हरियाणा में फसल अवशेष प्रबंधन में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड 8 सुपरवाइजरों को बहाल कर दिया गया है। इनमें से दो सुपरवाइजर सोनीपत से थे। कृषि विभाग के सुपरवाइजरों को सस्पेंड करने के बाद हड़कंप मच गया था। लेकिन सभी को बहाल कर दिया गया है। क्या था मामला?
पिछले साल खरीफ सीजन के दौरान, इन सुपरवाइजरों के क्षेत्रों में सैटेलाइट इमेजरी के माध्यम से फसल अवशेष जलाने की कई घटनाएं सामने आई थीं। कृषि विभाग ने सुपरवाइजरों को इस बात के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सस्पेंड कर दिया था कि उन्होंने फसल अवशेष जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहे। खरीफ सीजन में बढ़ जाते हैं फसल अवशेष आग के मामले
खरीफ सीजन के दौरान फसल अवशेष के मामलों में बढ़ोतरी हो जाती है। कृषि विभाग ने फसल अवशेष प्रबंधन में लापरवाही बरतने वाले प्रदेश के 8 कृषि सुपरवाइजरों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके अंतर्गत जींद कृषि उपनिदेशक कार्यालय से दो, कैथल से तीन, करनाल से एक सुपरवाइजर शामिल था। वहीं दो सुपरवाइजर सोनीपत कृषि विभाग से भी संबंधित थे, जिन्हें 20 अक्तूबर 2024 को निलम्बित किया गया था। अब इन्हें बहाल कर दिया गया है। सुपरवाइजरों के सस्पेंड का यह कारण था
कृषि सुपरवाइजरों को निलम्बित करने का मुख्य कारण सुपरवाइजरों के क्षेत्रों में सैटेलाइट से फसल अवशेष जलने की लोकेशन सबसे अधिक पहुंची थी। फसल अवशेष जलने की घटनाओं को रोकने के लिए कृषि सुपरवाइजरों द्वारा जिम्मेदारी के साथ काम नहीं किया गया लापरवाही बरती गई। हालांकि सोनीपत के दो सुपरवाइजरों के क्षेत्र में फसल अवशेष जलने की घटनाएं सामने नहीं आई थी, लेकिन दोनों सुपरवाइजरों ने कृषि विभाग द्वारा सैटेलाइट लोकेशन के आधार पर भेजे गए नोटिस का समय पर जवाब नहीं दिया था। जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। 80 दिन बाद किए गए सुपरवाइजर बहाल
फसल अवशेष प्रबंधन में लापरवाही की चलते संयुक्त निदेशक कृषि और किसान कल्याण विभाग हरियाणा, पंचकूला के आदेश पर 20 अक्टूबर 2024 को आठ कृषि सुपरवाइजर को सस्पेंड किया था और अब उन्हें 80 दिन बाद बहाल किया गया है। सस्पेंड करने के बाद दोबारा आदेश में कहा गया है कि तुरंत प्रभाव से बहाल करते हुए सभी का समायोजन उनके ऑफिस में किया गया है। खरीफ सीजन में 70 लोकेशन पर 17 जगह मिली थी आगजनी
2024 के खरीफ सीजन के दौरान फसल अवशेषों में आगजनी की घटनाओं को नजर रखने के लिए सैटेलाइट का इस्तेमाल किया गया था। सोनीपत जिले में खरीफ सीजन के दौरान सैटेलाइट ने कृषि विभाग के पास 70 लोकेशन आगजनी की भेजी थी। जिसके बाद कृषि विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर चेकिंग किया तो उसमें से 17 लोकेशन पर ही फसल अवशेषों में आगजनी पाई गई। जिसके बाद संबंधित किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। किसानों के खिलाफ भी FIR के निर्देश दिए थे
खरीफ के सीजन के दौरान कृषि विभाग की अलग-अलग टीम ग्राउंड पर सक्रिय हो जाती हैं। खास तौर पर पर्यावरण के बढ़ते हुए पॉल्यूशन को लेकर प्रदेश से सरकार काफी सख्त हो गई है और ऐसे फसल अवशेष में आग लगने वाले किसानों के खिलाफ न केवल जुर्माना किया गया बल्कि काफी किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। डॉ पवन शर्मा कृषि उपनिदेशक सोनीपत ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन प्रक्रिया के दौरान लापरवाही बरते वाले सुपरवाइजरों को मुख्यालय द्वारा बहाल कर दिया गया है। सोनीपत के भी दो सुपरवाइजर निलंबित किए गए थे, जिन्हें अब बहाल कर दिया गया है। हरियाणा में फसल अवशेष प्रबंधन में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड 8 सुपरवाइजरों को बहाल कर दिया गया है। इनमें से दो सुपरवाइजर सोनीपत से थे। कृषि विभाग के सुपरवाइजरों को सस्पेंड करने के बाद हड़कंप मच गया था। लेकिन सभी को बहाल कर दिया गया है। क्या था मामला?
पिछले साल खरीफ सीजन के दौरान, इन सुपरवाइजरों के क्षेत्रों में सैटेलाइट इमेजरी के माध्यम से फसल अवशेष जलाने की कई घटनाएं सामने आई थीं। कृषि विभाग ने सुपरवाइजरों को इस बात के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सस्पेंड कर दिया था कि उन्होंने फसल अवशेष जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहे। खरीफ सीजन में बढ़ जाते हैं फसल अवशेष आग के मामले
खरीफ सीजन के दौरान फसल अवशेष के मामलों में बढ़ोतरी हो जाती है। कृषि विभाग ने फसल अवशेष प्रबंधन में लापरवाही बरतने वाले प्रदेश के 8 कृषि सुपरवाइजरों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके अंतर्गत जींद कृषि उपनिदेशक कार्यालय से दो, कैथल से तीन, करनाल से एक सुपरवाइजर शामिल था। वहीं दो सुपरवाइजर सोनीपत कृषि विभाग से भी संबंधित थे, जिन्हें 20 अक्तूबर 2024 को निलम्बित किया गया था। अब इन्हें बहाल कर दिया गया है। सुपरवाइजरों के सस्पेंड का यह कारण था
कृषि सुपरवाइजरों को निलम्बित करने का मुख्य कारण सुपरवाइजरों के क्षेत्रों में सैटेलाइट से फसल अवशेष जलने की लोकेशन सबसे अधिक पहुंची थी। फसल अवशेष जलने की घटनाओं को रोकने के लिए कृषि सुपरवाइजरों द्वारा जिम्मेदारी के साथ काम नहीं किया गया लापरवाही बरती गई। हालांकि सोनीपत के दो सुपरवाइजरों के क्षेत्र में फसल अवशेष जलने की घटनाएं सामने नहीं आई थी, लेकिन दोनों सुपरवाइजरों ने कृषि विभाग द्वारा सैटेलाइट लोकेशन के आधार पर भेजे गए नोटिस का समय पर जवाब नहीं दिया था। जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। 80 दिन बाद किए गए सुपरवाइजर बहाल
फसल अवशेष प्रबंधन में लापरवाही की चलते संयुक्त निदेशक कृषि और किसान कल्याण विभाग हरियाणा, पंचकूला के आदेश पर 20 अक्टूबर 2024 को आठ कृषि सुपरवाइजर को सस्पेंड किया था और अब उन्हें 80 दिन बाद बहाल किया गया है। सस्पेंड करने के बाद दोबारा आदेश में कहा गया है कि तुरंत प्रभाव से बहाल करते हुए सभी का समायोजन उनके ऑफिस में किया गया है। खरीफ सीजन में 70 लोकेशन पर 17 जगह मिली थी आगजनी
2024 के खरीफ सीजन के दौरान फसल अवशेषों में आगजनी की घटनाओं को नजर रखने के लिए सैटेलाइट का इस्तेमाल किया गया था। सोनीपत जिले में खरीफ सीजन के दौरान सैटेलाइट ने कृषि विभाग के पास 70 लोकेशन आगजनी की भेजी थी। जिसके बाद कृषि विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर चेकिंग किया तो उसमें से 17 लोकेशन पर ही फसल अवशेषों में आगजनी पाई गई। जिसके बाद संबंधित किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। किसानों के खिलाफ भी FIR के निर्देश दिए थे
खरीफ के सीजन के दौरान कृषि विभाग की अलग-अलग टीम ग्राउंड पर सक्रिय हो जाती हैं। खास तौर पर पर्यावरण के बढ़ते हुए पॉल्यूशन को लेकर प्रदेश से सरकार काफी सख्त हो गई है और ऐसे फसल अवशेष में आग लगने वाले किसानों के खिलाफ न केवल जुर्माना किया गया बल्कि काफी किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। डॉ पवन शर्मा कृषि उपनिदेशक सोनीपत ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन प्रक्रिया के दौरान लापरवाही बरते वाले सुपरवाइजरों को मुख्यालय द्वारा बहाल कर दिया गया है। सोनीपत के भी दो सुपरवाइजर निलंबित किए गए थे, जिन्हें अब बहाल कर दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर