हरियाणा के रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) के गेट नंबर एक पर सोमवार को छात्र युवा संघर्ष समिति के बैनर तले छात्रों ने अनोखा अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने पकौड़े तले और बढ़ी हुई फीस का विरोध किया। उन्होंने कहा कि एमडीयू ने फीस बढ़ाकर छात्रों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है। साथ ही उन्होंने मांग की कि फीस वृद्धि को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। छात्र युवा संघर्ष समिति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक धनखड़ ने कहा कि एमडीयू ने यूजी कोर्सेज का प्रोजेक्ट्स जारी कर दिया है। जिसमें प्रत्येक कोर्स की फीस में चार से पांच गुना तक बढ़ोतरी कर दी गई है। ऐसे में गरीब छात्र दाखिला नहीं ले सकते। इसलिए उन्हें मजबूरन पकौड़े तलने पड़े हैं। ऐसे शिक्षण संस्थानों को गरीब बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए फीस कम रखनी चाहिए। लेकिन MDU ने फीस बढ़ाकर निजीकरण और व्यवसायीकरण का काम किया है। इसे तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए। बढ़ी हुई फीस वापस नहीं ली तो करेंगे प्रदर्शन उन्होंने कहा कि सरकार को यहां बजट देना चाहिए। लेकिन शिक्षण संस्थान राजस्व एकत्र कर सरकार को दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज हमने पकौड़े तलकर विरोध किया है। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन बढ़ी हुई फीस वापस नहीं लेता है तो हम राज्यपाल से भी मिलेंगे। हम वहां धरना देंगे और भूख हड़ताल करेंगे। हरियाणा के रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) के गेट नंबर एक पर सोमवार को छात्र युवा संघर्ष समिति के बैनर तले छात्रों ने अनोखा अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने पकौड़े तले और बढ़ी हुई फीस का विरोध किया। उन्होंने कहा कि एमडीयू ने फीस बढ़ाकर छात्रों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है। साथ ही उन्होंने मांग की कि फीस वृद्धि को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। छात्र युवा संघर्ष समिति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक धनखड़ ने कहा कि एमडीयू ने यूजी कोर्सेज का प्रोजेक्ट्स जारी कर दिया है। जिसमें प्रत्येक कोर्स की फीस में चार से पांच गुना तक बढ़ोतरी कर दी गई है। ऐसे में गरीब छात्र दाखिला नहीं ले सकते। इसलिए उन्हें मजबूरन पकौड़े तलने पड़े हैं। ऐसे शिक्षण संस्थानों को गरीब बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए फीस कम रखनी चाहिए। लेकिन MDU ने फीस बढ़ाकर निजीकरण और व्यवसायीकरण का काम किया है। इसे तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए। बढ़ी हुई फीस वापस नहीं ली तो करेंगे प्रदर्शन उन्होंने कहा कि सरकार को यहां बजट देना चाहिए। लेकिन शिक्षण संस्थान राजस्व एकत्र कर सरकार को दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज हमने पकौड़े तलकर विरोध किया है। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन बढ़ी हुई फीस वापस नहीं लेता है तो हम राज्यपाल से भी मिलेंगे। हम वहां धरना देंगे और भूख हड़ताल करेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में ‘लू’ का 22 साल का टूटा रिकार्ड:18 दिन से लगातार चल रही; सिरसा अब भी देश का सबसे गर्म जिला, कल से बारिश
हरियाणा में ‘लू’ का 22 साल का टूटा रिकार्ड:18 दिन से लगातार चल रही; सिरसा अब भी देश का सबसे गर्म जिला, कल से बारिश हरियाणा में इस बार भीषण गर्मी पड़ रही है। यह पहली बार कि हरियाणा में 18 दिन से लगातार लू चल रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मई 2002 के बाद ऐसी स्थिति आई है, जब मई में लगातार 18 दिन लू चली है। प्रदेश में लू के थपेड़ों ने आमजन को बेहाल कर दिया है। 13 मई से लगातार दिन का पारा 40 डिग्री के पार है, कई जगह तो यह 45 डिग्री के पार चल रहा है। सिरसा में पारा पिछले दिनों 50.3 डिग्री तक जा चुका है। गुरुवार को भी देशभर में सबसे ज्यादा पारा सिरसा का 49.1 डिग्री रहा। सिरसा में लगातार 5 दिन से तापमान 47 डिग्री से ज्यादा बना हुआ है। आज भी दिन में ऐसे ही हालात रहेंगे। संभावना है कि रात से एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से कल से सूबे में बारिश के आसार बन सकते हैं। कल से 6 जिलों में बदलेगा मौसम हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ का कहना है कि 1 से 3 जून तक प्रदेश में कहीं – कहीं हल्की बारिश हो सकती है। 1 जून को पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल व पानीपत में बारिश हो सकती है। जबकि अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। 2 व 3 जून को भी कुछ जगह बारिश की संभावना है। इस बीच गर्मी के कारण बिजली की डिमांड भी बढ़ गई है। सिरसा, हिसार, जींद, मेवात में हाल खराब 4 जिलों में पारा 48 डिग्री से ज्यादा प्रदेश के कई शहरों में अभी भी पारा सामान्य से ज्यादा है । गुरुवार को सिरसा में अधिकतम तापमान 49.1 डिग्री रहा। जबकि अम्बाला में 44.7, करनाल में 43.4, रोहतक में 47.5 डिग्री, दादरी में 47.2, फरीदाबाद 47.4, गुड़गांव 46.5, हिसार 48.0, झज्जर 47.2, जींद में 48.4, मेवात में 48.9, पलवल 45.8, पंचकूला 43.9, सोनीपत 47.0 डिग्री, यमुनानगर में 45.9 डिग्री तापमान रहा। दिन का तापमान अब सामान्य से 5.5 डिग्री तक ज्यादा है।
हरियाणा CM आवास जा रहे किसान पुलिस ने रोके:खाद न मिलने का विरोध; किसान नेता बोले-चुनाव में कांग्रेस ने माहौल का फायदा नहीं उठाया
हरियाणा CM आवास जा रहे किसान पुलिस ने रोके:खाद न मिलने का विरोध; किसान नेता बोले-चुनाव में कांग्रेस ने माहौल का फायदा नहीं उठाया हरियाणा में कुरूक्षेत्र के सेक्टर-2 स्थित देवीलाल पार्क में मंगलवार (5 नवंबर) को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से किसान पंचायत हुई। पंचायत में हरियाणा की कई किसान यूनियनें शामिल हुईं। पंचायत में मांग की गई कि किसानों पर दर्ज मुकदमे, रेड एंट्री वापस ली जाए। वहीं, पराली जलाने, बीज और DAP खाद की कमी को दूर किया जाए। इसके बाद किसान मुख्यमंत्री नायब सैनी को अपनी मांगें बताने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। यहां पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोक लिया। किसान बीच सड़क ही धरने पर बैठ गए। किसानों ने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिप्रिय है। हम बैरिकेड नहीं तोड़ेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस और दूसरे राजनीतिक दल किसान आंदोलन का फायदा नहीं उठा पाए। पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने किसानों के बनाए हुए माहौल का फायदा उठाया था। किसानों के प्रदर्शन की PHOTOS… किसान नेता बोले- गेहूं की बुआई में हो रही देरी
किसान नेता रतन मान ने कहा कि गेहूं की बुआई शुरू हो गई है, लेकिन सरकार ने DAP खाद के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की। सरकार को सीजन से पहले ही सारी व्यवस्थाएं कर लेनी चाहिए थीं। DAP खाद लेने के लिए लोग दो-दो दिन से लाइन में खड़े हैं। इसके बावजूद कई किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण किसानों को गेहूं की बुआई में देरी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार पराली जलाने वाले किसानों पर केस दर्ज कर जुर्माना भी लगा रही है। यह सरकार की नाकामी है। सरकार ने पराली प्रबंधन के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किए। प्रबंधन के अभाव में लोग पराली जला रहे हैं। दर्शनपाल सिंह बोले- दोबारा आंदोलन खड़ा होगा
किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि दिल्ली आंदोलन के बाद किसानों को ताकत मिली है। संयुक्त किसान मोर्चा मिलकर लड़ रहा है। पराली, MSP, कर्जा मुक्ति, जमीन समेत हमारी कई मांगें हैं। उसके लिए हमारी लड़ाई जारी है। पूरे देश के किसान हरियाणा और पंजाब के किसानों की तरफ देख रहे हैं। उन्हें यह पता है कि ये लोग आगे आएंगे और किसानों और मजदूरों की लड़ाई लड़ेंगे। हम लगातार सरकार को अपनी मांगें बता रहे हैं। दोबारा आंदोलन खड़ा होगा।
जींद में महिला टीचर का शारीरिक-मानसिक शोषण:प्रिंसिपल ने होटल में खाना खिलाने को बोला; शिक्षक के खिलाफ नहीं दी थी गवाही
जींद में महिला टीचर का शारीरिक-मानसिक शोषण:प्रिंसिपल ने होटल में खाना खिलाने को बोला; शिक्षक के खिलाफ नहीं दी थी गवाही हरियाणा के जींद शहर में सरकारी महिला टीचर ने प्रिंसिपल पर शारीरिक और मानसिक शोषण के आरोप लगाए हैं। पीड़िता कहना है कि शिक्षा विभाग और प्रशासन प्रिंसिपल पर कार्रवाई करने की बजाय उसको बचाने में लगे हैं। डेढ़ साल से प्रिंसिपल उस पर दबाब बना रहा है कि वह एक टीचर के खिलाफ बयान दे, जबकि उसे मामले को जानकारी तक नहीं थी। प्रिंसिपल ने उसे होटल ले जाकर खाना खिलाने को कहा। प्रिंसिपल ने आरोपों को झुठलाया है। शिकायतकर्ता अध्यापिका ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले स्कूल में प्रिंसिपल ने एक शिक्षक के खिलाफ किसी मामले को लेकर पुलिस को शिकायत दी थी। प्रिंसिपल उस पर शिक्षक के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बना रहा था। वह उस शिक्षक के मामले के बारे में नहीं जानती थी, इसलिए उसने बयान देने से मना कर दिया। इस पर प्रिंसिपल उससे रंजिश रखने लगा। कहीं नहीं हो रही सुनवाई
उसने बताया कि करीब सवा साल पहले प्रिंसिपल ने उससे कहा कि वह उसे होटल में खाना खिलाने के लिए लेकर चले। इसकी रिकार्डिंग भी उसके पास है। जो पुलिस को दी गई है। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। मई 2023 में उसने शिक्षा विभाग की एक अधिकारी को मौखिक शिकायत दी। उस पर भी कार्रवाई नहीं की गई। 29 जनवरी 2024 को उसने डीसी को शिकायत दी। डीसी ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए ये शिकायत भेज दी। लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद डीसी ने जिला परिषद की तत्कालीन सीईओ डा. किरण सिंह को जांच दी थी। सीईओ की अध्यक्षता में स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की गई थी। लेकिन अब तक इस कमेटी ने जांच की कोई रिपोर्ट नहीं दी है। जब तक कमेटी की जांच पूरी नहीं होती, आगे कोई कार्रवाई नहीं होगी।शिक्षिका की तरफ से 5 जून को महिला आयोग को भी शिकायत दी थी। महिला आयोग ने ये शिकायत एसपी को भेज दी थी। शिक्षिका ने बताया कि वह अब तक क्या जांच हुई, इसको लेकर सीएम विंडो भी लगा चुकी है। इसी बीच सीईओ का ट्रांसफर हो गया और इस मामले में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई। प्रिंसिपल बोले- झूठे हैं आरोप, एक शिक्षक रच रहा साजिश
महिला शिक्षिका के आरोपों पर प्राचार्य का कहना है कि शिक्षिका की तरफ से लगाए गए आरोप गलत हैं। वे दिव्यांग हैं और दूसरे व्यक्ति पर निर्भर हैं। शिक्षिका ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच शिक्षा विभाग की तरफ से आई टीम भी कर चुकी है। जिसमें कुछ नहीं पाया गया है। एक शिक्षक जिसके खिलाफ किसी मामले में उसने शिकायत दी थी, ये मामला कोर्ट में भी चल रहा है। वही शिक्षक एक व्यक्ति के साथ मिलकर उसके साथ साजिश के तहत ये सब करवा रहा है।
एडीसी ने कहा-महिला अधिकारी ही करेंगी सुनवाई
एडीसी एवं सीईओ विवेक आर्य ने बताया कि महिला शोषण से संबंधित मामले की जांच के लिए जो स्थानीय शिकायत कमेटी गठित की जाती है। उसकी अध्यक्ष महिला अधिकारी ही होती हैं। तत्कालीन मुख्य कार्यकारी डा. किरण सिंह फिलहाल उचाना एसडीएम हैं। वे ही इस मामले को देखेंगी। एक बार सुनवाई के बाद हो गई थी ट्रांसफर : डा. किरण सिंह
उचाना की एसडीएम डा. किरण सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर एक बार ही सुनवाई हुई थी। उसी दौरान उनकी सीईओ के पद से ट्रांसफर हो गई थी। अगर उनके पास ये मामला आता है, तो आगे की जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी। कमेटी में शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों से महिला अधिकारी, वकील सहित छह सदस्य हैं।