भास्कर न्यूज | लुधियाना रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड नॉर्थ सेंट्रल रेलवे द्वारा अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस भर्ती प्रक्रिया में 1679 पोस्ट भरी जानी हैं। जिनके लिए दसवीं पास और संबंधित ट्रेड में आईटीआई पास उम्मीदवार आवेदन करने के लिए योग्य हैं। आवेदन करने के लिए 100 रुपये की फीस अदा करनी होगी।एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी और महिला उम्मीदवारों को फीस से राहत होगी। आवेदन की आखिरी तारीख 15 अक्टूबर तय की गई है। अधिकतम उम्र सीमा 24 साल है और 15अक्टूबर तक इस उम्र सीमा को माना जाएगा। नियमों के तहत रिजर्व्ड श्रेणियों के उम्मीदवारों को उम्र सीमा में राहत मिलेगी। इस भर्ती प्रक्रिया में मेकेनिकल विभा, इलेक्ट्रिकल विभाग, वर्कशॉप इत्यादि में पद भरे जाएंगे। जो उम्मीदवार दसवीं या आईटीआई के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं और 14सितंबर तक जिन्होंने परीक्षा पास नहीं की है वो आवेदन के योग्य नहीं होंगे। वहीं, आईटीआई में फेल, इंजीनियरिंग ग्रेजुएट और डिप्लोमा उम्मीदवार भी अप्लाई करने के लिए योग्य नहीं होंगे। अधिक जानकारी के लिए https://www.rrcpryj. org/ पर विजिट किया जा सकता है। भास्कर न्यूज | लुधियाना रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड नॉर्थ सेंट्रल रेलवे द्वारा अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस भर्ती प्रक्रिया में 1679 पोस्ट भरी जानी हैं। जिनके लिए दसवीं पास और संबंधित ट्रेड में आईटीआई पास उम्मीदवार आवेदन करने के लिए योग्य हैं। आवेदन करने के लिए 100 रुपये की फीस अदा करनी होगी।एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी और महिला उम्मीदवारों को फीस से राहत होगी। आवेदन की आखिरी तारीख 15 अक्टूबर तय की गई है। अधिकतम उम्र सीमा 24 साल है और 15अक्टूबर तक इस उम्र सीमा को माना जाएगा। नियमों के तहत रिजर्व्ड श्रेणियों के उम्मीदवारों को उम्र सीमा में राहत मिलेगी। इस भर्ती प्रक्रिया में मेकेनिकल विभा, इलेक्ट्रिकल विभाग, वर्कशॉप इत्यादि में पद भरे जाएंगे। जो उम्मीदवार दसवीं या आईटीआई के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं और 14सितंबर तक जिन्होंने परीक्षा पास नहीं की है वो आवेदन के योग्य नहीं होंगे। वहीं, आईटीआई में फेल, इंजीनियरिंग ग्रेजुएट और डिप्लोमा उम्मीदवार भी अप्लाई करने के लिए योग्य नहीं होंगे। अधिक जानकारी के लिए https://www.rrcpryj. org/ पर विजिट किया जा सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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फतेहगढ़ साहिब में ट्रक और बाइक की टक्कर:हादसे में एएसआई की मौत, ड्यूटी से घर लौट रहा था पुलिसकर्मी
फतेहगढ़ साहिब में ट्रक और बाइक की टक्कर:हादसे में एएसआई की मौत, ड्यूटी से घर लौट रहा था पुलिसकर्मी फतेहगढ़ साहिब में हिट एंड रन केस में एएसआई की जान चली गई। गुनिया माजरी के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक पर जा रहे एएसआई को टक्कर मारी। हादसे में एएसआई गुरमेल सिंह (55) की मौत हो गई। वहीं आरोपी ट्रक समेत मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात ट्रक ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। ड्यूटी से घर जा रहा था एएसआई जानकारी के अनुसार गांव गुनिया माजरी के रहने वाले गुरमेल सिंह फतेहगढ़ साहिब में एमटी ब्रांच में तैनात था। ड्यूटी खत्म करने के बाद बाइक पर घर जा रहा था। गांव के पास ही ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में गुरमेल सिंह की मौत हो गई। बस्सी पठाना के डीएसपी मोहित सिंगला ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अज्ञात ट्रक चालक खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस फरार ट्रक ड्राइवर की तलाश में जुटी है।

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हरियाणा-पंजाब के 2 हॉकी ओलिंपियन रचाएंगे शादी:DSP आकाशदीप की मोनिका से सगाई; सोनीपत की धाकड़ छोरी रेलवे में तैनात भारतीय हॉकी की पुरुष और महिला टीम के 2 खिलाड़ी आकाशदीप सिंह और मोनिका मलिक शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। दोनों की सगाई बुधवार को जालंधर में फगवाड़ा हाईवे पर स्थित एक निजी रिजॉर्ट में हई। दोनों प्लेयरों के परिवार जालंधर पहुंचे। बीत कल यानी मंगलवार को आकाशदीप के घर पर पाठ रखा गया था। दोनों की शादी 15 नवंबर को लांडरा सरहिंद हाईवे पर स्थित एक निजी रिजॉर्ट में होगी। मोनिका मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत जिला के गांव गामड़ी की रहने वाली हैं। वहीं आकाशदीप सिंह मूल रूप से खडूर साहिब के गांव वीरोवाल के रहने वाले हैं। आकाशदीप सिंह पंजाब पुलिस में बतौर डीएसपी तैनात हैं। इनकी नियुक्ति बीते साल पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने की थी। वहीं मोनिका मलिक भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं। दोनों ओलिंपिक टीम का हिस्सा रह चुके हैं। कौन हैं आकाशदीप
आकाशदीप सिंह का जन्म 2 दिसंबर 1994 को वेरोवाल गांव में हुआ था। उनके पिता सुरिंदर पाल सिंह पंजाब पुलिस में बतौर इंस्पेक्टर कार्यरत थे। जबकि उनके छोटे भाई प्रभदीप सिंह भी हॉकी खिलाड़ी हैं और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। आकाशदीप सिंह शुरुआत में गुरु अंगद देव स्पोर्ट्स क्लब के लिए भी खेलते थे। जहां उनके खेलने की बेहतरीन स्किल को देखते हुए माता-पिता ने उन्हें 12 साल की उम्र में लुधियाना में स्थित पीएयू हॉकी अकादमी में दाखिला करा दिया। इसके बाद आकाशदीप जालंधर के सुरजीत हॉकी अकादमी चले गए और वहां वो 4 साल तक रहे। इस दौरान उन्होंने खेल की हर बारिकियों को बखूबी से समझा और घरेलू व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा दिखाई। साल 2011 में आकाशदीप सिंह को भारतीय जूनियर हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया। जहां उन्होंने 2011 में मलेशिया में आयोजित जूनियर एशिया कप में भारत को कांस्य पदक दिलाया। 2012 में सीनियर हॉकी टीम में डेब्यू
आकाशदीप सिंह ने एक साल बाद 2012 में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की सीनियर टीम में डेब्यू किया। जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें गोल मशीन के रूप में जाना जाता है। आकाशदीप अब तक भारत के लिए 80 से ज्यादा गोल कर चुके हैं। आकाशदीप सिंह ने रियो 2016 ओलिंपिक में भारत के अटैक का नेतृत्व किया था। कौन हैं मोनिका मलिक
मोनिका मलिक ने 2005 में हॉकी की प्रैक्टिस करनी शुरू की थी। साल 2007 में मोनिका ने डे-बोर्डिंग स्कीम के तहत एकेडमी जॉइन की थी। 2009 में चंडीगढ़ गर्ल्स टीम ने स्कूल नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। इस टीम में मोनिका मलिक ने भी अहम भूमिका निभाई थी। 2011 में मोनिका की मौजूदगी में चंडीगढ़ टीम ने जूनियर नेशनल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2012 में भी चंडीगढ़ टीम ने जूनियर नेशनल में सिल्वर मेडल जीता था। अपने शानदार प्रदर्शन के चलते मोनिका ने इंडिया की जूनियर टीम में जगह बनाई और 2014 में जर्मनी में आयोजित जूनियर वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। मोनिका ने इसके बाद हरियाणा की तरफ से खेलना शुरू किया। जिसका असर हरियाणा महिला टीम में देखने को मिला। टीम ने 2014 में सीनियर नेशनल टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीता था। मोनिका टोक्यो ओलिंपिक में भी भारतीय टीम का हिस्सा थी। टीम पदक जीतने में सफल नहीं हो सकी, लेकिन प्रदर्शन की सबने तारीफ की थी।

बरनाला में कार चढ़ाकर युवक की हत्या:ट्रैक्टर पर लगे डैक चलाने को लेकर हुआ विवाद, माता-पिता का इकलौता बेटा था मृतक
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