हिसार में जल संकट गहराया:10 दिन का पानी बचा, 20 मई तक नहरबंदी, टैंकर सप्लाई बंद, आज मेयर की आपात बैठक

हिसार में जल संकट गहराया:10 दिन का पानी बचा, 20 मई तक नहरबंदी, टैंकर सप्लाई बंद, आज मेयर की आपात बैठक

हिसार जिले में जल संकट आने वाले दिनों में और गहरा सकता है। शहर स्थित जलघरों में अब सिर्फ 10 दिन का ही पानी शेष रह गया है। वहीं 20 मई तक नहरबंदी है। ऐसे में 20 दिन तक पानी को बचाकर आपूर्ति करना पब्लिक हेल्थ और एचएसवीपी दोनों के लिए चुनौती बन गया है। बालसमंद ब्रांच में भाखड़ा के पानी की आपूर्ति पूरी तरह बंद हो गई है। जलसंकट पर अब विभागों ने एक दिन छोड़ कर एक दिन शहर में पानी देने का निर्णय लिया है। उसमें भी समय की कटौती की जाएगी। यानि 2 दिन में सिर्फ एक टाईम ही पानी आएगा। वो भी आधा या एक घंटा। पानी की कमी से शहर की कई कॉलोनियों के अलावा सेक्टरों में पानी को लेकर हाहाकार मच गया है। जल संकट को लेकर आज मेयर प्रवीण पोपली ने एचएसवीपी और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में जलसंकट से बचने के उपाय और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैसे राहत पहुंचाई जाए इस पर चर्चा की जाएगी। सेक्टरों में आज से टैंकरों से सप्लाई बंद
सेक्टरों में राहत पहुंचाने के लिए एचएसवीपी की ओर से टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा था। मगर अब पेमेंट नहीं मिलने के बाद ठेकेदार ने टैंकरों से सप्लाई रोक दी है। टैंकर ठेकेदार का कहना है कि वह रोजाना 150 घरों में पानी पहुंचा रहा है। इस हिसार से अब प्रति टैंकर 500 रुपए का अनुमान लगाया जाए तो 75000 रुपए रोजाना ठेकेदार पेमेंट ले रहा था। इसी को देखते हुए ठेकेदार की पेमेंट रोक दी गई है। एचएसवीपी का कहना है कि ठेकेदार का करीब 20 लाख रुपए टैंकर का बिल बना है। इस पेमेंट में कुछ पेमेंट कर दी गई है। पूरी पेमेंट नहीं मिलने पर अब पानी टैंकरों की सप्लाई रोक दी गई है। मेयर आज करेंगे अधिकारियों से चर्चा
पानी को लेकर हुए संकट पर गुरुवार को नगर निगम मेयर प्रवीण पोपली ने डीसी सहित सभी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया है। अभी तक शहर की सरकार से लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के मंत्री तक शहरवासियों को जलसंकट से बाहर निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए। आलम ये है कि अब जनता सड़कों पर आने लगी है। शहर में जल संकट से निपटने के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया है। शहर में दस दिन का पानी स्टोर
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तोशाम रोड, सेक्टर 14 और सेक्टर 1-4 और जनस्वास्थ्य विभाग के 5 जलघरों की स्थिति देखते तो सरकारी तंत्र के पास अनुमानित 10 दिनों का पानी ही बचा है। ऐसे में वे एक दिन छोड़कर एक दिन सप्लाई करेंगे। वहीं पुराने शहर में 4 से 5 दिन का ही अधिकतम पानी बचा है। वह भी कटौती के साथ सप्लाई होगा। ऐसे शहर की जनता को अब बड़े स्तर पर पेयजल संकट से जूझना होगा। सेक्टर-3 के जलघर की स्टोरेज टैंक की क्षमता बढ़ाने के लिए निर्माण की मांग
सेक्टर 1-4 की एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सेक्टरवासियों ने सेक्टर -3 के जलघर में पानी स्टोरेज टैंक की क्षमता बढ़ाने के लिए नए निर्माण की एचएसवीपी अधिकारियों से मांग की है। ताकि भविष्य में इस प्रकार के जलसंकट से निपटा जा सकें। उन्होंने कहा कि सेक्टर 3 स्थित एचएसवीपी के जलघर में दो स्टोरेज टैंक है। जिनसे सेक्टर 3,सेक्टर 5, सेक्टर 1-4, सेक्टर 1-4 पार्ट 2, जिंदल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, सेक्टर 1-4 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, ग्लोबल स्पेस, सेक्टर 24 व एमजीए को सप्लाई की जा रही है। इसकी क्षमता बढ़ाने की जरुरत है। हिसार जिले में जल संकट आने वाले दिनों में और गहरा सकता है। शहर स्थित जलघरों में अब सिर्फ 10 दिन का ही पानी शेष रह गया है। वहीं 20 मई तक नहरबंदी है। ऐसे में 20 दिन तक पानी को बचाकर आपूर्ति करना पब्लिक हेल्थ और एचएसवीपी दोनों के लिए चुनौती बन गया है। बालसमंद ब्रांच में भाखड़ा के पानी की आपूर्ति पूरी तरह बंद हो गई है। जलसंकट पर अब विभागों ने एक दिन छोड़ कर एक दिन शहर में पानी देने का निर्णय लिया है। उसमें भी समय की कटौती की जाएगी। यानि 2 दिन में सिर्फ एक टाईम ही पानी आएगा। वो भी आधा या एक घंटा। पानी की कमी से शहर की कई कॉलोनियों के अलावा सेक्टरों में पानी को लेकर हाहाकार मच गया है। जल संकट को लेकर आज मेयर प्रवीण पोपली ने एचएसवीपी और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में जलसंकट से बचने के उपाय और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैसे राहत पहुंचाई जाए इस पर चर्चा की जाएगी। सेक्टरों में आज से टैंकरों से सप्लाई बंद
सेक्टरों में राहत पहुंचाने के लिए एचएसवीपी की ओर से टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा था। मगर अब पेमेंट नहीं मिलने के बाद ठेकेदार ने टैंकरों से सप्लाई रोक दी है। टैंकर ठेकेदार का कहना है कि वह रोजाना 150 घरों में पानी पहुंचा रहा है। इस हिसार से अब प्रति टैंकर 500 रुपए का अनुमान लगाया जाए तो 75000 रुपए रोजाना ठेकेदार पेमेंट ले रहा था। इसी को देखते हुए ठेकेदार की पेमेंट रोक दी गई है। एचएसवीपी का कहना है कि ठेकेदार का करीब 20 लाख रुपए टैंकर का बिल बना है। इस पेमेंट में कुछ पेमेंट कर दी गई है। पूरी पेमेंट नहीं मिलने पर अब पानी टैंकरों की सप्लाई रोक दी गई है। मेयर आज करेंगे अधिकारियों से चर्चा
पानी को लेकर हुए संकट पर गुरुवार को नगर निगम मेयर प्रवीण पोपली ने डीसी सहित सभी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया है। अभी तक शहर की सरकार से लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के मंत्री तक शहरवासियों को जलसंकट से बाहर निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए। आलम ये है कि अब जनता सड़कों पर आने लगी है। शहर में जल संकट से निपटने के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया है। शहर में दस दिन का पानी स्टोर
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तोशाम रोड, सेक्टर 14 और सेक्टर 1-4 और जनस्वास्थ्य विभाग के 5 जलघरों की स्थिति देखते तो सरकारी तंत्र के पास अनुमानित 10 दिनों का पानी ही बचा है। ऐसे में वे एक दिन छोड़कर एक दिन सप्लाई करेंगे। वहीं पुराने शहर में 4 से 5 दिन का ही अधिकतम पानी बचा है। वह भी कटौती के साथ सप्लाई होगा। ऐसे शहर की जनता को अब बड़े स्तर पर पेयजल संकट से जूझना होगा। सेक्टर-3 के जलघर की स्टोरेज टैंक की क्षमता बढ़ाने के लिए निर्माण की मांग
सेक्टर 1-4 की एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सेक्टरवासियों ने सेक्टर -3 के जलघर में पानी स्टोरेज टैंक की क्षमता बढ़ाने के लिए नए निर्माण की एचएसवीपी अधिकारियों से मांग की है। ताकि भविष्य में इस प्रकार के जलसंकट से निपटा जा सकें। उन्होंने कहा कि सेक्टर 3 स्थित एचएसवीपी के जलघर में दो स्टोरेज टैंक है। जिनसे सेक्टर 3,सेक्टर 5, सेक्टर 1-4, सेक्टर 1-4 पार्ट 2, जिंदल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, सेक्टर 1-4 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, ग्लोबल स्पेस, सेक्टर 24 व एमजीए को सप्लाई की जा रही है। इसकी क्षमता बढ़ाने की जरुरत है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर