उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म पर आधारित “संवाद” कार्यक्रम का आयोजन बुद्धवार को लखनऊ के गोमती नगर स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के मरक्यूरी हॉल में होगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार, राज्य मंत्री कृष्णपाल मलिक, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह,आयुष विभाग के दयाशंकर मिश्र ’’दयालु’’ भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में इको पर्यटन के प्रतिभागियों और स्टेकहोल्डर्स के साथ विभिन्न राज्यों के जाने-माने वक्ता और विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे। गंगा नदी बेसिन में ईको टूरिज्म के विकास के लिए होगा MOU इस संवाद कार्यक्रम में ईको पर्यटन की संभावनाओं पर गम्भीर विचार मंथन किया जायेगा। वही गंगा नदी बेसिन में ईको टूरिज्म के विकास के लिए यूपी ईको टूरिज्म विकास बोर्ड और डब्ल्यूआईआई-एनएमसीजी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे। इसके साथ ही प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यूपी इको टूरिज्म बोर्ड और इज माय ट्रिप के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होगा। वही सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में बढ़ावा देने के संयुक्त प्रयासों हेतु उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड एवं बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान लखनऊ के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी होंगे। इस दौरान प्रदेश में स्थानीय स्थापित नई ईको पर्यटन इकाइयों का सम्मान होगा। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह बोलें – यूपी में बदलाव की चर्चा पूरे विश्व में है.. लखनऊ में आयोजित इस संवाद कार्यक्रम को लेकर पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यूपी में ईको-टूरिज्म की अपार संभावनायें हैं। उत्तर प्रदेश में विकास और बदलाव की चर्चा पूरे विश्व में है। पूरे प्रदेश में उच्च स्तर की कानून व्यवस्था और कनेक्टिविटी होने से देशी-विदेशी पर्यटक भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म पर आधारित “संवाद” कार्यक्रम का आयोजन बुद्धवार को लखनऊ के गोमती नगर स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के मरक्यूरी हॉल में होगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार, राज्य मंत्री कृष्णपाल मलिक, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह,आयुष विभाग के दयाशंकर मिश्र ’’दयालु’’ भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में इको पर्यटन के प्रतिभागियों और स्टेकहोल्डर्स के साथ विभिन्न राज्यों के जाने-माने वक्ता और विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे। गंगा नदी बेसिन में ईको टूरिज्म के विकास के लिए होगा MOU इस संवाद कार्यक्रम में ईको पर्यटन की संभावनाओं पर गम्भीर विचार मंथन किया जायेगा। वही गंगा नदी बेसिन में ईको टूरिज्म के विकास के लिए यूपी ईको टूरिज्म विकास बोर्ड और डब्ल्यूआईआई-एनएमसीजी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे। इसके साथ ही प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यूपी इको टूरिज्म बोर्ड और इज माय ट्रिप के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होगा। वही सलखन जीवाश्म पार्क को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में बढ़ावा देने के संयुक्त प्रयासों हेतु उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड एवं बीरबल साहनी पुरावनस्पति विज्ञान संस्थान लखनऊ के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी होंगे। इस दौरान प्रदेश में स्थानीय स्थापित नई ईको पर्यटन इकाइयों का सम्मान होगा। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह बोलें – यूपी में बदलाव की चर्चा पूरे विश्व में है.. लखनऊ में आयोजित इस संवाद कार्यक्रम को लेकर पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यूपी में ईको-टूरिज्म की अपार संभावनायें हैं। उत्तर प्रदेश में विकास और बदलाव की चर्चा पूरे विश्व में है। पूरे प्रदेश में उच्च स्तर की कानून व्यवस्था और कनेक्टिविटी होने से देशी-विदेशी पर्यटक भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Bihar Constable Exam: कटिहार में सॉल्वर गैंग का हुआ पर्दाफाश, कर रहे थे बड़ा फर्जीवाड़ा, 4 गिरफ्तार <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Constable Exam:</strong> बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर पुलिस एक्शन में दिख रही है. लगातार फर्जीवाड़ा करने वाला गैंगों का पर्दाफाश हो रहा है. कटिहार में बुधवार को सिपाही भर्ती परीक्षा ली गई थी. इस दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली. एसपी को सूचना मिली थी कि हरिशंकर नायक स्कूल, मिरचाईबाड़ी में एक परीक्षार्थी दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहा है. इस पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ में उसने बताया कि सॉल्वर गैंग के माध्यम से दूसरे परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था. पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी के अनुसार सॉल्वर गैंग के तीन और व्यक्ति को परीक्षा केंद्र के पास से ही गिरफ्तार किया गया. साथ ही कई सामाग्री की बरामदगी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि सहायक थाना में कांड दर्ज कर पुलिस अनुसंधान कर रही है. बताया जा रहा है कि सॉल्वर गैंग के तीन और व्यक्ति को परीक्षा केन्ं केंद्र पास से ही गिरफ्तार किया गया, लेकिन गिरफ्तार फर्जी परीक्षार्थी मौका का फायदा उठाकर भाग गए जिसे काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरफ्तार बदमाशों की हुई पहचान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>गिरफ्तार चारों अभियुक्तों की पहचान भागलपुर के फातमा थाना क्षेत्र मोतीलाल यादव के पुत्र चेतन कुमार, बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र के जगरनाथपुर गांव के शालीग्राम यादव के पुत्र सागर कुमार, बांका जिले के बौंसी थाना के सिमडामोड गांव निवासी देवेन्द्र यादव के पुत्र अमित कुमार यादव और सहरसा के सदर थाना के पटलाहा गांव निवासी राधेश्याम यादव के पुत्र कृष्णा कुमार के रूप में हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, इस मामले में बरामद सामानों में एक लैपटॉप, आधार कार्ड, चार मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, दो बाइक, एडमिट कार्ड, परीक्षार्थी का हस्ताक्षरित तीन ब्लैंक चेक, बीपीएससी परीक्षा में उपयोग में लाया गया फर्जी आई कार्ड सहित कई अन्य सामाग्री की बरामदगी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/patna-crime-news-murder-of-girlfriend-boyfriend-in-love-affair-in-bihta-danapur-ann-2772257″>Patna Bihta Murder: इश्क में खूनी खेल! पटना में प्रेमी-प्रेमिका की हत्या, लड़की के भाई ने ही दोनों को मार डाला</a></strong></p>
पंजाब के पांच जिलों में बारिश की संभावना:किसी तरह का अलर्ट नहीं, तापमान में 1.1 डिग्री बढ़ा, चंडीगढ़ में भी छाएंगे बादल
पंजाब के पांच जिलों में बारिश की संभावना:किसी तरह का अलर्ट नहीं, तापमान में 1.1 डिग्री बढ़ा, चंडीगढ़ में भी छाएंगे बादल पंजाब और चंडीगढ़ में मानसून सुस्त पड़ा गया है। हालांकि रोजाना कुछ कई जिलों में बारिश हो रही है। अगले चार दिनों में हलकी से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बारिश हिमाचल से सटे जिलों में होगी। जबकि आज पांच जिलों पठानकोट, होशियारपुर, रूपनगर, मोहाली और फतेहगढ़ साहिब में बारिश की संभावना है। हालांकि किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं है। वहीं, राज्य के अधिकतम तापमान में 1.1 डिग्री की बढोतरी हुई है। अब यह लगभग सामान्य के बराबर हो गया। राज्य में सबसे अधिक तापमान 35.7 डिग्री बठिंडा में दर्ज किया गया है। पंजाब में दर्ज की गई कम बारिश पंजाब और चंडीगढ़ में अब हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। वहीं, सितंबर माह में भी दोनों जगह औसत से कम बारिश दर्ज की गई है। पंजाब में एक से 15 सितंबर के बीच 34.1 एमएम बारिश हुई है। जो कि सामान्य से 32 फीसदी कम है । इस मौसम में 49.1 एमएम बारिश होती है। इसी तरह चंडीगढ़ में एक जून से अब तक 703.9 एमएम बारिश दर्ज हुई है। जो कि सामान्य बारिश से -13.9 फीसदी कम है। गत चौबीस घंटे में चंडीगढ़ सिटी में 12.8 एमएम, चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर 29.2 एमएम, पटियाला 1.2 एमएम, फतेहगढ़ साहिब 55.0 एमएम और रूपनगर में 0.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है। पंजाब के बड़े शहरों में दर्ज तापमान चंडीगढ़ – रविवार को अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज आंशिक रूप से बादल छाएंगे। तापमान 24.0 से 34.0 डिग्री के बीच रहेगा। अमृतसर – रविवार को अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 27.0 से 35.0 डिग्री के बीच रहेगा। जालंधर – रविवार शाम तापमान 32.6 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 26 से 34 डिग्री के बीच रहेगा। पटियाला – रविवार को अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 26 डिग्री से 33 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा। मोहाली – अधिकतम तापमान बीते दिन 33.3 डिग्री दर्ज किया गया। बादल छाएंगे । आज तापमान 29 डिग्री से 34 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना – रविवार को अधिकतम तापमान 33.0 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 27 डिग्री से 35 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा।
400 साल पहले शुरू हुआ बड़े मंगल का भंडारा:लखनऊ में पहले गुड़-धनिया का प्रसाद, फिर शरबत; अब मिल रही पूड़ी-सब्जी
400 साल पहले शुरू हुआ बड़े मंगल का भंडारा:लखनऊ में पहले गुड़-धनिया का प्रसाद, फिर शरबत; अब मिल रही पूड़ी-सब्जी राजधानी लखनऊ में ज्येष्ठ माह में भंडारे का आयोजन करीब 400 साल पहले शुरू हुआ। सबसे पहला भंडारा अलीगंज के हनुमान जी के मंदिर से शुरू हुआ। फिर बढ़ते-बढ़ते पूरे लखनऊ की गलियों से लेकर प्रदेश के कई शहरों तक पहुंच गया। भंडारे की शुरुआत के पीछे की तीन कहानी प्रमुख बताई जाती हैं। भंडारे की कहानियों की बात करें तो यह हनुमान अंक से लेकर इतिहास के पन्नों में दर्ज मिली। मौजूदा समय के पुजारी से लेकर इतिहासकार भी इसकी पुष्टि करते हैं। सभी मानते हैं कि भंडारे का क्रेज और ट्रेंड दोनों बहुत बदल गया है, लेकिन आज भी शहर का सबसे बड़ा भंडारा अलीगंज हनुमान मंदिर में आयोजित होता है। पढ़िए रिपोर्ट… आखिर कब, कैसे और कितना बदला भंडारे का ट्रेंड…
अलीगंज मंदिर में 35 साल पुराने पुजारी जगदंबा प्रसाद बताते हैं कि पहले हनुमान जी को बेसन के लड्डू और गुड़-धनिया का भोग लगता था। अब धीरे-धीरे बदलकर पूड़ी-सब्जी सबसे ज्यादा बांटी जा रही है। पहले केवल इसी (अलीगंज पुराना) मंदिर में भंडारा लगता था। मेला भी यहां सबसे पहले लगता था। पहले बतासा बांटकर पानी पिलाया जाता था। शरबत पिलाया जाता था। अलीगंज मंदिर के मेन गेट पर सबसे पहले कुएं से निकलने वाले पानी का प्याऊं लगाया जाता था। पुजारी बताते हैं-अचानक भंडारे के ट्रेंड बदलने की बात करेंगे तो इसका मतलब है कि हम आप अचानक से बदल गए, तभी भंडारा भी बदल गया। अब गुड़-धनिया किसी को चबाने को दीजिए, शायद ही वो चबा पाए। लेकिन हनुमान जी का असली प्रसाद गुड़-धनिया ही है। अब पूड़ी-सब्जी चलेगी। आने वाले दिनों में चाऊमीन चलेगा। जैसे-जैसे प्रथा बदलती जाती है। वैसे-वैसे प्रसाद बांटने की प्रथा बदलती जा रही है। भंडारे की शुरुआत होने की तीन कहानियां
पुजारी जगदंबा प्रसाद बताते हैं कि आलिया बेगम ने भंडारा शुरू कराया था। अगर वजह की बात की जाए तो उनकी कोई संतान नहीं थी। भगवान ने उनको संतान दी, जिसके बाद उन्होंने भंडारे का आयोजन किया। भंडारे में सबसे ज्यादा गरीब प्रसाद ग्रहण करते थे। आज भंडारे का क्रेज इतना बढ़ गया है कि सभी प्रसाद ले रहे हैं। चाहे वो गरीब हों या अमीर हों। महामारी का प्रकोप हुआ। सबने बचने के लिए हनुमान जी की पूजा शुरू कर दी। तब किसी के सपने में आया, नए हनुमान जी के मंदिर में पूजा कीजिए। तब सबकी मन्नत पूरी हुई, तब से भंडारा शुरू हो गया। केसर का व्यापारी था। वो बाहर से आया था। कैसरबाग में मंडी लगती थी। उसका माल नहीं बिका, लोगों ने बताया गोमती नदी के पास अलीगंज में हनुमान जी के मंदिर में प्रार्थना करिए। वो मंदिर में आया, मन्नत मांगी। तब कैसरबाग बन रहा था। बादशाह बनवा रहा था। किसी ने बादशाह से कहा केसर यहां लगा दीजिए। तब बादशाह ने व्यापारी की सारी केसर खरीद ली। व्यापारी ने भंडारा करवाया। तब से भंडारे का क्रेज बढ़ गया। अब आगे भंडारा शुरू होने के ऐतिहासिक साक्ष्य देखिए
गीता प्रेस, गोरखपुर की कल्याण हनुमान अंक में पेज नंबर 424 और 425 पेज पर लखनऊ के भंडारे का जिक्र है। इसमें बताया गया कब कैसे और किसने भंडारे की शुरुआत की। इस बारे में स्पष्ट तौर पर बताया गया है।
इतिहासकार डॉ. योगेश प्रवीन की लखनऊ नामा में भी भंडारे के शुरू होने की कहानी का जिक्र है। किताब में अलीगंज महाबीर मंदिर में भंडारा शुरू होने के पीछे की वजह भी बताई गई है। जानिए, वेलफेयर एसोसिशन और दुकानदार क्या कहते हैं?
उत्तर प्रदेश, कैटर्स एंड डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ने बताया- एक महीने में एक समय पर टेंट, कैटर्स की व्यवस्था करनी होती है। बड़े मंगल का क्रेज काफी बढ़ गया है। केवल लखनऊ में चार से पांच हजार भंडारे एक मंगल के दिन होते हैं। पहले मुझे याद है केवल गुड़-धनिया का प्रसाद बंटता था। लेकिन आज ऐसा हो गया कि जगह-जगह भंडारे में अलग -अलग प्रसाद बंटते हैं। अलीगंज मंदिर में प्रसाद की दुकान लगाने वाले अंजुल गुप्ता बताते हैं- जब से मंदिर आया हूं, मुझे सबसे ज्यादा बड़े मंगल के दिन प्रसाद और भंडारे का क्रेज देखने को मिला है। यहां पर सबसे बड़ा भंडारा आज भी हर मंगलवार को होता है, जिसका खर्च चार से पांच लाख रुपए है।