रोहतक के नया बस स्टैंड के सामने स्थित पंडित श्रीराम शर्मा पार्क के गेट पर स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा लगाने को लेकर सोमवार को हंगामा हो गया। विवाद उस समय बढ़ा जब पुलिस ने प्रतिमा लगाने से रोक दिया। जिसके कारण काफी समय तक हंगामा भी चला। प्रतिमा लगाने से रोकने पर व एसएचओ के खिलाफ सर्व समाज ने धरना भी दिया। हालांकि संपदा अधिकारी ने आकर उन्हें समझाया। पंडित श्रीराम शर्मा विचार मंच के अध्यक्ष डॉ. अशोक दीक्षित ने कहा कि आज स्वतंत्रता पंडित श्रीराम शर्मा की पुण्यतिथि थी। इसलिए पंडित श्रीराम शर्मा पार्क के गेट पर उनके प्रतिमा को लगा रहे थे। जैसे ही क्रेन से उतारकर लगाने लगे तो किसी ने कॉल की, यह नहीं पता। इसी दौरान पीसीआर, पुलिस व सिविल ड्रेस में एसएचओ आए। एसएचओ ने आते ही पूछा कि क्या कर रहे हो तो कहा कि प्रतिमा लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद एसएचओ ने कहा कि आपके खिलाफ शिकायत है। जब शिकायत दिखाने के लिए कहा तो नहीं दिखाई। लेकिन उनके साथ 2 व्यक्ति थे और उन्होंने कहा कि वे विरोध कर रहे हैं। हालांकि बाद में दोनों व्यक्ति यहां से चले गए। लेकिन बाद में एसएचओ खुद उन व्यक्तियों को पकड़कर ले आया। सिविल लाइन के एसएचओ ने अभद्रता की और ऐसा काम किया जैसे वह खुद विरोध कर रहा हो। एसएचओ पर लगाए आरोप
डॉ. अशोक दीक्षित ने कहा कि जब क्रेन प्रतिमा को रखने लगी तो उसे धमकी दी कि खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद जब पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा सम्मानपूर्वक खड़ी करवाने का आग्रह किया तो, उन्होंने प्रतिमा सम्मान जनक खड़ी करवाने से भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने 30 सितंबर 2023 को हुड्डा पार्क का नाम पंडित श्रीराम शर्मा किया था। पिछले तीन महीने से डीसी, नगर निगम कमीशनर व एचएसवीपी को पत्र लिखे हैं। कार्यवाहक सीएम नायब सैनी ने 20 अगस्त के बाद का समय दिया था, लेकिन 16 अगस्त को आचार संहिता लगने के कारण स्थगित कर दिया था। अब वोटिंग भी हो चुकी है और आज पंडित श्रीराम शर्मा की पुण्यतिथि का ऐतिहासिक दिन था, इसलिए उनकी प्रतिमा यहां स्थापित करना चाहते थे। आगे जो भी सरकार बनेगी उसके बाद इसका उद्घाटन करवाते। इसके बाद धरना प्रदर्शन करके मांग की कि एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा लगाने दी जाए। संपदा अधिकारी के आश्वासन पर माने
मामले को बढ़ता देख एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर व डीएसपी अमित कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने धरना दे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर ने आश्वासन दिया कि आचार संहिता हटने के बाद आगे की कागज कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आचार संहिता में प्रतिमा नहीं लगा सकते। फिलहाल प्रतिमा को सम्मानपूर्वक एक स्थान पर रख लें। जिसके बाद धरने पर बैठे लोग मान गए। रोहतक के नया बस स्टैंड के सामने स्थित पंडित श्रीराम शर्मा पार्क के गेट पर स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा लगाने को लेकर सोमवार को हंगामा हो गया। विवाद उस समय बढ़ा जब पुलिस ने प्रतिमा लगाने से रोक दिया। जिसके कारण काफी समय तक हंगामा भी चला। प्रतिमा लगाने से रोकने पर व एसएचओ के खिलाफ सर्व समाज ने धरना भी दिया। हालांकि संपदा अधिकारी ने आकर उन्हें समझाया। पंडित श्रीराम शर्मा विचार मंच के अध्यक्ष डॉ. अशोक दीक्षित ने कहा कि आज स्वतंत्रता पंडित श्रीराम शर्मा की पुण्यतिथि थी। इसलिए पंडित श्रीराम शर्मा पार्क के गेट पर उनके प्रतिमा को लगा रहे थे। जैसे ही क्रेन से उतारकर लगाने लगे तो किसी ने कॉल की, यह नहीं पता। इसी दौरान पीसीआर, पुलिस व सिविल ड्रेस में एसएचओ आए। एसएचओ ने आते ही पूछा कि क्या कर रहे हो तो कहा कि प्रतिमा लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद एसएचओ ने कहा कि आपके खिलाफ शिकायत है। जब शिकायत दिखाने के लिए कहा तो नहीं दिखाई। लेकिन उनके साथ 2 व्यक्ति थे और उन्होंने कहा कि वे विरोध कर रहे हैं। हालांकि बाद में दोनों व्यक्ति यहां से चले गए। लेकिन बाद में एसएचओ खुद उन व्यक्तियों को पकड़कर ले आया। सिविल लाइन के एसएचओ ने अभद्रता की और ऐसा काम किया जैसे वह खुद विरोध कर रहा हो। एसएचओ पर लगाए आरोप
डॉ. अशोक दीक्षित ने कहा कि जब क्रेन प्रतिमा को रखने लगी तो उसे धमकी दी कि खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद जब पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा सम्मानपूर्वक खड़ी करवाने का आग्रह किया तो, उन्होंने प्रतिमा सम्मान जनक खड़ी करवाने से भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने 30 सितंबर 2023 को हुड्डा पार्क का नाम पंडित श्रीराम शर्मा किया था। पिछले तीन महीने से डीसी, नगर निगम कमीशनर व एचएसवीपी को पत्र लिखे हैं। कार्यवाहक सीएम नायब सैनी ने 20 अगस्त के बाद का समय दिया था, लेकिन 16 अगस्त को आचार संहिता लगने के कारण स्थगित कर दिया था। अब वोटिंग भी हो चुकी है और आज पंडित श्रीराम शर्मा की पुण्यतिथि का ऐतिहासिक दिन था, इसलिए उनकी प्रतिमा यहां स्थापित करना चाहते थे। आगे जो भी सरकार बनेगी उसके बाद इसका उद्घाटन करवाते। इसके बाद धरना प्रदर्शन करके मांग की कि एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा लगाने दी जाए। संपदा अधिकारी के आश्वासन पर माने
मामले को बढ़ता देख एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर व डीएसपी अमित कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने धरना दे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर ने आश्वासन दिया कि आचार संहिता हटने के बाद आगे की कागज कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आचार संहिता में प्रतिमा नहीं लगा सकते। फिलहाल प्रतिमा को सम्मानपूर्वक एक स्थान पर रख लें। जिसके बाद धरने पर बैठे लोग मान गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर