यूपी में बेसिक शिक्षा के बाद पशुधन विभाग और प्राविधिक शिक्षा विभाग में भी तबादलों पर रोक लगा दी गई। सूत्रों के मुताबिक, पशुधन विभाग में तबादलों में हुई गड़बड़ी की शिकायत सीएम ऑफिस तक पहुंच गई। इसके बाद सीएम ने तबादले पर रोक लगा दी। प्रदेश में 15 मई से 15 जून के बीच तबादले होने थे, लेकिन पशुधन विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव के. रवींद्र नाइक और तत्कालीन निदेशक जयकेश पांडेय ने सेवानिवृत्ति से पहले ही 250 से अधिक पशु चिकित्सा अधिकारियों और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों के तबादले कर दिए। सीएम ऑफिस से जुड़े सूत्रों ने बताया- सीएम ने पूर्व प्रमुख सचिव और निदेशक की ओर से किए गए तबादले भी रद्द करने के आदेश दिए। यही वजह है कि विभागीय मंत्री धर्मपाल सिंह ने ट्रांसफर निरस्त करते हुए सेशन जीरो कर दिया। करप्शन और अनियमितता की हुई शिकायत
सूत्रों के मुताबिक, 250 से अधिक पशु चिकित्सा अधिकारियों के ट्रांसफर में भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत सामने आई थी। पार्टी के कुछ नेताओं ने भी सरकार और संगठन से इसकी शिकायत की। ट्रांसफर सीजन में प्रत्येक विभाग पर सीएम ऑफिस की पैनी नजर है। संदिग्ध अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी नजर रखी जा रही है। यहां तक कि मंत्रियों के निजी स्टाफ की गतिविधियों पर भी सरकार की नजर है। ऐसे में जहां से भी शिकायत मिल रही है, सरकार तुरंत एक्शन ले रही है। सीएम योगी ने ट्रांसफर से पहले ही पॉलिसी के अनुसार ही तबादले करने, ट्रांसफर में करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने और पारदर्शिता से ट्रांसफर करने के आदेश दिए थे। पशुधन विभाग के निदेशक योगेंद्र पंवार ने कहा- मुझे विभाग के निदेशक का चार्ज 9 जून को मिला है। मेरे निदेशक बनने से पहले ही 30 मई से पहले ट्रांसफर ऑर्डर जारी हो गए थे। प्राविधिक शिक्षा विभाग में भी जीरो सेशन
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने भी विभाग में तबादले नहीं किए। विभाग में लगातार दूसरे साल ट्रांसफर में जीरो सेशन रहा। पिछले साल आशीष पटेल और तत्कालीन प्रमुख सचिव एम.देवराज के बीच खींचतान के चलते तबादले नहीं हो सके थे। सूत्रों ने बताया- इस साल भी मंत्री ने विभागीय कारणों से ट्रांसफर सेशन जीरो करने का निर्णय लिया। यानी, प्राविधिक शिक्षा विभाग में भी इस साल ट्रांसफर नहीं किए गए। बेसिक शिक्षा विभाग में भी ट्रांसफर पर रोक
यूपी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) सहित सभी विभागीय अधिकारियों के ट्रांसफर पर अगले आदेश तक रोक लगा दी। यह रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी। यह फैसला बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सीएम योगी से बातचीत के बाद लिया। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया- वर्तमान में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बच्चों का भविष्य और शिक्षा की गुणवत्ता है। विभागीय स्थिरता बनाए रखने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। ————————————————- ये खबर भी पढ़ें- 2 साल पहले जिसका निधन हुआ, उसका भी ट्रांसफर कर दिया था उत्तर प्रदेश के सरकारी विभाग में मृत एकाउंटेंट का नाम ट्रांसफर लिस्ट में डाल दिया गया। इस बात की जानकारी तब सामने आई है, जब एक विभागीय लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल लेटर में सामने आया कि एकाउंटेंट चारुल पांडेय का निधन हो चुका है। निदेशक की तरफ से जारी इस पत्र में कहा गया है कि इस तबादले को निरस्त समझा जाए। यहां पढ़ें पूरी खबर यूपी में बेसिक शिक्षा के बाद पशुधन विभाग और प्राविधिक शिक्षा विभाग में भी