हरियाणा में रेवाड़ी जिले के दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित साबन पुल के समीप स्क्रैप को गोदाम में मंगलवार की रात आग लग गई। गोदाम में प्लास्टिक का सामान होने के कारण आग तेजी से फैलती चली गई। पहले बावल दमकल विभाग की 3 गाड़ियां मौके पर पहुंची। उसके बाद रेवाड़ी से भी दो दमकल की गाड़ियां बुलाई गई। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बावल पुलिस के अनुसार, दिल्ली की एक फर्म ने साबन पुल से करीब 200 मीटर अंदर स्क्रैप का गोदाम बनाया हुआ हैं। इस गोदाम में कंपनियों से निकलने वाला स्क्रैप रखा जाता है। गोदाम में प्लास्टिक फोम काफी ज्यादा रखा हुआ था। मंगलवार की रात अचानक गोदाम में आग लग गई। आग की सूचना के बाद पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन आग काफी ज्यादा फैल चुकी थी। इसके बाद बावल से ही दमकल की 3 गाड़ियां और रेवाड़ी से 2 गाड़ियां बुलाई गई। दमकल कर्मचारियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया कि आग किस वजह से लगी। पुलिस के मुताबिक, आग की वजह शार्ट सर्किट भी हो सकती हैं। साथ ही नुकसान का आकलन भी गोदाम के मालिक के आने के बाद ही पता चल पाएगा। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित साबन पुल के समीप स्क्रैप को गोदाम में मंगलवार की रात आग लग गई। गोदाम में प्लास्टिक का सामान होने के कारण आग तेजी से फैलती चली गई। पहले बावल दमकल विभाग की 3 गाड़ियां मौके पर पहुंची। उसके बाद रेवाड़ी से भी दो दमकल की गाड़ियां बुलाई गई। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बावल पुलिस के अनुसार, दिल्ली की एक फर्म ने साबन पुल से करीब 200 मीटर अंदर स्क्रैप का गोदाम बनाया हुआ हैं। इस गोदाम में कंपनियों से निकलने वाला स्क्रैप रखा जाता है। गोदाम में प्लास्टिक फोम काफी ज्यादा रखा हुआ था। मंगलवार की रात अचानक गोदाम में आग लग गई। आग की सूचना के बाद पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन आग काफी ज्यादा फैल चुकी थी। इसके बाद बावल से ही दमकल की 3 गाड़ियां और रेवाड़ी से 2 गाड़ियां बुलाई गई। दमकल कर्मचारियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया कि आग किस वजह से लगी। पुलिस के मुताबिक, आग की वजह शार्ट सर्किट भी हो सकती हैं। साथ ही नुकसान का आकलन भी गोदाम के मालिक के आने के बाद ही पता चल पाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज ही:CAS प्रेसिडेंट ने दिए आदेश, पक्ष में 6 दलीलें दी गईं हैं; कल ओलिंपिक का समापन
विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज ही:CAS प्रेसिडेंट ने दिए आदेश, पक्ष में 6 दलीलें दी गईं हैं; कल ओलिंपिक का समापन हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका फैसला आज ही आएगा। इसको लेकर खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के प्रेसिडेंट ने कोर्ट को आदेश दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि पेरिस समय के अनुसार शाम 6 बजे विनेश की याचिका पर फैसला सुना दिया जाए। यानी भारतीय समय के अनुसार रात करीब साढ़े 9 बजे फैसला आएगा। इससे पहले कोर्ट ने कहा था कि ओलिंपिक खत्म होने से पहले फैसला दे देंगे। रविवार को पेरिस ओलिंपिक का समापन है। विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। इसी को लेकर विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दायर की। जिस पर सुनवाई हुई। इस मामले में मोटे तौर पर विनेश के पक्ष में 6 अहम दलीलें दी गई हैं। खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी
विनेश फोगाट की याचिका पर पेरिस स्थित खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। इसमें विनेश भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। विनेश ने करीब एक घंटे अपना पक्ष रखा। करीब 3 घंटे तक बहस हुई। विनेश की तरफ से भारतीय वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने भी उनका पक्ष रखा। डॉक्टर एनाबेल बैनेट ने करीब 3 घंटे तक विनेश, युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी और IOA का पक्ष सुना। इससे पहले सभी को अपना एफिडेविट भी दाखिल करने को कहा गया था। जिसके बाद ये मौखिक बहस हुई है। विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं
खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने कहा- पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद
इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा- भारतीय ओलिंपिक संघ को पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद है। प्रेजिडेंट पीटी उषा ने कहा- विनेश का साथ देना हमारा फर्ज है। फैसला चाहे जो भी आए, हम विनेश के साथ खड़े हैं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी अध्यक्ष बोले- CAS का फैसला मानेंगे
विनेश फोगाट के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि वह एक वेट कैटेगरी में 2 सिल्वर मेडल देने के पक्ष में नहीं हैं। इसमें इंटरनेशनल फेडरेशन के नियम का पालन किया जाना चाहिए। वेट कट का फैसला यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का था। यदि हम 100 ग्राम के साथ अनुमति देते हैं तो 102 ग्राम के साथ क्यों नहीं देंगे। अब यह मामला कोर्ट में है। अब हम CAS का फैसला मानेंगे। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
वर्क वीजा के नाम पर 20 लाख रुपये की ठगी, मामला दर्ज
वर्क वीजा के नाम पर 20 लाख रुपये की ठगी, मामला दर्ज भास्कर न्यूज | फतेहाबाद साइबर थाना पुलिस ने मॉडल टाउन में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत पर गुजरात के अहमदाबाद निवासी तरुण कुमार चक्रबेदी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी गई शिकायत मॉडल टाउन निवासी भवजीत सिंह ने बताया कि उसके रिश्तेदार सतेंदर कौर निवासी जगाधरी का वर्क वीजा लगवाना था। उसकी किसी जानकार के माध्यम से आरोपी तरूण कुमार चक्रवेदी से फोन पर बातचीत हुई। बातचीत के बाद उसने सतेंदर कौर के तमाम कागजात वीजा के लिए तरुण को उसके बताए नंबर पर भेज दिए और 12 दिसंबर 2023 को तरुण के बैंक खाते में पहले 1 लाख 99 हजार रुपये डाल दिए। आरोप है कि 10 जनवरी 2024 को उसने एक नंबर से वर्क परमिट का स्क्रीन शॉट उसके पास भेजा। आरोप है कि इसके बाद तरुण ने उसके पास अपने एक व्यक्ति को भेजा, जिसका नाम अमरेंद्र पूरी था। जिसे तरुण से हुई बातचीत के अनुसार 18 लाख रुपये दे दिए, लेकिन जब वर्क वीजा को चेक करवाया तो वह फर्जी निकला। इस पर तरुण से उसके पते पर जाकर बातचीत की और पंचायत में यह समझौता हुआ कि वह हर महीने 2 लाख रुपये उसे दे देगा, लेकिन तय बातचीत के बाद उसने फोन उठाना बंद कर दिया। अब साइबर थाना पुलिस को मामले की शिकायत दी। जिसमें आरोपी तरुण पर 20 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने अब आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चरखी दादरी में ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा:हाइवा-ट्रैक्टर का डेढ़ लाख का चालान काटा; MVO के सस्पेंड होने के बाद एक्शन
चरखी दादरी में ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा:हाइवा-ट्रैक्टर का डेढ़ लाख का चालान काटा; MVO के सस्पेंड होने के बाद एक्शन हरियाणा के चरखी दादरी में सोमवार देर रात RTA टीम ने बाढ़ड़ा क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसा। टीम ने 2 ओवरलोड वाहनों को पकड़कर डेढ़ लाख रुपए के चालान किए। इसके अलावा, 2 वाहनों को बाढड़ा बस स्टैंड पर खड़ा किया गया है। रोड़ी से भरे हाइवा डंपर के ओवरलोड पाए जाने पर एक लाख एक हजार व ईंटों से भरे एक ट्रैक्टर के ओवरलोड पाए जाने पर 49 हजार रुपए का चालान किया गया है। RTA टीम की रेड की सूचना मिलने पर दूसरे वाहन चालकों के हड़कंप देखने को मिला। मंत्री ने MVO को सस्पेंड किया था दरअसल, 19 जुलाई को चरखी दादरी लघु सचिवालय में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई थी। जिसमें ओवरलोडिंग व अवैध खनन का मामला जोर-शोर से उठाया गया था। बैठक की अध्यक्षता करने पहुंचे मंत्री मूलचंद शर्मा ने ओवरलोडिंग मामले को गंभीरता से से लिया था और संबंधित अधिकारी को लताड़ लगाते हुए मोटर व्हीकल ऑफिसर को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा DC व SP की अध्यक्षता में ओवरलोडिंग रोकने के लिए कमेटी गठन करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से जिले में ओवरलोडिंग वाहनों पर लगातार कार्रवाई देखने को मिली है। नारनौल की टीम ने पकड़े थे 10 वाहन 20 जुलाई देर रात टीम ने झोझू कलां आदमपुर सड़क पर गुप्त सूचना के आधार पर नारनौल आरटीए टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए 10 ओवरलोड वाहनों को पकड़ा और 7 लाख 90 हजार 500 रुपए के चालान काटे गए थे। लगातार हो रही इस कार्रवाई से ओवरलोड वाहन चालकों में हड़कंप मचा हुआ है।