रायगड में पालकमंत्री पद के विवाद के बीच अजित गुट के नेता सुनील तटकरे के घर अमित शाह ने किया लंच, क्या हैं संकेत?

रायगड में पालकमंत्री पद के विवाद के बीच अजित गुट के नेता सुनील तटकरे के घर अमित शाह ने किया लंच, क्या हैं संकेत?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Politics:</strong> केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने एनसीपी (अजित पवार गुट) के प्रदेश अध्यक्ष और रायगढ़ के सांसद सुनील तटकरे के सुतारवाडी स्थित गीताबाग निवास पर स्नेहभोजन किया. इस दौरे ने रायगढ़ जिले के पालकमंत्री पद को लेकर शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और NCP (अजित पवार गुट) के बीच चल रहे सियासी विवाद को और हवा दे दी है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का अजित पवार गुट के नेता सुनील तटकरे के घर जाना कई राजनीतिक संकेत दे रहा है और अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या शिवसेना रायगढ़ पालकमंत्री पद का दावा छोड़ेगी?</p>
<p style=”text-align: justify;”>रायगढ़ किले पर अमित शाह ने शनिवार को सुबह 10:30 बजे जीजामाता समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद किले का भ्रमण किया और वहां आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. दोपहर 12:30 बजे उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनकी समाधि पर आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत की. इसके बाद दोपहर 2:15 बजे वे सुनील तटकरे के व्यक्तिगत निमंत्रण पर उनके गीताबाग निवास पहुंचे, जहां उन्होंने तटकरे के परिवार के साथ भोजन किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पालकमंत्री पद पर क्या है विवाद ?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रायगढ़ जिले के पालकमंत्री पद को लेकर महायुति गठबंधन में तनाव बना हुआ है. इस साल की शुरुआत में सुनील तटकरे की बेटी और एनसीपी मंत्री अदिति तटकरे को रायगढ़ का पालकमंत्री नियुक्त करने की प्रक्रिया पर शिवसेना की आपत्तियों के बाद रोक लगा दी गई थी. उपमुख्यमंत्री <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> और शिवसेना मंत्री भरत गोगावाले ने इस पद पर दावा ठोका है. भरत गोगावाले, जो महाड से विधायक हैं, ने तर्क दिया कि रायगढ़ में शिवसेना के तीन विधायक हैं, जो बीजेपी के बराबर है, जबकि एनसीपी का केवल एक विधायक है. इसके बावजूद, तटकरे का इस क्षेत्र में लंबे समय से प्रभाव रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुनिल तटकरे का शक्तिप्रदर्शन!&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को अपने घर बुलाकर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनिल तटकरे ने एक प्रकार से शक्ति प्रदर्शन किया है. रायगढ़ जिले में सुनिल तटकरे, अजित पवार और आदित्य तटकरे के ही पोस्टर देखने को मिले. साथ ही साथ में रायगढ़ में पालकमंत्री पद का विवाद शुरू होते हुए भी तटकरे ने शिवसेना को अपनी ताकत का एहसास करवा दिया है. शिवसेना के भरत गोगावले रायगढ़ के पालकमंत्री पद पर अड़े हुए हैं. ऐसे में तटकरे के घर भोजन के लिए अमित शाह को बुलाकर एनसीपी की ओर से एक संदेश देने का प्रयास किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तटकरे के घर शाह के जाने के क्या मायने?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> का तटकरे के घर दौरे को एनसीपी के लिए बीजेपी के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है. यह मुलाकात पालकमंत्री विवाद को सुलझाने या आगामी चुनावों से पहले गठबंधन की एकजुटता को मजबूत करने की कोशिश हो सकती है. शिवसेना मंत्री संजय शिरसाट ने कहा, &ldquo;अमित भाई जैसे बड़े नेता के लिए पालकमंत्री का मुद्दा छोटा है.&rdquo;&nbsp;वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इसे सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा बताया और कहा, &ldquo;ऐसे निमंत्रण स्वीकार करना हमारी परंपरा है. इसमें राजनीति देखने की जरूरत नहीं.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या सुलझ जाएगा पालकमंत्री विवाद?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पालकमंत्री विवाद का असर महायुति गठबंधन पर पड़ सकता है. नासिक में भी शिवसेना के दादासाहेब भुसे और बीजेपी के गिरीश महाजन के बीच ऐसा ही विवाद चल रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनवरी में शिंदे की आपत्तियों के बाद दोनों नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हाल ही में कहा, &ldquo;पालकमंत्री का मुद्दा धीरे-धीरे सुलझ जाएगा, लेकिन जिलों में काम बिना रुकावट चल रहा है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाह का दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब गोगावाले ने तटकरे पर चुनावों के दौरान शिवसेना उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था. अब देखना यह है कि क्या यह दौरा गठबंधन में समझौते की राह खोलेगा या तनाव को और बढ़ाएगा?</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Politics:</strong> केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने एनसीपी (अजित पवार गुट) के प्रदेश अध्यक्ष और रायगढ़ के सांसद सुनील तटकरे के सुतारवाडी स्थित गीताबाग निवास पर स्नेहभोजन किया. इस दौरे ने रायगढ़ जिले के पालकमंत्री पद को लेकर शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और NCP (अजित पवार गुट) के बीच चल रहे सियासी विवाद को और हवा दे दी है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का अजित पवार गुट के नेता सुनील तटकरे के घर जाना कई राजनीतिक संकेत दे रहा है और अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या शिवसेना रायगढ़ पालकमंत्री पद का दावा छोड़ेगी?</p>
<p style=”text-align: justify;”>रायगढ़ किले पर अमित शाह ने शनिवार को सुबह 10:30 बजे जीजामाता समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद किले का भ्रमण किया और वहां आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. दोपहर 12:30 बजे उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनकी समाधि पर आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत की. इसके बाद दोपहर 2:15 बजे वे सुनील तटकरे के व्यक्तिगत निमंत्रण पर उनके गीताबाग निवास पहुंचे, जहां उन्होंने तटकरे के परिवार के साथ भोजन किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पालकमंत्री पद पर क्या है विवाद ?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रायगढ़ जिले के पालकमंत्री पद को लेकर महायुति गठबंधन में तनाव बना हुआ है. इस साल की शुरुआत में सुनील तटकरे की बेटी और एनसीपी मंत्री अदिति तटकरे को रायगढ़ का पालकमंत्री नियुक्त करने की प्रक्रिया पर शिवसेना की आपत्तियों के बाद रोक लगा दी गई थी. उपमुख्यमंत्री <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> और शिवसेना मंत्री भरत गोगावाले ने इस पद पर दावा ठोका है. भरत गोगावाले, जो महाड से विधायक हैं, ने तर्क दिया कि रायगढ़ में शिवसेना के तीन विधायक हैं, जो बीजेपी के बराबर है, जबकि एनसीपी का केवल एक विधायक है. इसके बावजूद, तटकरे का इस क्षेत्र में लंबे समय से प्रभाव रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुनिल तटकरे का शक्तिप्रदर्शन!&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को अपने घर बुलाकर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनिल तटकरे ने एक प्रकार से शक्ति प्रदर्शन किया है. रायगढ़ जिले में सुनिल तटकरे, अजित पवार और आदित्य तटकरे के ही पोस्टर देखने को मिले. साथ ही साथ में रायगढ़ में पालकमंत्री पद का विवाद शुरू होते हुए भी तटकरे ने शिवसेना को अपनी ताकत का एहसास करवा दिया है. शिवसेना के भरत गोगावले रायगढ़ के पालकमंत्री पद पर अड़े हुए हैं. ऐसे में तटकरे के घर भोजन के लिए अमित शाह को बुलाकर एनसीपी की ओर से एक संदेश देने का प्रयास किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तटकरे के घर शाह के जाने के क्या मायने?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> का तटकरे के घर दौरे को एनसीपी के लिए बीजेपी के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है. यह मुलाकात पालकमंत्री विवाद को सुलझाने या आगामी चुनावों से पहले गठबंधन की एकजुटता को मजबूत करने की कोशिश हो सकती है. शिवसेना मंत्री संजय शिरसाट ने कहा, &ldquo;अमित भाई जैसे बड़े नेता के लिए पालकमंत्री का मुद्दा छोटा है.&rdquo;&nbsp;वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इसे सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा बताया और कहा, &ldquo;ऐसे निमंत्रण स्वीकार करना हमारी परंपरा है. इसमें राजनीति देखने की जरूरत नहीं.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या सुलझ जाएगा पालकमंत्री विवाद?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पालकमंत्री विवाद का असर महायुति गठबंधन पर पड़ सकता है. नासिक में भी शिवसेना के दादासाहेब भुसे और बीजेपी के गिरीश महाजन के बीच ऐसा ही विवाद चल रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनवरी में शिंदे की आपत्तियों के बाद दोनों नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हाल ही में कहा, &ldquo;पालकमंत्री का मुद्दा धीरे-धीरे सुलझ जाएगा, लेकिन जिलों में काम बिना रुकावट चल रहा है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाह का दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब गोगावाले ने तटकरे पर चुनावों के दौरान शिवसेना उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था. अब देखना यह है कि क्या यह दौरा गठबंधन में समझौते की राह खोलेगा या तनाव को और बढ़ाएगा?</p>  महाराष्ट्र दिल्ली की CM ने बीच सड़क पर रुकवाया काफिला, एक कार ड्राइवर से हाथ जोड़कर की अपील, जानें वजह