लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल का 156 वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर पारंपरिक रूप से आयोजित दोपहर सहभोज कार्यक्रम हुआ। जिसमें डॉक्टर से लेकर अस्पताल में कार्यरत सभी श्रेणी के कर्मचारियों ने एकसाथ भोजन किया। अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश ने कहा स्थापना दिवस हमारे संस्थान की गौरवशाली परंपरा को याद करने का अवसर है। यह हमें एकजुट होकर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की प्रेरणा भी देता है। अस्पताल के सभी स्टॉफ एक परिवार मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.संजय तेवतिया ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल केवल एक चिकित्सा संस्थान नहीं, बल्कि एक परिवार है। जहां प्रत्येक सदस्य मिल-जुलकर समाज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थापना दिवस हमें हमारी प्रतिबद्धता को और दृढ़ करने का अवसर प्रदान करता है। सांस्कृतिक संध्या का हुआ आयोजन स्थापना दिवस पर शाम को गांधी भवन में सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया। जिसमें चिकित्सालय परिवार के सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल का 156 वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर पारंपरिक रूप से आयोजित दोपहर सहभोज कार्यक्रम हुआ। जिसमें डॉक्टर से लेकर अस्पताल में कार्यरत सभी श्रेणी के कर्मचारियों ने एकसाथ भोजन किया। अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश ने कहा स्थापना दिवस हमारे संस्थान की गौरवशाली परंपरा को याद करने का अवसर है। यह हमें एकजुट होकर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की प्रेरणा भी देता है। अस्पताल के सभी स्टॉफ एक परिवार मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.संजय तेवतिया ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल केवल एक चिकित्सा संस्थान नहीं, बल्कि एक परिवार है। जहां प्रत्येक सदस्य मिल-जुलकर समाज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थापना दिवस हमें हमारी प्रतिबद्धता को और दृढ़ करने का अवसर प्रदान करता है। सांस्कृतिक संध्या का हुआ आयोजन स्थापना दिवस पर शाम को गांधी भवन में सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया। जिसमें चिकित्सालय परिवार के सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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इंदौर में क्रिकेट और टेनिस के सट्टेबाजों के घर ED की रेड, क्यों रखते थे करोड़ों का सोना? जानें
इंदौर में क्रिकेट और टेनिस के सट्टेबाजों के घर ED की रेड, क्यों रखते थे करोड़ों का सोना? जानें <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> उज्जैन पुलिस ने जब क्रिकेट का सट्टा कर रहे कुछ बदमाशों को जून 2024 में पकड़ा तो उनके पास से करोड़ों की नगदी और क्रिकेट सट्टेबाजी से जुड़े लोगों के नाम सामने आए. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने क्रिकेट और टेनिस की सट्टेबाजी में शामिल लोगों के घरों पर छापा मारना शुरू किया. इसी कड़ी में इंदौर के संजय अग्रवाल के घर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई. अग्रवाल के लॉकर में 3 करोड़ 35 लाख का सोना पाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उज्जैन एसपी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि जून 2024 में क्रिकेट के सट्टे के बड़े अवैध कारोबार की शिकायत मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने छापा मार कर पीयूष चोपड़ा और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद आरोपी पीयूष के बताए गए ठिकाने से करोड़ों रुपये की नगद राशि भी बरामद की गई थी.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>ईडी, इंदौर ने अवैध क्रिकेट/टेनिस सट्टेबाजी के केस में आरोपी संजय अग्रवाल के बैंक लॉकर में 07/01/2025 को तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के दौरान, विदेशी चिह्नों(मार्किंग) वाले 3.50 किलोग्राम सोने के सिल्लियां और 750 ग्राम के आभूषण जिनकी कीमत 3.36 करोड़ रुपये (लगभग) है, बरामद कर… <a href=”https://t.co/OrHaYRvd8Y”>pic.twitter.com/OrHaYRvd8Y</a></p>
— ED (@dir_ed) <a href=”https://twitter.com/dir_ed/status/1877305549211185636?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 9, 2025</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>’संजय अग्रवाल का भी नाम आया था सामने'</strong><br />उन्होंने कहा कि पीयूष चोपड़ा के क्रिकेट के तार इंदौर से भी जुड़े हुए थे. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जब करोड़ों रुपये की नकदी का मामला सामने आया तो प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी. बताया जाता है कि पीयूष चोपड़ा के घर से विदेशी करेंसी भी मिली थी. इसके बाद पूछताछ के दौरान इंदौर के कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री का नाम सामने आया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोलू अग्निहोत्री के घर छापा मार कर करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता लगा लिया गया. इसी कड़ी में संजय अग्रवाल का भी नाम सामने आया था. अब संजय अग्रवाल के लॉकर से 3 करोड़ 35 लाख रुपये का सोना बरामद किया गया है. ईडी ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस बात की पुष्टि की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>करोड़ों का सोना क्यों रखते थे सट्टेबाज?</strong><br />सटोरियों का कारोबार मध्य प्रदेश और भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फैला हुआ था. इसी के चलते कई सट्टेबाजों के पास से अक्सर विदेशी करेंसी भी बरामद होती है. क्योंकि सोने की इंटरनेशनल वैल्यू है, इसलिए सट्टेबाजों किसी भी आपातकालीन स्थिति में देश छोड़कर बाहर भागने और पैसे के लेनदेन में सोने का इस्तेमाल करते आए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस की पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि काफी कम जगह में करोड़ों का सोना रखा जा सकता है. जबकि करेंसी रखने में अधिक स्थान की आवश्यकता होती है. यह भी सट्टेबाजों के सोना रखने का बड़ा कारण है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Ladli Behna Yojana: MP में लाडली बहना योजना से काटे गए 1 लाख 63 हजार नाम? सीएम मोहन यादव ने खुद दिया जवाब” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-ladli-behna-yojana-cm-mohan-yadav-on-congress-claims-ann-2860137″ target=”_self”>Ladli Behna Yojana: MP में लाडली बहना योजना से काटे गए 1 लाख 63 हजार नाम? सीएम मोहन यादव ने खुद दिया जवाब</a></strong></p>
हिसार लोकसभा क्षेत्र में 35.3% ने नहीं डाली वोट:प्रत्याशियों को छूटे पसीने; दुष्यंत के उचाना में संख्या ज्यादा, आदमपुर में सबसे कम
हिसार लोकसभा क्षेत्र में 35.3% ने नहीं डाली वोट:प्रत्याशियों को छूटे पसीने; दुष्यंत के उचाना में संख्या ज्यादा, आदमपुर में सबसे कम हरियाणा के हिसार लोकसभा सीट पर 25 मई शनिवार को 64.7 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले चुनावों को देखें तो ये 20 साल के इतिहास में सबसे कम है। 2019 में इस सीट पर 72.43 प्रतिशत मतदान हुआ था। पांच साल बाद इस बार मतदान में 7.73 प्रतिशत की गिरावट हुई है। इसी प्रकार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां मतदान का प्रतिशत 76.17 रहा था। इस बार यहां 35.3% मतदाता वोट डालने ही नहीं पहुंचे। हिसार क्षेत्र में अब मतदान कम होने से राजनीतिक दलों के पसीने छूट गए हैं। मतदान कम होने का कारण गर्मी को भी माना जा रहा है। हिसार में शनिवार को तापमान 44.8 डिग्री तक पहुंच गया था। इसके साथ ही लोगों का घर से निकलने का जोश कम रहा। ग्रामीण क्षेत्र में इस बार स्थिति खराब रही और वोटर ज्यादा बाहर नहीं निकले। यही चिंता कांग्रेस, जजपा और इनेलो को हो रही है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार हिसार लोकसभा सीट में 6 लाख 31 हजार 329 मतदाता वोट डालने ही नहीं गए। पूर्व डिप्टी सीएम के हलके उचाना कलां में 79 हजार 346 लोगों ने वोट नहीं डाला। वहीं आदमपुर हलके में वोट न डालने वालों की संख्या सबसे कम 56921 रही। देखें कहां-कितने वोट नहीं पड़े किस विधानसभा में कितने वोट पोल हुए ऐसे बढ़ता गया मतदान
सुबह 9 बजे : 7.44 प्रतिशत
सुबह 11 बजे : 22.18 प्रतिशत
दोपहर 1 बजे : 34.99 प्रतिशत
दोपहर तीन बजे : 46.26 प्रतिशत
शाम पांच बजे : 53 प्रतिशत
फाइनल : 64.7 प्रतिशत शाम छह बजे के बाद 3300 वोट डले
हिसार लोकसभा सीट पर शाम छह बजे मतदान खत्म हो गया था, लेकिन छह बजे के बाद करीब 3300 वोट हिसार जिले की 7 विधानसभा में पोल हुए। उनके वोट डलवाने के बाद पोलिंग पार्टियां ईवीएम जमा करवाने के लिए रवाना हुई। इस दौरान कोई विवाद नहीं हुआ। पुलिस कर्मचारियों ने गेट को छह बजे बंद कर दिया था।
अलीगढ़ नगर निगम के सदन में गूंजा भ्रष्टाचार का मुद्दा, पार्षदों ने महापौर-कमिश्रनर पर लगाए आरोप
अलीगढ़ नगर निगम के सदन में गूंजा भ्रष्टाचार का मुद्दा, पार्षदों ने महापौर-कमिश्रनर पर लगाए आरोप <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> अलीगढ़ नगर निगम के सदन में शनिवार 18 जनवरी को वित्तीय वर्ष 2024 का मूल बजट पेश करने के लिए कार्यवाही शुरू की गई. इस महत्वपूर्ण मौके पर जहां बजट पर चर्चा होनी चाहिए थी, वहीं नगर निगम के भीतर चल रहे भृष्टाचार का विवाद भी चर्चा का मुख्य केंद्र बन गए. सदन में शुरू हुई सत्र के दौरान, पोखर की मिट्टी लाखों रुपये में बेकने से संबंधित मामला अचानक गर्मा गया. इस विषय ने सदन में सबका ध्यान खींचा, और पार्षदों के बीच इसे लेकर तीखी बहस शुरू हो गई. पार्षदों ने इस मामले को विस्तार से उठाने और इसकी गहन जांच की मांग की. जैसे ही सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी, पार्षदों ने नगर निगम में हो रहे कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने की मांग की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पार्षदों ने यह आरोप लगाया कि, नगर निगम में पारदर्शिता का अभाव है और कई परियोजनाओं में अनियमितताएं हो रही हैं. पार्षदों ने मांग की है कि इन मुद्दों पर सदन में खुली चर्चा होनी चाहिए. जिसको लेकर नगर आयुक्त ने पार्षदों की चिंताओं को दूर करने का प्रयास करते हुए आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी. पार्षदों ने इस पर नाराजगी जताई और कहा कि आश्वासन से अधिक, उन्हें ठोस कार्रवाई चाहिए. जब सदन में पार्षदों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो स्थिति और तनावपूर्ण हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बजट को जबरन पास किया गया- पार्षद</strong><br />इसी दौरान, नगर निगम ने बजट को सदन में प्रस्तुत किया और जल्दबाजी में इसे पारित कर दिया गया. पार्षदों ने आरोप लगाया कि बजट को जबरन पास किया गया और उनकी सहमति के बिना यह निर्णय लिया गया. वही बजट को पारित करने के लिए राष्ट्रीय गान का सहारा लिया गया. इस कदम ने पार्षदों को और अधिक नाराज कर दिया, और सदन में हंगामा शुरू हो गया. इस दौरान, सभी पार्षद, चाहे वह भारतीय जनता पार्टी के हों, समाजवादी पार्टी के, या अन्य दलों के एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. यह वह मौका था जब अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं के पार्षद एक ही मुद्दे पर एकमत दिखे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महापौर और नगर आयुक्त पर आरोप</strong><br />पार्षदों का कहना था कि महापौर और नगर आयुक्त पार्षदों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते. पार्षद मोहम्मद नईम ने कहा कि पार्षद अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए नियमित रूप से महापौर और नगर आयुक्त से मिलते हैं, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता. आज जबरन उनके द्वारा संविधान को कुचलते हुए राष्ट्रीय गान शुरू करने के बाद बजट पास कर दिया गया है, लेकिन किसी भी कीमत पर यह बजट मान्य नहीं होगा. एक बार फिर इसी बजट पर चर्चा होगी. गुस्साए पार्षदों के द्वारा नगर निगम कार्यालय में बजट के कागज जलाकर अपना गुस्सा जाहिर किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नगर आयुक्त विनोद कुमार ने कहा कि, सदन की कार्यवाही विधिवत रूप से पूरी हो चुकी है और बजट पास हो चुका है. उन्होंने यह भी दावा किया कि पार्षदों के विरोध के बावजूद, सदन में कामकाज सुचारू रूप से चला कुछ पार्षद बातचीत करने को तैयार ही नहीं है बजट पास हो चुका है</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पार्षदों की मांग?</strong><br />पार्षदों ने कहा कि नगर निगम के कामकाज में पारदर्शिता की कमी है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बजट पारित करने की प्रक्रिया को लेकर पार्षदों की राय को नजरअंदाज किया गया. पार्षदों का यह भी कहना था कि नगर निगम के कई फैसलों में पक्षपात और अनियमितता की झलक मिलती है. पार्षदों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ghaziabad-40-devotees-a-group-reached-kartikeya-mahadev-temple-in-sambhal-performed-puja-2865533″><strong>गाजियाबाद से संभल पहुंचा 40 श्रद्धालुओं का जत्था, कार्तिकेय महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना</strong></a></p>