लखनऊ जिला न्यायायलय के एडीजे (विशेष न्यायाधीश) मंजुला सरकार की खराब मिठाई खाने से तबीयत बिगड़ गई। वो कोर्ट के रेस्ट रूम में बेहोश होकर गिर गईं। उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। 7 दिन तक इलाज के बाद उनकी तबीयत में सुधार हो सका। मिठाई खाने से जज की बहन और उनकी नौकरानी की भी हालत खराब हो गई। जज ने गोमती नगर स्थित नीलकंठ स्वीट्स से मिठाई खरीदी थी। शिकायत के बाद गोमती नगर पुलिस ने नीलकंठ स्वीट्स पर मुकदमा दर्ज किया है। एडीजे मंजुला सरकार की शिकायत में कहा गया है कि, नीलकंठ स्वीट्स से जो लड्डू खरीदे थे वो खराब बूंदी से बने थे। उसे खाने से पेट में इंफेक्शन हो गया। तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। मिठाई खाने के 30 मिनट बाद ही पेट दर्द शुरू हुआ
एडीजे ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि उन्होंने 31 जुलाई को शाम को गोमती नगर विजय खंड स्थित नीलकंठ मिठाई की दुकान से 250ग्राम बून्दी के लड्डू, दो छोटे घेवर, अंदरसा, समोसे और पानी के बताशे खरीदे थे। घर जाकर लड्डू खुद खाने के साथ बहन मधुलिका सरकार और नौकरानी अनीता को दिए थे। लड्डू खाने के आधे घंटे में सभी के पेट में दर्द शुरू हो गया। जब वह दूसरे दिन जिला न्यायालय पहुंची, तो उनकी तबीयत कुछ खराब लग रही है। तीन अगस्त को तबीयत और बिगड़ गई। जिससे न्यायालय में लंच के बाद रेस्ट रूम में अचानक से बेहोश हो गई। न्यायालय के एडीजीसी कृष्ण कांत शुक्ला, पैरोकार गीता रानी और चालक अंकित शुक्ला उन्हें बेहोशी की हालत में गोमती नगर विस्तार स्थित हेल्थ सिटी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डक्टर राकेश श्रीवास्तव ने उनका इलाज किया। यहां डॉक्टर ने उन्हें बताया कि आपको पेट में गेस्ट्रोएंटेरिक इन्फेक्शन हो गया है। अस्पताल में चले तीन दिनों के उपचार के बाद आने पर भी उनका उपचार जारी है। जिसमे अबतक 62 हजार रुपये का खर्च आया है। वहीं लड्डू खाने से बीमार पड़ी घर की नौकरानी अनीता भी गैस्ट्रोएंट्रिक इन्फेक्शन का शिकार हो गई थी। जिसका उपचार कराया गया है। गोमती नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि एडीजे की तहरीर पर नीलकंठ स्वीट्स के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। लखनऊ जिला न्यायायलय के एडीजे (विशेष न्यायाधीश) मंजुला सरकार की खराब मिठाई खाने से तबीयत बिगड़ गई। वो कोर्ट के रेस्ट रूम में बेहोश होकर गिर गईं। उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। 7 दिन तक इलाज के बाद उनकी तबीयत में सुधार हो सका। मिठाई खाने से जज की बहन और उनकी नौकरानी की भी हालत खराब हो गई। जज ने गोमती नगर स्थित नीलकंठ स्वीट्स से मिठाई खरीदी थी। शिकायत के बाद गोमती नगर पुलिस ने नीलकंठ स्वीट्स पर मुकदमा दर्ज किया है। एडीजे मंजुला सरकार की शिकायत में कहा गया है कि, नीलकंठ स्वीट्स से जो लड्डू खरीदे थे वो खराब बूंदी से बने थे। उसे खाने से पेट में इंफेक्शन हो गया। तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। मिठाई खाने के 30 मिनट बाद ही पेट दर्द शुरू हुआ
एडीजे ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि उन्होंने 31 जुलाई को शाम को गोमती नगर विजय खंड स्थित नीलकंठ मिठाई की दुकान से 250ग्राम बून्दी के लड्डू, दो छोटे घेवर, अंदरसा, समोसे और पानी के बताशे खरीदे थे। घर जाकर लड्डू खुद खाने के साथ बहन मधुलिका सरकार और नौकरानी अनीता को दिए थे। लड्डू खाने के आधे घंटे में सभी के पेट में दर्द शुरू हो गया। जब वह दूसरे दिन जिला न्यायालय पहुंची, तो उनकी तबीयत कुछ खराब लग रही है। तीन अगस्त को तबीयत और बिगड़ गई। जिससे न्यायालय में लंच के बाद रेस्ट रूम में अचानक से बेहोश हो गई। न्यायालय के एडीजीसी कृष्ण कांत शुक्ला, पैरोकार गीता रानी और चालक अंकित शुक्ला उन्हें बेहोशी की हालत में गोमती नगर विस्तार स्थित हेल्थ सिटी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डक्टर राकेश श्रीवास्तव ने उनका इलाज किया। यहां डॉक्टर ने उन्हें बताया कि आपको पेट में गेस्ट्रोएंटेरिक इन्फेक्शन हो गया है। अस्पताल में चले तीन दिनों के उपचार के बाद आने पर भी उनका उपचार जारी है। जिसमे अबतक 62 हजार रुपये का खर्च आया है। वहीं लड्डू खाने से बीमार पड़ी घर की नौकरानी अनीता भी गैस्ट्रोएंट्रिक इन्फेक्शन का शिकार हो गई थी। जिसका उपचार कराया गया है। गोमती नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि एडीजे की तहरीर पर नीलकंठ स्वीट्स के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर