली में मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखा गया है। उन्होंने यह दावा अपने द्वारा किए गए एक सर्वे के बाद किया है। उन्होंने कहा है कि जब हमने सर्वे किया तो पता चला कि वोटर या तो पते पर मौजूद नहीं है या फिर उसकी मौत हो चुकी है। यह भी पता चला है कि 8 साल पहले मर चुके एक व्यक्ति का नाम भी वोटर लिस्ट में है। जबकि इसी वोटर लिस्ट से लोकसभा चुनाव हुए थे। वोटर लिस्ट में 400 मृत लोगों के नाम पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अनुमान है कि पंचकूला में 40 हजार अज्ञात वोट पाए गए हैं, क्योंकि 23 बूथों के सर्वे में 3906 वोट गलत पाए गए हैं। इसका सही आंकड़ा जल्द ही साझा किया जाएगा। 23 बूथों के सर्वे में मृत और शिफ्ट हुए वोटरों की संख्या बताते हुए उन्होंने कहा कि 400 लोग ऐसे हैं जिनकी मौत हो चुकी है। 3506 लोग ऐसे भी हैं जो दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। इसलिए अगर ऐसी लिस्ट के साथ चुनाव होते हैं तो इसे सही नहीं माना जा सकता। वोटर लिस्ट में दोहरे वोटर स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने यह भी दावा किया कि इसमें पड़ोसी राज्यों के वोटरों के वोट बने हैं, इसमें दोहरे वोटर हैं। विधानसभा में एक ही दिन में दोनों जगहों पर वोटिंग संभव नहीं है, क्योंकि एक ही दिन में दोनों जगहों पर ऐसा संभव नहीं है। इन वोटों को हटाना जरूरी है। यह सर्वे हमारे कार्यकर्ताओं ने किया है। धीमी वोटिंग पर भी उठे सवाल पंचकूला से भाजपा विधायक ने कहा कि हमें धीमी मतदान की जानकारी मिली है। हमने यह भी कहा कि 1000 से अधिक मतदाताओं वाले बूथ न बनाए जाएं। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि मैं सोमवार को इस मुद्दे पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलूंगा। कांग्रेस विधायक की लॉ की डिग्री पर उठे सवाल किरण चौधरी की सदस्यता रद्द करने के मामले में स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता पर विपक्ष द्वारा पक्षपात करने के आरोप पर स्पीकर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि मुझे कांग्रेस विधायक की लॉ की डिग्री पर संदेह है, क्योंकि इस मामले में दिए गए नोटिस और याचिका में कई खामियां हैं। इन्हीं खामियों के कारण मुझे यह संदेह हो रहा है।
हरियाणा में कोहरे से निपटने के लिए रेलवे की तैयारी:210 पैसेंजर और 180 गुड्स ट्रेनों में फॉग सेफ्टी डिवाइस लगेंगे; धुंध में रेल यातायात होता है प्रभावित
हरियाणा में कोहरे से निपटने के लिए रेलवे की तैयारी:210 पैसेंजर और 180 गुड्स ट्रेनों में फॉग सेफ्टी डिवाइस लगेंगे; धुंध में रेल यातायात होता है प्रभावित हरियाणा में ठंड के साथ कोहरे के कारण प्रभावित होने वाले रेल यातायात से निपटने के लिए इस बार रेलवे की तरफ से बड़ी तैयारी की गई है। ठंड के मौसम में ट्रेनों के निर्बाध संचालन के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर मंडल ने विशेष तैयारी के तहत 210 पैसेंजर ट्रेनों और 180 गुड्स ट्रेनों में फॉग सेफ्टी डिवाइस लगाई जाएंगी। जयपुर से दिल्ली वाया बांदीकुई-अलवर, जयपुर से टुंडला, जयपुर से लुहारू, चूरू, हिसार, फुलेरा से रेवाड़ी (आरपीसी) व रेवाड़ी से मथुरा रेलखंड विशेष रूप से कोहरे से प्रभावित रहता है। ठंड के मौसम में कोहरे के समय लोको पायलटों को उपयोग के लिए फॉग डिवाइस दी जाएगी, जो लोको पायलट को सिग्नल के संबंध में सही सूचना देगी। यह फॉग डिवाइस ट्रेन संचालन के समय आगे आने वाले सिग्नल के बारे में जानकारी देगा। यह डिवाइस लगभग 2000 मीटर से पहले ही लोको पायलट को आने वाले सिग्नल के बारे में सूचित करना शुरू कर देती है, इससे लोको पायलट अपनी गाड़ी की गति को नियंत्रित करते हुए आगामी सिग्नल को सुरक्षित पार करने के लिए तैयार रहता है। जयपुर मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक कृष्ण कुमार मीणा ने बताया कि फॉग सेफ्टी डिवाइस जीपीएस आधारित होती है जो कि सिग्नल की वास्तविक लोकेशन से 500 मीटर पहले उसके बारे में कॉल करके सूचित करती है। इससे गाड़ियों के संचालन में सुविधा मिलती है। वर्तमान में फॉग सेफ्टी डिवाइस पूरे साल लॉबी द्वारा साइन ऑन के समय प्रदान की जाती है। यह रेल संचालन में एक श्रेष्ठ डिवाइस साबित होगी। गुड्स वार्निंग बोर्ड से मिलेगी सिग्नल की सूचना रेलपथ पर गुड्स वार्निंग बोर्ड होम सिग्नल से 1400 मीटर पहले लगाया जाता है। इस पर रेडियम स्ट्रिप लगाई जाती है, जो लोकोमोटिव की लाइट को रिफ्लेक्ट करके आने वाले सिग्नल की सूचना देती है। होम सिग्नल से पहले गिट्टियों को ऊंचा करके चूना पट्टी की जाती है जिससे फॉग का प्रभाव कम होता है। रेल पथ पर रात्रि गश्त के लिए ट्रैक मेंटेनर की ड्यूटी लगाई जाती है ताकि रेल लाइन फैक्चर की सूचना मिल सके और खतरे की स्थिति को टाला जा सके। इसके लिए ट्रैक मेंटेनर को डेटोनेटर दिए जाते हैं। इन डेटोनेटर को ट्रैक मेंटेनर रेललाइन फैक्चर होने पर गाड़ी आने की दिशा में एक निश्चित दूरी पर रेल लाइन पर फिट करता है, ताकि जब इंजन के व्हील इस डेटोनेटर के ऊपर से गुजरते हैं, तो डेटोनेटर तेज आवाज के साथ फूटता है और लोको पायलट इस आवाज को सुनकर गाड़ी की गति को नियंत्रित करते हुए खतरे के स्थान से पहले ही गाड़ी रोक देता है। इस प्रकार खतरे को टाला जाता है। लोको पायलट को आने वाले स्टेशन की सूचना देता है डेटोनेटर लोको पायलट को आने वाले स्टेशन के होम सिग्नल की सूचना देने को लेकर भी डेटोनेटर का उपयोग किया जाता है जिन्हें रेल कर्मचारी होम सिग्नल से गाड़ी आने की दिशा में निश्चित दूरी पर रेल पटरी पर लगाता है। जब इंजन के व्हील (पहिए) गुजरते हैं तो इंजन के भारी दबाव के कारण डेटोनेटर तेज आवाज के साथ फटता है। इस तेज आवाज को सुनकर लोको पायलट समझ जाता है, कि आगे सिग्नल आने वाला है और अपनी गाड़ी की गति को नियंत्रित करता है एवं सिग्नल को सुरक्षित पार करने के लिये तैयार रहता है।
हरियाणा में जल्द होंगे अफसरों के तबादले:चुनाव आयोग का आदेश, लंबे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत अधिकारियों को बदला जाए
हरियाणा में जल्द होंगे अफसरों के तबादले:चुनाव आयोग का आदेश, लंबे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत अधिकारियों को बदला जाए हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने नए आदेश जारी किए हैं। चुनाव आयोग ने हरियाणा के मुख्य सचिव को आदेश दिया है कि वह चुनाव के मद्देनजर अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग का ध्यान रखें। गृह जिले में तैनात और लंबे समय से एक ही स्थान पर ड्यूटी कर रहे अधिकारियों को बदला जाए। चुनाव आयोग के पत्र के बाद मुख्य सचिव जल्द ही बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले कर सकते हैं। इसमें एचसीएस, आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के तबादले शामिल हो सकते हैं। चुनाव आयोग के पत्र के मुताबिक हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में 3 नवंबर से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। चुनाव से पहले आयोग जारी करता है आदेश विधानसभा चुनाव से पहले अधिकारियों के तबादलों के संबंध में निर्देश जारी करना चुनाव आयोग के लिए सामान्य बात है। आयोग की नीति है कि चुनाव वाले राज्य में चुनाव संचालन में सीधे तौर पर शामिल अधिकारियों को उनके गृह जिलों या उन स्थानों पर तैनात नहीं किया जाता, जहां वे लंबे समय से तैनात हैं। इसलिए चुनाव में सीधे तौर पर शामिल किसी भी अधिकारी को वर्तमान जिले (राजस्व जिले) में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि वह अपने गृह जिले में तैनात है या पिछले 4 वर्षों के दौरान उक्त जिले में 3 साल पूरे कर चुका है, तो उसका तबादला कर दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव के दौरान भी किए गए थे तबादले लोकसभा चुनाव से पहले भी चुनाव आयोग ने हरियाणा के मुख्य सचिव को इसी तरह के आदेश जारी किए थे। इसके बाद पंचकूला के डीसी और सुनीता दुग्गल के आईपीएस पति का तबादला कर दिया गया। हरियाणा में अब भी कई ऐसे अधिकारी हैं, जो मंत्रियों या विधायकों के चहेते हैं और लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात हैं।