तबादलों पर रोक लगा दी गई। सूत्रों के मुताबिक, पशुधन विभाग में तबादलों में हुई गड़बड़ी की शिकायत सीएम ऑफिस तक पहुंच गई। इसके बाद सीएम ने तबादले पर रोक लगा दी। प्रदेश में 15 मई से 15 जून के बीच तबादले होने थे, लेकिन पशुधन विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव के. रवींद्र नाइक और तत्कालीन निदेशक जयकेश पांडेय ने सेवानिवृत्ति से पहले ही 250 से अधिक पशु चिकित्सा अधिकारियों और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों के तबादले कर दिए। सीएम ऑफिस से जुड़े सूत्रों ने बताया- सीएम ने पूर्व प्रमुख सचिव और निदेशक की ओर से किए गए तबादले भी रद्द करने के आदेश दिए। यही वजह है कि विभागीय मंत्री धर्मपाल सिंह ने ट्रांसफर निरस्त करते हुए सेशन जीरो कर दिया। करप्शन और अनियमितता की हुई शिकायत
सूत्रों के मुताबिक, 250 से अधिक पशु चिकित्सा अधिकारियों के ट्रांसफर में भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत सामने आई थी। पार्टी के कुछ नेताओं ने भी सरकार और संगठन से इसकी शिकायत की। ट्रांसफर सीजन में प्रत्येक विभाग पर सीएम ऑफिस की पैनी नजर है। संदिग्ध अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी नजर रखी जा रही है। यहां तक कि मंत्रियों के निजी स्टाफ की गतिविधियों पर भी सरकार की नजर है। ऐसे में जहां से भी शिकायत मिल रही है, सरकार तुरंत एक्शन ले रही है। सीएम योगी ने ट्रांसफर से पहले ही पॉलिसी के अनुसार ही तबादले करने, ट्रांसफर में करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने और पारदर्शिता से ट्रांसफर करने के आदेश दिए थे। पशुधन विभाग के निदेशक योगेंद्र पंवार ने कहा- मुझे विभाग के निदेशक का चार्ज 9 जून को मिला है। मेरे निदेशक बनने से पहले ही 30 मई से पहले ट्रांसफर ऑर्डर जारी हो गए थे। प्राविधिक शिक्षा विभाग में भी जीरो सेशन
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने भी विभाग में तबादले नहीं किए। विभाग में लगातार दूसरे साल ट्रांसफर में जीरो सेशन रहा। पिछले साल आशीष पटेल और तत्कालीन प्रमुख सचिव एम.देवराज के बीच खींचतान के चलते तबादले नहीं हो सके थे। सूत्रों ने बताया- इस साल भी मंत्री ने विभागीय कारणों से ट्रांसफर सेशन जीरो करने का निर्णय लिया। यानी, प्राविधिक शिक्षा विभाग में भी इस साल ट्रांसफर नहीं किए गए। बेसिक शिक्षा विभाग में भी ट्रांसफर पर रोक
यूपी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) सहित सभी विभागीय अधिकारियों के ट्रांसफर पर अगले आदेश तक रोक लगा दी। यह रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी। यह फैसला बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सीएम योगी से बातचीत के बाद लिया। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया- वर्तमान में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बच्चों का भविष्य और शिक्षा की गुणवत्ता है। विभागीय स्थिरता बनाए रखने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। ————————————————- ये खबर भी पढ़ें- 2 साल पहले जिसका निधन हुआ, उसका भी ट्रांसफर कर दिया था उत्तर प्रदेश के सरकारी विभाग में मृत एकाउंटेंट का नाम ट्रांसफर लिस्ट में डाल दिया गया। इस बात की जानकारी तब सामने आई है, जब एक विभागीय लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल लेटर में सामने आया कि एकाउंटेंट चारुल पांडेय का निधन हो चुका है। निदेशक की तरफ से जारी इस पत्र में कहा गया है कि इस तबादले को निरस्त समझा जाए। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
यूपी में पशुधन-प्राविधिक शिक्षा में तबादलों पर रोक:योगी का गड़बड़ी की शिकायत के बाद आदेश; 250 अफसरों के ट्रांसफर भी रद्द
