लंबे समय से गैर हाजिर शिक्षामित्रों पर कार्यवाही होगी:लखनऊ के 127 शिक्षा मित्र प्रभावित होंगे, डीजी शिक्षा ने आदेश जारी किए

लंबे समय से गैर हाजिर शिक्षामित्रों पर कार्यवाही होगी:लखनऊ के 127 शिक्षा मित्र प्रभावित होंगे, डीजी शिक्षा ने आदेश जारी किए

लखनऊ समेत मंडल में 50 हजार बच्चों की पढ़ाई प्रभावित कर रहे 270 शिक्षामित्रों की सेवाएं समाप्त होंगी। शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी कर अभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए हैं। दरअसल, जांच में पता चला था कि ये शिक्षामित्र अवैतनिक अवकाश लेकर पढ़ाई के बजाय दूसरे काम में लगे थे। महानिदेशक कंचन वर्मा ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) से जांच कराई। जांच में मामला सही पाया गया। इन जिलों में चल रहा खेल इसके बाद लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, लखीमपुर खीरी व रायबरेली में तैनात 270 शिक्षामित्रों की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया है। वर्मा ने लिखा है कि अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रहे शिक्षामित्रों को तत्काल पहचान कर उन्हें नोटिस थमाई जाए। शिकायत की पुष्टि होने पर 15 दिनों में उनकी संविदा समाप्त करने की कार्रवाई हो। खंड शिक्षा अधिकारी भी संदेह के घेरे में मामले में खंड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। दरअसल, शिक्षामित्रों को अवैतनिक अवकाश का नियम ही नहीं है। इसके बाद भी उनका अवकाश मंजूर होने की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में किसी खंड शिक्षा अधिकारी की मिलीभगत पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ समेत मंडल में 50 हजार बच्चों की पढ़ाई प्रभावित कर रहे 270 शिक्षामित्रों की सेवाएं समाप्त होंगी। शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी कर अभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए हैं। दरअसल, जांच में पता चला था कि ये शिक्षामित्र अवैतनिक अवकाश लेकर पढ़ाई के बजाय दूसरे काम में लगे थे। महानिदेशक कंचन वर्मा ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) से जांच कराई। जांच में मामला सही पाया गया। इन जिलों में चल रहा खेल इसके बाद लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, लखीमपुर खीरी व रायबरेली में तैनात 270 शिक्षामित्रों की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया है। वर्मा ने लिखा है कि अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रहे शिक्षामित्रों को तत्काल पहचान कर उन्हें नोटिस थमाई जाए। शिकायत की पुष्टि होने पर 15 दिनों में उनकी संविदा समाप्त करने की कार्रवाई हो। खंड शिक्षा अधिकारी भी संदेह के घेरे में मामले में खंड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। दरअसल, शिक्षामित्रों को अवैतनिक अवकाश का नियम ही नहीं है। इसके बाद भी उनका अवकाश मंजूर होने की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में किसी खंड शिक्षा अधिकारी की मिलीभगत पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर