रिटायर्ड अफसर, पत्नी का कातिल कैसे पकड़ा गया:CCTV, मोबाइल से मिली लोकेशन; पुलिस आधी रात पहुंची, दरवाजा तोड़कर अरेस्ट किया

रिटायर्ड अफसर, पत्नी का कातिल कैसे पकड़ा गया:CCTV, मोबाइल से मिली लोकेशन; पुलिस आधी रात पहुंची, दरवाजा तोड़कर अरेस्ट किया

प्रयागराज में FCI से रिटायर्ड अफसर और उनकी पत्नी के संदिग्ध कातिल को पुलिस ने पकड़ लिया। CCTV में दिखने के बाद पुलिस शहर से 15 Km दूर करछना के मेन चौराहे के पास रहने वाले इलेक्ट्रिशियन राजकुमार विश्वकर्मा के घर पहुंची। आधी रात को छापा मारा। घर का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई। राजकुमार विश्वकर्मा को अरेस्ट करने के साथ घर से 2 झोले भी कब्जे में ले लिए। पुलिस का दावा है कि इनसे लूटे गए जेवर बरामद हुए हैं। वहीं, 29 अप्रैल को अरुण श्रीवास्तव (66) और उनकी पत्नी मीना (60) का करछना घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। डॉक्टर ने अरुण और मीना की मौत की वजह सिर पर लगी गहरी चोट बताई है। पुलिस इस मामले का जल्द खुलासा कर पूरी कहानी सामने लाएगी। जानिए, पुलिस कातिल तक कैसे पहुंची ऑटो वाले ने CCTV से पहचाना
पुलिस सूत्र बताते हैं- CCTV में कातिल दिखने के बाद मूवमेंट की दिशा में जांच शुरू की गई। पुलिस को एडीए मोड़ पर महर्षि विद्यालय के पास एक ऑटो वाले से सुराग मिला। फुटेज में कातिल का हुलिया देखने के बाद ऑटो ड्राइवर ने उसे पहचान लिया। उसने बताया- कत्ल वाले दिन यह व्यक्ति मेरे ऑटो में बैठा था। मैंने इस शख्स को करछना से अपने ऑटो में बैठाया और एडीए मोड़ के पास छोड़ दिया था। लेकिन, जब पुलिस पूरे एरिया के CCTV देखे, तब वह संदिग्ध व्यक्ति चंद्रलोक गेस्ट हाउस के रास्ते पर नजर आया था। इससे पता चला कि वापसी में वह रास्ता बदलकर गया था। अफसर और पत्नी के मोबाइल से मिली लोकेशन
ड्राइवर से चंद्रलोक गेस्ट हाउस तक लोकेशन क्लियर होने के बाद पुलिस को सर्विलांस से मदद मिली। दरअसल, राजकुमार विश्वकर्मा अपने साथ अरुण श्रीवास्तव और मीना का मोबाइल फोन लेकर गया था। लेकिन, उनको स्विच ऑफ नहीं किया था। इसके चलते लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस करछना के मेन चौराहे तक पहुंची। यही पर SBI बैंक के पास रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान राजकुमार विश्वकर्मा ने कहा- किसी को शक न हो, इसलिए पहले मैंने तय किया कि अपनी बुआ के घर रहने चला जाऊंगा। लेकिन, फिर मैंने अपना इरादा बदल लिया। मैं कुछ देर के लिए छिवकी रेलवे स्टेशन गया था। फिर घर आ गया, मगर आधी रात को पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने घर की तलाशी ली, दो झोले कब्जे में लिए
29 अप्रैल की रात घर के बाहर पुलिस को देखकर इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा भागने की कोशिश करने लगा। दरवाजा अंदर से लॉक था, इसलिए पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया। उस वक्त इलेक्ट्रीशियन के परिवार के सदस्य भी अंदर मौजूद थे। पुलिस ने घर की तलाशी ली और इलेक्ट्रिशियन को अरेस्ट करके ले गई। परिवार के सदस्यों का कहना है कि पुलिस घर से काफी सारा सामान भी साथ लेकर गई है। वह बिजली के काम के साथ नगर निगम की टैक्स वसूली टीम में संविदा पर भी काम करते हैं। परिवार वालों ने बताया- पुलिस अपने साथ 2 झोले लेकर गई है। जो गहने पुलिस लेकर गई है, वह हमारे थे। घर में शादी हुई थी, इसलिए खरीदकर रखे गए थे। हमारे परिवार के सदस्य को फंसाया जा रहा है। अरुण के घर का बिजली के काम का ठेका इलेक्ट्रीशियन के पास था
अरुण श्रीवास्तव के घर में 3 साल से कंस्ट्रक्शन चल रहा था। इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा के पास बिजली के काम का ठेका था। वह इसी सिलसिले में घर के अंदर आता-जाता था। इसी दौरान उसने रेकी की। कस्टडी में हुई पूछताछ में इतना साफ हो गया है कि डबल मर्डर लूट को अंजाम देने के लिए किया गया। बेटे मनीष श्रीवास्तव ने बताया- मेरी पत्नी और मां के जेवर गायब हैं। उसकी वेल्युएशन को लेकर मनीष ने कोई बयान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि लूट हुई है, मगर कितने की, यह नहीं पता। उन्होंने कहा- मैं रविवार को ही प्रयागराज से सीधी के लिए निकला था। सुबह इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा आया था। वह कूलर बनाकर गया था। घर में जो हाईस्कूल का छात्र रहता है, उसने भी राजकुमार विश्वकर्मा को ही आते देखा था। माना जा रहा है कि लूट के सारे गहने और हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी पुलिस बरामद नहीं कर सकी है, इसलिए छापामारी हो रही है। पुलिस ने इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा की बुआ के घर (करछना) में भी दबिश देकर तलाशी ली है। पोस्टमॉर्टम में सिर की चोट मौत की वजह
अरुण और मीना के शवों का पोस्टमॉर्टम मंगलवार को SRN अस्पताल में हुआ। दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। फोटो और वीडियोग्राफी कराई गई। मौत का कारण हेड इंजरी आई है। रिपोर्ट में लिखा है कि खून ज्यादा बह जाने की मौत हो गई। पति-पत्नी के सिर, गर्दन, कंधे पर चोटें मिलीं। अरुण के सिर, सीने, गर्दन, और कंधे पर 7 घाव थे। सिर पर कई जगह वार किए गए थे। मीना के सिर पर ज्यादा चोटें थीं। एक घाव ऐसा है कि बहुत भारी चीज या फिर तेजी से मारी गई जिससे सिर में गड्‌ढा टाइप हो गया। उनके सिर में 4 और गर्दन पर 1 वार था। अब पूरा मामला जानिए… फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) से रिटायर्ड अरुण श्रीवास्तव (65) पत्नी मीना श्रीवास्तव के साथ नैनी की ADA कॉलोनी के LIG मकान में रहते थे। वह मूलरूप से चुनार (मिर्जापुर) के रहने वाले थे। उनका घर चौराहे से करीब 100 मीटर दूर अक्षय वट अस्पताल के पास है। उनके 3 बेटियां और एक बेटा है। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी मिर्जापुर में लेक्चरर है। दूसरी प्रयागराज में ही रहती है। तीसरी बेटी बेंगलुरु में पति के साथ रहती है। बेटा मनीष मध्यप्रदेश के सीधी के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी करता है। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर रहते थे। घर के थर्ड फ्लोर पर 10वीं में पढ़ने वाला सुनील किराए पर रहता है। दोपहर 3 बजे सुनील अरुण से मिला था। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया। शाम 5 बजे जब वह अपने कमरे से निकला तो देखा कि मेन गेट बाहर से लॉक है। इसके बाद वह अरुण श्रीवास्तव वाले हिस्से में गया। वहां भी दोनों कमरों में बाहर से ताला बंद था। सुनील ने मेन गेट खुलवाने के लिए शोर मचाया। इस पर आसपास के लोग अरुण के घर के बाहर पहुंचे। मेन गेट पर ताला लगे होने की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस को अरुण की लाश और उनकी पत्नी मीना घायल अवस्था में मिलीं। बाद में अस्पताल में मीना की भी मौत हो गई। ————————- यह खबर भी पढ़ें : रिटायर्ड अफसर, पत्नी के कातिल की पहली तस्वीर, प्रयागराज में बिजली ठीक करने घर में घुसा, झोला लेकर निकला, इलेक्ट्रीशियन हिरासत में प्रयागराज में FCI से रिटायर्ड अफसर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना की हत्या कर दी गई। पुलिस को वारदात को अंजाम देने वाले संदिग्ध का सीसीटीवी मिला है। इसमें वह झोला लेकर घर के अंदर जाते दिख रहा है। 2.30 घंटे बाद युवक घर से बाहर निकलता दिखा। उसने मुंह को गमछे से ढक रखा था। पैंट-शर्ट पहने युवक के हाथ में एक झोला था। पढ़िए पूरी खबर… प्रयागराज में FCI से रिटायर्ड अफसर और उनकी पत्नी के संदिग्ध कातिल को पुलिस ने पकड़ लिया। CCTV में दिखने के बाद पुलिस शहर से 15 Km दूर करछना के मेन चौराहे के पास रहने वाले इलेक्ट्रिशियन राजकुमार विश्वकर्मा के घर पहुंची। आधी रात को छापा मारा। घर का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर दाखिल हुई। राजकुमार विश्वकर्मा को अरेस्ट करने के साथ घर से 2 झोले भी कब्जे में ले लिए। पुलिस का दावा है कि इनसे लूटे गए जेवर बरामद हुए हैं। वहीं, 29 अप्रैल को अरुण श्रीवास्तव (66) और उनकी पत्नी मीना (60) का करछना घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। डॉक्टर ने अरुण और मीना की मौत की वजह सिर पर लगी गहरी चोट बताई है। पुलिस इस मामले का जल्द खुलासा कर पूरी कहानी सामने लाएगी। जानिए, पुलिस कातिल तक कैसे पहुंची ऑटो वाले ने CCTV से पहचाना
पुलिस सूत्र बताते हैं- CCTV में कातिल दिखने के बाद मूवमेंट की दिशा में जांच शुरू की गई। पुलिस को एडीए मोड़ पर महर्षि विद्यालय के पास एक ऑटो वाले से सुराग मिला। फुटेज में कातिल का हुलिया देखने के बाद ऑटो ड्राइवर ने उसे पहचान लिया। उसने बताया- कत्ल वाले दिन यह व्यक्ति मेरे ऑटो में बैठा था। मैंने इस शख्स को करछना से अपने ऑटो में बैठाया और एडीए मोड़ के पास छोड़ दिया था। लेकिन, जब पुलिस पूरे एरिया के CCTV देखे, तब वह संदिग्ध व्यक्ति चंद्रलोक गेस्ट हाउस के रास्ते पर नजर आया था। इससे पता चला कि वापसी में वह रास्ता बदलकर गया था। अफसर और पत्नी के मोबाइल से मिली लोकेशन
ड्राइवर से चंद्रलोक गेस्ट हाउस तक लोकेशन क्लियर होने के बाद पुलिस को सर्विलांस से मदद मिली। दरअसल, राजकुमार विश्वकर्मा अपने साथ अरुण श्रीवास्तव और मीना का मोबाइल फोन लेकर गया था। लेकिन, उनको स्विच ऑफ नहीं किया था। इसके चलते लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस करछना के मेन चौराहे तक पहुंची। यही पर SBI बैंक के पास रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान राजकुमार विश्वकर्मा ने कहा- किसी को शक न हो, इसलिए पहले मैंने तय किया कि अपनी बुआ के घर रहने चला जाऊंगा। लेकिन, फिर मैंने अपना इरादा बदल लिया। मैं कुछ देर के लिए छिवकी रेलवे स्टेशन गया था। फिर घर आ गया, मगर आधी रात को पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने घर की तलाशी ली, दो झोले कब्जे में लिए
29 अप्रैल की रात घर के बाहर पुलिस को देखकर इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा भागने की कोशिश करने लगा। दरवाजा अंदर से लॉक था, इसलिए पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया। उस वक्त इलेक्ट्रीशियन के परिवार के सदस्य भी अंदर मौजूद थे। पुलिस ने घर की तलाशी ली और इलेक्ट्रिशियन को अरेस्ट करके ले गई। परिवार के सदस्यों का कहना है कि पुलिस घर से काफी सारा सामान भी साथ लेकर गई है। वह बिजली के काम के साथ नगर निगम की टैक्स वसूली टीम में संविदा पर भी काम करते हैं। परिवार वालों ने बताया- पुलिस अपने साथ 2 झोले लेकर गई है। जो गहने पुलिस लेकर गई है, वह हमारे थे। घर में शादी हुई थी, इसलिए खरीदकर रखे गए थे। हमारे परिवार के सदस्य को फंसाया जा रहा है। अरुण के घर का बिजली के काम का ठेका इलेक्ट्रीशियन के पास था
अरुण श्रीवास्तव के घर में 3 साल से कंस्ट्रक्शन चल रहा था। इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा के पास बिजली के काम का ठेका था। वह इसी सिलसिले में घर के अंदर आता-जाता था। इसी दौरान उसने रेकी की। कस्टडी में हुई पूछताछ में इतना साफ हो गया है कि डबल मर्डर लूट को अंजाम देने के लिए किया गया। बेटे मनीष श्रीवास्तव ने बताया- मेरी पत्नी और मां के जेवर गायब हैं। उसकी वेल्युएशन को लेकर मनीष ने कोई बयान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि लूट हुई है, मगर कितने की, यह नहीं पता। उन्होंने कहा- मैं रविवार को ही प्रयागराज से सीधी के लिए निकला था। सुबह इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा आया था। वह कूलर बनाकर गया था। घर में जो हाईस्कूल का छात्र रहता है, उसने भी राजकुमार विश्वकर्मा को ही आते देखा था। माना जा रहा है कि लूट के सारे गहने और हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी पुलिस बरामद नहीं कर सकी है, इसलिए छापामारी हो रही है। पुलिस ने इलेक्ट्रीशियन राजकुमार विश्वकर्मा की बुआ के घर (करछना) में भी दबिश देकर तलाशी ली है। पोस्टमॉर्टम में सिर की चोट मौत की वजह
अरुण और मीना के शवों का पोस्टमॉर्टम मंगलवार को SRN अस्पताल में हुआ। दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। फोटो और वीडियोग्राफी कराई गई। मौत का कारण हेड इंजरी आई है। रिपोर्ट में लिखा है कि खून ज्यादा बह जाने की मौत हो गई। पति-पत्नी के सिर, गर्दन, कंधे पर चोटें मिलीं। अरुण के सिर, सीने, गर्दन, और कंधे पर 7 घाव थे। सिर पर कई जगह वार किए गए थे। मीना के सिर पर ज्यादा चोटें थीं। एक घाव ऐसा है कि बहुत भारी चीज या फिर तेजी से मारी गई जिससे सिर में गड्‌ढा टाइप हो गया। उनके सिर में 4 और गर्दन पर 1 वार था। अब पूरा मामला जानिए… फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) से रिटायर्ड अरुण श्रीवास्तव (65) पत्नी मीना श्रीवास्तव के साथ नैनी की ADA कॉलोनी के LIG मकान में रहते थे। वह मूलरूप से चुनार (मिर्जापुर) के रहने वाले थे। उनका घर चौराहे से करीब 100 मीटर दूर अक्षय वट अस्पताल के पास है। उनके 3 बेटियां और एक बेटा है। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटी मिर्जापुर में लेक्चरर है। दूसरी प्रयागराज में ही रहती है। तीसरी बेटी बेंगलुरु में पति के साथ रहती है। बेटा मनीष मध्यप्रदेश के सीधी के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी करता है। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर रहते थे। घर के थर्ड फ्लोर पर 10वीं में पढ़ने वाला सुनील किराए पर रहता है। दोपहर 3 बजे सुनील अरुण से मिला था। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया। शाम 5 बजे जब वह अपने कमरे से निकला तो देखा कि मेन गेट बाहर से लॉक है। इसके बाद वह अरुण श्रीवास्तव वाले हिस्से में गया। वहां भी दोनों कमरों में बाहर से ताला बंद था। सुनील ने मेन गेट खुलवाने के लिए शोर मचाया। इस पर आसपास के लोग अरुण के घर के बाहर पहुंचे। मेन गेट पर ताला लगे होने की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस को अरुण की लाश और उनकी पत्नी मीना घायल अवस्था में मिलीं। बाद में अस्पताल में मीना की भी मौत हो गई। ————————- यह खबर भी पढ़ें : रिटायर्ड अफसर, पत्नी के कातिल की पहली तस्वीर, प्रयागराज में बिजली ठीक करने घर में घुसा, झोला लेकर निकला, इलेक्ट्रीशियन हिरासत में प्रयागराज में FCI से रिटायर्ड अफसर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना की हत्या कर दी गई। पुलिस को वारदात को अंजाम देने वाले संदिग्ध का सीसीटीवी मिला है। इसमें वह झोला लेकर घर के अंदर जाते दिख रहा है। 2.30 घंटे बाद युवक घर से बाहर निकलता दिखा। उसने मुंह को गमछे से ढक रखा था। पैंट-शर्ट पहने युवक के हाथ में एक झोला था। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर