लखनऊ की अनोखी लस्सी, जिसके बनते हैं पटियाला शॉट्स:खजूर, चॉकलेट जैसे कई फ्लेवर; पहलवान ड्राई फ्रूट लस्सी के लोग दीवाने

लखनऊ की अनोखी लस्सी, जिसके बनते हैं पटियाला शॉट्स:खजूर, चॉकलेट जैसे कई फ्लेवर; पहलवान ड्राई फ्रूट लस्सी के लोग दीवाने

भीषण गर्मी चल रही है ऐसे में शरीर को रीफ्रेश करने के लिए लस्सी मिल जाए तो क्या कहना, और वहीं लस्सी अगर यूनिक हो तो फिर बात ही क्या। लखनऊ के चौक में चौपटिया चौराहे पर आपको नारायण लस्सी की शॉप पर कुछ ऐसा ही मिलेगा। यहां लोगों को पहलवान ड्राइ फ्रूट लस्सी के अलावा पटियाला शॉट्स लस्सी भी खासी पसंद आ रही है। तो चलिए ‘जायका’ में जानते हैं कि यहां की लस्सी में क्या है खास, और यह लोगों को क्यों इतनी पसंद आ रही है… नारायण लस्सी के ऑनर सुशांत गुप्ता ने बताते हैं, हमारे यहां करीब 18 तरह की लस्सी मिलती हैं। इसमें कई तरह के फ्लेवर जैसे- मैंगो, चाकलेट, केसर, खजूर, मलाई आदि शामिल हैं। इनमें खास तौर पर पहलवान और रजवाड़ी लस्सी ज्यादा ही पसंद की जाती है। ऐसे बनती है पहलवान ड्राई फ्रूट लस्सी
सुशांत गुप्ता ने बताया- इस लस्सी को बनाने के लिए हमें कई खास चीजों की जरूरत होती है। इसमें देसी प्रोटीन पाउडर यानी ड्राई फ्रूट्स का पाउडर, कई साबुत ड्राई फ्रूट्स, खजूर, गुलाब की पत्ती और रूह अफजा की जरूरत पड़ती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले फेटा हुआ दही लेना होता है। जिसे हम कुल्हड़ में डालते हैं, फिर उसमें ड्राई फ्रूट्स पाउडर डालकर साबुत ड्राई फ्रूट्स भी डालते हैं। इसके ऊपर से रूह अफजा, गुलाब की पत्तियां और खजूर डालते हैं। फिर इसे कुल्हड़ में सर्व किया जाता है। पटियाला शॉट्स लस्सी में कई फ्लेवर
सुशांत बताते हैं हमारे पास कई तरह की फ्लेवर्ड लस्सी हैं। इनमें केसर पिस्ता, मैंगो मलाई, रूह अफजा, चॉकलेट, खजूर जैसे अनेक फ्लेवर मौजूद हैं। लोग इसे बहुत पसंद करते हैं। इन सभी के फ्लेवर हम खुद घर में बनाते हैं। जिसमें किसी प्रकार के कोई केमिकल नहीं होते हैं। हर एक फ्लेवर नेचुरल चीजों से तैयार किए जाता है। क्योंकि हम यहां स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी ध्यान रखते हैं। पटियाला शॉट्स लस्सी ने बनाई पहचान
सुशांत कहते हैं, कोरोना के बाद व्यापार में बहुत चैलेंज थे। हमने इस चैलेंज को एक्सेप्ट किया और आपदा में अवसर निकालते हुए अपनी पटियाला शॉट्स लस्सी की शुरुआत की। इसमें हम करीब 12 फ्लेवर की लस्सी देते हैं। शॉट्स की बात करें तो आम तौर पर लोग एक बार में 6 या 8 लस्सी फ्लेवर लेते हैं। हमने इसलिए ऐसा किया क्योंकि एक बार में एक आदमी एक ही फ्लेवर पीता है। हमारी इस शॉट्स वाली सुविधा से कस्टमर एक बार में छोटे-छोटे लस्सी के कई फ्लेवर ले सकता है। वह सारे फ्लेवर को टेस्ट कर सकता है। इससे ही हमारी एक अलग पहचान बनी। सिर्फ दही, चीनी और बर्फ का प्रयोग
सुशांत कहते हैं- हमारे यहां लस्सी पीने के लिए अब लोग पूरे लखनऊ से आते हैं। इसमें एक खास बात यह है कि हम लस्सी में प्योर दही ही यूज करते हैं। इस बात का भी खास ख्याल रखते हैं कि दही खट्‌टी नहीं हो। क्योंकि हम इसमें दूध भी नहीं डालते हैं। आम तौर पर सभी जगह लस्सी में दूध डाला जाता है। क्योंकि लस्सी का खट्टापन खत्म करने के लिए कई दुकान वाले ऐसा करते हैं। हम लस्सी तैयार करने के लिए दही, चीनी और बर्फ के अलावा कुछ भी अलग से नहीं डालते हैं। 1982 में हुई शुरुआत
सुशांत बताते हैं- 1982 में हमारी शॉप की शुरुआत हुई थी। मेरे पिता राजकिशोर गुप्ता और दादा मसानी चंद गुप्ता ने इसकी शुरुआत की थी। इस दुकान का नाम मेरे परदादा नारायण गुप्ता के नाम से है। 2007 से मैं खुद इस शॉप को संभाल रहा हूं। पहले तो यहां पर चौपटिया, चौक, ठाकुरगंज इलाकों से ही लोग आते थे। लेकिन बाद में जब से हमने पटियाला शॉट्स लस्सी शुरू की। यहां पूरे लखनऊ से लोग लस्सी पीने आने लगे। पढ़िए लोगों ने कहा… इस लिंक को भी पढ़ें… लखनऊ में छोटा इमामबाड़ा की खास ‘ईरानी दम टी’:पांच घंटे उबले दूध में मिलाकर मलाई के साथ कुल्हड़ में की जाती है सर्व लखनऊ के लोग हमेशा से ही चाय के काफी शौकीन रहे हैं। चाहे वह खाने से पहले हो या बाद में, हर समय यहां चाय पसंद की जाती है। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो खाने से पहले और बाद में चाय पीते जरूर हैं। ऐसा ही कुछ हम आपको आज ‘जायका’ में बताने जा रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें… भीषण गर्मी चल रही है ऐसे में शरीर को रीफ्रेश करने के लिए लस्सी मिल जाए तो क्या कहना, और वहीं लस्सी अगर यूनिक हो तो फिर बात ही क्या। लखनऊ के चौक में चौपटिया चौराहे पर आपको नारायण लस्सी की शॉप पर कुछ ऐसा ही मिलेगा। यहां लोगों को पहलवान ड्राइ फ्रूट लस्सी के अलावा पटियाला शॉट्स लस्सी भी खासी पसंद आ रही है। तो चलिए ‘जायका’ में जानते हैं कि यहां की लस्सी में क्या है खास, और यह लोगों को क्यों इतनी पसंद आ रही है… नारायण लस्सी के ऑनर सुशांत गुप्ता ने बताते हैं, हमारे यहां करीब 18 तरह की लस्सी मिलती हैं। इसमें कई तरह के फ्लेवर जैसे- मैंगो, चाकलेट, केसर, खजूर, मलाई आदि शामिल हैं। इनमें खास तौर पर पहलवान और रजवाड़ी लस्सी ज्यादा ही पसंद की जाती है। ऐसे बनती है पहलवान ड्राई फ्रूट लस्सी
सुशांत गुप्ता ने बताया- इस लस्सी को बनाने के लिए हमें कई खास चीजों की जरूरत होती है। इसमें देसी प्रोटीन पाउडर यानी ड्राई फ्रूट्स का पाउडर, कई साबुत ड्राई फ्रूट्स, खजूर, गुलाब की पत्ती और रूह अफजा की जरूरत पड़ती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले फेटा हुआ दही लेना होता है। जिसे हम कुल्हड़ में डालते हैं, फिर उसमें ड्राई फ्रूट्स पाउडर डालकर साबुत ड्राई फ्रूट्स भी डालते हैं। इसके ऊपर से रूह अफजा, गुलाब की पत्तियां और खजूर डालते हैं। फिर इसे कुल्हड़ में सर्व किया जाता है। पटियाला शॉट्स लस्सी में कई फ्लेवर
सुशांत बताते हैं हमारे पास कई तरह की फ्लेवर्ड लस्सी हैं। इनमें केसर पिस्ता, मैंगो मलाई, रूह अफजा, चॉकलेट, खजूर जैसे अनेक फ्लेवर मौजूद हैं। लोग इसे बहुत पसंद करते हैं। इन सभी के फ्लेवर हम खुद घर में बनाते हैं। जिसमें किसी प्रकार के कोई केमिकल नहीं होते हैं। हर एक फ्लेवर नेचुरल चीजों से तैयार किए जाता है। क्योंकि हम यहां स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी ध्यान रखते हैं। पटियाला शॉट्स लस्सी ने बनाई पहचान
सुशांत कहते हैं, कोरोना के बाद व्यापार में बहुत चैलेंज थे। हमने इस चैलेंज को एक्सेप्ट किया और आपदा में अवसर निकालते हुए अपनी पटियाला शॉट्स लस्सी की शुरुआत की। इसमें हम करीब 12 फ्लेवर की लस्सी देते हैं। शॉट्स की बात करें तो आम तौर पर लोग एक बार में 6 या 8 लस्सी फ्लेवर लेते हैं। हमने इसलिए ऐसा किया क्योंकि एक बार में एक आदमी एक ही फ्लेवर पीता है। हमारी इस शॉट्स वाली सुविधा से कस्टमर एक बार में छोटे-छोटे लस्सी के कई फ्लेवर ले सकता है। वह सारे फ्लेवर को टेस्ट कर सकता है। इससे ही हमारी एक अलग पहचान बनी। सिर्फ दही, चीनी और बर्फ का प्रयोग
सुशांत कहते हैं- हमारे यहां लस्सी पीने के लिए अब लोग पूरे लखनऊ से आते हैं। इसमें एक खास बात यह है कि हम लस्सी में प्योर दही ही यूज करते हैं। इस बात का भी खास ख्याल रखते हैं कि दही खट्‌टी नहीं हो। क्योंकि हम इसमें दूध भी नहीं डालते हैं। आम तौर पर सभी जगह लस्सी में दूध डाला जाता है। क्योंकि लस्सी का खट्टापन खत्म करने के लिए कई दुकान वाले ऐसा करते हैं। हम लस्सी तैयार करने के लिए दही, चीनी और बर्फ के अलावा कुछ भी अलग से नहीं डालते हैं। 1982 में हुई शुरुआत
सुशांत बताते हैं- 1982 में हमारी शॉप की शुरुआत हुई थी। मेरे पिता राजकिशोर गुप्ता और दादा मसानी चंद गुप्ता ने इसकी शुरुआत की थी। इस दुकान का नाम मेरे परदादा नारायण गुप्ता के नाम से है। 2007 से मैं खुद इस शॉप को संभाल रहा हूं। पहले तो यहां पर चौपटिया, चौक, ठाकुरगंज इलाकों से ही लोग आते थे। लेकिन बाद में जब से हमने पटियाला शॉट्स लस्सी शुरू की। यहां पूरे लखनऊ से लोग लस्सी पीने आने लगे। पढ़िए लोगों ने कहा… इस लिंक को भी पढ़ें… लखनऊ में छोटा इमामबाड़ा की खास ‘ईरानी दम टी’:पांच घंटे उबले दूध में मिलाकर मलाई के साथ कुल्हड़ में की जाती है सर्व लखनऊ के लोग हमेशा से ही चाय के काफी शौकीन रहे हैं। चाहे वह खाने से पहले हो या बाद में, हर समय यहां चाय पसंद की जाती है। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो खाने से पहले और बाद में चाय पीते जरूर हैं। ऐसा ही कुछ हम आपको आज ‘जायका’ में बताने जा रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर