रोहतक में 26 जनवरी से 5 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इनमें से हर बस में सुरक्षा के लिए 6 सीसीटीवी कैमरे होंगे। ये एक महीने का डेटा स्टोर कर सकेंगे। इन्हें हर 30 मिनट में रूट पर चलाया जाएगा। इलेक्ट्रिक बसों में लो फ्लोर है और इनमें 45 यात्री बैठ सकते हैं। बस में बस स्टैंड के नाम भी बताए जाएंगे, ताकि जो लोग शहर से अनजान हैं, वे बस स्टैंड पर उतर सकें। इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज होने पर 180-200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेंगी। रोडवेज के वर्कशॉप मैनेजर सुरेंद्र सिवाच से बातचीत प्रश्न : जो पांच बसें मिली हैं, उनमें क्या खास रहेगा?
सुरेंद्र सिवाच : इनमें आम बसों के मुकाबले बहुत सी सुविधाएं हैं। नंबर एक तो ये एसी बस हैं। गर्मी व सर्दी में लोगों को परेशानी नहीं होगी। दूसरा लो फ्लोर (सीढ़ियों के पायदान की ऊंचाई कम) है, जिससे चढ़ने उतरने में दिक्कत नहीं होगी। खासकर बुजुर्ग, बच्चे व बीमार सवारियों को। सीटों में गैप अधिक है, जिससे आसानी से सवारियां बैठ सकती हैं। पैनिक बटन लगे हुए हैं। ताकि किसी प्रकार की आपात स्थिति में मदद मिले। प्रश्न :सुरक्षा की दृष्टि से क्या इंतजाम हैं?
सुरेंद्र सिवाच: सुरक्षा की दृष्टि से बसें बनाई गई हैं। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और पैनिक बटन लगे हैं। प्रश्न: कितनी सीटें होंगी?
सुरेंद्र सिवाच: 45 सवारियों की सीटिंग रहेगी। इसके अलावा ड्राइवर। प्रश्न: रोडवेज बसों से अलग क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
सुरेंद्र सिवाच: रोडवेज बसों का पैटर्न अलग है। लेकिन यह ऐसी व लो फ्लोर बसें हैं। प्रश्न: एक बस में कितने सीसीटीवी लगे हैं?
सुरेंद्र सिवाच: एक बस में 6 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उन कैमरों में एक महीने की फुटेज का रिकॉर्ड रहेगा। प्रश्न: आगे और क्या संभावना है?
सुरेंद्र सिवाच: अभी पांच बसें आई हैं। भविष्य में रोहतक शहर के लिए 50 बसों की प्लानिंग है। रोडवेज के एसएस हंसराज दुजाना से बातचीत प्रश्न: आम जनता को इससे क्या फायदा होगा?
हंसराज दुजाना: इन बसों में न्यूनतम किराया 10 रुपए निर्धारित किया गया है। इनका जो रूट तैयार किया है, वह आम लोगों की सुविधा अनुसार तय किया है। ऑटो में ज्यादा किराया है, तो इनमें कम किराया लगेगा। ऑटो से प्रदूषण होता है, लेकिन इनसे प्रदूषण नहीं होगा। जाम से मुक्ति मिलेगी। प्रश्न: इन बसों के संचालन का क्या समय रहेगा?
हंसराज दुजाना: विभाग द्वारा इनका हर आधे घंटे (30 मिनट) में संचालन किया जाएगा। जैसे-जैसे और बसें आएंगी तो रूट भी नए तैयार होंगे। हमारा प्लान है कि हिसार बाईपास इंडस्ट्रीयल एरिया व जेल तक बढ़ाया जाए। प्रश्न: सुरक्षा को लेकर क्या व्यवस्था है?
हंसराज दुजाना: ई-बसों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। जो लड़कियां और महिलाएं हैं, उनको किसी प्रकार का भय नहीं होगा। जो ड्राइवर हैं, उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है। प्रश्न: पहले भी लोकल बसें चलाई थी, लेकिन उन्हें बंद करना पड़ा था। अब क्या तैयारियां की हैं?
हंसराज दुजाना : पहले बसें नगर निगम द्वारा चलाई गई थी। लेकिन रोडवेज को बसें चलाने का अनुभव है। हमें 50 बसें और मिलेंगी, तो अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाएंगे। प्रश्न: इन बसों में क्या खास रहेगा?
हंसराज दुजाना: ई-बसों में डिस्प्ले लगाई गई है। जैसे ही रूट आएगा, तो उसके अनुसार अनाउंसमेंट होगी। जिससे सवारियों को पता लगेगा कि आने वाला स्टैंड कौन-सा है। यह सिटी सर्विस है, इसलिए 18-20 स्टैंड बनाए हैं। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर स्टैंड होने के चलते किसी को परेशानी नहीं होगी। प्रश्न: इन बसों की मॉनिटरिंग कैसे होगी?
हंसराज दुजाना: इन बसों की देखरेख का जिम्मा जेवीएम कंपनी को ही दिया गया है। वहीं ऑब्जर्वेशन रोडवेज के अधिकारी करेंगे। पांच बसों पर 13 परिचालक उपलब्ध करवा दिए हैं, जो ई-टिकट के माध्यम से टिकट देंगे। प्रश्न: बसों का कब से कब तक संचालन होगा?
हंसराज दुजाना: फिलहाल इन बसों को सुबह 6 बजे से चलाने की प्लानिंग हैं। बाकी बाद में सवारियों की डिमांड के अनुसार समय में बदलाव हो सकता है। वहीं लेट नाइट तक बसें चलाई जाएंगी। रोहतक में 26 जनवरी से 5 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इनमें से हर बस में सुरक्षा के लिए 6 सीसीटीवी कैमरे होंगे। ये एक महीने का डेटा स्टोर कर सकेंगे। इन्हें हर 30 मिनट में रूट पर चलाया जाएगा। इलेक्ट्रिक बसों में लो फ्लोर है और इनमें 45 यात्री बैठ सकते हैं। बस में बस स्टैंड के नाम भी बताए जाएंगे, ताकि जो लोग शहर से अनजान हैं, वे बस स्टैंड पर उतर सकें। इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज होने पर 180-200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेंगी। रोडवेज के वर्कशॉप मैनेजर सुरेंद्र सिवाच से बातचीत प्रश्न : जो पांच बसें मिली हैं, उनमें क्या खास रहेगा?
सुरेंद्र सिवाच : इनमें आम बसों के मुकाबले बहुत सी सुविधाएं हैं। नंबर एक तो ये एसी बस हैं। गर्मी व सर्दी में लोगों को परेशानी नहीं होगी। दूसरा लो फ्लोर (सीढ़ियों के पायदान की ऊंचाई कम) है, जिससे चढ़ने उतरने में दिक्कत नहीं होगी। खासकर बुजुर्ग, बच्चे व बीमार सवारियों को। सीटों में गैप अधिक है, जिससे आसानी से सवारियां बैठ सकती हैं। पैनिक बटन लगे हुए हैं। ताकि किसी प्रकार की आपात स्थिति में मदद मिले। प्रश्न :सुरक्षा की दृष्टि से क्या इंतजाम हैं?
सुरेंद्र सिवाच: सुरक्षा की दृष्टि से बसें बनाई गई हैं। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और पैनिक बटन लगे हैं। प्रश्न: कितनी सीटें होंगी?
सुरेंद्र सिवाच: 45 सवारियों की सीटिंग रहेगी। इसके अलावा ड्राइवर। प्रश्न: रोडवेज बसों से अलग क्या-क्या सुविधाएं होंगी?
सुरेंद्र सिवाच: रोडवेज बसों का पैटर्न अलग है। लेकिन यह ऐसी व लो फ्लोर बसें हैं। प्रश्न: एक बस में कितने सीसीटीवी लगे हैं?
सुरेंद्र सिवाच: एक बस में 6 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उन कैमरों में एक महीने की फुटेज का रिकॉर्ड रहेगा। प्रश्न: आगे और क्या संभावना है?
सुरेंद्र सिवाच: अभी पांच बसें आई हैं। भविष्य में रोहतक शहर के लिए 50 बसों की प्लानिंग है। रोडवेज के एसएस हंसराज दुजाना से बातचीत प्रश्न: आम जनता को इससे क्या फायदा होगा?
हंसराज दुजाना: इन बसों में न्यूनतम किराया 10 रुपए निर्धारित किया गया है। इनका जो रूट तैयार किया है, वह आम लोगों की सुविधा अनुसार तय किया है। ऑटो में ज्यादा किराया है, तो इनमें कम किराया लगेगा। ऑटो से प्रदूषण होता है, लेकिन इनसे प्रदूषण नहीं होगा। जाम से मुक्ति मिलेगी। प्रश्न: इन बसों के संचालन का क्या समय रहेगा?
हंसराज दुजाना: विभाग द्वारा इनका हर आधे घंटे (30 मिनट) में संचालन किया जाएगा। जैसे-जैसे और बसें आएंगी तो रूट भी नए तैयार होंगे। हमारा प्लान है कि हिसार बाईपास इंडस्ट्रीयल एरिया व जेल तक बढ़ाया जाए। प्रश्न: सुरक्षा को लेकर क्या व्यवस्था है?
हंसराज दुजाना: ई-बसों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। जो लड़कियां और महिलाएं हैं, उनको किसी प्रकार का भय नहीं होगा। जो ड्राइवर हैं, उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है। प्रश्न: पहले भी लोकल बसें चलाई थी, लेकिन उन्हें बंद करना पड़ा था। अब क्या तैयारियां की हैं?
हंसराज दुजाना : पहले बसें नगर निगम द्वारा चलाई गई थी। लेकिन रोडवेज को बसें चलाने का अनुभव है। हमें 50 बसें और मिलेंगी, तो अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाएंगे। प्रश्न: इन बसों में क्या खास रहेगा?
हंसराज दुजाना: ई-बसों में डिस्प्ले लगाई गई है। जैसे ही रूट आएगा, तो उसके अनुसार अनाउंसमेंट होगी। जिससे सवारियों को पता लगेगा कि आने वाला स्टैंड कौन-सा है। यह सिटी सर्विस है, इसलिए 18-20 स्टैंड बनाए हैं। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर स्टैंड होने के चलते किसी को परेशानी नहीं होगी। प्रश्न: इन बसों की मॉनिटरिंग कैसे होगी?
हंसराज दुजाना: इन बसों की देखरेख का जिम्मा जेवीएम कंपनी को ही दिया गया है। वहीं ऑब्जर्वेशन रोडवेज के अधिकारी करेंगे। पांच बसों पर 13 परिचालक उपलब्ध करवा दिए हैं, जो ई-टिकट के माध्यम से टिकट देंगे। प्रश्न: बसों का कब से कब तक संचालन होगा?
हंसराज दुजाना: फिलहाल इन बसों को सुबह 6 बजे से चलाने की प्लानिंग हैं। बाकी बाद में सवारियों की डिमांड के अनुसार समय में बदलाव हो सकता है। वहीं लेट नाइट तक बसें चलाई जाएंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर