यूपी के 23 जिलों में आज बारिश का अलर्ट:आगरा में सबसे ज्यादा 124 MM पानी बरसा, युवक बह गया; भदोही रहा सबसे गर्म

यूपी के 23 जिलों में आज बारिश का अलर्ट:आगरा में सबसे ज्यादा 124 MM पानी बरसा, युवक बह गया; भदोही रहा सबसे गर्म

यूपी में मानसून कल से फिर एक्टिव होगा और इसका असर आज से ही दिखने लगेगा। बुधवार रात तक 24 घंटे में 124 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। भदोही 39°C के साथ सबसे गर्म रहा। बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं अगले 3 दिन तक भारी बारिश कराएंगी। गुरुवार को यूपी के 23 जिलों में बारिश का अलर्ट है। वहीं आसपास के 40 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। देर रात लोकल इफेक्ट की वजह से कुछ जिलों में बूंदाबांदी हुई है। आगरा में 24 घंटे में रिकॉर्ड 124 मिमी बारिश
आगरा में बुधवार को तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। 85 साल बाद 24 घंटे में रिकॉर्ड 124 मिमी बारिश हुई। शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। मंटोला में नाला उफान मारने पर एक युवक पानी में बह गया। अभी उसका पता नहीं चला है। आज सुबह से बादल छाए हैं। लखनऊ में 6 साल की बच्ची बारिश में बही
लखनऊ में बुधवार दोपहर 3 बजे के बाद अंधेरा छा गया। इसके बाद जोरदार बारिश हुई। करीब 1 घंटे की बरसात में सड़कों पर पानी भर गया। नाले ओवरफ्लो हो गए। तेज बारिश के बीच वजीरगंज में 6 साल की बच्ची नसरा नाले में बह गई। पानी का बहाव तेज होने के कारण मासूम का देर रात तक पता नहीं चल सका है। SDRF और नगर निगम की टीम रेस्क्यू में जुटी रही। बच्ची का परिवार मलाही टोला में रहता है। बच्ची के पिता इरफान ने बताया- बारिश के दौरान बच्ची खेल रहे थे। अचानक पैर फिसल गया और वह नाले में गिर गई। जब तक हम लोग पहुंचे कुछ पता नहीं चला। इन जिलों में बौछारें पड़ सकती हैं
सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, संभल, बदायूं, मथुरा, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, अंबेडकर नगर, उन्नाव कानपुर देहात, जालौन, झांसी, हमीरपुर, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर। वाराणसी में गंगा स्थिर है। गंगा के ज्यादातर घाट डूबे हैं। सभी का आपसी संपर्क टूट चुका है, हालांकि वरुणा पहले से अधिक जलमग्न है और गंगा समेत वरुणा के आसपास के रिहायशी इलाकों में जल पुलिस और NDRF की टीम निगरानी कर रही है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर गुरुवार को 66.84 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो वार्निंग लेवल 70.26 मीटर से 3.84 मीटर नीचे हैं। यहां खतरे का निशान 71.262 मीटर है। यूपी में मानसून कल से फिर एक्टिव होगा और इसका असर आज से ही दिखने लगेगा। बुधवार रात तक 24 घंटे में 124 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। भदोही 39°C के साथ सबसे गर्म रहा। बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं अगले 3 दिन तक भारी बारिश कराएंगी। गुरुवार को यूपी के 23 जिलों में बारिश का अलर्ट है। वहीं आसपास के 40 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। देर रात लोकल इफेक्ट की वजह से कुछ जिलों में बूंदाबांदी हुई है। आगरा में 24 घंटे में रिकॉर्ड 124 मिमी बारिश
आगरा में बुधवार को तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। 85 साल बाद 24 घंटे में रिकॉर्ड 124 मिमी बारिश हुई। शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। मंटोला में नाला उफान मारने पर एक युवक पानी में बह गया। अभी उसका पता नहीं चला है। आज सुबह से बादल छाए हैं। लखनऊ में 6 साल की बच्ची बारिश में बही
लखनऊ में बुधवार दोपहर 3 बजे के बाद अंधेरा छा गया। इसके बाद जोरदार बारिश हुई। करीब 1 घंटे की बरसात में सड़कों पर पानी भर गया। नाले ओवरफ्लो हो गए। तेज बारिश के बीच वजीरगंज में 6 साल की बच्ची नसरा नाले में बह गई। पानी का बहाव तेज होने के कारण मासूम का देर रात तक पता नहीं चल सका है। SDRF और नगर निगम की टीम रेस्क्यू में जुटी रही। बच्ची का परिवार मलाही टोला में रहता है। बच्ची के पिता इरफान ने बताया- बारिश के दौरान बच्ची खेल रहे थे। अचानक पैर फिसल गया और वह नाले में गिर गई। जब तक हम लोग पहुंचे कुछ पता नहीं चला। इन जिलों में बौछारें पड़ सकती हैं
सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, संभल, बदायूं, मथुरा, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, अंबेडकर नगर, उन्नाव कानपुर देहात, जालौन, झांसी, हमीरपुर, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर। वाराणसी में गंगा स्थिर है। गंगा के ज्यादातर घाट डूबे हैं। सभी का आपसी संपर्क टूट चुका है, हालांकि वरुणा पहले से अधिक जलमग्न है और गंगा समेत वरुणा के आसपास के रिहायशी इलाकों में जल पुलिस और NDRF की टीम निगरानी कर रही है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर गुरुवार को 66.84 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो वार्निंग लेवल 70.26 मीटर से 3.84 मीटर नीचे हैं। यहां खतरे का निशान 71.262 मीटर है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर