रेवाड़ी में झज्जर की महिला ने आत्महत्या कर ली। मानसिक रूप से परेशान थी। महिला के दो बच्चे हैं। जब बच्चे स्कूल से घर आए तो उन्होंने अपनी मां को फंदे पर लटका देखा। मामला धारूहेड़ा सेक्टर-6 क्षेत्र की द्वारकाधीश सोसाइटी का है। मृतक महिला की पहचान सुमन (32) के नाम से हुई है। पुलिस के मुताबिक, झज्जर जिले के गांव अहरी के रहने वाला सुनील कुमार अपने परिवार सहित धारूहेड़ा की एक सोसाइटी में किराए पर रहता है। पति गया था कंपनी, बच्चे गए स्कूल सुनील कुमार रोजाना की तरह आज भी अपनी कंपनी में गया हुआ था। दोनों बच्चे स्कूल गए हुए थे। लेकिन सुनील कुमार की पत्नी सुमन घर पर अकेली थी। तभी सुमन ने अपने कमरे में पंखे के हुक से लटक कर जीवन लीला समाप्त कर ली। जब बच्चे स्कूल से घर आए तो उन्होंने अपनी माता जी को फंदे पर लटका देखा। इसके बाद शोर मचाया आसपास के लोग इकट्ठा हुए जिसकी सूचना पुलिस को दी। धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा। लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। कल होगा पोस्टमॉर्टम धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि आज शाम सूचना मिली कि द्वारकाधीश सोसाइटी में एक महिला ने आत्महत्या कर ली। महिला मानसिक रूप से परेशान थी कल शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। रेवाड़ी में झज्जर की महिला ने आत्महत्या कर ली। मानसिक रूप से परेशान थी। महिला के दो बच्चे हैं। जब बच्चे स्कूल से घर आए तो उन्होंने अपनी मां को फंदे पर लटका देखा। मामला धारूहेड़ा सेक्टर-6 क्षेत्र की द्वारकाधीश सोसाइटी का है। मृतक महिला की पहचान सुमन (32) के नाम से हुई है। पुलिस के मुताबिक, झज्जर जिले के गांव अहरी के रहने वाला सुनील कुमार अपने परिवार सहित धारूहेड़ा की एक सोसाइटी में किराए पर रहता है। पति गया था कंपनी, बच्चे गए स्कूल सुनील कुमार रोजाना की तरह आज भी अपनी कंपनी में गया हुआ था। दोनों बच्चे स्कूल गए हुए थे। लेकिन सुनील कुमार की पत्नी सुमन घर पर अकेली थी। तभी सुमन ने अपने कमरे में पंखे के हुक से लटक कर जीवन लीला समाप्त कर ली। जब बच्चे स्कूल से घर आए तो उन्होंने अपनी माता जी को फंदे पर लटका देखा। इसके बाद शोर मचाया आसपास के लोग इकट्ठा हुए जिसकी सूचना पुलिस को दी। धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा। लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। कल होगा पोस्टमॉर्टम धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि आज शाम सूचना मिली कि द्वारकाधीश सोसाइटी में एक महिला ने आत्महत्या कर ली। महिला मानसिक रूप से परेशान थी कल शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत से लापता किशोर एक माह बाद मिला:बोला- गली के तीन लड़कों ने किया सामुहिक कुकर्म; वीडियो बनाकर हड़पे रुपए, धमकी से डरकर भागा हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी से लापता 15 साल का किशोर एक माह बाद मिल गया है। किशोर नरवाना रेलवे स्टेशन पर मिला। वहां से उसने किसी अनजान के नंबर से परिजनों तक अपनी सूचना पहुंचाई। इसके बाद पानीपत पुलिस ने नरवाना जीआरपी से संपर्क कर उसे काबू करवाया। बाद में स्थानीय पुलिस और परिजन उसे वहां से लेकर वापस आए। वापस आने पर किशोर ने बहुत चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसके साथ गली के 3 लड़कों ने सामूहिक कुकर्म किया था। वे उसे ब्लैकमेल कर रुपए मांग रहे थे। रुपए न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इसी से डरकर वह भाग गया था। अब किशोर के पिता ने पुलिस को कुकर्म की शिकायत दी है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 15 नवंबर की दोपहर को हुआ था लापता जानकारी देते हुए किशोरी के पिता ने बताया कि वह तीन बच्चों का पिता है। जिनमें दो बेटे व एक बेटी है। उसका बड़ा बेटा 15 साल का है। जिसने पढ़ाई छोड़ी हुई है। अब वह काम करता है। वह 15 नवंबर को घर से बिना किसी को कुछ बताए दोपहर पौने 4 बजे चला गया था। जिसके बाद से वह लापता था। 13 दिसंबर को नरवाना रेलवे स्टेशन से किसी का फोन आया। इसके बाद वे अपने बेटे को वहां से लेकर पानीपत पहुंचे। यहां आने के बाद उसने घर से चले जाने की बड़ी वजह बताई। आरोपी दे रहे थे जान से मारने की धमकी किशोर ने बताया कि उसको 30 अक्टूबर को गली के रहने वाले तीन नाबालिग लड़के एक कमरे पर पार्टी करने के बहाने ले गए थे। कमरे पर ले जाने के बाद वहां उसके साथ जोर जबरदस्ती उसके हाथ पकड़ कर तीनों ने कुकर्म किया। उसके साथ दरिंदगी की वीडियो भी बनाई। इसके बाद वे उसे वीडियो का हवाला देकर ब्लैकमेल करते रहे। तीनों ने उससे अलग-अलग बार में 10 हजार के करीब रुपए भी ऐंठ लिए थे। अब वे और रुपए मांग रहे थे। लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे। पैसे न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी थी। इसी डर की वजह घर से भाग गया था।
57 साल बाद हार, जनता के बीच भजनलाल परिवार:गांव-गांव काम गिनवा रहे भव्य-कुलदीप बिश्नोई; गढ़ वापस पाने को OBC-बिश्नोई वोटर्स को मना रहे
57 साल बाद हार, जनता के बीच भजनलाल परिवार:गांव-गांव काम गिनवा रहे भव्य-कुलदीप बिश्नोई; गढ़ वापस पाने को OBC-बिश्नोई वोटर्स को मना रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भजनलाल परिवार एक बार फिर लोगों के बीच पहुंचा है। कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर के विभिन्न गांव में जाकर धन्यवादी दौरे कर रहे हैं। 3 दिवसीय दौरे का आज अंतिम दिन है। 3 दिन में बिश्नोई परिवार 54 गांव को कवर करेगा। 2 दिनों में आधे से ज्यादा गांव कवर किए गए हैं। दौरे के दौरान भव्य और कुलदीप बिश्नोई लोगों से संवाद कर रहे हैं, वहीं हार पर भी मंथन किया जा रहा है। बिश्नोई परिवार गांव-गांव जाकर कह रहा है कि आदमपुर उनका परिवार है। अगर थोड़ा जोर और लगा देते थे तो भजनलाल परिवार का स्वर्णिम दौर वापस आ सकता था। मगर, फिर भी लोगों के काम न पहले रुके थे, न इस बार रुकेंगे। पहले भी केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार थी और अब भी है। आज भी किसी अधिकारी के पास काम लेकर जाते हैं तो वह मना नहीं करता। बता दें कि 57 साल बाद आदमपुर से बिश्नोई परिवार को हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे में वह जनता के बीच जाकर दोबारा अपनी खिसक चुकी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। भव्य बिश्नोई बोले- सेवा के लिए पद जरूरी नहीं
भव्य बिश्नोई ने आदमपुर के एक गांव में लोगों से कहा कि चौधरी भजनलाल परिवार को सेवा करने के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं है। अगर परिणाम हमारे पक्ष में आते तो आदमपुर को बहुत बड़ी ताकत मिलने वाली थी। जो स्वर्णिम दौर चौधरी भजनलाल लाने की बात करते थे, वह दौर कुलदीप जी और सबके प्रयास से हमारे नजदीक आ गया था। आप सभी और हमसे भूल चूक हुई। मगर, आप चिंता मत करें, ऊपर और नीचे सरकार हमारी है। आप सभी ने पिता जी का कद इतना बड़ा बनाया है। मंत्री और अधिकारी कोई कितना बड़ा क्यों न हो, यदि कोई काम उनके पास लेकर जाते हैं तो वह तुरंत प्रभाव से पूरा होता है। आपके काम में कभी रुकावट नहीं आएगी। पहले की तरह ही हम आपका काम करते रहेंगे। नाराज बिश्नोई और ओबीसी वोटरों को मनाने का प्रयास
आदमपुर विधानसभा सीट पर करीब 1.78 लाख वोटर हैं। इनमें पुरुष वोटर 94 हजार 940 और महिला वोटर 93 हजार 708 हैं। इस सीट पर जाट और ओबीसी वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। आदमपुर में सबसे ज्यादा जाट वोटर करीब 55 हजार हैं। बिश्नोई समुदाय के 28 हजार वोट हैं। अगर ओबीसी में बिश्नोई समुदाय के वोटों को छोड़ दें तो करीब 29 हजार वोट हैं। इनमें सबसे ज्यादा 8200 वोटर जांगड़ा और कुम्हार जाति के हैं। इस चुनाव में कांग्रेस बिश्नोई और ओबीसी वोटरों में सेंध लगाने में सफल रही थी। ऐसे में बिश्नोई परिवार नाराज बिश्नोई वोटरों को मनाने का प्रयास कर रहा है। हार के बाद भावुक होकर रो पड़े थे कुलदीप बिश्नोई
8 अक्टूबर को मिली हार के बाद भजनलाल परिवार आदमपुर मंडी में पैतृक आवास पर पहुंचा था, जहां लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान कुलदीप बिश्नोई समर्थकों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए और रोने लगे। इसके बाद समर्थकों ने कहा कि आदमपुर के लोग आपके साथ हैं। कुलदीप बिश्नोई को रोते देखकर समर्थकों ने चौधरी भजनलाल अमर रहे के नारे लगाए। बेटे भव्य बिश्नोई ने कुलदीप बिश्नोई को सांत्वना दी। भजनलाल के करीबी रहे रामजी लाल के भतीजे ने हराया
कांग्रेस ने इस बार भजनलाल परिवार की घेराबंदी की थी। भाजपा ने यहां कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को दूसरी बार मैदान में उतारा था। भव्य बिश्नोई 2 साल पहले यहां से उप-चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने यहां से पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को अपना उम्मीदवार बनाया। चंद्र प्रकाश पंडित रामजीलाल के भतीजे हैं। रामजीलाल को चौधरी भजनलाल का परम सखा माना जाता था। एक तरह से बिश्नोई परिवार के नजदीकी रहे परिवार में से ही कांग्रेस ने टिकट दिया। इसका लाभ कांग्रेस को मिला और नजदीकी मुकाबले में भव्य बिश्नोई 1768 वोटों से हार गए। आदमपुर सीट पर पहली बार 1967 में चौधरी भजनलाल जीते थे। इस चुनाव से पहले तक इस सीट पर भजनलाल परिवार के सदस्य ही चुनाव जीतते आ रहे थे।
हरियाणा में BJP चेयरपर्सन पर लटकी दोहरी तलवार:एक तरफ गिरफ्तारी, दूसरी तरफ कुर्सी जाने का खतरा; हुड्डा के खिलाफ लड़ा चुनाव
हरियाणा में BJP चेयरपर्सन पर लटकी दोहरी तलवार:एक तरफ गिरफ्तारी, दूसरी तरफ कुर्सी जाने का खतरा; हुड्डा के खिलाफ लड़ा चुनाव हरियाणा के रोहतक में जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा पर दोहरी तलवार लटक गई है। महिला पार्षद के बेटे के किडनैपिंग केस में मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी पर मामला दर्ज होने के बाद उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। दूसरा कल यानी 23 अक्टूबर को जिला पार्षदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। ऐसे में हुड्डा की कुर्सी जा सकती है। मंजू हुड्डा ने इसी महीने हुए विधानसभा चुनाव में गढ़ी सांपला किलोई सीट पर भाजपा के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने चुनाव लड़ा था। वह चुनाव हार गई थीं। रोहतक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अरविंद श्योराण का कहना है कि बच्चे के अपहरण मामले में जो धाराएं लगाई गई हैं, वे गैर जमानती हैं। इन धाराओं में जमानत का कोई प्रावधान नहीं है। गिरफ्तार करना पुलिस के हाथ में होता है कि वह नामजद आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करते हैं। उधर, DSP रजनीश ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। घूमने निकला था युवक, कार सवारों ने अपहरण किया
इस्माईला गांव के रहने वाले जगबीर खत्री ने बताया कि उसकी पत्नी नीलम जिला पार्षद है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाला उसका 15 वर्षीय बेटा धैर्य सोमवार (21 अक्टूबर) सुबह घर से बाहर घूमने के लिए निकला था। इसी दौरान गाड़ी सवार लोगों ने धैर्य का जबरन हथियार के बल पर अपहरण कर लिया और अपनी गाड़ी में लेकर चले गए। कुछ टाइम बाद उनका बेटा दिल्ली रोड पर ढाबे पर सकुशल मिल गया। जगबीर ने आरोप लगाया कि यह किडनैपिंग मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी ने कराई है। वह 23 अक्टूबर को आने वाले अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करना चाहते हैं। धैर्य बोला- बाइक को टक्कर मारी
धैर्य ने बताया कि पहले उसकी बाइक को टक्कर मारी और फिर उसे गाड़ी में ले गए। कार सवार 5 लोग थे। पहले उसे मिलन ढाबे पर ले जाया गया। इसके बाद सुनारिया साइड ले गए। वहां उन्होंने गाड़ी एक्सचेंज की। कार सवार कह रहे थे कि अपने पापा को समझा ले, नहीं तो परसों इलेक्शन के बाद देख लेंगे। इसके बाद उसे मिलन ढाबे पर ही छोड़कर चले गए। चेयरपर्सन बोलीं- मेरा अपहरण से कुछ लेना-देना नहीं
खुद पर लगे आरोपों पर चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने वीडियो जारी कर कहा- मेरे पास सुबह से कई फोन आए। हमारी पार्षद नीलम के बेटे का किसी ने अपहरण किया है। इसमें मेरे ऊपर आरोप लगाए गए, जिसमें मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैने अभी-अभी विधानसभा का चुनाव लड़ा है और चुनाव इतना शांतिपूर्वक ढंग से लड़ा है कि किसी से भी ऊंची आवाज में बात नहीं की। मैं इन सभी चीजों में विश्वास नहीं करती। मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। जो सरकार ने मेरी जिम्मेवारी लगा रखी है, उसके तहत जनता की सेवा करना चाहती हूं। ये सारी बातें झूठी हैं। राजेश सरकारी बोले- हमारे खिलाफ साजिश वहीं, मंजू हुड्डा के पति राजेश सरकारी ने भी वीडियो जारी कर कहा- इस पूरे मामले से उनका और उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है। ये सब राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है। ये सब हमें बदनाम करने के लिए है। हमने अभी-अभी विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से लड़ा, जिसमें हमने किसी से ऊंची आवाज में भी बात नहीं की। हम लगातार जनता कि सेवा कर रहे हैं और करते रहेंगे। ये साजिश हमारे कामों को प्रभावित करने के लिए है। 14 में से 10 पार्षद मंजू हुड्डा के खिलाफ
मंजू हुड्डा 27 दिसंबर 2022 को सर्वसम्मति से जिला परिषद की चेयरपर्सन चुनी गई थीं। अब 14 में से 10 पार्षद मंजू हुड्डा के खिलाफ हैं। 10 पार्षदों ने 7 सितंबर को DC अजय कुमार को ज्ञापन देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही। पार्षदों ने कहा कि मंजू हुड्डा करीब पौने 2 साल से जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं, लेकिन 10 पार्षद उनकी कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए वे जिला परिषद की चेयरपर्सन पद से हटाना चाहते हैं। दीपेंद्र बोले- अपराधियों को सरकार का संरक्षण
पार्षद के बेटे की अपहरण की सूचना के बाद रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा इस्माईला गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने परिवार से मुलाकात की। दीपेंद्र ने कहा कि ये घटना दर्शाती है कि अपराधियों को भाजपा सरकार का खुला संरक्षण हासिल है। लोग न घर के बाहर सुरक्षित हैं और न ही अपने घरों में। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट न हो और प्रदेश अराजकता की तरफ न जाए, इसके लिए पूरी कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार समेत सभी पार्षदों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।