रणदीप सुरजेवाला बोले- हरियाणा-पंजाब के CM लव लेटर में व्यस्त:टैंकर माफिया हावी हो रहे, जिद और नासमझी के कारण आया जल संकट

रणदीप सुरजेवाला बोले- हरियाणा-पंजाब के CM लव लेटर में व्यस्त:टैंकर माफिया हावी हो रहे, जिद और नासमझी के कारण आया जल संकट

कैथल के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पेयजल के मुद्दे पर बिजली मंत्री सहित हरियाणा व पंजाब सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश जल संकट से जूझ रहा है और दोनों सीएम एक-दूसरे को लव लेटर लिख रहे हैं। प्रदेश को इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार व पंजाब सरकार ने मिलकर हरियाणा को जल संकट में धकेल दिया है। बिजली भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड बिजली मंत्री के अधीन है। ऐसे में बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के हित में कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। भाखड़ा का पानी 8500 क्यूसेक से घटाकर 4000 क्यूसेक कर दिए जाने के कारण हरियाणा के जलघरों को पानी नहीं मिल रहा है। प्रदेश में पहली बार इतना भीषण जल संकट उत्पन्न हुआ है, जिसके कारण पूरे प्रदेश में पेयजल की किल्लत हो गई है। प्रदेश में टैंकर माफिया हावी सुरजेवाला ने कहा कि पूरे प्रदेश में आज टैंकर माफिया हावी है। एक-एक टैंकर से हजार रुपए तक वसूली की जा रही है। सरकार बिल्कुल चुप है। जलघर सूखने के कगार पर है। किसी को नहीं पता कि जलघरों में पानी कितने दिन बाद आएगा। सीएम लिख रहे लेटर सुरजेवाला ने कहा कि जल संकट के बीच पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री केवल बयानबाजी कर रहे हैं और एक-दूसरे को लव लेटर लिख रहे हैं। पंजाब मुख्यमंत्री के सिर पर सत्ता का नशा है। हरियाणा सरकार को समझ नहीं आ रहा कि प्रदेश को जल संकट से बचाने के लिए क्या करे और किसके पास जाए। पंजाब सीएम की जिद और हरियाणा सीएम की नामसमझी ने दोनों प्रदेशों में टकराव की स्थिति पैदा कर दी है। कैथल के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पेयजल के मुद्दे पर बिजली मंत्री सहित हरियाणा व पंजाब सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश जल संकट से जूझ रहा है और दोनों सीएम एक-दूसरे को लव लेटर लिख रहे हैं। प्रदेश को इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार व पंजाब सरकार ने मिलकर हरियाणा को जल संकट में धकेल दिया है। बिजली भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड बिजली मंत्री के अधीन है। ऐसे में बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के हित में कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। भाखड़ा का पानी 8500 क्यूसेक से घटाकर 4000 क्यूसेक कर दिए जाने के कारण हरियाणा के जलघरों को पानी नहीं मिल रहा है। प्रदेश में पहली बार इतना भीषण जल संकट उत्पन्न हुआ है, जिसके कारण पूरे प्रदेश में पेयजल की किल्लत हो गई है। प्रदेश में टैंकर माफिया हावी सुरजेवाला ने कहा कि पूरे प्रदेश में आज टैंकर माफिया हावी है। एक-एक टैंकर से हजार रुपए तक वसूली की जा रही है। सरकार बिल्कुल चुप है। जलघर सूखने के कगार पर है। किसी को नहीं पता कि जलघरों में पानी कितने दिन बाद आएगा। सीएम लिख रहे लेटर सुरजेवाला ने कहा कि जल संकट के बीच पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री केवल बयानबाजी कर रहे हैं और एक-दूसरे को लव लेटर लिख रहे हैं। पंजाब मुख्यमंत्री के सिर पर सत्ता का नशा है। हरियाणा सरकार को समझ नहीं आ रहा कि प्रदेश को जल संकट से बचाने के लिए क्या करे और किसके पास जाए। पंजाब सीएम की जिद और हरियाणा सीएम की नामसमझी ने दोनों प्रदेशों में टकराव की स्थिति पैदा कर दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर