हरियाणा के रेवाड़ी शहर स्थित रामपुरा थाना में गुरुवार की दोपहर बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड की। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक ASI को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को एसीबी की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। आरोपी पुलिसकर्मियों ने 9 माह पुराने पटाखे से जुड़े केस में किसी को फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता बोला- मैं पेशी भुगत रहा, ASI ने कहा- तेरे भाई का भी नाम है
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के मोहल्ला कुतुबपुर निवासी संजू ने बताया कि 9 माह पहले दीपावली के त्योहार पर रामपुरा थाना पुलिस ने उनके घर से पटाखे पकड़े थे। पुलिस ने पटाखे पकड़ने के साथ ही उन पर केस बना दिया था। जिसकी वह कोर्ट में पेशी भी भुगत रहे है। लेकिन कुछ दिन पहले अचानक उनके पास रामपुरा थाना में तैनात ASI त्रिदेव का फोन आया और कहा कि उनके छोटे भाई का भी इस केस में नाम है। नाम कटवाने के लिए मांगे रुपए
ASI ने उसे कहा कि अगर भाई का नाम कटवाना है तो 50 हजार रुपए देने होंगे। संजू ने बताया कि उनके परिवार के लोगों ने पुलिसकर्मियों से फरियाद भी लगाई, लेकिन इसमें ईएसआई मनोज कुमार भी शामिल हो गया और दोनों पुलिसकर्मियों ने कहा कि 50 हजार रुपए नहीं दिए तो छोटे बेटे को भी इस केस में शामिल किया जाएगा। शिकायत मिलने पर ACB ने जाल बिछाया
इसके बाद संजू ने रिश्वत मांगने की शिकायत एंट्री करप्शन ब्यूरो में कर दी। संजू और पुलिसकर्मियों के बीच 30 हजार रुपए में बात बन गई। हालांकि एसीबी की टीम को पहले ही इसकी सूचना मिल चुकी थी। ऐसे में दोनों पुलिसकर्मियों को पकड़ने का जाल बिछाया गया। रिश्वत के रुपए देकर भेजा, रुपए पकड़ते ही ACB ने दबोचा
एसीबी की टीम ने उसे 30 हजार रुपए देकर रामपुरा थाना भेज दिया। जैसे ही ईएसआई मनोज कुमार और एएसआई त्रिदेव ने 30 हजार रुपए लिए। पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने दोनों को मौके पर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। एसीबी की रामपुरा थाना में रेड के बाद अन्य पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। टीम दोनों को गिरफ्तार कर एसीबी थाना ले गई। हरियाणा के रेवाड़ी शहर स्थित रामपुरा थाना में गुरुवार की दोपहर बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड की। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक ASI को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को एसीबी की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। आरोपी पुलिसकर्मियों ने 9 माह पुराने पटाखे से जुड़े केस में किसी को फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता बोला- मैं पेशी भुगत रहा, ASI ने कहा- तेरे भाई का भी नाम है
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के मोहल्ला कुतुबपुर निवासी संजू ने बताया कि 9 माह पहले दीपावली के त्योहार पर रामपुरा थाना पुलिस ने उनके घर से पटाखे पकड़े थे। पुलिस ने पटाखे पकड़ने के साथ ही उन पर केस बना दिया था। जिसकी वह कोर्ट में पेशी भी भुगत रहे है। लेकिन कुछ दिन पहले अचानक उनके पास रामपुरा थाना में तैनात ASI त्रिदेव का फोन आया और कहा कि उनके छोटे भाई का भी इस केस में नाम है। नाम कटवाने के लिए मांगे रुपए
ASI ने उसे कहा कि अगर भाई का नाम कटवाना है तो 50 हजार रुपए देने होंगे। संजू ने बताया कि उनके परिवार के लोगों ने पुलिसकर्मियों से फरियाद भी लगाई, लेकिन इसमें ईएसआई मनोज कुमार भी शामिल हो गया और दोनों पुलिसकर्मियों ने कहा कि 50 हजार रुपए नहीं दिए तो छोटे बेटे को भी इस केस में शामिल किया जाएगा। शिकायत मिलने पर ACB ने जाल बिछाया
इसके बाद संजू ने रिश्वत मांगने की शिकायत एंट्री करप्शन ब्यूरो में कर दी। संजू और पुलिसकर्मियों के बीच 30 हजार रुपए में बात बन गई। हालांकि एसीबी की टीम को पहले ही इसकी सूचना मिल चुकी थी। ऐसे में दोनों पुलिसकर्मियों को पकड़ने का जाल बिछाया गया। रिश्वत के रुपए देकर भेजा, रुपए पकड़ते ही ACB ने दबोचा
एसीबी की टीम ने उसे 30 हजार रुपए देकर रामपुरा थाना भेज दिया। जैसे ही ईएसआई मनोज कुमार और एएसआई त्रिदेव ने 30 हजार रुपए लिए। पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने दोनों को मौके पर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। एसीबी की रामपुरा थाना में रेड के बाद अन्य पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। टीम दोनों को गिरफ्तार कर एसीबी थाना ले गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर