हरियाणा के रोहतक की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल के मर्डर केस में पेश की गई चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी सचिन से हिमानी ने 30 हजार रुपए मांगे थे, लेकिन उसकी जेब में एक रुपया भी नहीं था। इसको लेकर दोनों में बहस हुई। इस दौरान गुस्से में आकर उसने हिमानी का गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी ने हत्या के बाद हिमानी के जेवरात गिरवी रखकर 1.87 लाख रुपए का बहादुरगढ़ की फाइनेंस एजेंसी से लोन भी लिया था। सचिन ने 28 फरवरी को हिमानी की हत्या कर शव सूटकेस में पैक कर बस स्टैंड के बाहर फेंक दिया था। एक साल पहले उसकी फेसबुक पर हिमानी नरवाल से दोस्ती हुई थी। हिमानी कांग्रेस की एक्टिव सदस्य थी। वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुई थी। अब मर्डर की पूरी कहानी 4 पॉइंट में पढ़िए मोबाइल फोन से खुल सकते हैं कई राज
हिमानी के पास 2 एप्पल के मोबाइल थे, जो आरोपी सचिन से रिकवरी के दौरान मिले हैं। लेकिन दोनों फोन का डेटा डिलीट किया गया है। ऐसे में दोनों मोबाइल एफएसएल में डेटा रिकवर करने के लिए भेजे हुए हैं। डेटा रिकवर होने के बाद मोबाइल से अहम सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे पूरे मामले में तस्वीर साफ हो जाएगी। मरने से पहले व बाद की लोकेशन सचिन के साथ
हिमानी के मोबाइल की सीडीआर आरोपी सचिन के साथ मिली है। मरने से पहले भी हिमानी की लोकेशन सचिन के साथ है और मरने के बाद की लोकेशन भी सचिन के साथ है। हिमानी के फोन भी सचिन के पास ही थे। इसके सबूत सीसीटीवी में भी है और जिस सूटकेस में शव मिला, वो भी सीसीटीवी में सचिन के पास ही नजर आया। पिता ने सुसाइड किया था, 14 साल पहले भाई की हत्या
हिमानी के बड़े भाई की भी करीब 14 साल पहले हत्या कर दी गई थी, जबकि उसके पिता शेर सिंह ने 10 साल पहले सुसाइड कर लिया था। इसके बाद मां हिमानी और उसके छोटे भाई जतिन को लेकर दिल्ली चली गई। कौन है हिमानी का कातिल सचिन
सचिन (30) ने करीब 10 साल पहले लव मैरिज की थी। वह दो बच्चों का पिता है। सचिन कणोंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग शॉप चलाता था। एक साल पहले उसने दिल्ली के नांगलोई में भी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान की थी। वह इकलौता बेटा है, लेकिन एक ही घर में माता-पिता से अलग पत्नी बच्चों के साथ रहता था। उसकी एक छोटी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। हरियाणा के रोहतक की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल के मर्डर केस में पेश की गई चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी सचिन से हिमानी ने 30 हजार रुपए मांगे थे, लेकिन उसकी जेब में एक रुपया भी नहीं था। इसको लेकर दोनों में बहस हुई। इस दौरान गुस्से में आकर उसने हिमानी का गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी ने हत्या के बाद हिमानी के जेवरात गिरवी रखकर 1.87 लाख रुपए का बहादुरगढ़ की फाइनेंस एजेंसी से लोन भी लिया था। सचिन ने 28 फरवरी को हिमानी की हत्या कर शव सूटकेस में पैक कर बस स्टैंड के बाहर फेंक दिया था। एक साल पहले उसकी फेसबुक पर हिमानी नरवाल से दोस्ती हुई थी। हिमानी कांग्रेस की एक्टिव सदस्य थी। वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुई थी। अब मर्डर की पूरी कहानी 4 पॉइंट में पढ़िए मोबाइल फोन से खुल सकते हैं कई राज
हिमानी के पास 2 एप्पल के मोबाइल थे, जो आरोपी सचिन से रिकवरी के दौरान मिले हैं। लेकिन दोनों फोन का डेटा डिलीट किया गया है। ऐसे में दोनों मोबाइल एफएसएल में डेटा रिकवर करने के लिए भेजे हुए हैं। डेटा रिकवर होने के बाद मोबाइल से अहम सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे पूरे मामले में तस्वीर साफ हो जाएगी। मरने से पहले व बाद की लोकेशन सचिन के साथ
हिमानी के मोबाइल की सीडीआर आरोपी सचिन के साथ मिली है। मरने से पहले भी हिमानी की लोकेशन सचिन के साथ है और मरने के बाद की लोकेशन भी सचिन के साथ है। हिमानी के फोन भी सचिन के पास ही थे। इसके सबूत सीसीटीवी में भी है और जिस सूटकेस में शव मिला, वो भी सीसीटीवी में सचिन के पास ही नजर आया। पिता ने सुसाइड किया था, 14 साल पहले भाई की हत्या
हिमानी के बड़े भाई की भी करीब 14 साल पहले हत्या कर दी गई थी, जबकि उसके पिता शेर सिंह ने 10 साल पहले सुसाइड कर लिया था। इसके बाद मां हिमानी और उसके छोटे भाई जतिन को लेकर दिल्ली चली गई। कौन है हिमानी का कातिल सचिन
सचिन (30) ने करीब 10 साल पहले लव मैरिज की थी। वह दो बच्चों का पिता है। सचिन कणोंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग शॉप चलाता था। एक साल पहले उसने दिल्ली के नांगलोई में भी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान की थी। वह इकलौता बेटा है, लेकिन एक ही घर में माता-पिता से अलग पत्नी बच्चों के साथ रहता था। उसकी एक छोटी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
