हरियाणा में सुसाइड करने वाले युवक के परिवार को अल्टीमेटम:पुलिस बोली- पोस्टमॉर्टम कराओ, नहीं तो कार्रवाई करेंगे; रिश्वत मांगने वाले HC-इंचार्ज सस्पेंड

हरियाणा में सुसाइड करने वाले युवक के परिवार को अल्टीमेटम:पुलिस बोली- पोस्टमॉर्टम कराओ, नहीं तो कार्रवाई करेंगे; रिश्वत मांगने वाले HC-इंचार्ज सस्पेंड

हरियाणा के पानीपत में 8 मरला पुलिस चौकी के सामने युवक के सुसाइड केस में नया मोड़ सामने आया है। परिवार के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी और कोर्ट में पेश न करने तक शव का पोस्टमॉर्टम न कराने पर अड़े हुए हैं। शुक्रवार को मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश कुमार और 8 मरला चौकी इंचार्ज ASI बिजेंद्र कुमार मृतक गुरमीत के घर पहुंचे। यहां उन्होंने गुरमीत के परिवार को एक नोटिस थमाया। जिसमें परिवार को अल्टीमेटम दिया कि या तो परिवार वाले शनिवार को करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज पहुंच कर शव का पोस्टमॉर्टम करवा लें, नहीं तो प्रशासन अपने तौर पर नियमानुसार कार्रवाई करेगा। उधर, शुक्रवार शाम को SP लोकेंद्र सिंह ने इस मामले में चौकी इंचार्ज सुशील कुमार और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु को सस्पेंड कर दिया। SP ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि पुलिस परिवार के साथ खड़ी है। पोस्टमॉर्टम जरूरी है। गुरमीत के परिवार को दी नोटिस की कॉपी… SP से बातचीत पढ़िए…. सवाल : परिजनों को आशंका है कि पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार के बाद पुलिस केस को खारिज न कर दे और आरोपी पुलिसकर्मी को बचा न ले?
SP : अगर मुझे उसे बचाना ही होता, तो मैं उस पर केस क्यों दर्ज करवाता। फिर जांच रिपोर्ट के आधार पर उसे सस्पेंड क्यों करता। सवाल : अगर जांच में पुलिसकर्मी दोषी साबित हो गया है, तो उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
SP : जांच के दौरान सामने आई बातों के सबूतों को इकट्‌ठा किया जा रहा है। सभी तथ्यों के आधार पर केस को मजबूती मिलेगी। सवाल : पुलिस ने परिवार को पोस्टमॉर्टम करवाने का नोटिस क्यों दिया, पहले गिरफ्तारी क्यों नहीं की जा रही?
SP : पोस्टमॉर्टम एक प्रक्रिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ये पुष्टि होगी कि वाकई ही इसकी मौत जहर से हुई है। जहर पीने का कारण हेड कॉन्स्टेबल है। कोर्ट में आरोपी को सभी तथ्यों और सबूतों के आधार पर पेश करेंगे, ताकि किसी भी सूरत में उसे कोर्ट से राहत न मिले। मैं परिवार के साथ हूं। परिवार को भेजे नोटिस में क्या…
8 मरला चौकी इंचार्ज बिजेंद्र कुमार की ओर से परिजनों को दिए गए नोटिस में शिकायतकर्ता का नाम लिखा है, धाराएं लिखी है, लेकिन आरोपियों के नाम के कॉलम को खाली छोड़ा हुआ है। नोटिस में लिखा है कि मामन राम को नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है की आपके द्वारा उपरोक्त मुकदमा दर्ज करवाया गया है। आपके पोते गुरमीत निवासी गांव बिंझौल की 31 दिसंबर को इलाज के दौरान कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। जिसका पोस्टमॉर्टम करवाने के बारे में आपको फोन द्वारा व मौखिक तौर पर बार-बार सूचित किया जा चुका है, लेकिन आप पोस्टमॉर्टम कार्रवाई के लिए नहीं पहुंचे। मुकदमे में आगामी जांच के लिए पोस्टमॉर्टम करवाया जाना बहुत जरूरी है। इसलिए आपको फिर से सूचित किया जाता है कि आप पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए जल्द से जल्द कल्पना चावला कॉलेज पहुंचे। आप के समय पर न पहुंचने की सूरत में प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। परिवार ने ऑडियो क्लिप जारी की एक दिन पहले गुरमीत के परिवार ने ऑडियो क्लिप जारी की थी। परिवार का दावा है कि यह क्लिप गुरमीत और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु की है। परिवार का दावा है कि ऑडियो में गुरमीत बार-बार कह रहा है कि सर जी, मेरे पास पैसे नहीं है। मैं फोन बेच कर, आपके पैसे दूंगा, लेकिन पुलिसकर्मी उसे धमकाते हुआ कह रहा है कि तेरे खिलाफ पर्चा दर्ज करूंगा। झगड़े के केस में मांगी थी रिश्वत पानीपत के बिंझौल गांव के गुरमीत (24) का गांव के ही राजपाल से झगड़ा हुआ था। मामला 8 मरला पुलिस चौकी पहुंचा। यहां गुरमीत और राजपाल के बीच 5 हजार रुपए में समझौता हो गया। परिवार का आरोप है कि बाद में 8 मरला चौकी के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु ने मिलीभगत कर उसके पोते पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उससे शिकायत के निपटारे के बदले 5 हजार मांगे। गुरमीत ने अभिमन्यु को 3 हजार रुपए तो दे दिए, लेकिन 2 हजार रुपए के लिए समय मांगा। गुरमीत ने उसे मोबाइल बेचकर पैसे देने की बात कही। आरोप है कि इसके बाद अभिमन्यु गुरमीत को पैसे के लिए परेशान करता रहा। परिवार ने 25 दिसंबर को गुरमीत से चौकी में मारपीट के आरोप लगाए। 26 दिसंबर को अभिमन्यु ने गुरमीत को कहा कि पैसे नहीं दिए तो जेल में डाल दूंगा। इसके बाद गुरमीत ने चौकी के सामने ही जहर पी लिया। उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां 31 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। इस मामले में 8 मरला चौकी में गुरमीत के दादा की शिकायत पर आरोपी हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु व राजपाल और सुरेश के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। तीनों आरोपियों के खिलाफ BNS की धारा 108, 115, 308(6), 351(3) और एंटी करप्शन एक्ट 13(7) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। *************** गुरमीत से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- पानीपत के गुरमीत सुसाइड केस में HC-चौकी इंचार्ज सस्पेंड हरियाणा के पानीपत में पुलिस चौकी के सामने जहर पीकर सुसाइड करने के मामले में शुक्रवार को SP लोकेंद्र सिंह ने 8 मरला चौकी इंचार्ज सुशील और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु को सस्पेंड कर दिया। हेड कॉन्स्टेबल पर आरोप है कि उसने युवक से रिश्वत मांगी थी। उसकी प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने जहर पी लिया। SP ने मामले की जांच मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश को सौंपी थी। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा के पानीपत में 8 मरला पुलिस चौकी के सामने युवक के सुसाइड केस में नया मोड़ सामने आया है। परिवार के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी और कोर्ट में पेश न करने तक शव का पोस्टमॉर्टम न कराने पर अड़े हुए हैं। शुक्रवार को मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश कुमार और 8 मरला चौकी इंचार्ज ASI बिजेंद्र कुमार मृतक गुरमीत के घर पहुंचे। यहां उन्होंने गुरमीत के परिवार को एक नोटिस थमाया। जिसमें परिवार को अल्टीमेटम दिया कि या तो परिवार वाले शनिवार को करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज पहुंच कर शव का पोस्टमॉर्टम करवा लें, नहीं तो प्रशासन अपने तौर पर नियमानुसार कार्रवाई करेगा। उधर, शुक्रवार शाम को SP लोकेंद्र सिंह ने इस मामले में चौकी इंचार्ज सुशील कुमार और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु को सस्पेंड कर दिया। SP ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि पुलिस परिवार के साथ खड़ी है। पोस्टमॉर्टम जरूरी है। गुरमीत के परिवार को दी नोटिस की कॉपी… SP से बातचीत पढ़िए…. सवाल : परिजनों को आशंका है कि पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार के बाद पुलिस केस को खारिज न कर दे और आरोपी पुलिसकर्मी को बचा न ले?
SP : अगर मुझे उसे बचाना ही होता, तो मैं उस पर केस क्यों दर्ज करवाता। फिर जांच रिपोर्ट के आधार पर उसे सस्पेंड क्यों करता। सवाल : अगर जांच में पुलिसकर्मी दोषी साबित हो गया है, तो उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
SP : जांच के दौरान सामने आई बातों के सबूतों को इकट्‌ठा किया जा रहा है। सभी तथ्यों के आधार पर केस को मजबूती मिलेगी। सवाल : पुलिस ने परिवार को पोस्टमॉर्टम करवाने का नोटिस क्यों दिया, पहले गिरफ्तारी क्यों नहीं की जा रही?
SP : पोस्टमॉर्टम एक प्रक्रिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ये पुष्टि होगी कि वाकई ही इसकी मौत जहर से हुई है। जहर पीने का कारण हेड कॉन्स्टेबल है। कोर्ट में आरोपी को सभी तथ्यों और सबूतों के आधार पर पेश करेंगे, ताकि किसी भी सूरत में उसे कोर्ट से राहत न मिले। मैं परिवार के साथ हूं। परिवार को भेजे नोटिस में क्या…
8 मरला चौकी इंचार्ज बिजेंद्र कुमार की ओर से परिजनों को दिए गए नोटिस में शिकायतकर्ता का नाम लिखा है, धाराएं लिखी है, लेकिन आरोपियों के नाम के कॉलम को खाली छोड़ा हुआ है। नोटिस में लिखा है कि मामन राम को नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है की आपके द्वारा उपरोक्त मुकदमा दर्ज करवाया गया है। आपके पोते गुरमीत निवासी गांव बिंझौल की 31 दिसंबर को इलाज के दौरान कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। जिसका पोस्टमॉर्टम करवाने के बारे में आपको फोन द्वारा व मौखिक तौर पर बार-बार सूचित किया जा चुका है, लेकिन आप पोस्टमॉर्टम कार्रवाई के लिए नहीं पहुंचे। मुकदमे में आगामी जांच के लिए पोस्टमॉर्टम करवाया जाना बहुत जरूरी है। इसलिए आपको फिर से सूचित किया जाता है कि आप पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए जल्द से जल्द कल्पना चावला कॉलेज पहुंचे। आप के समय पर न पहुंचने की सूरत में प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। परिवार ने ऑडियो क्लिप जारी की एक दिन पहले गुरमीत के परिवार ने ऑडियो क्लिप जारी की थी। परिवार का दावा है कि यह क्लिप गुरमीत और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु की है। परिवार का दावा है कि ऑडियो में गुरमीत बार-बार कह रहा है कि सर जी, मेरे पास पैसे नहीं है। मैं फोन बेच कर, आपके पैसे दूंगा, लेकिन पुलिसकर्मी उसे धमकाते हुआ कह रहा है कि तेरे खिलाफ पर्चा दर्ज करूंगा। झगड़े के केस में मांगी थी रिश्वत पानीपत के बिंझौल गांव के गुरमीत (24) का गांव के ही राजपाल से झगड़ा हुआ था। मामला 8 मरला पुलिस चौकी पहुंचा। यहां गुरमीत और राजपाल के बीच 5 हजार रुपए में समझौता हो गया। परिवार का आरोप है कि बाद में 8 मरला चौकी के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु ने मिलीभगत कर उसके पोते पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उससे शिकायत के निपटारे के बदले 5 हजार मांगे। गुरमीत ने अभिमन्यु को 3 हजार रुपए तो दे दिए, लेकिन 2 हजार रुपए के लिए समय मांगा। गुरमीत ने उसे मोबाइल बेचकर पैसे देने की बात कही। आरोप है कि इसके बाद अभिमन्यु गुरमीत को पैसे के लिए परेशान करता रहा। परिवार ने 25 दिसंबर को गुरमीत से चौकी में मारपीट के आरोप लगाए। 26 दिसंबर को अभिमन्यु ने गुरमीत को कहा कि पैसे नहीं दिए तो जेल में डाल दूंगा। इसके बाद गुरमीत ने चौकी के सामने ही जहर पी लिया। उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां 31 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। इस मामले में 8 मरला चौकी में गुरमीत के दादा की शिकायत पर आरोपी हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु व राजपाल और सुरेश के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। तीनों आरोपियों के खिलाफ BNS की धारा 108, 115, 308(6), 351(3) और एंटी करप्शन एक्ट 13(7) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। *************** गुरमीत से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- पानीपत के गुरमीत सुसाइड केस में HC-चौकी इंचार्ज सस्पेंड हरियाणा के पानीपत में पुलिस चौकी के सामने जहर पीकर सुसाइड करने के मामले में शुक्रवार को SP लोकेंद्र सिंह ने 8 मरला चौकी इंचार्ज सुशील और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु को सस्पेंड कर दिया। हेड कॉन्स्टेबल पर आरोप है कि उसने युवक से रिश्वत मांगी थी। उसकी प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने जहर पी लिया। SP ने मामले की जांच मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश को सौंपी थी। पढ़ें पूरी खबर   हरियाणा | दैनिक भास्कर