रेवाड़ी में 6 साल पहले लापता हुआ स्टूडेंट:हिसार मंदिर में मिली चिट्ठी में पाकिस्तान भेजने का जिक्र; रेलवे स्टेशन पर मिली थी स्कूटी

रेवाड़ी में 6 साल पहले लापता हुआ स्टूडेंट:हिसार मंदिर में मिली चिट्ठी में पाकिस्तान भेजने का जिक्र; रेलवे स्टेशन पर मिली थी स्कूटी

हरियाणा के रेवाड़ी में 6 साल पहले लापता हुए किशोर का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। हिसार के मंदिर में डाले गए लेटर में रेवाड़ी के अंश गुलाटी का नाम शामिल है। जिसके बाद अंश गुलाटी के परिवार की टेंशन बढ़ गई है। रेवाड़ी के तोपचीवाड़ी मोहल्ला निवासी रितेश गुलाटी ने बताया कि मेरा बेटा 11 अक्टूबर 2019 को लापता हो गया था। हिसार गुमनाम चिट्‌ठी में उसका जिक्र आने पर वे हिसार भी गए, लेकिन वहां की पुलिस ने रेवाड़ी पुलिस के द्वारा ही केस रिओपन करने की बात कही गई। बेटे के पाकिस्तान भेजे के बाद से उन्हें डर सता रहा है कि बेटे किस हालत में होगा। रितेश गुलाटी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई या एनआईए से करवानी चाहिए। हिसार मंदिर में मिला था लेटर हिसार में शुक्रवार को बीएसएनएल कार्यालय के पास शिव मंदिर में एक अज्ञात पत्र मिला है। यह पत्र आईजी ऑफिस हिसार के नाम पर लिखा गया है। इस पत्र के ऊपर अलाकुंता समपथ, निजामाबाद, तेलंगाना लिखा हुआ है। इस पत्र के मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मंदिर के पुजारी ने पत्र को पुलिस को सौंप दिया है। इस पत्र में देश से करीब 100 लोगों को अगवा कर पाकिस्तान और दुबई भेजने का जिक्र किया गया है रेलवे स्टेशन पर मिली थी स्कूटी अंशु गुलाटी 11 अक्टूबर 2019 को ट्यूशन जाने के लिए घर से निकला था। शाम को वापस नहीं लौटा तो उन्होंने शहर में उसकी हर जगह खोजबीन की। शाम को रेलवे स्टेशन पर स्कूटी बरामद हुई। पुलिस ने 2 दिन तक दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर फुटेज की जांच की, लेकिन अंशु गुलाटी का कहीं पता नहीं चल सका था। पिता कूलर कंपनी में कर्मचारी रेवाड़ी के रितेश गुलाटी ने बताया कि वे फिलहाल कूलर कंपनी में काम करते हैं। 2 साल पहले तक वे बावल की एक कंपनी में जॉब करते थे। अंश उनका इकलौता बेटा है, उनकी एक बेटी भी है। अंश जब लापता हुआ तो वह शहर के एक निजी स्कूल में 11वीं कक्षा का छात्र था। 6 साल से वे अंशु की तलाश में भटक रहे हैं। मुंबई, नोएडा तक तलाश चुके परिजन रितेश गुलाटी ने बताया कि वे मुंबई, दिल्ली, देहरादून, सूरत, अहमदाबाद, नोएडा समेत देश के कई बड़े शहरों में तलाश चुके हैं। इकलौता बेटा गुम होने का दर्द उन्हें ही पता है। उन्हें जब भी कोई कुछ बताता है तो वे उसी शहर में तलाशने चले जाते हैं। बेटे को गुम हुए भले ही 6 साल हो गए, लेकिन उनकी तलाश खत्म नहीं हुई है। हरियाणा के रेवाड़ी में 6 साल पहले लापता हुए किशोर का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। हिसार के मंदिर में डाले गए लेटर में रेवाड़ी के अंश गुलाटी का नाम शामिल है। जिसके बाद अंश गुलाटी के परिवार की टेंशन बढ़ गई है। रेवाड़ी के तोपचीवाड़ी मोहल्ला निवासी रितेश गुलाटी ने बताया कि मेरा बेटा 11 अक्टूबर 2019 को लापता हो गया था। हिसार गुमनाम चिट्‌ठी में उसका जिक्र आने पर वे हिसार भी गए, लेकिन वहां की पुलिस ने रेवाड़ी पुलिस के द्वारा ही केस रिओपन करने की बात कही गई। बेटे के पाकिस्तान भेजे के बाद से उन्हें डर सता रहा है कि बेटे किस हालत में होगा। रितेश गुलाटी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई या एनआईए से करवानी चाहिए। हिसार मंदिर में मिला था लेटर हिसार में शुक्रवार को बीएसएनएल कार्यालय के पास शिव मंदिर में एक अज्ञात पत्र मिला है। यह पत्र आईजी ऑफिस हिसार के नाम पर लिखा गया है। इस पत्र के ऊपर अलाकुंता समपथ, निजामाबाद, तेलंगाना लिखा हुआ है। इस पत्र के मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मंदिर के पुजारी ने पत्र को पुलिस को सौंप दिया है। इस पत्र में देश से करीब 100 लोगों को अगवा कर पाकिस्तान और दुबई भेजने का जिक्र किया गया है रेलवे स्टेशन पर मिली थी स्कूटी अंशु गुलाटी 11 अक्टूबर 2019 को ट्यूशन जाने के लिए घर से निकला था। शाम को वापस नहीं लौटा तो उन्होंने शहर में उसकी हर जगह खोजबीन की। शाम को रेलवे स्टेशन पर स्कूटी बरामद हुई। पुलिस ने 2 दिन तक दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर फुटेज की जांच की, लेकिन अंशु गुलाटी का कहीं पता नहीं चल सका था। पिता कूलर कंपनी में कर्मचारी रेवाड़ी के रितेश गुलाटी ने बताया कि वे फिलहाल कूलर कंपनी में काम करते हैं। 2 साल पहले तक वे बावल की एक कंपनी में जॉब करते थे। अंश उनका इकलौता बेटा है, उनकी एक बेटी भी है। अंश जब लापता हुआ तो वह शहर के एक निजी स्कूल में 11वीं कक्षा का छात्र था। 6 साल से वे अंशु की तलाश में भटक रहे हैं। मुंबई, नोएडा तक तलाश चुके परिजन रितेश गुलाटी ने बताया कि वे मुंबई, दिल्ली, देहरादून, सूरत, अहमदाबाद, नोएडा समेत देश के कई बड़े शहरों में तलाश चुके हैं। इकलौता बेटा गुम होने का दर्द उन्हें ही पता है। उन्हें जब भी कोई कुछ बताता है तो वे उसी शहर में तलाशने चले जाते हैं। बेटे को गुम हुए भले ही 6 साल हो गए, लेकिन उनकी तलाश खत्म नहीं हुई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर