<p style=”text-align: justify;”>श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पहली ही बारिश में छत चूने की बात कही है. इस पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राम के नाम पर चंदा चोरी नहीं चलेगी. इसलिए प्रभु श्री राम ने अयोध्या में आप लोगों को हराया है.</p> <p style=”text-align: justify;”>श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पहली ही बारिश में छत चूने की बात कही है. इस पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राम के नाम पर चंदा चोरी नहीं चलेगी. इसलिए प्रभु श्री राम ने अयोध्या में आप लोगों को हराया है.</p> दिल्ली NCR उत्तराखंड बीजेपी की कल होगी अहम बैठक, सीएम धामी भी होंगे शामिल
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हाजी शहजाद के घर बुलडोजर कार्रवाई से भड़की नेहा सिंह राठौर, सांप-मेंढक से की तुलना
हाजी शहजाद के घर बुलडोजर कार्रवाई से भड़की नेहा सिंह राठौर, सांप-मेंढक से की तुलना <p style=”text-align: justify;”><strong>Neha Singh Rathore:</strong> मध्य प्रदेश के छतरपुर में कांग्रेस पार्टी के नेता हाजी शहजाद के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सियासत तेज हो गई है. विपक्षी दलों के कई नेताओं ने इस पर सवाल उठाए है. इसी क्रम में भोजपुरी गायिका और कवियित्री नेहा सिंह राठौर ने भी इस कार्रवाई का विरोध किया और कहा कि बुलडोजर से सिर्फ तोड़ा जा सकता है. कभी इमारत तो कभी संविधान और समाज. </p>
<p style=”text-align: justify;”>नेहा राठौर ने हाजी शहजाद के करोड़ों के घर पर चलाए गए बुलडोजर और उनकी कारों को भी चकनाचूर कर देने की कार्रवाई पर निशाना साधते हुए ऐसे लोगों को कुएं के मेंढक बताया और कहा कि ये लोग सांप को बुलाकर अपनी ख़ुशहाली का सपना देख रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बुलडोजर की कार्रवाई पर उठाए सवाल</strong><br />नेहा सिंह राठौर ने एक्स पर लिखा- ‘बुलडोजर से न्याय की उम्मीद करने वाले लोग कुएँ के उस मेंढक की तरह हैं जो कुएँ में साँप को बुलाकर विरोधियों के ख़ात्मे और अपनी ख़ुशहाली के सपने देखते हैं. बुलडोजर से सिर्फ़ तोड़ा जा सकता है… कभी इमारतों को…कभी न्याय-व्यवस्था को… कभी संविधान को…तो कभी समाज और देश को.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं दूसरी तरफ नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष ने भी इस कार्रवाई को लेकर मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाजी शहजाद के घर की एक-एक ईंट को नष्ट किया गया उससे सीएम मोहन यादव की उस शपथ का एक-एक शब्द भी नष्ट हो गया जो उन्होंने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करते समय ली थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि छतरपुर कोतवाली में हुए उपद्रव मामले में प्रदेश सरकार ने कठोर कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेता हाजी शहजाद के आलीशान को घर को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया. इस दौरान उनके घर में खड़ी गाड़ियों को भी चकनाचूर कर दिया गया. आरोप है कि विवादित टिप्पणी का विरोध करने के लिए भारी संख्या में लोग हाजी शहजाद के नेतृत्व में ही थाने पहुंचे थे, जिसके बाद वहां पथराव की घटना घटी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-membership-campaign-ill-assess-the-strength-of-its-mp-and-mla-2767143″>यूपी में सांसद-विधायकों को परखने में जुटी BJP, किसमें कितना दम? बनाया ये प्लान</a></strong><br /><br /></p>
हाजी फजलुर्रहमान जॉइन कर सकते हैं सपा:अखिलेश यादव के साथ दिखे पूर्व बसपा सांसद, चुनाव में किया था प्रचार
हाजी फजलुर्रहमान जॉइन कर सकते हैं सपा:अखिलेश यादव के साथ दिखे पूर्व बसपा सांसद, चुनाव में किया था प्रचार सहारनपुर में बसपा से पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान अब सपा में शामिल हो सकते हैं। वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ दिखाई दिए। उनकी एक और फोटो भी सामने आई है। इससे पहले लोकसभा चुनाव में कन्नौज में हाजी फजलुर्रहमान उनके साथ दिखाई दिए थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही सपा जॉइन करेंगे। हालांकि, सपा नेताओं से उनकी नजदीकियां किसी से छिपी नहीं है। कई बार फोटो सामने आने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
हाजी फजलुर्रहमान की अखिलेश यादव से नजदीकी अब सार्वजनिक हो गई है। बावजूद इसके, बसपा सुप्रीमो मायावती से लेकर लोकल नेता चुप्पी साधे हुए हैं। अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। वह लगातार बसपा से इतर हटकर सपा नेताओं के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। हैरानी की बात है कि अनुशासित बसपा अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? जबकि चुनाव से पहले इमरान मसूद और चुनाव के बाद बसपा प्रत्याशी रहे माजिद अली को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इमरान और माजिद को निष्कासित कर दिया था संदेश
दरअसल, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने इमरान मसूद को पार्टी से निष्कासित कर अनुशासित पार्टी होने का एक पैगाम अपने कार्यकर्ताओं को दिया था। इमरान मसूद को सिर्फ इसलिए निकाला गया, क्योंकि उन्होंने इंडी गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की सलाह दी थी। एक सलाह पर बसपा सुप्रीमो ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था। तुरंत बसपा ने माजिद अली को पार्टी में शामिल कर चुनाव लड़ाया। लेकिन चुनाव हारने के तुरंत बाद ही अनुशासनहीनता का तमगा माजिद अली पर लगाकर उन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। टिकट नहीं मांग…फिर पार्टी से नाराज हाजी
लोकसभा चुनाव में पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया था कि पार्टी किसी नए कैंडिडेट पर दांव खेलेगी। हुआ भी यही। माजिद अली पर बसपा ने दांव खेला। हालांकि, हाजी फजलुर्रहमान ने पहले ही साफ कर दिया था कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्हें टिकट ही नहीं दिया गया तो उन्होंने पहले ही चुनाव न लड़ने का दांव खेला था। चुनाव में बसपा नहीं, सपा का किया प्रचार
पूर्व बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने बसपा के किसी भी कैंडिडेट के लिए वोट नहीं मांगे। न ही उन्होंने मैदान में उतरकर बसपा के पक्ष में प्रचार किया। उन्होंने बसपा के चुनाव से दूरी बनाए रखी। उन्होंने कैराना में इकरा हसन, मुजफ्फनगर में हरेंद्र मलिक, मुरादाबाद में रूचि वीरा, संभल, हाथरस और कन्नौज में अखिलेश यादव के लिए प्रचार जरूर किया। इसका परिणाम सबके सामने हैं।
BJP ने यूपी के 75 जिलों में प्रभारी मंत्री बदले:मंत्रिपरिषद की बैठक के बीच बड़ा फैसला, देखिए लिस्ट
BJP ने यूपी के 75 जिलों में प्रभारी मंत्री बदले:मंत्रिपरिषद की बैठक के बीच बड़ा फैसला, देखिए लिस्ट BJP ने यूपी के 75 जिलों में प्रभारी मंत्री बदल दिए हैं। योगी सरकार ने मंत्रिपरिषद की बैठक में फैसला लिया गया। लिस्ट को बैठक में रखा गया, तो कुछ मंत्रियों ने सीएम से अपनी प्रभार वाले जिले में बदलाव की मांग की, जिसे मंथन के बाद सीएम योगी ने बदल दिया। इसके बाद 15 मिनट बाद नई लिस्ट जारी हुई। इसमें सूर्य प्रताप शाही को अयोध्या और बहराइच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुरेश खन्ना को लखनऊ और वाराणसी का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे संदीप को मथुरा की कमान सौंपी गई है। जयवीर सिंह को आगरा और फर्रुखाबाद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रभारी मंत्रियों के बदलने की पीछे की दो वजह है। पहला- लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन और होने वाले उपचुनाव को देखते हुए प्रभारी मंत्रियों के जिले बदले गए हैं। बदलाव की एक वजह यह भी है कि योगी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार किया था। दूसरा- मंत्रिमंडल विस्तार में सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, सपा से भाजपा में आए दारा सिंह चौहान, भाजपा के सुनील शर्मा और रालोद के अनिल कुमार को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। चारों कैबिनेट मंत्री को अभी तक जिलों का प्रभार नहीं मिला था। योगी सरकार के पूर्व लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद अब केंद्र सरकार में मंत्री बन गए हैं। जितिन के मंत्री बनने से भी दो जिलों का प्रभार खाली था। ऐसे में यह बदलाव किया गया है। यूपी की 10 सीटों पर उपचुनाव में अपना उम्मीदवार चुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें खबर लगातार अपडेट की जा रही है….