हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बा में बाजार में सामान लेने आई एक महिला को दो युवकों ने सम्मोहित कर ठग लिया। बच्चों पर संकट होने का डर दिखाकर उसके पहने हुए कानों को टॉपस, मंगलसूत्र और अंगूठी उतरवा ली। जब तक महिला को होश आया दोनों आरोपी मौके से फरार हो चुके थे। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, धारूहेड़ा की चांद कॉलोनी में रहने वाली पूजा ने बताया कि वह घर से भगत सिंह चौक पर सामान लेने के लिए गई थी। पैदल जाते वक्त बस रोड स्थित मेडिकल स्टोर के समीप उसके पास पैदल ही दो लड़के आए। दोनों ने कुछ देर उससे बातचीत की और फिर बातों में फंसा लिया। शातिर ने कहा कि आपके बच्चो पर संकट है। इतना सुनने के बाद पूजा को कुछ पता नहीं चला और आरोपियों ने उसे सम्मोहित कर दिया। पहने हुए गहने उतरवाए पूजा ने सोने का मंगलसूत्र, दोनों कानों में टॉपस और अंगूठी पहनी हुई थी। आरोपियों ने 2 लाख रुपए से ज्यादा कीमत के ये गहने उतरा लिए और मौके से फरार हो गए। पूजा को जब होश आया तो उसके पहने हुए गहने गायब थे। उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची धारूहेड़ा थाना पुलिस ने धारा 420,406, IPC के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी चेक कर रही है, जिससे बदमाशों का सुराग लग सके। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बा में बाजार में सामान लेने आई एक महिला को दो युवकों ने सम्मोहित कर ठग लिया। बच्चों पर संकट होने का डर दिखाकर उसके पहने हुए कानों को टॉपस, मंगलसूत्र और अंगूठी उतरवा ली। जब तक महिला को होश आया दोनों आरोपी मौके से फरार हो चुके थे। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, धारूहेड़ा की चांद कॉलोनी में रहने वाली पूजा ने बताया कि वह घर से भगत सिंह चौक पर सामान लेने के लिए गई थी। पैदल जाते वक्त बस रोड स्थित मेडिकल स्टोर के समीप उसके पास पैदल ही दो लड़के आए। दोनों ने कुछ देर उससे बातचीत की और फिर बातों में फंसा लिया। शातिर ने कहा कि आपके बच्चो पर संकट है। इतना सुनने के बाद पूजा को कुछ पता नहीं चला और आरोपियों ने उसे सम्मोहित कर दिया। पहने हुए गहने उतरवाए पूजा ने सोने का मंगलसूत्र, दोनों कानों में टॉपस और अंगूठी पहनी हुई थी। आरोपियों ने 2 लाख रुपए से ज्यादा कीमत के ये गहने उतरा लिए और मौके से फरार हो गए। पूजा को जब होश आया तो उसके पहने हुए गहने गायब थे। उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची धारूहेड़ा थाना पुलिस ने धारा 420,406, IPC के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी चेक कर रही है, जिससे बदमाशों का सुराग लग सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में एक साथ 5 अधिकारी सस्पेंड:इनमें BDPO, अकाउंटेंट और JE भी शामिल; 4 करोड़ का घोटाला किया
हरियाणा में एक साथ 5 अधिकारी सस्पेंड:इनमें BDPO, अकाउंटेंट और JE भी शामिल; 4 करोड़ का घोटाला किया प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार ने अपनी इसराना विधानसभा में सार्वजनिक स्थानों पर लोहे के बेंच, हैंडपंप और वाटर कूलर में किए घोटाले में BDPO समेत 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें लेखाकार, सहायक और 2 JE (कनिष्ठ अभियंता) शामिल हैं। मंत्री के आदेश के बाद पंचायत विभाग के निदेशक ने उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विकास एवं पंचायत विभाग में यह भ्रष्टाचार पर एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। यह था पूरा मामला
प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया है कि ब्लॉक समिति इसराना के चेयरमैन हरपाल मलिक ने उन्हें इस बारे में शिकायत दी थी कि विभाग के BDPO सहित उक्त कर्मचारियों ने विकास कार्यों में अनियमितताएं बरती हैं। उनके संज्ञान में यह मामला आने पर इसकी जांच कराई गई। जांच में पता चला कि सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले लाखों के लोहे के बेंच, आमजन को पीने का पानी मुहैया करने के लिए लगने वाले हैंडपंप और वाटर कूलर लगाने में अनियमितता पाई गई हैं। उन्होंने बताया कि यह करीब 3 से 4 करोड़ रुपए का घोटाला हो सकता है, जिसकी जांच की जाएगी। 23 लाख के गबन की बात आरोपियों ने कबूली
मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया है कि इस मामले के संज्ञान में आने पर उन्होंने इसकी छानबीन करवाई और स्वयं इन आरोपियों ने करीब 23 लाख 85 हजार के गबन को स्वीकार भी किया है। जब आरोपियों को इस बात का पता चला तो इन्होंने करीब 23 लाख रुपए देकर किसी व्यक्ति से इन कमियों को पूरा करने के लिए कहा था। मंत्री ने बताया कि उन्हें भी अधिकारियों की करतूत पता चल गई थी, इसलिए उन्होंने उस व्यक्ति से स्वयं बात कर उसे कोई भी काम न करने के लिए कहा। इसके बाद यह पूरा मामला डिप्टी कमिश्नर के संज्ञान में डाला गया। DC ने तुरंत प्रभाव से मंत्री कृष्ण लाल पंवार के आदेशों पर उक्त 23 लाख रुपए की रिकवरी जिला परिषद के CEO के माध्यम से खाते में जमा करवाने के लिए कही है। मंत्री बोले- भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा
विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा है कि विभाग में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है। यह भ्रष्टाचार पर बहुत बड़ी कार्रवाई है। भविष्य में भी इस तरह के मामले मिलने पर जांच की जाएगी और किसी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस छोड़ी:लालू यादव के समधी, बेटा चुनाव हार गया था; बोले- हाईकमान ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस छोड़ी:लालू यादव के समधी, बेटा चुनाव हार गया था; बोले- हाईकमान ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया हरियाणा कांग्रेस के सीनियर लीडर व बिहार के पूर्व CM लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय यादव ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है। वह अभी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में OBC मोर्चा के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसकी जानकारी कैप्टन यादव ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर दी। उन्होंने लिखा, ‘मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अब मैं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के OBC मोर्चा का चेयरमैन भी नहीं रहा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इसकी जानकारी दे दी गई है।’ कैप्टन यादव ने आगे लिखा, ‘इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में बहुत कठिन था, क्योंकि मेरे परिवार का कांग्रेस से 70 वर्षों से जुड़ाव था। मेरे पिता दिवंगत राव अभय सिंह 1952 में कांग्रेस से विधायक बने और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा, लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार किया गया। इससे मेरा पार्टी हाईकमान से मोहभंग हो गया है।’ कैप्टन यादव की ओर से की गईं पोस्टें… लोकसभा टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे
पूर्व वित्त एवं सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। कैप्टन के बेटे चिरंजीव रेवाड़ी से हारे
वहीं, इस विधानसभा चुनाव में कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी से टिकट दिया गया था, लेकिन वह इस सीट को बचा नहीं पाए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। राव 2019 में इसी सीट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इस सीट पर सालों से कैप्टन यादव का कब्जा रहा था। वह यहां से लगातार 6 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार उनके बेटे को मिली हार से वह काफी परेशान थे। अपने बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। CM बनने की खींचतान को हार का जिम्मेदार बताया
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कैप्टन अजय यादव ने कहा था कि CM बनने को लेकर नेताओं की खींचतान इसकी बड़ी वजह बनी। उन्होंने कहा था, ‘जब चुनाव होते हैं तो सबसे बड़ा लक्ष्य जीतने का होता है। उस वक्त मुख्यमंत्री बनने की बातें मीडिया में आती हैं तो वह पार्टी के लिए कोई अच्छे संकेत नहीं होते। पहले बहुमत तो आने दीजिए। उसके बाद ही आप क्लेम करें। कौन मुख्यमंत्री होगा? इसका फैसला विधायक दल की बैठक में होता है। इसके बाद हाईकमान जिसे चाहे उसका नाम मुख्यमंत्री के लिए मनोनीत कर सकता है।’ कैप्टन यादव ने नूंह हिंसा के आरोपी उम्मीदवार मामन खान के चुनाव के वक्त दिए बयान को लेकर भी हार का जिम्मेदार ठहराया था।
यमुनानगर PWD कार्यालय में यूनियनों के बीच विवाद:कमरा दूसरे यूनियन को देने का आरोप, SDO बोले- कर्मचारी ने नशे में महिला से छेड़छाड़ की
यमुनानगर PWD कार्यालय में यूनियनों के बीच विवाद:कमरा दूसरे यूनियन को देने का आरोप, SDO बोले- कर्मचारी ने नशे में महिला से छेड़छाड़ की यमुनानगर के जगाधरी स्थित पीडब्ल्यूडी विभाग में यूनियनों के बीच विवाद गहरा गया है। सर्व कर्मचारी संघ ने एसडीओ इंजीनियर पलविंदर सिंह के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। संघ का आरोप है कि एसडीओ ने उनके कमरे का ताला तोड़कर वह कमरा दूसरी यूनियन को दे दिया। सर्व कर्मचारी संघ के ब्लॉक प्रधान प्रेमचंद ने बताया कि एसडीओ पलविंदर सिंह डिपार्टमेंट के वर्कर्स यूनियन को अनुचित समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में विभागीय अधिकारियों को शिकायत दी गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि अधिकारी जानबूझकर कर्मचारियों को परेशान कर रहा है और यूनियनों के बीच टकराव करवा रहा है। दूसरी ओर, एसडीओ पलविंदर सिंह का कहना है कि विवाद केवल यूनियन के कमरे को लेकर है। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोध करने वाली यूनियन का एक कर्मचारी उनके कर्मचारियों को परेशान कर रहा है। एसडीओ के अनुसार, कुछ दिन पहले उक्त कर्मचारी ने शराब के नशे में एक महिला कर्मचारी के साथ छेड़खानी की, जिसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई है। एसडीओ ने कहा कि वह अपने खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मामला अब विभागीय जांच के अधीन है, जिससे दोनों पक्षों के बीच सुलह की उम्मीद जताई जा रही है।