यूपी में गाड़ी पर बीजेपी का झंडा लगाने को तैयार नहीं प्रवक्ता! कहा – फिर अपमान हुआ तो…?

यूपी में गाड़ी पर बीजेपी का झंडा लगाने को तैयार नहीं प्रवक्ता! कहा – फिर अपमान हुआ तो…?

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP BJP News:</strong> उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अपने साथ हुई बदसलूकी के बाद अपनी गाड़ी पर पार्टी का झंडा हटा लिया है.&nbsp; जब से उनके साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया उसके बाद राकेश ने 22 तारीख से ही अपनी गाड़ी से झण्डा उतारा हुआ है.आज भी गाड़ी पर झंडा नहीं चढ़ा है. CM योगी से मुलाकात और सब इन्स्पेक्टर के निलंबन होने के बावजूद राकेश अब भी नाराज बताए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दावा किया जा रहा है कि राकेश ने अपने कई बड़े नेताओं का आग्रह ठुकरा दिया है. कई नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि वह गाड़ी पर अब झंडा लगा लें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों के मुताबिक राकेश का कहना है कि मैंने उन नेताओं से कहा है कि &ldquo; क्या आप गारंटी लेंगे कि भाजपा का झंडा लगा लेने के बाद अब पुलिस भविष्य में कभी अपमान नहीं करेगी.&nbsp; इसका जवाब सकारात्मक नहीं मिलने के बाद राकेश ने अभी तक झंडा अपनी गाड़ी में नहीं लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />दावा है कि राकेश इसे पार्टी नेताओं के साथ हो रहे अपमान पर अपना मौन विरोध जताने का तरीक़ा मानते हैं और उनका कहना है कि जब तक प्रदेश भर में हो रहे हमारे कार्यकर्ताओं का अपमान बंद नहीं हो जाता तब तक वो अपनी गाड़ी पर पार्टी का झण्डा नाहीं लगाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शहीद पथ पर 22 जून की दे शाम पुलिस ने राकेश त्रिपाठी की गाड़ी रोकी और चेकिंग के बहाने बदसलूकी की. बीजेपी नेता अपने परिवार के साथ घर जा रहे थे. उनका आरोप है कि परिचय देने पर भी पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की. राकेश त्रिपाठी श्रीनगर से परिवार समेत लौट रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें रोककर बदसलूकी की गई. राकेश त्रिपाठी ने अपनी गाड़ी से बीजेपी का झंडा उतार दिया है. बड़ी बात ये है कि बीजेपी की हार की समीक्षा बैठक में भी अधिकारियों की इसी बदसलूकी की शिकायत की गई थी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP BJP News:</strong> उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अपने साथ हुई बदसलूकी के बाद अपनी गाड़ी पर पार्टी का झंडा हटा लिया है.&nbsp; जब से उनके साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया उसके बाद राकेश ने 22 तारीख से ही अपनी गाड़ी से झण्डा उतारा हुआ है.आज भी गाड़ी पर झंडा नहीं चढ़ा है. CM योगी से मुलाकात और सब इन्स्पेक्टर के निलंबन होने के बावजूद राकेश अब भी नाराज बताए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दावा किया जा रहा है कि राकेश ने अपने कई बड़े नेताओं का आग्रह ठुकरा दिया है. कई नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि वह गाड़ी पर अब झंडा लगा लें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों के मुताबिक राकेश का कहना है कि मैंने उन नेताओं से कहा है कि &ldquo; क्या आप गारंटी लेंगे कि भाजपा का झंडा लगा लेने के बाद अब पुलिस भविष्य में कभी अपमान नहीं करेगी.&nbsp; इसका जवाब सकारात्मक नहीं मिलने के बाद राकेश ने अभी तक झंडा अपनी गाड़ी में नहीं लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />दावा है कि राकेश इसे पार्टी नेताओं के साथ हो रहे अपमान पर अपना मौन विरोध जताने का तरीक़ा मानते हैं और उनका कहना है कि जब तक प्रदेश भर में हो रहे हमारे कार्यकर्ताओं का अपमान बंद नहीं हो जाता तब तक वो अपनी गाड़ी पर पार्टी का झण्डा नाहीं लगाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शहीद पथ पर 22 जून की दे शाम पुलिस ने राकेश त्रिपाठी की गाड़ी रोकी और चेकिंग के बहाने बदसलूकी की. बीजेपी नेता अपने परिवार के साथ घर जा रहे थे. उनका आरोप है कि परिचय देने पर भी पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की. राकेश त्रिपाठी श्रीनगर से परिवार समेत लौट रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें रोककर बदसलूकी की गई. राकेश त्रिपाठी ने अपनी गाड़ी से बीजेपी का झंडा उतार दिया है. बड़ी बात ये है कि बीजेपी की हार की समीक्षा बैठक में भी अधिकारियों की इसी बदसलूकी की शिकायत की गई थी.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड बदलेगी तस्वीर! नक्सलगढ़ में 20 साल बाद बजी स्कूल की घंटी, इस साल 24 बंद और 32 नए स्कूल खोले गए