यूपी में इस जिले के मदरसे में छप रहे थे नकली नोट, प्रिंसिपल को भी मिल रहा था हिस्सा, ऐसे हुआ खुलासा

यूपी में इस जिले के मदरसे में छप रहे थे नकली नोट, प्रिंसिपल को भी मिल रहा था हिस्सा, ऐसे हुआ खुलासा

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में&nbsp; सिविल लाइंस थाना पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गैंग का खुलासा किया है. मदरसे में नकली नोट छापने वाले गैंग के चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन के साथ ही मोहम्मद अफजल, मोहम्मद शाहिद और मास्टर माइंड जाहिर ख़ान उर्फ अब्दुल जाहिर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभियुक्तों के कब्जे से 100 रुपए के 13000 नकली नोट यानी एक लाख तीस हजार मूल्य के नकली नोट बरामद किए गए हैं. इसके अलावा 234 पेज छपा हुआ बिना कटा नोट, एक लैपटॉप,एक कलर प्रिंटर व अन्य उपकरण व सामग्री बरामद हुए हैं. दावा है कि मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आज़म अतरसुइया में नकली नोट की छपाई करते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन ने इन्हें जगह मुहैया कराई थी. वह अपना हिस्सा भी लेता था. पुलिस ने जानकारी दी कि तीन नकली नोट को अपने लोगों के माध्यम से मार्केट में चलाने पर एक असली नोट जाहिर खान व अफजल को मिलते थे. जाहिर खान व अफजल मिलकर आधार कार्ड छापने वाले स्कैनर व प्रिंटर से नकली नोट छापते थे. पिछले दो-तीन माह से नकली नोट गैंग काम कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajawadi-party-leader-azam-khan-acquitted-by-mp-mla-court-in-mcc-case-2770951″><strong>सपा नेता आजम खान को MP-MLA Court ने किया बरी, क्या जेल से आएंगे बाहर?</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला</strong><br />मामले में सिविल लाइंस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 178, 179, 180, 181, 182 (1) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. अभियुक्तों द्वारा 100 रुपए के ही नकली नोट बनाए जा रहे थे क्योंकि इन्हें बाजार में चलना आसान था. मदरसे के प्रिंसिपल मौलवी तफ़सीरुल आरीफीन की भी हिस्सेदारी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के मुताबिक 18 वर्षीय मोहम्मद अफजल और 18 वर्षीय मोहम्मद साहिद करेली थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं जबकि गैंग का मास्टरमाइंड 23 वर्षीय जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर उड़ीसा के थाना बासुदेवपुर जिला भदेसर का रहने वाला है. मदरसे का प्रिंसिपल 25 वर्षीय मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन अतरसुइया थाना क्षेत्र का रहने वाला है. डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने नकली नोट गैंग का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार ईनाम की घोषणा की है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में&nbsp; सिविल लाइंस थाना पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गैंग का खुलासा किया है. मदरसे में नकली नोट छापने वाले गैंग के चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन के साथ ही मोहम्मद अफजल, मोहम्मद शाहिद और मास्टर माइंड जाहिर ख़ान उर्फ अब्दुल जाहिर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अभियुक्तों के कब्जे से 100 रुपए के 13000 नकली नोट यानी एक लाख तीस हजार मूल्य के नकली नोट बरामद किए गए हैं. इसके अलावा 234 पेज छपा हुआ बिना कटा नोट, एक लैपटॉप,एक कलर प्रिंटर व अन्य उपकरण व सामग्री बरामद हुए हैं. दावा है कि मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आज़म अतरसुइया में नकली नोट की छपाई करते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन ने इन्हें जगह मुहैया कराई थी. वह अपना हिस्सा भी लेता था. पुलिस ने जानकारी दी कि तीन नकली नोट को अपने लोगों के माध्यम से मार्केट में चलाने पर एक असली नोट जाहिर खान व अफजल को मिलते थे. जाहिर खान व अफजल मिलकर आधार कार्ड छापने वाले स्कैनर व प्रिंटर से नकली नोट छापते थे. पिछले दो-तीन माह से नकली नोट गैंग काम कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajawadi-party-leader-azam-khan-acquitted-by-mp-mla-court-in-mcc-case-2770951″><strong>सपा नेता आजम खान को MP-MLA Court ने किया बरी, क्या जेल से आएंगे बाहर?</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला</strong><br />मामले में सिविल लाइंस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 178, 179, 180, 181, 182 (1) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. अभियुक्तों द्वारा 100 रुपए के ही नकली नोट बनाए जा रहे थे क्योंकि इन्हें बाजार में चलना आसान था. मदरसे के प्रिंसिपल मौलवी तफ़सीरुल आरीफीन की भी हिस्सेदारी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के मुताबिक 18 वर्षीय मोहम्मद अफजल और 18 वर्षीय मोहम्मद साहिद करेली थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं जबकि गैंग का मास्टरमाइंड 23 वर्षीय जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर उड़ीसा के थाना बासुदेवपुर जिला भदेसर का रहने वाला है. मदरसे का प्रिंसिपल 25 वर्षीय मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन अतरसुइया थाना क्षेत्र का रहने वाला है. डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने नकली नोट गैंग का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार ईनाम की घोषणा की है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार तोहफा, इस एरिया को बनाया जाएगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर